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08 अक्तूबर 2012

सबसे लग्जरी CAR, भारत में सिर्फ 51,000 रुपए में मिलेगा इसका मजा



अगर आप महंगी कारों के शौकीन हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। आप कार भले न खरीद पायें, पर किराये के रूप में महंगी कारों का आनंद ले सकते हैं। इन्हीं महंगी कारों में से एक, करीब 28 फुट लंबी सुपर लक्जरी कार क्रिसलर लिमोजिन को अब भारत की अग्रणी कार रेंटल कंपनी इको रेंट ए कार ने पेश किया है। इको रेंट ए कार ने लिमोजिन कार को शादी के पैकेज के रूप में लांच किया है।
यह कार होटल और कॉरपोरेट के लिए होगी। इस कार में कई तरह की सुविधाएं तो हैं ही, कई यूनिक फीचर भी हैं। कंपनी का मानना है कि यह एक नया रुझान है और अब इसकी जरूरत बढ़ती जा रही है। लोग लक्जरी कारों को विशेष अवसरों पर ले रहे हैं और अपना शौक पूरा कर रहे हैं।
कंपनी के मार्केटिंग डायरेक्टर आदित्य लूंबा बताते हैं कि उनके पास कुल 1100 कारें हैं। इनमें से 65 फीसदी कोरोला, बीएमडब्ल्यू, ऑडी और अन्य लक्जरी कारें हैं। बाजार के बदलते रुझान के कारण अधिकतर होटल अब रेंटल कंपनियों को लक्जरी कारों का ऑफर दे रहे हैं जिसमें से लिमोजिन भी शामिल है। लुंबा को यह आइडिया तब आया जब वह अमेरिकी दौरे पर थे जहां इस तरह की कारें किराये पर ग्राहकों को दी जाती हैं।
वे कहते हैं कि होटल अपने ग्राहकों के लिए अब लिमोजिन कार को पूरी सुविधा और पैकेज के साथ विशेष अवसरों के लिए मांग रहे हैं। कंपनी के प्रमुख ग्राहकों में ताज पैलेस, इंपीरियल होटल, क्राउन प्लाजा होटल के अलावा कुछ डिजाइनर भी हैं। उनके मुताबिक पहली बार भारत में लिमोजिन किराये पर उपलब्ध हो रही है। इसे कंपनी ने अमेरिका से आयात किया है। कंपनी के पास फिलहाल दो लिमोजिन है और जल्द ही वह कई अन्य सुपर लक्जरी कारों की आयात करने की योजना बना रही है।
लुंबा बताते हैं कि फिलहाल यह कार चार घंटे के लिए 30,000 रुपये के किराये पर उपलब्ध है और उसके बाद हर घंटे और दस किलोमीटर के लिए 6,000 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। हालांकि शादी के पैकेज के लिए यह कार 51,000 रुपये पर चार घंटे के लिए उपलब्ध होगी जिसमें पूरी तरह से उसका डेकोरेशन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि फिलहाल कई बुकिंग इस कार के लिए हो चुकी है और जब त्यौहारी सीजन तथा शादियों का सीजन शुरू होगा, तब हमें उम्मीद है कि अच्छी खासी मांग इस कार के लिए आएगी। इस कार में 3 एलसीडी स्क्रीन, रेफ्रिजरेटर और अन्य तरह की सुविधाओं के साथ आठ यात्रियों के लिए केबिन है।
कितना है किराया
चार घंटे के लिए 30,000 रुपये के किराये पर उपलब्ध
शादियों के लिए चार घंटे का पैकेज 51,000 रुपये में
शादी के पैकेज में कार का डेकोरेशन भी होगा शामिल
क्या है खासियत
इस कार में 3 एलसीडी स्क्रीन, रेफ्रिजरेटर और अन्य तरह की सुविधाओं के साथ आठ यात्रियों के लिए केबिन

रहस्‍यमयी किला, जहां गायब हो चुकी है पूरी की पूरी बारात!

चंदौली. भूत प्रेत के किस्‍से तो आपने काफी सुने होंगे, पर ऐसा किस्‍सा शायद ही कहीं सुना होगा। हेतमपुर गांव में पांच सौ साल पहले बने इस किले में पूरी की पूरी बारात ही गायब हो चुकी है। जो लोग गायब हुए, उनके कंकाल तक लोगों को नसीब न हुए। इस किले का खौफ इतना है कि रात गए लोग इसके पास फटकना तक नहीं चाहते। लोगों का कहना है कि जाने कि दीवार पर कोई साया हो, जो मौत का सबब बन जाए।
ऐसा किला जो कभी तहखानों के लिए मशहूर था, मगर आज लोगों के लिए दहशत का सबब है। रात का अंधेरा तो दूर, दिन के उजाले में भी कोई किले के पास से फटकना नहीं चाहता

सात साल तक बनी रहीं मां का सहारा और अब अर्थी को कंधा दे निभाया बेटे का फ़र्ज़!

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उदयपुर.परंपराओं से हट कर मिसाल पेश करने वाली दो बेटियां पिता की मौत के बाद सात साल तक मां का सहारा बनी रहीं। इन्होंने न सिर्फ आखिरी वक्त तक मां की सेवा की, बल्कि जब सांस उखड़ी तो मां की अर्थी को कंधा दिया और मुखाग्नि देकर बेटे का फर्ज भी निभाया। 
 
धानमंडी क्षेत्र के धोली बावड़ी क्षेत्र में भंवरी बाई (86) पत्नी रूप सिंह भाटी का रविवार को निधन हो गया। बीमार भंवरी बाई की अर्थी को बेटी सीता कुंवर और सुमित्रा कुंवर ने कंधा दिया तो शवयात्रा में शामिल लोगों की आंखें भी भर आईं। 
 
यही नहीं, जब बड़ी बेटी सीता कुंवर ने चिता को मुखाग्नि दी तो समाज लोगों के गले रुंध गए और आंखें झरने लगीं। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार रूप सिंह की मृत्यु सात साल पहले हो गई थी। इसके बाद दोनों बेटियां ही मां की देखरेख कर रही थीं।

पूर्व राज्यपाल और पंडित नवल किशोर शर्मा नहीं रहे


जयपुर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और गुजरात के पूर्व राज्यपाल पंडित नवल किशोर शर्मा का सोमवार को यहां फोर्टिस अस्पताल में सोमवार रात 11:15 बजे निधन हो गया। 88 वर्षीय शर्मा  पिछले कई दिनों से बीमार थे। उनके पुत्र बृजकिशोर राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री हैं।
शर्मा की पार्थिव देह को सुबह जनता कॉलोनी स्थित निवास बी-50 पर सुबह 7:30 बजे से अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा। दोपहर बाद 3.30 बजे आदर्श नगर श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार होगा। उनके निधन पर सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, जयपुर सांसद महेश जोशी, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान सहित भाजपा और कांग्रेस के कई नेताओं ने शोक जताया है।
युवाओं को प्रोत्साहन दिया
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, पंडित नवल किशोर शर्मा के साथ एक पूरी पीढ़ी चली गई है। उनका मेरे प्रति बड़ा स्नेह रहा। वे पुरानी पीढ़ी के बड़े स्तंभ थे। 
दलगत राजनीति से ऊपर थे
नेता प्रतिपक्ष वसुंधरा राजे बोली, नवलजी ने दलगत राजनीति से ऊपर काम किया। यकीन नहीं होता कि वे अब हमारे बीच नहीं हैं।

अरे! ये कैसे मंत्री हैं, जिनके पास रत्तीभर सोना-चांदी नहीं


 

जयपुर. गहलोत सरकार के 6 मंत्रियों के पास न तो रत्तीभर सोना है और न ही चांदी। मंत्रियों द्वारा सार्वजनिक किए गए संपत्ति के ब्यौरे में यही आंकड़ा पेश किया गया है। खादी एवं डेयरी राज्यमंत्री बाबूलाल नागर ने 3 किलो चांदी तो बताई है, लेकिन उन्होंने सोने का कोई जेवर नहीं होने की जानकारी दी है। हालांकि वर्ष 2009-10 की विवरणी में उन्होंने पत्नी के पास सोने के गहने होने का ब्योरा दिया था। दूसरी ओर, अन्य कई मंत्रियों के पास एक किलो से ज्यादा सोना है। अगर पूरे मंत्रिमंडल की बात करें तो सभी 26 मंत्रियों के पास 7.450 किलो सोना और 38 किलो से ज्यादा चांदी है। इस सोने-चांदी की बाजार भाव से कीमत करीब 2.30 करोड़ रु. है। टांका कटने की व्यवहारिकता को ध्यान में रखते हुए सोने का भाव 28000 रु. प्रति 10 ग्राम तथा चांदी का भाव 50,000 रु. प्रति किलो माना गया है। सोने की मात्रा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, तकनीकी (कृषि) शिक्षा राज्यमंत्री मुरारीलाल मीणा का सोना शामिल नहीं है। इन्होंने जेवरात की कीमत तो लिखी है, लेकिन वजन नहीं लिखा है। नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल के पास 1.950 किलोग्राम सोना है। पर्यटन मंत्री बीना काक के पास 1.192 किलोग्राम सोने के जेवरात हैं।

इनके पास नहीं है सोना-चांदी
शिक्षा मंत्री बृज किशोर शर्मा, ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेंद्रसिंह, उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक, कृषि विपणन राज्यमंत्री गुरमीत कुन्नर, तकनीकी एवं अभियांत्रिकी राज्यमंत्री रामकिशोर सैनी और अल्पसंख्यक मामलात राज्यमंत्री अमीन खां। चिकित्सा मंत्री दुर्रू मियां ने गहनों की अलग से सूची प्रस्तुत किया जाना बताया है, लेकिन सूची स्पष्ट नहीं है।

किसी ने कीमत छिपाई तो किसी ने वजन
संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने वाली विवरणी में किसी मंत्री ने गहनों की कीमत बताई है तो किसी ने केवल वजन बताया है। ऐसा करने वालों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल हैं। कुछ मंत्रियों ने कीमत और वजन दोनों बताए हैं, लेकिन मूल्यांकन कम दरों पर किया है। इससे मंत्रियों की संपत्तियों का सही अंदाजा लगाना मुश्किल होगा। कुछ मंत्री ऐसे भी हैं जिन्होंने लगभग बाजार भाव के अनुसार अपने गहनों की कीमत सार्वजनिक की है।


अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री
> 11.31 लाख रु. स्वयं और पत्नी का जेवराती सोना-चांदी
शांति धारीवाल, नगरीय विकास मंत्री
> 6.50 लाख रु. की चांदी 16 किलो स्वयं के पास
> 2.00 लाख रु. की चांदी 5 किलो पत्नी के पास
> 25.82 लाख रु. के 1950 ग्राम सोने के गहने पत्नी के पास
बीना काक, पर्यटन एवं महिला बाल विकास मंत्री
> 27.41 लाख रु. का 1193 ग्राम सोना
> 2.81 लाख रु. की चांदी 5 किलो
हरजीराम बुरड़क, कृषि एवं पशुपालन मंत्री
> 530 ग्राम सोना, 2 किलो चांदी (विवरणी में कीमत अंकित नहीं)
भरत सिंह, सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री
> 1.36 लाख रु. का 10 तोला सोना स्वयं के पास
> 5.46 लाख रु. का 40 तोला सोना पत्नी के पास
हेमाराम चौधरी, राजस्व मंत्री
> 3.75 लाख रु. के सोने के जेवरात (वजन नहीं लिखा)
महेंद्रजीत सिंह मालवीय, जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री
> 1.20 लाख रु. का 6 तोला सोना स्वयं के पास
> 4.42 लाख रु. का 20 तोला सोना पत्नी के पास
> 75,305 रु. की 1.67 किलो चांदी पत्नी के पास
परसादीलाल मीणा, सहकारिता मंत्री
> 90,000 रु. का 30 ग्राम सोने के जेवरात स्वयं के पास
> 6 लाख रु. के गहने पत्नी के पास (15 तोला सोना, 3 किलो चांदी)
अशोक बैरवा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री
> 2.08 लाख रु. का 8 तोला सोना स्वयं के पास
> 5.20 लाख रु. का 20 तोला सोना पत्नी के पास
> 0.78 लाख रु. का 3 तोला सोना पुत्री के पास
> 1.00 लाख रु. की 2 किलो चांदी पत्नी के पास
नसीम अख्तर इंसाफ, शिक्षा राज्यमंत्री
> 3.00 लाख रु. का 10 तोला सोना स्वयं के पास
> 0.60 लाख रु. की 1 किलो चांदी स्वयं के पास
मंजू मेघवाल, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री
> 1.55 लाख रु. का 5 तोला सोना स्वयं के पास
> 0.30 लाख रु. की 50 तोला चांदी स्वयं के पास
दयाराम परमार, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री
> 15.00 ग्राम सोने की चेन स्वयं के पास
> 4.50 ग्राम सोने का ब्रेसलेट स्वयं के पास
> 0.32 लाख रु. का 10 ग्राम सोना पत्नी अमृत देवी के पास
> 1.60 लाख रु. का 50 ग्राम सोना पत्नी कमला के पास
> 0.56 लाख रु. की 1 किलो चांदी पत्नी अमृत देवी के पास
> 0.28 लाख रु. की 500 ग्राम चांदी पत्नी कमला के पास
विनोद कुमार लीलावाली, ग्रामीण विकास राज्यमंत्री
> 92 तोला सोना पत्नी के पास
बृजेंद्र ओला, इंदिरा गांधी नहर राज्यमंत्री
> 50 ग्राम सोना स्वयं के पास
> 600 ग्राम सोना पत्नी के पास
500 ग्राम चांदी पत्नी के पास
मांगीलाल गरासिया, खेल राज्यमंत्री
0.71 लाख रु. का 47 ग्राम सोना स्वयं के पास
3.22 लाख रु. का 215 ग्राम सोना पत्नी के पास
0.52 लाख रु. का 35 ग्राम सोना बच्चों के पास
0.54 लाख रु. की 3500 ग्राम चांदी स्वयं के पास
0.34 लाख रु. की 1450 ग्राम चांदी पत्नी के पास
0.12 लाख रु. की 500 ग्राम चांदी बच्चों के पास
राजेंद्र गुढ़ा, आयोजना जनशक्ति राज्यमंत्री
1.15 लाख रु. का 100 ग्राम सोना स्वयं के पास
डॉ. राजकुमार शर्मा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री
1.80 लाख रु. का 60 ग्राम सोना स्वयं के पास
मुरारीलाल मीणा, तकनीकी शिक्षा (कृषि) राज्यमंत्री
0.69 लाख रु. का सोना स्वयं के पास
8.64 लाख रु. के गहने पत्नी के पास
वीरेंद्र बेनीवाल, गृह एवं परिवहन राज्यमंत्री
0.82 लाख रु. का 48 ग्राम सोना स्वयं के पास
6.07 लाख रु. का 352 ग्राम सोना पत्नी के पास
एमादुद्दीन अहमद खां, चिकित्सा एवं स्वास्थ मंत्री
विवरणी 2012-13 में 1.81 लाख रु. के रत्न नगीने दर्शाए
इनके पास नहीं हैं कोई जेवरात
डॉ. जितेंद्रसिंह, ऊर्जा एवं जन संपर्क मंत्री (वर्ष 2011-12 की विवरणी के अनुसार)
बृज किशोर शर्मा, शिक्षा मंत्री (वर्ष 2011-12 की विवरणी के अनुसार)
राजेन्द्र पारीक, उद्योग मंत्री (वर्ष 2010-11 की विवरणी के अनुसार)
गुरमीतसिंह कुन्नर, कृषि विपणन राज्यमंत्री (वर्ष 2012-13 की विवरणी के अनुसार)
रामकिशोर सैनी, तकनीकी शिक्षा-अभियांत्रिकी राज्यमंत्री (वर्ष 2012-13 की विवरणी के अनुसार)
अमीन खां, अल्पसंख्यक मामलात राज्यमंत्री (वर्ष 2012-13 की विवरणी के अनुसार)
बाबूलाल नागर, खादी एवं डेयरी राज्यमंत्री
0.50 लाख रु. के 3 किलो चांदी के बर्तन

अब मिलेगा राइट टु ट्रीटमेंट का अधिकार


 

 
जयपुर.राज्य में मरीजों को फ्री कंसल्टेशन, फ्री दवाइयों के बाद बीमारियों के फ्री टेस्ट (जांच) के जरिए इलाज का अधिकार (राइट टु ट्रीटमेंट) देने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए कानूनी मसौदा भी तैयार हो रहा है, जिसे जल्द ही मूर्त रूप दिया जाएगा। यह पहल मुख्यमंत्री के स्तर पर हुई है। हॉस्पिटलों में फ्री टेस्ट सुविधा के पहले चरण में खून की जांच से लेकर सोनोग्राफी तक निशुल्क करने की योजना बनाई जा रही है। इसमें यूरीन, ईसीजी, एक्सरे की सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएगी। लैब में इनकी जांच दर 50 से लेकर 500 रु. तक है। चिकित्सा विभाग जल्द ही फ्री बेसिक इन्वेस्टिगेशन स्कीम के तहत इसका एक्शन प्लान तैयार करेगा। मुख्यमंत्री की ओर से निशुल्क टेस्ट योजना के परीक्षण की घोषणा के बाद विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। चिकित्सा विभाग, अस्पताल प्रशासन, मेडिकल कॉलेज सहित अन्य चिकित्साधिकारियों की पहली बैठक 11 अक्टूबर को होगी। राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन के अध्यक्ष समित शर्मा ने बताया कि विभिन्न स्तरों पर आने वाले सुझावों को अंतिम रूप देते हुए पूरा प्लान तैयार कर सरकार के अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। फ्री कंसल्टेशन, फ्री दवाइयों के बाद फ्री टेस्ट होने से सही मायने में लोगों को जीने का हक मिलेगा।

कुरान का संदेश

नीम के इस पेड़ के नीचे छूमंतर हो जाती है यह गंभीर बीमारी!


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बुंदेलखण्ड की धरती पर कई देवी-देवताओं के स्थान हैं और उनसे जुड़ी लोगों की आस्थाएं भी अलग-अलग हैं। इन्हीं में से एक है हमीरपुर जनपद के झलोखर गांव में भुवनेश्वरी देवी का अनूठा स्थान जहां न मंदिर है और न कोई मूर्ति।

नीम के पेड़ के नीचे एक भारी-भरकम टीले पर विराजमान इस देवी स्थान के बारे में लोगों का मानना है कि यहां की मिट्टी लगाने मात्र से गठिया रोग ठीक हो जाता है।

अब रेल टिकट महंगा करने की तैयारी?



नई दिल्‍ली. एलपीजी, डीजल और पेट्रोल की लगातार महंगाई से जूझ रही आम जनता पर अब महंगे रेल किराये का बोझ पड़ने वाला है। अब तक सहयोगी दलों के पास रहे रेल मंत्रालय की कमान अब कांग्रेस के पास है। सहयोगी दलों ने रेलवे की आर्थिक सेहत से ज्‍यादा आम आदमी के हितों का ख्‍याल रखा लेकिन अब केंद्र सरकार रेलवे की आर्थिक हालत सुधारने के लिए कोई भी कदम उठाने को तैयार है। तेजी से आर्थिक सुधार लागू करने की कोशिशों के तहत अब सरकार अपनी योजना का दायरा रेलवे तक बढ़ाना चाह रही है। वित्‍त मंत्री पी चिदंबरम का कहना है कि यदि हम कोई चीज कन्‍ज्‍यूम करते हैं तो हमें उसकी कीमत चुकानी पड़ती है। इस तरह बोझ देश की जनता पर ही पड़ेगा।
 
अंग्रेजी अखबार 'इकोनॉमिक टाइम्‍स' में छपी खबर के मुताबिक सरकार रेलवे को आर्थिक संकट से बचाने के लिए ब्लूप्रिंट तैयार कर रही है। वित्‍त मंत्रालय की अगुवाई में योजना आयोग और रेलवे कई उपायों पर काम कर रहे हैं। इनमें किराए को मुद्रास्‍फीति से जोड़ना, निवेश की रफ्तार बनाए रखने के लिए पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप, माल ढुलाई के लिए गोल्डन क्वाड्रीलैटरल नेटवर्क तैयार करना और फंड जेनरेट करने के लिए लैंड रिसोर्सेज से पैसा जुटाना शामिल हैं।
 
रेलवे की कमान सहयोगी दलों के हाथ में रहने से रेवेन्यू बढ़ाने के उपायों और निवेश की रफ्तार थम गई है। अखबार ने सीनियर सरकारी अधिकारी के हवाला से लिखा है, 'रेलवे का टर्न-अराउंड हमारा अगला एजेंडा है। ऑर्गेनाइजेशन में नई जान फूंकने के लिए जल्द प्लान तैयार किया जाएगा।'

आशा भोंसले की बेटी ने उड़ाया अपना भेजा



मुंबई. मशहूर प्‍ले बैक सिंगर आशा भोंसले की बेटी वर्षा ने खुदकुशी कर ली है। 56 साल की वर्षा तलाकशुदा थीं।
सोमवार को मुंबई में पेडर रोड स्थित अपने घर 'प्रभु कुंज' में वर्षा ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से अपने सिर में गोली मार ली।वर्षा को आनन-फानन में जसलोक अस्‍पताल ले जाया। लेकिन उन्‍हें नहीं बचाया जा सका। वर्षा के परिवार वाले या पुलिस सुसाइड नोट के सवाल पर चुप है।
मुंबई पुलिस ने वर्षा की खुदकुशी की पुष्टि की है। हालांकि उन्‍होंने यह कदम क्‍यों उठाया, इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
घटना के वक्‍त घर पर आशा भोंसले या उनकी बहन लता मंगेशकर घर पर नहीं थीं। आशा सिंगापुर में एक अवॉर्ड फंक्शन में हिस्सा लेने गई थीं। घटना की जानकारी मिलते ही वह मुंबई के लिए रवाना हो गईं।

पुलिस ने खुदकुशी की वजह की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने वर्षा के घर से उनका लाइसेंसी पिस्‍टल बरामद किया है। वहां से एक खोखा भी मिला है। पुलिस या परिवार के लोग वर्षा की खुदकुशी के बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।

कहा जाता है कि वर्षा चार साल पहले भी नींद की गोलियां खा कर आत्‍महत्‍या की कोशिश कर चुकी थीं। यह सितंबर, 2008 की बात है। तब उन्‍हें जसलोक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। हालांकि, परिवार वालों ने तब कहा था कि वर्षा ने गलती से किसी दवा का ओवरडोज ले लिया था। उस समय यह बात सामने आई थी कि वर्षा मोटापे की समस्या से जूझ रही हैं और इसके चलते उन्हें डिप्रेशन समेत कई तरह की बीमारियां हैं।
जब पिछली बार वर्षा ने कथित तौर पर खुदकुशी की कोशिश की थी, उस दिन आशा भोंसले की 75वीं सालगिरह थी। इस बार आशा ने पिछले महीने ही अपना 80 वां जन्मदिन मनाया है।
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