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19 अक्तूबर 2012

रतन टाटा के खिलाफ जारी हुआ वारंट




 

जयपुर.राज्य उपभोक्ता आयोग के नई कार देने के आदेश की पालना नहीं करने पर जिला उपभोक्ता मंच जयपुर प्रथम ने प्रसंज्ञान लेते हुए, मैसर्स टाटा मोटर्स के रतन टाटा सहित रोशन मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हरचरण व जी.एम सर्विस वर्कशॉप रोशन मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड को 5 हजार रुपए के जमानती वारंट से तलब किया है। मंच ने यह आदेश परिवादी संकेत टोंग्या की अवमानना प्रार्थना पत्र की सुनवाई पर दिया।
 
 
परिवादी ने मंच को बताया कि उसने 1 फरवरी 2008 को मैसर्स रोशन मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड से एक टाटा इंडिगो डाइकोर डीजल कार खरीदी थी। कार में तकनीकी खराबी के चलते मंच में परिवाद दायर किया। मंच ने 17 जनवरी 2011 को परिवाद निरस्त कर दिया। परिवादी ने राज्य आयोग में जिला मंच के आदेश के विरुद्ध अपील कर दी। 
 
 
आयोग ने 8 जून 2012 को आदेश कर खराब कार को 30 दिन में बदलकर नई कार या कार की 5,63,850 कीमत और मानसिक क्षतिपूर्ति के 10 हजार व परिवाद व्यय 5 हजार रुपए परिवादी को देने का देने को कहा। आदेश की पालना में कंपनी ने परिवादी की खराब कार बदलकर नई कार देने से मना कर वर्कशॉप में भेज दिया। 
 
 
इस पर परिवादी ने 19 जून 2012 को कंपनी के शोरूम को कानूनी नोटिस दिया,लेकिन ना तो नोटिस जवाब दिया न ही आयोग के आदेश की पालना की थी। मंच ने अवमानना प्रार्थना पत्र पर प्रसंज्ञान लेते हुए रतन टाटा सहित अन्य लोगों को 5 हजार रुपए के जमानती वारंट से तलब किया।

विष्णु के चक्र से टुकड़े-टुकड़े हुआ माता का शरीर, यहां आकर गिरा था सिर!


राजपूतों के गौरवशाली इतिहास को समेटे राजस्थान पर्यटन के साथ-साथ कई प्राचीन धार्मिक स्थलों के लिए भी जाना जाता है।यहां के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक स्थान है सुंधामाता का मंदिर।
 
श्रृद्धालुओं की विशेष आस्था का केंद्र यह मंदिर जालोर जिला मुख्यालय से 105 किमी दूर रानीवाड़ा तहसील में मालवाडा और जसवंतपुरा के बीच स्थित है। नवरात्री में इस मंदिर में देश-भर के श्रृद्धालुओं का तांता लगा रहता है।

इसी जगह घटी थी सबसे भारी घटना जिसने पलटा था महाभारत का इतिहास


कुरुक्षेत्र के मैदान में कौरव और पांडव में लड़ाई शुरू होनी थी। पांडवों में शक्तिशाली धनुर्धर अर्जुन ने जैसे ही देखा कि उनको अपने ही परिजनों को युद्ध के मैदान में मारना है तो वह भावनात्मक रूप से विचलित हो उठे। अगर उस पल कृष्ण ने उनको न संभाला होता तो शायद महाभारत की कहानी ही कुछ और होती।
 
अर्जुन के सारथी बने कृष्ण ने उनको कर्म का उपदेश दिया जिसे दुनिया में भगवद्गगीता के नाम से जाना जाता है। इसके बाद ही अर्जुन महायुद्ध के लिए मानिसक रूप से तैयार हो पाए थे।
 
आपको उस जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां कृष्ण ने अर्जुन को उपदेश दिया था। अगर इस जगह यह घटना न घटी होती तो शायद महाभारत में पांडवों की जीत होनी मुश्किल थी।

आश्रम में महिला से गैंगरेप, बच्चे के इलाज के बहाने साधुओं ने दिया अंजाम



 

डिग्गी-मालपुरा/जयपुर. डिग्गी के एक धार्मिक स्थान मंगलधाम आश्रम पर एक महिला के साथ तीन व्यक्तियों द्वारा बच्चे के इलाज के बहाने सामूहिक ज्यादती करने का मामला सामने आया है।
घटना की जानकारी प्राप्त होने पर मालपुरा डीवाईएसपी पृथ्वी सिंह शेखावत ने डिग्गी थाने पहुंचकर पीडि़ता से मामले की जानकारी ली तथा मंगलधाम आश्रम का जायजा लिया। शेखावत ने इस मामले में महंत को दोषी माना है। उन्होंने बताया कि महंत के कहने पर ही अन्य लोगों ने उससे ज्यादती की। पुलिस के अनुसार आरोपी महंत के चेले हैं।
मामले में डिग्गी थानाधिकारी संपत सिंह ने बताया कि पीडि़त महिला ने नामजद  रिपोर्ट में बताया कि 11 अक्टूबर को मंगलधाम आश्रम पर डिग्गी के गणेश माली, पांचू भील भवानीपुरा, मंगलधाम आश्रम के महंत दशरथ नाथ द्वारा महिला के बीमार बच्चे को ठीक करने नाम पर पहले उसे आश्रम पर बुलाया गया तथा वहां इलाज करने के बहाने शराब पिलाकर तीनों ने महिला के साथ ज्यादती की।  इसके बाद उसको धमकी भी दी कि इस मामले की किसी से चर्चा की तो उसे जान से मार दिया जाएगा।
पीड़ित महिला ने बार-बार परेशान किए जाने पर उसने डिग्गी थाने में तीनों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट पेश की। पुलिस ने मामला दर्जकर कार्रवाई शुरू कर दी है।

टूटे दिल की परियाद लेकर आशिक पंहुच रहे हैं भगवान के दर पर




लुधियाना. जब इंसान को कोई रास्ता नजर न आए तो वह भगवान के दर पर जाता है। भगवान के पास औलाद, धन संपदा, सेहत और कोठी बंगले के लिए भक्तों की डिमांड तो पहुंचती ही रही है, अब दिल के मारों की फरियाद भी पहुंचने लगी हैं। डिमांड भी जुबानी नहीं बल्कि रिटर्न में हो रही है।

दिल के मारे जब मंदिरों में जाते हैं, तो वहां भगवान के आगे सिर झुकाने के साथ ही गोलक में चुपके से भगवान के नाम एक चिट्ठी डाल देते हैं। इन चिट्ठियों में अपने एकतरफा प्रेम को परवान चढ़ाने की फरियाद होती है।
शहर के कई प्रमुख मंदिरों में जब भी चढ़ावा गिनने के लिए गोलकों को खोला जाता है, तो उनमें से नोटों के साथ-साथ भगवान को लिखी ऐसी कुछ चिट्ठियां भी निकल रही हैं।
गीता मंदिर विकास नगर के महासचिव प्रदीप ढल्ल के मुताबिक कई बार  गोलक खोलने पर उसमें से पर्चियां निकलती हैं। इन पर्चियों में भगवान से मन्नतें पूरी करने की फरियाद होती है।
ज्यादातर मन्नतें औलाद या सुख संपदा को लेकर होती हैं। मगर अब कुछ पर्चियां ऐसी भी निकलती हैं, जिनमें प्रेमिका को पाने की गुहार लगाई गई है।

एग्जाम्स की भी चिट्ठियां
गोविंद गौधाम के चेयरमैन सुंदर दास धमीजा के मुताबिक उनके यहां गोलक से भगवान को लिखी चिट्ठियां निकलती हैं। कुछ ऐसी होती हैं जिसमें प्रेमिका का प्यार पाने की गुहार की जाती है।
परीक्षाओं में गोलक से निकलने वाली चिट्ठियां बढ़ जाती हैं। पर्चियों में विद्यार्थियों की ओर से परीक्षा में सफलता के लिए भगवान से फरियाद की जाती है।

गंगा के गुनहगार: 2000 करोड़ रुपये बहा कर भी 10000 फीसदी जहरीला हुआ पानी



लखनऊ. गंगा का प्रदूषण न सिर्फ हमारी संस्कृति के लिए खतरा है बल्कि अब यह जीवन के लिए भी बड़ा खतरा है। गंगा उत्तर भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। यहां जिंदगी भी इसके इर्द-गिर्द ही घूमती है। उत्तर भारत को जीवन देने वाली गंगा अब स्वयं अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रही है। गंगा न सिर्फ पानी में फैले प्रदूषण का उदाहरण है बल्कि गंगा हमारे प्रदूषित हो चुके प्रशासनिक सिस्टम का भी शर्मनाक नमूना है।
 
गंगा की बर्बादी के लिए जितना इसे प्रदूषित करने वाले जिम्मेदार हैं, उससे कहीं ज्यादा वो लोग जिम्मेदार हैं, जिन्हें इसे प्रदूषण मुक्त करने की जिम्मेदारी दी गई थी। गंगा के किनारे बसे औद्योगिक शहरों का कचरा दिन-प्रतिदिन इस नदी को जहरीला बनाता जा रहा है। गंगा को प्रदूषण मुक्‍त रखने के लिए 27 साल पहले शुरू किेए गए गंगा क्‍शन प्‍लान पर अब तक 2000 करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा खर्च हो चुके हैं लेकिन नतीजा सिफर रहा है। वाराणसी में गंगा के प्रदूषण का स्‍तर इतना खतरनाक है कि नदी का जल पीने के पानी की तुलना में 10 हजार फीसदी ज्‍यादा गंदगी पाई गई।

प्रेमी ने उसके पति को बुलाया और प्रेमिका से कराया मौत का फैसला !


SHOCKING: प्रेमी ने उसके पति को बुलाया और प्रेमिका से कराया मौत का फैसला !
सीकर/पाटन. 'पहले ये तेरी पत्नी थी। लेकिन अब मेरी है, इसलिए हम दोनों मे से एक को मरना पड़ेगा, जिन्दा वही रहेगा। जिसके साथ सुनीता रहना चाहेगी।' यह कहकर प्रेमी ने छुरा बीच में रखा और महिला से पूछा 'बोल किसके साथ रहना चाहती है' ज्योंही महिला ने प्रेमी का नाम लिया, उसने छुरा उठाकर महिला के पति को घोंप दिया। उसे मरा हुआ समझकर कंधे पर डालकर करीब आधा किलोमीटर दूर घने जंगल में ले गया। वहां पटकने के बाद जब वह छटपटाया तो पता चला की वह जीवित है। इस पर गला दबाकर मार दिया।
फिल्मी सा दिखने वाला यह सनसनीखेज वारदात पाटन थाना क्षेत्र के गांव मोठूका में हुई। हत्या की आरोपी पत्नी व उसके प्रेमी ने पुलिस पूछताछ में ये सारा वाकया उगला। कार्यवाहक थानाधिकारी एएसआई चेतराम ने बताया कि गुरूवार शाम इस घटना को एक लड़के ने देख लिया तो उसने सरपंच को सूचना दी।

कुरान् का सन्देश

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