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21 अक्तूबर 2012

अस्पताल पहुंचे शाहरुख, भरी आंखों से चूम लिया यश जी का सिर



 

मुंबई. जैसे ही पामेला जी के आंखों से आंसू गिरे शाहरुख खान ने उन्हें गले लगा लिया. 
 
यश जी के बेहद करीब रहे शाहरुख खान जब लीलावती अस्पताल की 11वीं मंजिल पर बने इंटेंसिव केयर यूनिट में पहुंचे तो उनके चेहरे पर तनाव साफ़ दिख रहा था. इसी कमरे में उनके बेहद करीबी और मशहूर फिल्म निर्माता यश जी का पार्थिव शरीर उनके सामने था. 
 
सूत्रों के मुताबिक "जैसे ही आदित्य और रानी उन्हें अस्पताल के उस कमरे में ले गए शाहरुख बेहद असहज हो गए लेकिन उन्होंने खुद को संभाला और रानी तथा आदित्य को गले लगा लिया. भरे आंखों के साथ शाहरुख ने यश जी के माथे को भी चूमा.' यश जी की पत्नी पामेला चोपड़ा जो इस मौके पर बेहद आहत थीं उन्हें भी शाहरुख ने गले लगाकर संभालने की कोशिश की. 
 
सूत्रों के मुताबिक "इसके बाद शाहरुख ने तुरंत ही खुद को संभाला और परिवार के एक सदस्य की तरह उनके करीबी लोगों और फिल्म इंडस्ट्री के लोगों को इस घटना के बारे में सूचित करने लगे. इसके बाद वो आदित्य और यश को कमरे के किनारे ले गए और उन्हें संभालने लगे." 
 
शाहरुख खान अकेले ले गए यश जी का पार्थिव शरीर 
 
अपस्ताल से निकलते हुए शाहरुख खान दिवंगत यश जी के पार्थिव शरीर के साथ अकेले थे. अस्पताल से सीधे उन्हें जुहू स्थित उनके घर ले जाया गया जहां कुछ देर रुकने के बाद पार्थिव शरीर अंधेरी  स्थित वाईआरएफ स्टूडियो  ले जाया गया. 
 
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक," जिस एम्बुलेंस में यश जी को ले जाया गया उसमें उनके शरीर के साथ अकेले शाहरुख खान ही मौजूद थे. जबकि यश जी के दोनों बेटे आदित्य, उदय चोपड़ा और पत्नी पामेला चोपड़ा और रानी मुखर्जी अपने निजी कार से घर पहुंचे."
 
कुछ समय घर पर रखने के बाद उनके पार्थिव शरीर को वाईआरएफ स्टूडियो ले जाया गया. यहां उनके चाहने वाले और मित्र सोमवार दोपहर 12 बजे तक अंतिम दर्शन कर सकेंगे. अंतिम संस्कार 3 बजे दक्षिण मुंबई के चंदनवाड़ी में किया जाएगा. 



अंतिम संस्कार में आमिर खान के पहुंचने की संभावना बेहद कम   
 
अपनी आगामी फिल्म धूम 3 पर काम कर रहे आमिर खान के दिवंगत यश चोपड़ा के अंतिम संस्कार में पहुंचने की संभावना बेहद कम है. इस वक़्त वह अपनी मां जीनत को लेकर हज की यात्रा पर मक्का और मदीना गए हुए है. सूत्रों के मुताबिक यश राज फिल्म स्टूडियो (YRF studios) में सोमवार को होने वाले अंतिम संस्कार में उनकी पत्नी किरण राव के पहुंचने की संभावना है. 
 
सूत्रों के मुताबिक आमिर को जैसे ही देहांत के बारे में सूचना मिली उन्होंने यश जी के परिवार को फोन कर अपना दुःख प्रकट किया. संभावना व्यक्त की जा रही है कि अगर आमिर मक्का में प्रार्थना कर चुके होंगे तो वापस आ सकते हैं. हालांकि उनकी मां जीनत चाहती हैं कि हज के दौरान आमिर उनके साथ ही रहें. ऐसे में उनके भारत वापस आने की संभावना बेहद कम दिखती है ऐसा सूत्रों का मानना है.

कुरान का संदेश

सैफ से पटौदी रियासत नाराज, खानदान के पुराने अजीजों को भी नहीं मिला न्योता


पटौदी । बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान और करीना कपूर की शादी को लेकर जहां उनके फैन्स में दिवानगी का आलम है, वहीं सैफ के पैतृक गांव पटौदी में इस चर्चित शादी के प्रति कोई उत्साह नहीं है। यहां शादी के प्रति ठीक उल्टा माहौल है। सैफ के अपनी नई बेगम करीना कपूर खान के साथ शुक्रवार को यहां पहुंचने को लेकर गांव के लोगों में कोई खुशी का माहौल नहीं दिखा। लोग जानते थे कि सैफ और करीना शादी के बाद पहली बार गांव में आने वाले हैं, इसके बावजूद उनके स्वागत की गांव वालों ने कोई तैयारी नहीं की।
इसकी वजह है सैफ का अपने गांववालों के प्रति उपेक्षित रवैया। सैफ ने शुक्रवार और शनिवार को होने वाली पार्टी के लिए गांव के किसी भी व्यक्ति को दावत देना तो दूर महल में आकर मिलने का न्यौता तक नहीं दिया। इससे गांववालें काफी दुखी हैं। यहां के लोग उनके स्वर्गीय पिता मंसूर अली खान पटौदी की मेहमान नवाजी के मुरीद हैं, क्योंकि मंसूर अली ने शर्मिला से शादी के बाद पटौदी रियासत के 52 गावों के लोगों को दावत दी थी। इसने  दौरान गांवों में जश्र मना था। लोगों ने पटाखे जलाए थे। दावत के साथ ही लोगों को तोहफे भी दिए थे। इनमें अजीजों को सोने की अंगूठी से लेकर कपड़े और 5 बर्तन तक दिए गए थे, जोकि गांव के लोगों ने आज तक संजोकर रखे हुए हैं। यहां के बड़े-बुजुर्गों का साफ कहना है कि हम दुखी है कि सैफ ने हमें नहीं पूछा। आज लोगों को आने तक की खबर नहीं दी।

रावण ने मरने से पहले लक्ष्मण को बताई थी ज्ञान की ये 3 बातें



जीवन प्रबंधन गुरु पं. विजयशंकर मेहता के व्याख्यान एक शाम रावण के नाम की सीरिज के अतंर्गत आज हम आपको बता रहे हैं ज्ञान की वे तीन बातें जो रावण ने मृत्यु से पहले लक्ष्मण को बताई थी। ये तीन बातें आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उस समय थी।

जिस समय रावण मरणासन्न अवस्था में था, उस समय भगवान श्रीराम ने लक्ष्मण से कहा कि इस संसार से नीति, राजनीति और शक्ति का महान् पंडित विदा ले रहा है, तुम उसके पास जाओ और उससे जीवन की कुछ ऐसी शिक्षा ले लो जो और कोई नहीं दे सकता। श्रीराम की बात मानकर लक्ष्मण मरणासन्न अवस्था में पड़े रावण के सिर के नजदीक जाकर खड़े हो गए। रावण ने कुछ नहीं कहा। लक्ष्मणजी वापस रामजी के पास लौटकर आए। तब भगवान ने कहा कि यदि किसी से ज्ञान प्राप्त करना हो तो उसके चरणों के पास खड़े होना चाहिए न कि सिर की ओर। यह बात सुनकर लक्ष्मण जाकर इस रावण के पैरों की ओर खड़े हो गए। उस समय महापंडित रावण ने लक्ष्मण को तीन बातें बताई जो जीवन में सफलता की कुंजी है।

पहली बात जो रावण ने लक्ष्मण को बताई वह ये थी कि शुभ कार्य जितनी जल्दी हो कर डालना और अशुभ को जितना टाल सकते हो टाल देना चाहिए यानी शुभस्य शीघ्रम्। मैंने श्रीराम को पहचान नहीं सका और उनकी शरण में आने में देरी कर दी, इसी कारण मेरी यह हालत हुई।

दूसरी बात यह कि अपने प्रतिद्वंद्वी, अपने शत्रु को कभी अपने से छोटा नहीं  समझना चाहिए, मैं यह भूल कर गया। मैंने जिन्हें साधारण वानर और भालू समझा उन्होंने मेरी पूरी सेना को नष्ट कर दिया। मैंने जब ब्रह्माजी से अमरता का वरदान मांगा था तब मनुष्य और वानर के अतिरिक्त कोई मेरा वध न कर सके ऐसा कहा था क्योंकि मैं मनुष्य और वानर को तुच्छ समझता था। मेरी मेरी गलती हुई।

तीसरी और अंतिम बात ये है कि अपने जीवन का कोई राज हो तो उसे किसी को भी नहीं बताना चाहिए। यहां भी मैं चूक गया क्योंकि विभीषण मेरी मृत्यु का राज जानता था। ये मेरे जीवन की सबसे बड़ी गलती थी।

दिग्विजय का दावा, मेरे पास वाजपेयी के खिलाफ सुबूत


नई दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के विवादित दावों और सवालों का सिलसिला रुक नहीं रहा है। मध्य प्रदेश के 10 साल तक मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय का ताज़ा बयान बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को घेरे में ले रहा है। दिग्विजय ने दावा किया है कि उनके पास अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के परिवार वालों के खिलाफ भ्रष्टाचार के सुबूत हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनके पास सबूत तो हैं, लेकिन कांग्रेस इसका इस्तेमाल उन्हें परेशान करने के लिए नहीं करेगी।
एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने कहा कि एनडीए सरकार के दौरान कई बातें सामने आईं, लेकिन सिर्फ मैं ही नहीं, क्या कांग्रेस पार्टी ने कभी उनका इस्तेमाल किया। हम कभी इनका इस्तेमाल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मेरे पास वाजपेयी और आडवाणी के परिवार वालों के खिलाफ करप्शन के सबूत हैं, लेकिन मेरा मकसद उन लोगों को परेशान करना नहीं है।
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