बाड़मेर/जोधपुर.थार के भू-गर्भ में तेल व लिग्नाइट के अथाह
भंडार मिलने के बाद देश में पहली बार माइक्रोबियल कोल कन्वर्जन तकनीक से
मीथेन गैस उत्सर्जन की जाएगी। इसके लिए आरएसएमएमएल व बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ
टेक्नोलॉजी मेसरा (झारखंड) को गैस उत्पादन के लिए कुछ ब्लॉक आवंटित किए गए
हैं। बाड़मेर के लिग्नाइट एरिया में दिसंबर, 2012 में मीथेन गैस उत्सर्जन
कार्य शुरू करने की कवायद शुरू हो गई है।
जिले के गिरल, सोनड़ी, कोशलू में लिग्नाइट के अथाह भंडार हैं। जहां पर
बीआईटीएम की टीम की ओर से रिसर्च की गई है। प्रारंभिक तौर पर नमूनों की
लैब से जांच करने पर अच्छी क्वालिटी की मीथेन की पुष्टि के बाद आरएसएमएमएल व
बीआईटीएम के बीच मीथेन उत्सर्जन के लिए करार हो चुका है। थार में मिथेन
गैस के उत्सर्जन में एस्सार ग्रुप ने भी भागीदारी की मंशा जताई है।
ऐसे होगा गैस का उत्सर्जन
माइक्रोबियल कॉल कन्वर्जन से गैस उत्सर्जन को विशेषज्ञों ने एडवांस
तकनीकी बताया है। इसमें लिग्नाइट खनन की जरूरत नहीं है। इसके लिए बोरिंग के
बाद कार्बन डाईऑक्साइड को कोल बैड्स पर डाला जाएगा। जहां लिग्नाइट व
कार्बन डाई ऑक्साइड से मीथेन गैस का उत्सर्जन होगा।
एस्सार ग्रुप इंवेस्ट को तैयार
थार में लिग्नाइट एरिया में मिथेन गैस उत्सर्जन की तैयारी में जुटी
आरएसएमएमएल व बीआई टीएम के साथ एस्सार ग्रुप ने भागीदारी निभाने की मंशा
जताई है। मगर अभी तक करार नहीं हो पाया है।
बाड़मेर में लिग्नाइट क्षेत्र में उत्तम गुणवत्ता की मिथेन गैस होने
की पुष्टि के बाद कुछ ब्लॉक आवंटित किए गए है। दिसंबर 2012 में गैस
उत्सर्जन कार्य शुरू करने की कवायद चल रही है। इस तरह का यह देश का पहला
प्रयोग होगा।
-प्रोफेसर ए.एस. विद्यार्थी बीआई टीएम मेसरा (झारखंड)
'आरएसएमएमएल व बीआईटीएम की ओर से संयुक्त रूप से मीथेन गैस उत्सर्जन
किया जाएगा। इसके लिए करार हो चुका है। कुछ ब्लॉक आवंटित किए गए है। जल्द
ही कार्य शुरू किया जाएगा।'
-अजिताभ शर्मा, निदेशक माइनिंग
राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स उदयपुर