भोपाल। कोटरा सुल्तानाबाद निवासी राकेश यादव और उसका पूरा
परिवार पिछले एक साल से दहशत के साए में जी रहा है। भय का आलम यह है कि
राकेश और उसके छोटे भाई महेश ने दुकान पर जाना बंद कर दिया है। डर के मारे
वे घर से बाहर नहीं निकलते हैं। मेन गेट पर ताला लगाकर रहते हैं। भाई भूपेश
की हत्या के आरोपी खुलेआम धमका रहे हैं। इतना ही नहीं, एकदफा वे घर पर
फायरिंग भी कर चुके हैं।
12 जुलाई 2011 को भूपेश की हत्या पड़ोसी टिंका यादव ने कुछ साथियों के
साथ मिलकर कर दी। इसका कारण ठेकेदारी का विवाद था। हत्या गुना के चाचौड़ा
में हुई, जिसकी सुनवाई स्थानीय कोर्ट में चल रही है। इसमें मुख्य गवाह
राकेश, छोटा भाई महेश और उनकी मां प्रेमबाई है। हत्या के मामले में ये
गवाही न दें, इसके लिए टिंका इन्हें खुलेआम जान से मारने की धमकी दे रहा
था। इसकी शिकायत कमला नगर थाने में 15 सितंबर 2012 को की गई। 19 सितंबर
दोपहर साढ़े 12 बजे टिंका ने अपने साथियों के साथ राकेश के घर पर धावा बोल
दिया। हमलावरों ने बंदूक से कई गोलियां राकेश, महेश, प्रेमबाई पर दागीं।
संयोग से वे बच गए, गोलियां दीवारों में जाकर धंस गईं। पुलिस के पहुंचने से
पहले ही हमलावर फरार हो गए। इनका कोई सुराग नहीं लगा है।