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07 दिसंबर 2012

गुस्‍साए ग्रामीणों ने रोक लि‍या राहुल गांधी का काफि‍ला



लखनऊ. अमेठी के दौरे पर शुक्रवार को पहुंचे राहुल गांधी के काफिले को कुछ ग्रामीणों ने रास्‍ते में रोक लिया। इन ग्रामीणों की मांग थी कि बेरोजगारी दूर करने के लिए कांग्रेस महासचिव कुछ कदम उठाएं। इस संबंध में इन्‍होंने एक ज्ञापन भी राहुल गांधी को सौंपा। राहुल ने ग्रामीणों की समस्‍याएं सुनने के बाद उन्‍हें जलद ही हल करने का आश्‍वासन दिया।
 
राहुल गांधी आज दिल्‍ली से फुर्सतगंज एयरपोर्ट उतरे। यहां से उन्‍हें डीह क्षेत्र के टेकारी गांव जाना था। काफि‍ला अभी नहर कोठी पहुंचा ही था कि कुछ ग्रामीणों ने राहुल का रास्‍ता रोक लिया। राहुल उनसे मिलने गाड़ी से उतऱ् गए। बातचीत में ग्रामीणों ने बताया कि उनके क्षेत्र में बेरोजगारी चरम पर है इसे दूर करने के लिए कांग्रेस महासचिव कोई रास्‍ता निकाले। 
 
ग्रामीणों ने इस संबंध में एक ज्ञापन भी राहुल को सौंपा। ज्ञापन लेकर राहुल ने आश्‍वासन दिया कि वह समस्‍या जलद से जलद हल करने की कोशिश करें। राहुल अपने दौरे में डीह क्षेत्र के कांग्रेसियों से मिलेंगे और उनकी समस्याओं को हल करने की कोशिश करेंगे। संगठनात्मक मुद्दों का जायजा लेने के लिए पार्टी पदाधिकारियों के साथ कांग्रेस सांसद की बैठक का कार्यक्रम है। इसके अलावा सांसद निधि कोष योजना के तहत आवंटित कोष से क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में जारी विकास कार्य का भी राहुल द्वारा औचक निरीक्षण किये जाने की संभावना है।

दर्दनाक हादसा! सात माह की बच्ची को वॉकर सहित कुचल डाला


इंदौर। प्रकाशचंद सेठी नगर.. शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे। सात माह की बच्ची घर के सामने ओटले पर वॉकर में खड़ी चलना सीख रही थी। पीछे से एक टवेरा ने चीखता हुआ हार्न बजाया। बच्ची घबराई। वॉकर उलटा हुआ और दुधमुंही बच्ची लुड़ककर सड़क पर आ गई। टवेरा उसके ऊपर से निकल गई। वाहन के रुकने से पहले बच्ची की सांसें रुक गई। वॉकर और बच्ची दोनों निष्प्राण।
 
दिल दहला देने वाले इस हादसे ने पूरे प्रकाशचंद सेठी नगर को चीखों से भर दिया। फलों की दुकान के मालिक विजय विरदे की दो बेटियों में सोनाक्षी छोटी थी। शुक्रवार साढ़े नौ बजे विजय और उनकी पत्नी शशि सोनाक्षी को कुछ देर ओटले पर बैठे खिलाते रहे। बच्ची की मां शशि किसी काम से भीतर गई और पिता विजय सोनाक्षी से बॉय करते हुए दुकान की तरफ बढ़ गए।
 

एएसआई की बेटी ने ली कसम, पिता के हत्यारे को गोली मारकर लेगी बदला



अमृतसर.  ‘मैं अपने पापा दा बदला लै के रवांगी.. जिवें मेरे पापा नूं गोलियां मारियां उसे तरहां मै वी हत्यारे नूं गोली मारांगी। मेरे सिर ते पिस्टल मारे गए और पापा दे वी लत्तां मारियां।’ 
 
यह पीड़ा थी रोबनजीत कौर की, जिसकी आंखों के सामने उसके पिता को गोलियां मार कर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। पिता रविंदरपाल सिंह के अंतिम संस्कार के मौके पर बेटी  बार-बार ये कह रही थी कि उसके  पापा एक बार उसे अपने सीने के साथ लगाएं और प्यार करें। 
 
एएसआई रविंदरपाल सिंह के शव को जैसे ही अंतिम संस्कार के लिए उठाया गया तो रोबनजीत कौर पिता के शव के साथ लिपट गई और उनको न ले जाने के लिए जिद्द करने लगी। लेकिन किसी तरह से रिश्तेदारों ने उसे संभाला। बावजूद इसके वह बार-बार चिल्लाती रही कि उसके  पापा को उसके पास ही रहने दो। कहीं पर मत लेकर जाओ।
 
भाई को देखते ही सीने से लिपट बयां की पीड़ा
 
आस्ट्रेलिया से सुबह लौटा भाई नवप्रीत सिंह जैसे ही घर में दाखिल हुआ तो रोबनजीत उसके सीने से लिपट कर सारी पीड़ा बयां करने लगी। उसने भाई को बताया कि कैसे उसकी आंखों के सामने ही पापा को गोलियां मारी गईं और जब वह बचाने के लिए बीच आई तो उसे लात-घूसे मारे गए और पिस्टल के साथ सिर पर वार किया गया।  
 
अरदास करने के बाद मुखाग्नि देने के लिए बेटे नवप्रीत सिंह ने मशाल उठाई तो फिर से एक बार बेटी रोबनजीत कौर ने भरी आंखों से कहा कि पापा आखिरी बार सतश्री अकाल। आज के बाद मैं आपको यह शब्द कभी नहीं कह पाऊंगी।
 
लगभग 800 लोगों की आबादी वाला गांव में किसी घर में चूल्हा नहीं जला। सभी की जुबान पर सुबह से लेकर अगर कुछ था तो वह यह कि रविंदरपाल सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होना है। यही नहीं इस घटना को लेकर गांव के लोगों में काफी रोष था।

कुल्हाड़ी से काट दिए दोनों हाथ, वह तड़पता रहा पर मदद को कोई न आया!

सपोटरा (करौली)/ गंगापुर सिटी (सवाई माधोपुर).करौली जिले की सपोटरा तहसील के बालौती गांव में शुक्रवार सुबह जमीन हड़पने की नीयत से कुछ लोगों ने एक युवक के दोनों हाथ कुल्हाड़ी से काट दिए। सूचना मिलने पर 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायल को गंगापुर सिटी के सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया। यहां चिकित्सकों ने युवक की गंभीर हालत होने पर प्राथमिक उपचार कर उसे जयपुर रेफर कर दिया। 
 
पुलिस को पर्चा बयान में रामकिशन शर्मा के इकलौते पुत्र पप्पू (28) ने बताया कि गुरुवार शाम करीब 5 बजे गांव के रेख सिंह मीणा पुत्र रामजीलाल, सीताराम मीणा आदि उसके घर आए और जरूरी बात करने के लिए उसे अपने घर ले गए। यहां पहले से मौजूद हरि गोठिया ने उससे पूर्व में लिए 25 हजार रुपए मांगे। पप्पू ने कोई पैसा उधार नहीं लिए जाने की बात कही। इसके बावजूद हरि गोठिया ने अपनी जमीन उनके नाम स्टांप पर लिखने को कहा। मना करने पर उक्त आरोपियों ने उसे कमरे में बंद कर दिया। 
 
हालांकि इस बीच पप्पू की मां कई बार उसे बुलाने आई, लेकिन आरोपियों ने कुछ देर में भेजने की बात कहकर उसे वापस भेज दिया। रात को आरोपियों ने पप्पू को बताया कि तेरे घर पर हमारी बेटी मिली है। 
 
 
ग्रामीणों ने पप्पू के चरित्र पर उठाई अंगुली
 
ग्रामीणों ने बताया कि पप्पू शर्मा का चाल-चलन ठीक नहीं था। पूर्व में भी गांव से दो लड़कियों को भगाकर ले गया था। वहीं गुरुवार को हरी गोठिया की 18 वर्षीय लड़की को बहला फुसलाकर घर ले गया।  इससे गांव में आक्रोश व्याप्त है। आरोपियों ने शुक्रवार को पंचायत भी बुलाई, लेकिन पंच ने आरोपियों से स्वयं निपटने की सलाह दी। दूसरी ओर पीड़ित के घर के पड़ोसी कुछ भी बताने में भयभीत हैं।

उत्पन्ना एकादशी 9 को: जानिए इस व्रत का महत्व व विधि




मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी का व्रत किया जाता है। इस बार 9 दिसंबर, रविवार को यह व्रत है। यह व्रत भगवान श्रीकृष्ण के निमित्त किया जाता है। इसकी विधि इस प्रकार है-
मार्गशीर्ष कृष्ण एकादशी के एक दिन पहले यानी दशमी तिथि (8 दिसंबर, शनिवार) को शाम का भोजन करने के बाद अच्छी प्रकार से दातुन करें ताकि अन्न का अंश मुँह में रह न जाए। रात के समय भोजन न करें, न अधिक बोलें। एकादशी के दिन सुबह 4 बजे उठकर सबसे पहले व्रत का संकल्प करें। इसके पश्चात शौच आदि से निवृत्त होकर शुद्ध जल से स्नान करें।
इसके पश्चात धूप, दीप, नैवेद्य आदि सोलह चीजों से भगवान श्रीकृष्ण का पूजन करें और रात को दीपदान करें। रात में सोए नहीं। सारी रात भजन-कीर्तन आदि करना चाहिए। जो कुछ पहले जाने-अनजाने में पाप हो गए हों, उनकी क्षमा माँगनी चाहिए। सुबह पुन: भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करें व योग्य ब्राह्मणों को भोजन कराकर यथा संभव दान देने के पश्चात ही स्वयं भोजन करना चाहिए।
धर्म शास्त्रों के अनुसार इस व्रत का फल हजारों यज्ञों से भी अधिक है। रात्रि को भोजन करने वाले को उपवास का आधा फल मिलता है जबकि निर्जल व्रत रखने वाले का माहात्म्य तो देवता भी वर्णन नहीं कर सकते।

आज भी जिंदा हैं महिषासुर के वंशज, दुर्गापूजा पर मनाते हैं मातम



रांची।पूरे भारतवर्ष और कुछ अन्य देशों में भी दुर्गापूजा बड़े धूम-धाम से मनाई जाती है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार देवी दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था। इसी भारतवर्ष में एक ऐसी जाति रहती है जो दुर्गापूजा के समय जश्न के बजाय मातम मनाती है। यह इसलिए कि उस समुदाय के लोग मानते हैं कि वे महिषासुर के ही वंशज हैं और अपने पूर्वज की हत्या का जश्न कैसे मना सकते हैं। महिषासुर के वध के बाद असुर समाप्त नहीं हुए बल्कि भारतवर्ष के कुछ जंगली इलाकों में उन्होंने शरण लेकर अपना अस्तिव बचाए रखा। जंगलों में वे लोहे के हथियार बनाने का काम करने लगे। विद्वानों महाभारत के युद्ध में इन्हीं असुरों द्वारा बनाए गए हथियारों का प्रयोग हुआ था। चूंकि ये असुर स्वयं हो महिषासुर को अपना पूर्वज मानते हैं, अतः नवरात्र में जब पूरा भारतवर्ष और कुछ विदेशों में भी मां दुर्गा की अराधाना की जाती है, ये असुर शोक मनाते हैं। जहां दुर्गापूजा होती है उससे दूर-दूर ही रहते हैं।

कुरान का सन्देश

'मुसलमानों से मिली होती तो इस्लाम ना अपनाती'

ईसाई पिता और यहूदी मां की बेटी रेचल साराह लूई ने 15 साल की उम्र में इस्लाम धर्म अपना लिया. लेकिन एक नए मुसलमान का ये रास्ता उनके लिए बहुत मुश्किल निकला. इसलिए नहीं कि उनका अपना परिवार इस फैसले से नाखुश था, बल्कि इसलिए क्योंकि जिस धर्म से वो जुड़ीं, उसी के लोगों ने उन्हें नहीं अपनाया. एक मुसलमान की तरह जीते हुए अब 15 साल गुज़र चुके हैं. रेचल पीछे मुड़कर देखती हैं तो कहती हैं, ''अगर मैं इस्लाम पर किताबें पढ़ने से पहले समुदाय के लोगों से मिली होती तो कभी मुसलमान ना बनती. आखिर इतनी कड़वाहट के बीच कोई क्यों रहना चाहेगा.'' इस बात में गहरा दुख और हताशा दोनों ही छुपी थीं. मैंने टटोला तो रेचल ने कई बातें बताईं. एक पाकिस्तानी मुस्लिम परिवार में जब रेचल की शादी की बात चली, तो रिश्ता ठुकराते हुए उन्होंने कहा कि रेचल उनके जैसी मुसलमान नहीं है. कई साल बाद रेचल ने अपने जैसे एक 'नए मुसलमान' (जिसने इस्लाम अपनाया हो) से शादी की और अब उनकी 6 साल की बेटी है. लेकिन रेचल के मुताबिक उनके पति ही नहीं उनकी बेटी को भी मुसलमान परिवारों के भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, ''मेरी बेटी आइशा ये सबकुछ बहुत चुपचाप झेल लेती है. एक बार उसे एक मुसलमान परिवार ने कहा कि वो उनके बच्चों के साथ नहीं खेल सकती, तो उसने कहा कोई बात नहीं, और चली आई. जबकि नए मुसलमान परिवारों के साथ वो बड़े प्यार से घुलमिल जाती है.'' रेचल कहती हैं कि अब वो ऐसे परिवारों से ही ज़्यादा मेलजोल रखते हैं

पुलिसवाले ने फोन कर विधायक को दी जान से मारने की धमकी!




चौमूं/जयपुर.विधायक भगवान सहाय सैनी ने एक पुलिस कर्मी के खिलाफ फोन पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए चौमूं थाने में मामला दर्ज कराया है। एडीशनल डीसीपी योगेश गोयल ने बताया कि पुलिसकर्मी रविंद्र महला के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। 
 
रिपोर्ट में चौमूं विधायक ने बताया है कि उनको रविंद्र महला ने फोन पर जान से मारने की धमकी दी है। जिसके मोबाइल नंबरों के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।
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