लखनऊ. भारतीयों को 'इडियट' कहने पर प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया
(पीसीआई) के चेयरमैन जस्टिस मार्कंडेय काटजू को लखनऊ निवासी भाई-बहनों ने
लीगल नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा है कि यदि जस्टिस काटजू अपने बयान के
लिए माफी नहीं मांगते हैं तो वो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
जानकारी के मुताबिक लखनऊ के रहने वाले तनया ठाकुर और आदित्य ठाकुर ने
जस्टिस मार्कंडेय काटजू को उनके द्वारा 90 प्रतिशत भारतीयों को मूर्ख कहे
जाने के खिलाफ कानूनी नोटिस भेजा है। दोनों यूपी काडर के आईपीएस अमिताभ
ठाकुर और समाज सेवी नूतन ठाकुर के बच्चे हैं। जहां तनया बीए एलएलबी प्रथम
वर्ष में पढ़ रही है, वहीं आदित्य कक्षा 11 के छात्र हैं।
दोनों बच्चों के अनुसार जस्टिक काटजू जैसे सम्मानित एवं जिम्मेदार
पदधारक व्यक्ति द्वारा ऐसी बात कहे जाने से भारत की मर्यादा का उल्लंघन
होता है तथा विदेश में भारत व भारतियो के प्रति गलत धरना बनाने की संभावना
बढ़ जाती है। उन्होंने जस्टिक काटजू के बयान पर खेद और दुःख व्यक्त करते हुए
लिखा कि वे चाहते है जस्टिस मार्कंडेय काटजू क्षमा प्रर्थना करे अन्यथा
वे 30 दिन बाद न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस रहे काटजू ने शनिवार को एक सेमिनार में कहा,
'मैं कहता हूं 90 फीसदी भारतीय इडियट हैं। आप लोगों के पास दिमाग नहीं है।
आप लोगों को कोई भी बेवकूफ बना सकता है। 2000 रुपए जैसी मामूली रकम के लिए
दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे भड़काए जा सकते हैं। इसके लिए बस इतना करना
होगा कि किसी धर्मस्थल के प्रति असम्मान दिखाना होगा। बस लोग लडऩा शुरू कर
देंगे। आप पागलों की तरह लडऩा शुरू कर देंगे बिना यह सोचे कि कोई एजेंट
इसके पीछे काम कर रहा है।'