खाने का स्वाद बढ़ाने के अलावा भी लहसुन में ऐसी कई खूबियां होती हैं
जो लहसुन को बेजोड़ और बहुत कीमती बनाती हैं। लहसुन सबसे अधिक उन लोगों के
लिए उपयोगी है जिन्हें जोड़ों के दर्द या शरीर में अन्य किसी तरह के दर्द
की समस्या है। लहसुन रक्त शुद्ध करने में सहायक है। आमवात, गठिया रोग के
कारण रक्त में युरिक एसिड बहुत अधिक मात्रा में हो जाता है। यह एसिड संधि
स्थानों में एकत्रित होकर भयंकर दर्द पैदा करता है। लहसुन के रस के प्रभाव
से युरिक एसिड गलकर तरल रूप में मूत्रमार्ग से बाहर निकल जाता है। इसलिए यह
वातरक्त, संधिवात रोगों में बहुत गुणकारी है।
लहसुन पेट में गैस, संधिवात, पक्षाघात और दर्द निवारक के रूप में काम
करता है। लहसुन शरीर के वात विकारों को मिटाता है। लहसुन का प्रभाव
वातनाडिय़ो पर अधिक होता है। इसलिए पैर का दर्द, जोड़ों का दर्द, पीठ का
दर्द, पीठ की जकडऩ, लकवा, आदि में औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है।
लहसुन और वायवडिंग को सोलह गुना दूध व पानी में पकाएं, जब पानी जल जाए तो
दूध को उतार लें, छानकर ठंडा होने पर पीएं। इससे शरीर की मांसपेशियों की
शक्ति बढ़ती है। इससे शरीर का दर्द दूर हो जाता है। लहसुन और उड़द के वड़े
बनाकर तिल के तेल में तल कर खाने से संधिवात और अन्य तरह के वात रोग मिटते
हैं।
बहुत अच्छा आपकी हर पोस्ट पढता हुँ पर सब पर कमेँट नही कर सकता समय की थोडी कमी है आप लगातार यु ही लिखते रहे ।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा यु ही लिखते रहे ।
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