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03 जनवरी 2013

हनुमान अष्टमी कल: इस विधि से करें पूजन, पूरी होगी हर मुराद

धर्म ग्रंथों के अनुसार पौस मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हनुमान अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 5 जनवरी, शनिवार को है। यदि इस दिन पवनपुत्र की विधि-विधान से पूजा की जाए तो वे अति प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की हर मुराद पूरी कर देते हैं। हनुमानजी की पूजन विधि इस प्रकार है-
पूजन विधि
हनुमानजी का पूजन करते समय सबसे पहले कंबल या ऊन के आसन पर पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं। हनुमानजी की मूर्ति स्थापित करें। इसके पश्चात हाथ में चावल व फूल लें व इस मंत्र से हनुमानजी का ध्यान करें-
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यं।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।
ऊँ हनुमते नम: ध्यानार्थे पुष्पाणि सर्मपयामि।।

इसके बाद चावल व फूल हनुमानजी को अर्पित करें।
आवाह्न- हाथ में फूल लेकर इस मंत्र का उच्चारण करते हुए श्री हनुमानजी का आवाह्न करें एवं उन फूलों को हनुमानजी को अर्पित कर दें।
उद्यत्कोट्यर्कसंकाशं जगत्प्रक्षोभकारकम्।
श्रीरामड्घ्रिध्याननिष्ठं सुग्रीवप्रमुखार्चितम्।।
विन्नासयन्तं नादेन राक्षसान् मारुतिं भजेत्।।
ऊँ हनुमते नम: आवाहनार्थे पुष्पाणि समर्पयामि।।
आसन-
नीचे लिखे मंत्र से हनुमानजी को आसन अर्पित करें-
तप्तकांचनवर्णाभं मुक्तामणिविराजितम्।
अमलं कमलं दिव्यमासनं प्रतिगृह्यताम्।।

आसन के लिए कमल अथवा गुलाब का फूल अर्पित करें। इसके बाद इन मंत्रों का उच्चारण करते हुए हनुमानजी के सामने किसी बर्तन अथवा भूमि पर तीन बार जल छोड़ें।
ऊँ हनुमते नम:, पाद्यं समर्पयामि।।
अध्र्यं समर्पयामि। आचमनीयं समर्पयामि।।

इसके बाद हनुमानजी की मूर्ति को गंगाजल से अथवा शुद्ध जल से स्नान करवाएं तत्पश्चात पंचामृत(घी, शहद, शक्कर, दूध व दही ) से स्नान करवाएं। पुन: एक बार शुद्ध जल से स्नान करवाएं।
अब इस मंत्र से हनुमानजी को वस्त्र अर्पित करें व वस्त्र के निमित्त मौली चढ़ाएं-
शीतवातोष्णसंत्राणं लज्जाया रक्षणं परम्।
देहालकरणं वस्त्रमत: शांति प्रयच्छ मे।।
ऊँ हनुमते नम:, वस्त्रोपवस्त्रं समर्पयामि।

इसके बाद हनुमानजी को गंध, सिंदूर, कुंकुम, चावल, फूल व हार अर्पित करें। अब इस मंत्र के साथ हनुमानजी को धूप-दीप दिखाएं-
साज्यं च वर्तिसंयुक्तं वह्निना योजितं मया।
दीपं गृहाण देवेश त्रैलोक्यतिमिरापहम्।।
भक्त्या दीपं प्रयच्छामि देवाय परमात्मने।।
त्राहि मां निरयाद् घोराद् दीपज्योतिर्नमोस्तु ते।।
ऊँ हनुमते नम:, दीपं दर्शयामि।।

इसके बाद केले के पत्ते पर या किसी कटोरी में पान के पत्ते के ऊपर प्रसाद रखें और हनुमानजी को अर्पित कर दें तत्पश्चात ऋतुफल अर्पित करें। (प्रसाद में चूरमा, भीगे हुए चने या गुड़ चढ़ाना उत्तम रहता है।) अब लौंग-इलाइचीयुक्त पान चढ़ाएं।
पूजा का पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए इस मंत्र को बोलते हुए हनुमानजी को दक्षिणा अर्पित करें-
ऊँ हिरण्यगर्भगर्भस्थं देवबीजं विभावसों:।
अनन्तपुण्यफलदमत: शांति प्रयच्छ मे।।
ऊँ हनुमते नम:, पूजा साफल्यार्थं द्रव्य दक्षिणां समर्पयामि।।

इसके बाद एक थाली में कर्पूर एवं घी का दीपक जलाकर हनुमानजी की आरती करें।
इस प्रकार पूजन करने से हनुमानजी अति प्रसन्न होते हैं तथा साधक की हर मनोकामना पूरी करते हैं।

दुर्लभ जानकारी: जानिए, किस पुराण में कितने श्लोक हैं




 
 प्राचीनकाल से ही पुराण मनुष्यों का मार्गदर्शन करते रहे हैं। पुराण मनुष्य को धर्म एवं नीति के अनुसार जीवन बिताने की शिक्षा देते हैं । पुराण मनुष्य के किस कर्म का कैसा फल मिलता है इस पर प्रकाश डालते हैं। पुराण मूल रूप से वेदों का विस्तार है। कुल अठारह पुराणों को मुख्य माना गया है 
ब्रह्मपुराण: 14000
पद्मपुराण: 55000
विष्णुपुराण: 23000 
शिवपुराण: 24000 
श्रीमद्भावतपुराण: 18000 
नारदपुराण: 25000 
मार्कण्डेयपुराण: 9000 
अग्निपुराण: 15000 
भविष्यपुराण: 14500 
ब्रह्मवैवर्तपुराण: 18000 
लिंगपुराण: 11000 
वाराहपुराण: 24000 
स्कन्धपुराण: 81100 
वामनपुराण: 10000 
कूर्मपुराण: 17000 
मत्सयपुराण: 14000 
गरुड़पुराण: 19000 
ब्रह्माण्डपुराण: 12000

कुरान शरीफ में एक सो च्व्दाह आयतें है  
इस प्रकार सारे पुराणों के श्लोकों की कुल संख्या लगभग 403600 (चार लाख तीन हजार छ: सौ) है। इसके अलावा रामायण में लगभग 24000 एवं महाभारत में लगभग 110000 श्लोक हैं।

वोल्वो में होती रही महिला से अश्लीलता, थाने पहुंची तो पुलिस ने यूं दिया जवाब!


जोधपुर.दिल्ली दुष्कर्म की घटना के बाद जबकि देश महिलाओं के प्रति अपराधों के मामले में कठोर कानून का इंतजार कर रहा है, जोधपुर में गुरुवार को पुलिस के रवैये और तकनीकी जटिलताओं से जुड़ा ऐसा मामला सामने आया है जिस पर बहस और एक्शन की गुंजाइश है। दरअसल, गुरुवार को जयपुर से आ रही वोल्वो बस में बच्चे के साथ सफर कर रही एक महिला को डेढ़ घंटे तक एक युवक परेशान करता रहा। 
 
बगल की सीट पर बैठे इस युवक ने उस पर अश्लील फब्तियां कसीं और लगातार उसे छूने की कोशिश करता रहा। इतना ही नहीं महिला को परेशान करने के लिए उसने उसके बच्चे को भी गोद में लेने का प्रयास किया। आखिरकार महिला ने साहस दिखाया और कंडक्टर को बुलाकर युवक की शिकायत की। कंडक्टर ने युवक को डांटते हुए सीट से उठने को कहा और अपनी बगल में बैठा लिया। जोधपुर पहुंचने के बाद युवक को राईकाबाग पुलिस चौकी ले जाया गया। सारी आपबीती सुनने के बाद यहां की पुलिस ने टका सा जवाब दिया कि छेड़छाड़ बिलाड़ा में हुई है इसलिए मामला भी वहीं के थाने में दर्ज करवाइए।
 
महिला को मुखर होते देख और परिजनों का भारी दबाव पड़ने से पुलिस को इस मामले में बाद में एफआईआर दर्ज करनी पड़ी। लेकिन सवाल यह उठ खड़ा हुआ कि जब महिलाओं की गरिमा के साथ खिलवाड़ के मामलों में सख्ती की बात हो रही है तो थाना क्षेत्र की इस बाध्यता का कुछ नहीं किया जा सकता? गौरतलब है कि छेड़छाड़ उदयमंदिर थाना क्षेत्र में ही दर्शाकर मामला दर्ज किया गया, वह भी दोनों पक्षों के रजामंदी से।
 
 
‘कुछ भी हो, उसे नहीं छोड़ूंगी’
  
'मेरी गोद में बच्च था। मैं डेढ़ घंटे सहती रही। पुलिस को तो ऐसा लगा जैसे मेरे साथ कुछ हुआ ही नहीं, जबकि मेरी जान निकल गई थी। कंडक्टर सर ने जांबाजी दिखाई। पुलिस का व्यवहार तो उस पीड़ा से भी ज्यादा दर्द देने वाला रहा। अब चाहे कुछ भी हो.. मैं उसे छोड़ूंगी नहीं।’  
 
(मुकदमा दर्ज करने के बाद जैसा महिला ने बताया।)  
 
 
आरोपी की बेजां हरकतें और पुलिस की असंवेदनशीलता, पढ़िए आगे की स्लाइड्स में>>>
 
 
बड़ा सवाल
 
 
राह चलते किसी अन्य थाना क्षेत्र में किसी के साथ लूट, डकैती या चोरी हो गई, तो पुन: संबंधित थाने में जाकर मामला दर्ज करवाने की बात कानूनसम्मत होने के साथ उचित भी लगती है। लेकिन, यही मामला किसी महिला की अस्मिता से जुड़ा हो तो भी क्या पुलिस के सामने यही मजबूरी रहनी चाहिए। क्या कठोर कानून बनने से पहले या साथ ही ऐसी जटिलताओं को दूर करने की जरूरत है? अपनी राय हमें 8764233320 नंबर पर जरूर एसएमएस करें।
 

बलात्‍कारियों को नपुंसक बनाने के मामले में कांग्रेस में फूट


बलात्‍कारियों को नपुंसक बनाने के मामले में कांग्रेस में फूट
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पार्टी की महिला शाखा की समिति ने दुष्कर्म कानून पर अपने सुझाव सौंप दिए हैं। समिति दुष्कर्म के दोषियों के रासायनिक प्रक्रिया से नपुंसक बनाने के पक्ष में नहीं है। समिति ने अपनी दलील के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश वीआर कृष्णअय्यर का हवाला दिया है। पूर्व न्यायाधीश ने इसे गैरकानूनी बताया है। हालांकि समिति दोषी को फांसी की सजा देने के पक्ष में है लेकिन अगर किसी कारणवश फांसी की सजा न हो पाए तो आजीवन कैद की पक्षधर है। समिति की अन्य सिफारिशों में कुछ खास इस प्रकार हैं। 
 
एक, दुष्कर्म पीडि़ता को देश में कहीं भी एफआईआर दर्ज कराने का अधिकार हो। यानी घटना कहीं भी हो लेकिन पीडि़ता जहां अपने को सक्षम पाए वहीं एफआईआर दर्ज करा सके। दूसरे, पीडि़ता के एवज में उसके किसी रिश्तेदार को भी एफआईआर दर्ज कराने का अधिकार मिले। 
 
तीसरे, फास्टट्रैक कोर्ट हर हाल में 90 दिनों के अंदर फैसला सुना दे। चौथे, दुष्कर्म के दोषी की संपत्ति पीडि़ता के नाम ट्रांसफर कर दी जाए। पांचवे, दुष्कर्म के मामलों की तहकीकात आला पुलिस अधिकारियों की निगरानी में हों और उसके लिए वही जवाबदेह हों। इसके अलावा महिला कांग्रेस ने अपने सुझावों में यह भी कहा है कि छेड़छाड़ या दूसरे यौन उत्पीडऩ के मामले में भी सजा सख्त की जानी चाहिए। ऐसे मामलों में भी कम से कम दो से पांच साल की सजा का प्रावधान किया जाए। 
 
मोहसिना किदवई की अध्यक्षता में गठित समिति की सिफारिशों पर कांग्रेस अध्यक्ष ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे, रक्षा मंत्री एके एंटनी, वित्त मंत्री पी. चिदंबरम, स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद और अपने राजनीतिक सचिव अहमद पटेल से भी चर्चा की है। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली में पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिवों की बैठक में गृह मंत्री तमाम राज्यों में बलात्कार और यौन उत्पीडऩ के मामले मेंं सख्ती की सलाह देंगे और जिम्मेदारी तय करने के लिए राज्यवार कमेटी बनाने को भी कहेंगे।

भोपाल में यूनिवर्सिटी कैंपस में छेड़छाड़, प्रोफेसर ने कहा- ज्यादा सुरक्षा चाहिए तो घर जाओ


भोपाल। मप्र की महिला वैज्ञानिक के बाद अब प्रोफेसर ने महिलाओं के खिलाफ विवादित बयानबाजी की है। बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी कैंपस में गुरुवार दोपहर दो छात्राओं से छेड़छाड़ के बाद बवाल मच गया। पीडि़त छात्राओं के साथियों ने जब छेड़छाड़ का विरोध किया तो आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट की। हद तो तब हो गई, जब शिकायत करने पहुंचीं छात्राओं को बीयू के रैक्टर (सीनियर प्रोफेसर) डॉ. डीसी गुप्ता ने कह दिया कि उन्हें यदि ज्यादा सुरक्षा चाहिए तो वे अपने घर चली जाएं। बात यहीं पर खत्म नहीं हुई। 
 
छात्राओं की व्यथा सुनने आईं बीयू की महिला उत्पीडऩ निवारण सेल की अध्यक्ष प्रो. नीरजा शर्मा ने छात्राओं को नसीहत देते हुए कहा-छेड़छाड़ की घटना हुई भी थी तो इतना तमाशा खड़ा करने की क्या जरूरत थी? 
 
उधर, बीयू प्रशासन पूरी घटना को छात्रों का आपसी विवाद बता रहा है। पीडि़त छात्राओं का कहना है कि दो दिन पहले शुरू हुई महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 पर भी उन्होंने शिकायत की, लेकिन दो घंटे तक कोई पुलिसकर्मी मदद के लिए नहीं पहुंचा। 
 
दो घंटे बाद बीयू पहुंची पुलिस 
 
छेड़छाड़ की शिकार हुईं बीयू की छात्राओं का कहना है कि हेल्पलाइन की ऑपरेटरों ने फोन पर उनसे आरोपियों की तरह पूछताछ की। दो घंटे के बाद दो कांस्टेबल वहां पहुंचे, तब तक आरोपी फरार हो चुके थे। खास बात यह है कि बीयू से बागसेवनिया थाने की दूरी महज तीन सौ मीटर है। वहीं, मिसरोद एसडीओपी सारिका शुक्ला का कहना है कि हेल्पलाइन से सूचना मिलते ही बागपुलिस को रवाना कर दिया गया था लेकिन यूनिवर्सिटी में ये पता नहीं चल पा रहा था कि शिकायत करने वाली छात्राएं कौन हैं। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों के फोन भी रिसीव नहीं किए। 
रिपोर्ट नहीं कराई छात्राओं ने : घटना के बाद पीडि़त छात्राएं फिजिक्स डिपार्टमेंट में पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा कि वे इस पूरी घटना की शिकायत पुलिस से भी करेंगी। इस बीच रैक्टर डॉ. गुप्ता और प्रो. नीरजा शर्मा भी वहां पहुंचीं और छात्राओं से बंद कमरे में बात की। इसके बाद दोनों छात्राओं ने चुप्पी साध ली। इधर बागसेवनिया थाना प्रभारी दिनेश जोशी ने छात्र धर्मराज साहू की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज कर लिया है। छेड़छाड़ के सवाल पर जोशी का कहना है कि इस बारे में छात्राएं बात करने को तैयार नहीं हैं। 
 
शिकायत की तो मिली नसीहत 
 
घटना की जानकारी लगते ही बीयू की यौन उत्पीडऩ निवारण सेल की सदस्य डॉ. आशा शुक्ला फिजिक्स डिपार्टमेंट पहुंचीं। वहां पहुंचकर उन्होंने छात्राओं से घटना की जानकारी ली। रैक्टर डॉ. डीसी गुप्ता ने छात्राओं से बात करने के पूर्व ही मीडिया से कहा कि ये घटना दो गुटों की रंजिश का नतीजा है। इस पर डॉ. शुक्ला ने आपत्ति करते हुए डॉ. गुप्ता को पहले पीडि़त छात्राओं से बात करने को कहा। इसको लेकर दोनों के बीच बहस हो गई। इसी दौरान डॉ. गुप्ता ने छात्राओं से कहा कि ज्यादा सुरक्षा चाहिए तो घर चले जाओ, यहां पढऩे क्यों आई हो? इस बारे में जब संवाददाताओं ने डॉ. गुप्ता से बात की तो उन्होंने कहा आप लोग (मीडिया) बेवजह तूल दे रहे हैं। 
 
डरी हुई हैं छात्राएं 
 
बीयू में छात्राओं से छेड़छाड़ और छात्रों से आधे घंटे तक मारपीट के बाद से ही सभी पीडि़त छात्राएं डरी हुई हैं। यही वजह है कि रजिस्ट्रार संजय तिवारी ने जब उन्हें अपने कार्यालय में आने को कहा तो उन्होंने वहां जाने से मना कर दिया। छात्राओं का कहना था कि अब वो इस मामले में कोई बात नहीं करना चाहती हैं। इसके अलावा छात्राओं ने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों से भी उनके नाम गोपनीय रखने की गुजारिश की है। 
 
जांच कराएंगे : कुलपति 
 
कुलपति प्रो. निशा दुबे और रजिस्ट्रार संजय तिवारी ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी। हालांकि कुलपति ने सफाई देते हुए कहा कि घटना के 4 घंटे बाद मुझे मारपीट की जानकारी तो मिली है, लेकिन छात्राओं से छेड़छाड़ होने की कोई सूचना नहीं है। मीडियाकर्मियों ने जब कुलपति से फिजिक्स डिपार्टमेंट के एचओडी के नशे में होने की बात कही तो उनका जवाब था कि पहले मारपीट की जांच हो जाए, फिर प्रोफेसर का मेडिकल चेकअप होता रहेगा। 

कुरान का सन्देश

इज्जत बचाने के लिए ट्रेन से कूदी लड़की, असम में कांग्रेसी विधायक को नंगा कर पीटा



गुवाहाटी. ब्रह्मपुत्र मेल में छेड़खानी का मामला सामने आया है। छेड़खानी की शिकार लड़की अपनी इज्जत बचाने के लिए चलती ट्रेन से कूद गई। लड़की बिहार में आरां के पास ट्रेन से कूदी है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने छेड़खानी के आरोप में एक फौजी को गिरफ्तार किया है।
दूसरी ओर देश की राजधानी दिल्‍ली में गैंग रेप की वारदात से मचे कोहराम के बीच असम में कांग्रेस के एक सीनियर नेता पर रेप का आरोप लगा है। कांग्रेस नेता बिक्रम सिंह ब्रह्मा पर यह आरोप लगाने वाली महिला दो बच्‍चों की मां है। उनके द्वारा पहचान कर लिए जाने के बाद पुलिस ने ब्रह्मा को हिरासत में ले लिया, लेकिन इससे पहले जनता ने उनके ऊपर जम कर गुस्‍सा निकाला। स्‍थानीय ग्रामीणों और महिलाओं ने ब्रह्मा को सरे आम पीटा और उसके कपड़े भी फाड़ दिए (
लोअर असम के बड़े नेताओं में शुमार बिक्रम सिंह बोडोलैंड टेरीटोरियल काउंसिल एरिया में कांग्रेस के चीफ कोऑर्डिनेटर हैं। बिक्रम 2011 विधानसभा चुनाव में बक्‍सा जिले की अपागुड़ी विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए। बिक्रम पर चिरांग जिले के सालबाड़ी में इस महिला के घर में घुसकर रेप की कोशिश का आरोप है। ग्रामीणों ने बिक्रम को पुलिस को सौंपने से पहले उनकी जमकर धुनाई की।
आईजी जीपी सिंह ने बताया कि शुरू में यह मामला यौन उत्‍पीड़न का लगता है। एफआईआर दर्ज होने और केस रजिस्टर होते ही बिक्रम को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हालांकि अभी वह पुलिस की हिरासत में ही हैं। आईजी के मुताबिक ऐसा लगता है कि ब्रह्मा इस महिला को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का लालच देकर कई महीने से यौन शोषण करते रहे होंगे। जब वह बीती रात महिला के घर में जबरन घुसे तो महिला ने शोर मचा दिया और गांववाले मौके पर जुट गए।

असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया सेल प्रभारी हरेन दास ने कहा है कि यदि बिक्रम ब्रह्मा के खिलाफ आरोप सही पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर की जाएगी।
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