आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

10 जनवरी 2013

हिन्दुस्तान जिंदाबाद ...हिंदुस्तानी जिंदाबाद कायर साम्प्रदायिक लोग मुर्दाबाद मुर्दाबाद ........

दोस्तों यह मेरा  हमारा देश है  एक के बाप का यह देश नहीं ..जो पापी है जो अनाचारी है जो रावण .....कंस ....कोरवों ..फ़िरोन ...यज़ीद के वंशजों में से है उनकी हरकतें तो आप रोज़ कभी सीमा पर ..कभी देश में तो कभी अख़बारों में तो कभी फेसबुक सोशल मिडिया पर देख ही रहे है जिसे फितना फेलाना है वोह तो अपने पूर्वज कंस .कोरव् ..रावण ...फ़िरोन ...यजीद की परम्परा को आगे बढ़ाएंगे और जो कुछ धर्मनिरपेक्ष है राष्ट्रवादी है वोह ऐसे गुमराह लोगों को राह पर लाने के लियें अभियान चलाएंगे ..जो लोग क्त्थर पंथी है जो लोग धर्म की ऐ बी सी डी नहीं जानते वोह लोग देश में एक नया पाकिस्तान एक नया राष्ट्र हिन्दू राष्ट्र बनाने का सपना देखते है ऐसे लोग मानसिक रोगी है जो देश को गुजरात ..इस्लामाबाद बनाने की बात करते है इन लोगों से हमे चिंतित होने की जरूरत नहीं है यह लोग नादाँ है गुमराह है इन्हें रास्ते पर लाना हमारा परम कर्तव्य है ......यह बात तो सही है  के हमारे इस महान देश में कुछ ऐसे लोग पल रहे है जो हमारे इस अटूट पर्वत की तरह अडीग खड़े देश को हरा झंडा फहरा कर इस्लामिक राष्ट्र बनाने की बात करते है ..कुछ लोग ऐसे है जो इस देश में केसरिया झंडा फहरा कर हिन्दू राष्ट्र बनाने की बात करते है कहीं खालिस्तान की बात होती है तो कहीं पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते है ऐसे लोग हिन्दू हो चाहे मुस्लिम हो चाहे सिक्ख हो सभी धर्मों में शामिल है लेकिन यह मतलब तो नहीं के  सभी हिन्दू गद्दार है ..यह मतलब तो नहीं सभी मुसलमान गद्दार है यह मतलब तो नहीं सभी सिक्ख गद्दार है ...दोस्तों अभी मेरे एक मित्र ने लिखा के अब तो हिंदुस्तान को गुजरात बनाना होगा यह विक्षिप्त मसिकता का नतीजा है ..जरा सोचो हमारा देश महान है .हमारे देश की मर्यादाएं है यहाँ जयचंद भी हुए यहाँ नाथूराम गोडसे भी हुए गान्धी के हत्यारों को पूजने वाले भी हुए यहाँ तिरंगे को हटा कर अपने धर्म का झंडा फहराने वाले भी हुए ...इस देश में हिन्दू हिन्दू ना रहा मुसलमान न रहा और सभी विक्षिप्त शेतान बनने की तरफ दोड  पढ़े है धर्म जो देश भक्ति का जज्बा देता है ..धर्म जो राष्ट्रीयता का जज्बा देता है ..धर्म जो आत्मीयता और मानवता की सीख देता है धर्म जो सामजिक एकता ....सामजिक सद्भाव का पाठ  पढाता है अगर इसे हट कर किसी की कोई विचारधारा होती है तो हमे यह समझलेना चाहिए के ऐसे लोग जो देश तोड़ने जो देश में साम्प्रदायिकता  भडकाने की बात करते है जो कत्ले आम की बात करते है वोह इंसान नहीं हेवान हैं और उनका अगर डी  ऍन ऐ टेस्ट कराएं तो निश्चित तोर पर ऐसे लोग ना हिन्दू होंगे ना मुसलमान ऐसे लोगों के वंशज तो कोरव् ..यज़ीद ....रावन ...कंस ....फ़िरोन ही निकलेंगे ..दोस्तों गुजरात में जो कुछ हुआ उसे हम भूले नहीं है आज भी हिन्दू हो चाहे मुसलमान जो भी इंसानियत का अलमबरदार है उस घटना को शर्म  और नफरत से देखता है ...जो लोग गुजरात को जीत समझते है उन शेतानों से मेरा सवाल है के वहन इंसान थे जिन्होंने लात्क्र की शिकार तडपती  ओरतों  की इज्ज़त और जान बचाई .वहां फ़रिश्ते थे जिन्होंने उत्पाती दोषी लोगों को सबक सिखाया और आज उन लोगों में से कई लोग जेल में हैं जो लोग यह समझते है के दंगाई सुरक्षित है तो यह गलत बात है इश्वर की एक अदालत उन्हें देख रही है अगर साम्प्रदायिक और देश का कानून तोड़ने वालों का देश में बोलबाला होता तो आज देश का प्रधानमन्त्री कल्याण सिंह कालवी ..लालकृष्ण अडवानी ...ओवेसी ...बनातवाला .....शाहबुद्दीन ......विश्व हिन्दू परिषद ...मुस्लिम पर्सनल लो बोर्ड के प्रतिनिधियों में से किसी एक विचारधारा का होता लेकिन दोस्तों यह मेरा देश है मयेह मेरा हिन्दुस्तान है जिसे आपने और मेने मिल कर इसे हमारा हिन्दुस्तान बनाया है यहाँ तोगड़िया राजस्थान में आये बकवास की तो अशोक गहलोत ने उन्हें जेल की हवा खिला  दी एक दिन जेल के मच्छरों  ने जब उनके शरीर से उनका हाल पूंछा तो जनाब राजस्थान का रास्ता ही भूल गए यही हाल ओवेसी का होगा जो भी साम्प्रदायिकता का ब्यान देता है उस शेतान  का होगा .... हमे ऐसे मुट्ठीभर लोगों के बयानों से विचलित नहीं होना चाहिए देश के विधान ..कानून धर्म और मर्यादाओं के खिलाफ जो भी आवाज़ उठाये चाहे वोह मेरे धर्म का हो चाहे वोह आपके धर्म का हो अगर उसे हम मिलकर सबक सिखाने की परम्परा जो बनी हुई है उसे कायम रखेंगे तो देश को अधर्मी लोग जो धर्म के नामा पर साम्प्रदायिकता फेलाकर अरबों खरबों का चंदा करके खा जाते है उनका कोई हिसाब नहीं देते  दंगों से अपना रोज़गार चलाते है कही  मंत्री तो कहीं  मुख्यमंत्री बन जाते है ऐसे लोग लाइनों पर आ जायेंगे हाशिये पर आये ओवेसी से पूंछों ....इमाम बुखारी से पूंछो शाहबुद्दीन से पूंछो ..कल्याण सिंह से पूंछो ....उमा भारती से पूंछो खुद लालकृष्ण अडवानी से पूंछों ..विनय कटियार से पूंछो आखिर वोह प्रधानमन्त्री क्यूँ नहीं बन पाए है खुद नरेंद्र मोदी से पूंछो के उनका प्रधानमन्त्री बनने का सपना उनसे कोसों दूर क्यूँ होता जा रहा है ..दोस्तों यह एक हकीक़त है गिनती के शेतानी विचारधारा वाले लोग मेरे इस दश की दीवार तो क्या एक ईंट भी नहीं गिर  सकते इसलिए दोस्तों एक जुट कर होकर कहो हिन्दुस्तान जिंदाबाद ...हिंदुस्तानी जिंदाबाद कायर साम्प्रदायिक लोग मुर्दाबाद मुर्दाबाद ............कहते है मेरे इस देश में माहोल ऐसा रहा है जब मन्दिर को किसी ने आग लगाई तो मुल्ला ने उसे बचाया है और जब मस्जिद को किसी ने तोडा तो पुजारी ने फिर नई मस्जिद बनाई है ... यहाँ परिंदे है जिनकी परवाज़ आसमानों में है उनका कोई धर्म नहीं वोह कभी मन्दिर में तो कभी मस्जिद में अपना सुकून तलाशते है इसानियत जिंदाबाद राष्ट्रिय एकता अखंडता जिंदाबाद जिंदाबाद .................. अख्तर खान अकेला   कोटा राजस्थान

शहीद जवान का पेट फाड़ कर रख दिया ढाई किलो का बम


शहीद जवान का पेट फाड़ कर रख दिया ढाई किलो का बम
रांची/लातेहार। देश जहां पाकिस्‍तानी सैनिकों की बर्बरता से गुस्‍से में है, वहीं झारखंड में नक्‍सलियों ने सरकार को बड़ी चुनौती दी है। उन्‍होंने मुठभेड़ में शहीद हुए जवान के पेट में बम लगा दिया था। इसका पता पोस्‍टमॉर्टम के वक्‍त चला। बुधवार को रांची स्थित रिम्स में चार जवानों और एक ग्रामीण के शव का पोस्टमार्टम किया गया। इसी दौरान यह खुलासा हुआ कि शहीद हुए एक जवान का पेट फाड़कर नक्सलियों ने बम प्लांट कर दिया था। फिर एक्सपर्ट की तरह पेट की सिलाई भी कर दी थी, ताकि जब सुरक्षा बल अपने साथी का शव उठाने पहुंचते तो बम को रिमोट से उड़ा दिया जाता। 
 
 
बुधवार की रात करीब साढ़े दस बजे रिम्स में उक्त शहीद जवान के शव से पोस्टमार्टम के लिए कपड़े हटाए गए। तभी डॉक्‍टरों को शक हुआ और एक्‍सरे करने पर यह चौंका देने वाला मामला सामने आया। इसके बाद बम निरोधक दस्‍ता को बुलाया गया। गुरुवार को डॉक्‍टरों ने शहीद जवान के पेट से  ढाई किलो का विस्फोटक निकाला। बम निरोधक दस्‍ता ने काफी मशक्‍कत के बाद इसे डिफ्यूज किया।
 
गुरुवार की शाम केंद्रीय गृह मंत्री सुशील शिंदे ने कहा कि शव देखने गए दो-तीन लोगों की मौत हुई थी। उन्‍होंने नक्‍सली हमले में 10 जवानों के शहीद होने की बात कही और कहा कि एक जवान के पेट में आईईडी मिला है। उन्‍होंने कहा कि विस्‍तृत जानकारी अभी उनके पास नहीं आई है।
 
राजनीतिक अनिश्चितता का दौर झेल रहे झारखंड के घोर नक्सल प्रभावित जिले लातेहार के बरवाडीह के कटिया जंगल में तीसरे दिन बुधवार की शाम से फिर सुरक्षा बलों और भाकपा माओवादी के नक्सली दस्ते के बीच मुठभेड़ हुई थी। दोनों तरफ से हो रही गोलीबारी व बम धमाकों के बाद इलाके में दहशत है।  सर्च ऑपरेशन के दौरान चार और जवानों के शव बरामद किए गए। इन शवों के नीचे प्रेशर बम लगे थे, जिन्हें निष्क्रिय कर दिया गया। अब तक नौ जवानों के शव बरामद हो चुके हैं, जबकि दर्जन भर लापता हैं।

कुरान का सन्देश

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...