आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

15 जनवरी 2013

पढ़े-लिखे हैं, ओहदा भी है, फिर भी खुद को समझ रहे नियमों से बढ़कर


कोटा.  सड़क सुरक्षा सप्ताह आज सेत्न ट्रैफिक व्यववस्था बिगाड़ने के लिए पुलिस के साथ-साथ जनप्रतिनिधि और शहरवासी भी दोषी, नंबर प्लेट पर पदनाम लिखने को मानते हैं रसूख, भास्कर ने जब नियम तोड़ रहे जनप्रतिनिधियों, पुलिसकर्मी, छात्रनेता से मौके पर ही पूछा तो वे अजीब-अजीब दलीलें देने लगे, एक पार्षद पति ने तो यहां तक कह दिया कि काले शीशे हटाने से कौनसे अपराध रुक जाएंगे, जबकि देश को हिला देने वाली दिल्ली गैंगरेप घटना में बस के शीशों पर चढ़ी काली फिल्म को बड़ी वजह माना गया था।
 
पिछले 23 साल से मनाया जा रहा है ट्रैफिक सुरक्षा सप्ताह इस साल भी आज से शुरू हो जाएगा। सात दिन तक पुलिस यातायात के नियमों का पालन करने की सीख देगी। ऐसी ही सीख देने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने नियम तोड़ने वाले 79 हजार 626 लोगों से 1 करोड़ 51 लाख रुपए जुर्माना वसूल करके भी दी, लेकिन उसके बाद भी कुछ लोग नहीं सुधर रहे।
 
सुधार हो भी कैसे, जब नियम तोड़ने वालों में नेतृत्व करने वाले और खुद पुलिस शामिल हो। भास्कर ने सड़क सुरक्षा सप्ताह से एक दिन पहले शहर की सड़कों पर इनसे नियम तोड़ने की वजह पूछी तो ये बेतुकी दलीलें देने लग गए। ट्रैफिक पुलिस ने पिछले साल दोपहिया वाहन चालकों के हेलमेट के 15 हजार से अधिक चालान काटे, जबकि हर दूसरी कार पर ब्लैक फिल्म चढ़ी है। लेकिन, इनके चालानों की संख्या सैकड़ों में भी नहीं है।
 
नियम है कि तीन बार ट्रैफिक नियम तोड़ने पर लाइसेंस निरस्त कर दिया जाए। जबकि, हकीकत यह है कि पुलिस ने नियम तोड़ते हुए वाहन चालाकों के चालान तो खूब बनाए, लेकिन आज तक किसी भी व्यक्ति का लाइसेंस निरस्त नहीं करवाया न ही परिवहन विभाग से अनुशंसा की।
 
आज भी शहर में नकली हेलमेट बिक रहे हैं, जबकि पिछले साल जब भास्कर ने मुद्दा उठाया था तो अधिकारियों व महापौर ने जोरशोर से घोषणा की थी, लेकिन कुछ भी नहीं कर पाए। आज भी नकली हेलमेट सड़क किनारे बिक रहे हैं।
 
नंबर प्लेट संबंधी नियम
 
डीएसपी नारायण सिंह राजपुरोहित ने बताया कि वाहन के नंबर नियमों के अनुसार नंबर प्लेट पर ही होने चाहिए। नंबर प्लेट पर किसी तरह से कोई अन्य चीज या पदनाम लिखाना नियम विरुद्ध है।
 
 
  किशोरपुरा थाने की जिप्सी की नंबर प्लेट टूटी है
 
टूटी हुई नंबर प्लेट के बारे में एसआई जगन्नाथ का कहना है कि सोमवार को ही नंबर प्लेट टूटी है। उसको बनवाने के लिए डाला हुआ है। बुधवार को सही नंबर प्लेट लगवा ली जाएगी।
 

लहसुन से करें दर्द का इलाज ये है एक खास तरीका



 
 
खाने का स्वाद बढ़ाने के अलावा भी लहसुन में ऐसी कई खूबियां होती हैं जो लहसुन को बेजोड़ और बहुत कीमती बनाती हैं। लहसुन सबसे अधिक उन लोगों के लिए उपयोगी है जिन्हें जोड़ों के दर्द या शरीर में अन्य किसी तरह के दर्द की समस्या है। लहसुन रक्त शुद्ध करने में सहायक है। आमवात, गठिया रोग के कारण रक्त में युरिक एसिड बहुत अधिक मात्रा में हो जाता है। यह एसिड संधि स्थानों में एकत्रित होकर भयंकर दर्द पैदा करता है। लहसुन के रस के प्रभाव से युरिक एसिड गलकर तरल रूप में मूत्रमार्ग से बाहर निकल जाता है। इसलिए यह वातरक्त, संधिवात रोगों में बहुत गुणकारी है।
 लहसुन पेट में गैस, संधिवात, पक्षाघात और दर्द निवारक के रूप में काम करता है। लहसुन शरीर के वात विकारों को मिटाता है। लहसुन का प्रभाव वातनाडिय़ो पर अधिक होता है। इसलिए पैर का दर्द, जोड़ों का दर्द, पीठ का दर्द, पीठ की जकडऩ, लकवा, आदि में औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। लहसुन और वायवडिंग को सोलह गुना दूध व पानी में पकाएं, जब पानी जल जाए तो दूध को उतार लें, छानकर ठंडा होने पर पीएं। इससे शरीर की मांसपेशियों की शक्ति बढ़ती है। इससे शरीर का दर्द दूर हो जाता है। लहसुन और उड़द के वड़े बनाकर तिल के तेल में तल कर खाने से संधिवात और अन्य तरह के वात रोग मिटते हैं।

जिस लड़की के हाथ में होगी यह 'नीली घड़ी', उसे छूते ही मनचलों को लगेगा जोर का करंट!


जिस लड़की के हाथ में होगी यह 'नीली घड़ी', उसे छूते ही मनचलों को लगेगा जोर का करंट!
नई दिल्ली. बारहवीं कक्षा के एक छात्र ने घड़ी की शक्ल में एक ऐसे मल्टी यूजर एंटी मोलेस्टेशन डिवाइस तैयार किया है जो ना सिर्फ लड़कियों की सुरक्षा में मददगार है, साथ ही हमलावर को पुलिस थाने तक सबूतों के साथ पहुंचाने में भी कारगर है।
नन्हें आविष्कारक मनु चोपड़ा ने करीब डेढ़ साल की कड़ी मेहनत के बाद इस घड़ीनुमा नीले डिवाइस को तैयार किया है।यह तकनीक लड़कियों के नर्वस सिस्टम पर आधारित है जिसे रीड कर यह एक्टिवेट होता है और वॉइस कमांड मिलते ही यह हमलावर को बिजली के झटके देना शुरू कर देता है।
यही नहीं बिना रुके इस पूरे घटनाक्रम को कैमरे में भी कैद करता जाता है और एसओएस मैसेज और जीपीएस की मदद से नजदीकी पुलिस थाने और पीडि़त के करीबियों तक खतरे की जानकारी देता है और आसानी से उसका लोकेशन भी शेयर करता जाता है।
कैसे करता है काम : आपातकाल स्थिति में किसी भी व्यक्ति का पल्स रेट 119 तक पहुंच जाता है। यह वह स्थिति होती है जब कोई काफी डरा हुआ होता है।
ऐसी स्थिति में यह नीले रंग का उपकरण एक्टिवेट होने की प्रक्रिया में आ जाता है। इसके बाद वॉइस कमांड 'एक्टिवेट' मिलते ही इस पर लगे एन्ड्रॉयड लॉक स्क्रीन पर इसके एक्टिव होने की जानकारी देता है और हमलावर को अस्थाई रूप से आठ एम्पियर के साथ ही बिजली के झटके लगते हैं। इस पर लगे कैमरे एक्टिवेट हो जाते हैं और बिना रुके हर एंगल से हमलावर के लगातार सौ फेाटो खींचते हंै।
खास चिप की मदद से यह फोटो नजदीकी पुलिस थाने तक पहुंचेगा जो लोकल पुलिस को इन्वेस्टिगेशन में मदद करेगी। एसओएस मैसेज की मदद से चार करीबी लोगों तक इस दुर्घटना की जानकारी जाएगी और जीपीएस सिस्टम की मदद से पीडि़त के लोकेशन की पड़ताल तुरंत हो सकेगी। 

सोनिया कहां बैठेंगी, मंत्री ने नापा मंच


 

जयपुर में 18 जनवरी से तीन दिन तक चलने वाले कांग्रेस के चिंतन शिविर की चिंता मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक को है। मंगलवार को नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने टनल के गेट पर खुद फीते से नाप कर बताया कि कहां सोनिया गांधी बैठेंगी। खुद कुर्सी बनकर अधिकारियों को बताया कि सोफे कैसे और कितने ऊंचे रहेंगे।
 
कागज पर सोनिया व अन्य वीआईपी के लिए लगने वाले चार सोफे, अन्य अतिथियों के लिए कुर्सी और टेबल के साथ अनावरण पट्टिका का कार्यक्रम पेंसिल से उकेरकर दिखाया।
 

लॉ कॉलेज के क्‍लासरूम में सरे आम सेक्स का ऑफर!


दिल्‍ली में गैंगरेप की घटना के बाद महिलाओं की सुरक्षा और सम्‍मान के लिए जो लड़ाई शुरू हुई है, उसके बाद बलात्‍कार या छेड़खानी की शिकार कई लड़कियों और महिलाओं ने अपने अनुभव दुनिया के सामने बांटे हैं। ऐसी ही आपबीती एक लड़की ने मीडिया के जरिए दुनिया को बताई है। उसने वाकया कुछ इस तरह बयां किया है...
 
मेरी उम्र 22 साल है। मैं दिल्ली के एक प्रतिष्ठित लॉ कॉलेज में पढ़ती हूं। एक संस्थान, जहां देश के बेहतरीन दिमाग श्रेष्ठ शिक्षकों के मार्गदर्शन में पढ़ते हैं। एक स्थान, जहां शिक्षित परिवारों के बच्चे पढ़ने आते हैं और आप उम्मीद करते हैं कि वहां लड़कों और लड़कियों के बीच में स्वस्थ वार्तालाप होगा। ऐसी जगह, जहां आप उम्मीद करते हैं कि स्टूडेंट जेंटलमैन बनने की प्रक्रिया से गुजरेंगे। लेकिन हकीकत आश्चर्यजनक तौर पर इसके उलट है। 
 
यह घटना मेरे सेकेंड ईयर की है। हमारी क्लास चल रही थी। अचानक हमने पीछे की बेंच से एक लड़के की तेज आवाज, (सक माय... ) सुनी। पूरी क्लास में सन्नाटा छा गया और हम सब भौंचक रह गए। यह गाली एक लड़की को दी गई थी। लड़की ने कानूनी तौर तरीकों के अनुसार लड़के के खिलाफ सेक्सुअल हरैसमेंट की लिखित शिकायत संस्थान प्रमुख से की। बताने की जरूरत नहीं है कि लड़की को अपराधी के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद थी। हम सब भी उस लड़के के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की उम्मीद कर रहे थे लेकिन जल्द ही हमें पता चला कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। 
 
लड़की के लिखित शिकायत करने पर अपराधी लड़का लोगों की नजर में पीड़ित बन गया और पीड़ित लड़की विलेन। हमें क्लास में न्याय और कानून का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षकों ने लड़की से शिकायत वापस लेने को कहा। और तो और जिस लेडी टीचर की क्लास में यह सब हुआ उसने भी लड़की से शिकायत वापस लेने को कहा। लड़की इस पर सहमत नहीं हुई लेकिन शिकायत पर कोई कदम नहीं उठाया गया। मैं इस मामले का जिक्र नहीं करती अगर यह अपने आप में अलग घटना न होती। 
 
संस्थान प्रमुख लड़की के एफआईआर कराने को लेकर चिंतित था कि इससे संस्थान की बदनामी होगी। अंततः संस्थान प्रमुख ने क्लास में आकर लड़के की तरफ से माफी मांगी। यह देश के एक प्रतिष्ठित लॉ स्कूल का हाल है। यह घटना उन मामलों से कितना अलग है जब पुलिस किसी महिला की एफआईआर दर्ज करने के बजाए उस पर समझौता करने का दबाव बनाती है। इन लड़कों का व्यवहार उन अशिक्षित लोगों से किस तरह अलग है जिन्होंने कभी स्कूल का मुंह भी नही देखा है। मेरा मकसद इस घटना का जिक्र कर अपने कॉलेज की बदनामी कराना नहीं है बल्कि लोगों को यह बताना है कि गांव हो या शहर महिलाओं के प्रति एक ही मानसिकता काम करती है।
 
मैं अपनी घृणा जाहिर करने के लिए लिखती हूं। लॉ कॉलेज में सीखी गई सारी बातें बेकार लग रही हैं। मेरे कॉलेज ने दंड का नया तरीका ढूंढा है- माफी मांगना। हमारे कानून किस काम के हैं। अगर देश के शीर्ष लॉ कॉलेज में सेक्सुअल हरैसमेंट से इस तरीके से निपटा जाता हो तो क्या हमें शहरों और गावों में ऐसे या इससे बदतर तरीके सामने आने पर आश्चर्य होना चाहिए।

मनमोहन ने दिखाया गुस्सा, पाकिस्तान ने की एलओसी पर फायरिंग


नई दिल्ली।  प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भारतीय सैनिक का सिर काटने की घटना पर मंगलवार को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसी बर्बर घटना के बाद पड़ोसी देश के साथ पहले जैसे रिश्ते नहीं रह सकते। भारतीय पीएम ने कहा कि इस घटना के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान को इसका अहसास है।
 
इसी बीच पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर एलओसी पर फायरिंग हुई। मंगलवार शाम 5 बजकर 45 मिनट पर एक बार फिर पाकिस्तान की ओर से फायरिंग की गई। हालांकि भारत ने इस फायरिंग का विरोध नहीं किया। 

भारत सरकार की ओर से प्रैस कांफ्रेंस करते हुए विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने मंगलवार शाम को कहा, 'मौजूदा स्थिति में हम सरकार की ओर से बेहद सावधानी से यह कहना चाहते हैं कि हाल ही में दो भारतीय सैनिकों की बर्बर हत्या की गई। इसकी भर्त्सना सरकार ने की है और पाकिस्तान से इस अस्वीकार्य कृत्य पर स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि यह घटना बर्दाश्त के काबिल नहीं है। सोमवार को दोनों देशों की सेनाओं के बीच फ्लैग मीटिंग हुई और भारत ने अपना रुख साफ किया। विदेश सचिव ने इस विषय पर ही पाकिस्तान के राजदूत को तलब किया था। पाकिस्तान की सरकार की ओर से यदि जवाब नहीं आया और भारतीय आरोपों को नकारा जाता रहा तो दोनों देशों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं रहेंगे।' सलमान खुर्शीद ने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर सरकार देश को अपडेट करती रहेगी। 
 
इससे पहले मंगलवार को भारत ने लाइन ऑफ कंट्रोल पर बढ़ते तनाव को देखते हुए पाक से आने वाले वरिष्ठ नगारिकों के लिए वीजा ऑन अराइवल की प्रक्रिया को स्थगित कर दिया। सरकार के सूत्रों ने कहा कि यह फैसला कई एजेंसियों के पाक नागरिकों को प्रस्तावित सुविधाओं पर स्पष्टीकरण मांगने और एलओसी पर जारी तनाव के बाद लिया गया है। 
 
वहीं विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा है कि वीजा ऑन अराइवल प्रक्रिया बंद नहीं की गई है बल्कि इसे कुछ समय के लिए आगे खिसकाया गया है।  मंगलवार को सुषमा स्वराज ने कहा कि उन्हें पीएम का बयान सुनकर अच्छा लगा। 
 
इससे पहले पाकिस्तानी सेना द्वारा लाइन ऑफ कंट्रोल पर एक भारतीय सैनिक का सिर काटे जाने को भारतीय जनता पार्टी के मुद्दा बनाने पर मंगलवार को सरकार ने अंधराष्ट्रवाद के प्रति आगाह किया। शहीद हेमराज के परिजनों से मिलने के बाद भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने कहा था कि अगर पाक भारतीय सैनिक का सिर नहीं लौटाता है तो हमें दस पाक सैनिकों के सिर काट लेने चाहिए। इसके बाद सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने मंगलवार को ट्वीट किया कि पेशेवर सेनाएं समझौते के नियमों का सम्मान करती हैं। समझौते के उल्लंघन का जवाब कूटनीतिक तरीके से दिया जाता है न कि अंधराष्ट्रवाद से प्रेरित होकर।
 
 
वहीं सुषमा स्वराज, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह के साथ सोमवार को हेमराज के परिजनों से मिली थीं। इसके बाद उन्‍होंने कहा था, 'ये सिर नहीं आ सकता तो उनके दस तो ले आएं। क्या हम बिना प्रतिक्रिया के वार्ता करते रहेंगे और खेल खिलाते रहेंगे। हम एक ताकतवर सरकार की प्रतिक्रिया तो दें।' सुषमा के इस बयान के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस मसले पर उनसे और अरुण जेटली से बात की। मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने भी सुषमा स्‍वराज से मिल कर उन्‍हें पूरे हालात के बारे में जानकारी दी।
 
उधर, मंगलवार को सपा नेता रामगोपाल यादव ने भी कहा कि अब पाकिस्‍तान के साथ युद्ध ही एक मात्र विकल्‍प है। मंगलवार को उत्‍तरी कमान के प्रमुख ले.ज. केटी परनायक ने सोमवार को हुई भारत-पाकिस्‍तान के ब्रिगेडियर की फ्लैग मीटिंग का भी ब्‍यौरा दिया। उन्‍होंने जो ब्‍यौरा दिया, उससे साफ जाहिर है कि इस मीटिंग में भी पाकिस्‍तान के तेवर तल्‍ख ही थे। पाकिस्‍तान की ओर से आए ब्रिगेडियर फैजल को जो कहना था वह एक कागज पर लिख कर लाए थे। उन्‍होंने उसे पढ़ा और भारत के तमाम आरोपों को खारिज कर दिया। उन्‍होंने भारत की ओर से दिए गए सुबूतों को भी खारिज करते हुए कहा कि उन्‍हें इससे कोई मतलब नहीं। उन्‍होंने ये सुबूत भारत को वापस कर दिए।

कब्र से निकलेगा लॉटरी विजेता का शव


urooj-khanअमेरिका की एक अदालत ने शिकागो में भारतीय मूल के उस व्यवसायी के शव को कब्र से बाहर निकालने की इजाजत दे दी है जिनकी मौत संदेहास्पद परिस्थितियों में साइनाइड के जहर से हुई।
46 वर्षीय उरुज खान नाम के इस व्यवसायी ने लॉटरी के जरिए 10 लाख अमेरिकी डॉलर जीते थे, लेकिन एक महीने बाद जीती हुई रकम में से 4 लाख 25 हजार डॉलर का चेक मिलने के अगले दिन ही खान की मौत हो गई थी।
इलिनोइस प्रांत स्थित कुक काउंटी सर्ट अदालत की न्यायाधीश सुसान कोलमन ने स्वास्थ्य निरीक्षकों की ओर से खान के शव को बाहर निकालकर उसका पोस्टमार्टम करने की इजाजत दे दी।
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि खान का शव कब बाहर निकाला जाएगा, मगर अदालत ने इसे ‘जल्द से जल्द’ निकालने का आदेश दिया है।
गौरतलब है कि 46 वर्षीय दिवंगत उरुज खान का शिकागो में ड्राईक्लीन का व्यापार था और उन्होंने पिछले साल जून में इलिनोइस में एक लॉटरी के जरिए 10 लाख डॉलर की राशि जीती थी।
शुरुआत में कुक काउंटी के जांचकर्ताओं ने खान की मौत प्राकृतिक कारणों से होने की बात कही थी, लेकिन खान के परिजनों की ओर से उनकी मौत की वजहों की फिर से जांच करने का आग्रह किया। इसके बाद हुई नई जांच में खान के शरीर में साइनाइड की घातक मात्रा मिलने की बात सामने आई।
इस मामले में अधिकारी खान की दूसरी पत्नी 32 वर्षीय शबाना अंसारी से गहन पूछताछ कर चुके हैं।

कुरान का सन्देश

p324.jpg (102496 bytes)
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...