आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

16 जनवरी 2013

शिव के 108 नाम: परखें कितने नामों के मतलब से अब तक हैं अनजान!



हिन्दू धर्म में शिव की साकार यानी मूर्तिरुप और निराकार यानी अमूर्त रुप में आराधना की जाती है। शिव को अनादि, अनंत, अजन्मा माना गया है यानि उनका कोई आरंभ है न अंत है। न उनका जन्म हुआ है, न वह मृत्यु को प्राप्त होते हैं। इस तरह भगवान शिव अवतार न होकर साक्षात ईश्वर हैं। 
कालों के भी काल भगवान शिव को मृत्युलोक का देवता भी माना गया है। उनके कल्याणकारी दिव्य चरित्र और गुणों की वजह से भगवान शिव कई रूप में पूजित हैं। 
शिव के कई रूपों से जुड़े धर्मशास्त्र में अनेक नाम आते हैं। धार्मिक आस्था से इन शिव नामों का ध्यान मात्र ही शुभ फल देता है। शिव के इन सभी रूप और सभी नामों का स्मरण मात्र ही हर भक्त के सभी दु:ख और कष्टों को दूर कर हर इच्छा और सुख की पूर्ति करने वाला माना गया है।

जानिए शिव के ऐसे 108 रूपों और नाम का अर्थ, जिनमें से कई नामों से आप भी अब तक अनजान होंगे - 


पिनाकी - पिनाक धनुष धारण करने वाले

शशिशेखर - सिर पर चंद्रमा धारण करने वाले

वामदेव - अत्यंत सुंदर स्वरूप वाले

विरूपाक्ष - भौंडी आँख वाले

कपर्दी - जटाजूट धारण करने वाले

नीललोहित - नीले और लाल रंग वाले

शूलपाणी - हाथ में त्रिशूल धारण करने वाले

खटवांगी - खटिया का एक पाया रखने वाले

विष्णुवल्लभ - भगवान विष्णु के अतिप्रेमी

शिपिविष्ट - सितुहा में प्रवेश करने वाले

अंबिकानाथ - भगवति के पति

श्रीकण्ठ - सुंदर कण्ठ वाले

भक्तवत्सल - भक्तों को अत्यंत स्नेह करने वाले

भव - संसार के रूप में प्रकट होने वाले

शर्व - कष्टों को नष्ट करने वाले

त्रिलोकेश - तीनों लोकों के स्वामी

शितिकण्ठ - सफेद कण्ठ वाले

शिवाप्रिय - पार्वती के प्रिय

उग्र - अत्यंत उग्र रूप वाले

कपाली - कपाल धारण करने वाले

कामारी - कामदेव के शत्रुअंधकार

सुरसूदन - अंधक दैत्य को मारने वाले

गंगाधर - गंगा जी को धारण करने वाले

ललाटाक्ष - ललाट में आँख वाले 

कालकाल - काल के भी काल

कृपानिधि - करूणा की खान

भीम - भयंकर रूप वाले

परशुहस्त - हाथ में फरसा धारण करने वाले

मृगपाणी - हाथ में हिरण धारण करने वाले

जटाधर - जटा रखने वाले

कैलाशवासी - कैलाश के निवासी

कवची - कवच धारण करने वाले

कठोर - अत्यन्त मजबूत देह वाले

त्रिपुरांतक - त्रिपुरासुर को मारने वाले

वृषांक - बैल के चिह्न वाली झंडा वाले

वृषभारूढ़ - बैल की सवारी वाले

भस्मोद्धूलितविग्रह - सारे शरीर में भस्म लगाने वाले

सामप्रिय - सामगान से प्रेम करने वाले

स्वरमयी - सातों स्वरों में निवास करने वाले

त्रयीमूर्ति - वेदरूपी विग्रह करने वाले

अनीश्वर - जिसका और कोई मालिक नहीं है

सर्वज्ञ - सब कुछ जानने वाले

परमात्मा - सबका अपना आपा

सोमसूर्याग्निलोचन - चंद्र, सूर्य और अग्निरूपी आँख वाले

हवि - आहूति रूपी द्रव्य वाले

यज्ञमय - यज्ञस्वरूप वाले

सोम - उमा के सहित रूप वाले 

पंचवक्त्र - पांच मुख वाले

सदाशिव - नित्य कल्याण रूप वाल

विश्वेश्वर - सारे विश्व के ईश्वर

वीरभद्र - बहादुर होते हुए भी शांत रूप वाले

गणनाथ - गणों के स्वामी

प्रजापति - प्रजाओं का पालन करने वाले

हिरण्यरेता - स्वर्ण तेज वाले

दुर्धुर्ष - किसी से नहीं दबने वाले

गिरीश - पहाड़ों के मालिक

गिरिश - कैलाश पर्वत पर सोने वाले

अनघ - पापरहित

भुजंगभूषण - साँप के आभूषण वाले

भर्ग - पापों को भूंज देने वाले

गिरिधन्वा - मेरू पर्वत को धनुष बनाने वाले

गिरिप्रिय - पर्वत प्रेमी

कृत्तिवासा - गजचर्म पहनने वाले

पुराराति - पुरों का नाश करने वाले

भगवान् - सर्वसमर्थ षड्ऐश्वर्य संपन्न

प्रमथाधिप - प्रमथगणों के अधिपति

मृत्युंजय - मृत्यु को जीतने वाले

सूक्ष्मतनु - सूक्ष्म शरीर वाले

जगद्व्यापी - जगत् में व्याप्त होकर रहने वाले

जगद्गुरू - जगत् के गुरू

व्योमकेश - आकाश रूपी बाल वाले

महासेनजनक - कार्तिकेय के पिता

चारुविक्रम - सुन्दर पराक्रम वाले

रूद्र - भक्तों के दुख देखकर रोने वाले

भूतपति - भूतप्रेत या पंचभूतों के स्वामी

स्थाणु - स्पंदन रहित कूटस्थ रूप वाले

अहिर्बुध्न्य - कुण्डलिनी को धारण करने वाले

दिगम्बर - नग्न, आकाशरूपी वस्त्र वाले

अष्टमूर्ति - आठ रूप वाले

अनेकात्मा - अनेक रूप धारण करने वाले

सात्त्विक - सत्व गुण वाले

शुद्धविग्रह - शुद्धमूर्ति वाले

शाश्वत - नित्य रहने वाले

खण्डपरशु - टूटा हुआ फरसा धारण करने वाले

अज - जन्म रहित

पाशविमोचन - बंधन से छुड़ाने वाले

मृड - सुखस्वरूप वाले

पशुपति - पशुओं के मालिक

देव - स्वयं प्रकाश रूप

महादेव - देवों के भी देव

अव्यय - खर्च होने पर भी न घटने वाले

हरि - विष्णुस्वरूप

पूषदन्तभित् - पूषा के दांत उखाड़ने वाले

अव्यग्र - कभी भी व्यथित न होने वाले

दक्षाध्वरहर - दक्ष के यज्ञ को नष्ट करने वाल

हर - पापों व तापों को हरने वाले

भगनेत्रभिद् - भग देवता की आंख फोड़ने वाले

अव्यक्त - इंद्रियों के सामने प्रकट न होने वाले

सहस्राक्ष - अनंत आँख वाले

सहस्रपाद - अनंत पैर वाले

अपवर्गप्रद - कैवल्य मोक्ष देने वाले

अनंत - देशकालवस्तुरूपी परिछेद से रहित

तारक - सबको तारने वाला

परमेश्वर - सबसे परे ईश्वर
शिव - कल्याण स्वरूप
महेश्वर - माया के अधीश्वर

शम्भू - आनंद स्वरूप वाले

शंकर - सबका कल्याण करने वाले

मरने के बाद स्वर्ग या नर्क से पहले यहां जाती हैं आत्माएं, चलता है केस


हमारे देश में हिमाचल प्रदेश को छोड़ किसी भी महत्वपूर्ण शिवधाम के करीब धर्मराज का मंदिर नहीं है। हिमाचल के चंबा जिला के भरमौर क्षेत्र में पूरे विश्व का एकमात्र धर्मराज का मंदिर है। 
यह मंदिर भरमौर के चौरासी में स्थित है इसलिए इसे चौरासी धर्मेश्वर महादेव मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। 
इंसान के मरने के बाद उसकी आत्मा सबसे पहले इसी मंदिर में जाती है और वहीं उसके कर्मों के मुताबिक उसका अगला जन्म धर्मराज निर्धारित करते हैं ऐसी लोगों की मान्यता है।

:भारतीय राष्ट्रपति की 100 साल की सैलरी के बराबर है इस 1 सैंडिल की कीमत!


PICS:भारतीय राष्ट्रपति की 100 साल की सैलरी के बराबर है इस 1 सैंडिल की कीमत!
आमतौर पर सभी देशों की महिलाएं ज्वैलरी, महंगे कपड़े, कॉस्मेटिक और शूज या सैंडिल के लिए क्रेजी होती हैं और अगर कोई खास मौका हो तो फिर क्या कहना। पार्टी या किसी फंक्शन के लिए महिलाओं की खरीदारी करते समय अपनी क्षमता से कहीं ज्यादा खर्च करने की आदत को वुमन एसेसरीज बनाने वाली कंपनियां भी जानती हैं।

हर मौके पर खास और परिधानों से मैचिंग करते सैंडिल या शूज भी इस खरीदारी का जरूरी हिस्सा होता है लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि इन शूज या सैंडिल की कीमत भी करोड़ों रुपयों में हो सकती है। इनमें कई ऐसी सैंडिल हैं जिनकी कीमत भारतीय राष्ट्रपति की सालाना सैलरी (करीब 18 लाख) से 100 गुनी ज्यादा तक है।

नरम हुआ पाक, सैनिकों से कहा जज्बात को काबू में रखे


नई दिल्‍ली. बुधवार को पाकिस्तानी सेना ने नरम रुख दिखाया। बुधवार शाम पाकिस्तान के डॉयरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन (डीजीएमओ) ने अपने सैनिकों को आदेश जारी कर लाइन ऑफ कंट्रोल पर संघर्ष विराम को बरकरार रखने के लिए कहा। पाक डीजीएमओ ने अधिकारिक तौर पर भारत को जानकारी देते हुए कहा है कि उसने अपने सैनिकों को संघर्ष विराम का सम्मान करने का आदेश दिया है।
इससे पहले सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने पाकिस्‍तानी सैनिक की हत्‍या के पाकिस्‍तान  के आरोप को झूठ बताया है। शहीद हेमराज के परिजनों से मिलने मथुरा पहुंचे सिंह ने कहा कि अगर पाकिस्‍तानी सैनिक मरा भी होगा तो भारत की जवाबी कार्रवाई में, न कि उस तरह जैसे पाकिस्‍तान ने हमारे सैनिकों को मारा।
वहीं एलओसी पर मंगलवार रात एक बार फिर फायरिंग हुई थी। यह फायरिंग रात करीब 10 बजे कुंडी पोस्‍ट के समीप हुई जो लगभग एक घंटे तक चली। पाकिस्‍तान सेना का आरोप है कि इस फायरिंग में उसका एक जवान मारा गया है। पाकिस्‍तानी सेना ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा है, 'भारतीय सेना ने एलओसी पर फिर से फायरिंग की है। जंद्रोत सेक्‍टर में हुई इस फायरिंग में नायक अशरफ शहीद हो गए हैं। नायक अशरफ की पत्‍नी और तीन बेटियां हैं।' ऐसी भी खबर है कि पाकिस्‍तान ने इस मामले में भारत से विरोध जताया है। आईएसपीआर का कहना है कि पाकिस्‍तान के डीजी (मिलिट्री ऑपरेशंस) ने एलओसी पर सीजफायर के मसले पर अपने भारतीय समकक्ष से 'हॉटलाइन' पर बात की है और विरोध जता दिया है।

भारत और पाकिस्‍तान के बीच जारी तनाव के बीच नियंत्रण रेखा यानी एलओसी पर फायरिंग की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। पाकिस्‍तान अपनी गलती मानने की बात तो दूर, भारत पर ही सीजफायर उल्‍लंघन का आरोप लगा रहा है। हद तो तब हो गई जब पाकिस्‍तान की विदेश मंत्री हिना रब्‍बानी खार ने भारतीय नेताओं को नसीहत दे डाली। खार ने एलओसी पर भारतीय सैनिक का सिर काटे जाने की घटना के बाद आर्मी चीफ जनरल बिक्रम सिंह द्वारा दिए गए बयान को बहुत ही आक्रामक करार दिया है। साथ ही उन्‍होंने कहा कि भारतीय नेताओं को उनके देश के घटनाक्रमों से सीख लेनी चाहिए।
अंदरूनी संकट से घिरे पाकिस्‍तान की विदेश मंत्री ने कहा, 'भारत के कई नेताओं के बयानों को सुनकर हमें हैरानी नहीं हुई है। मेरे विचार से यह वह चीज है जो कि पाकिस्‍तान में बदल गई है और भारत को इससे सीख लेने की जरूरत है।' पीबीएस न्‍यूज चैनल के एक शो में पाकिस्‍तानी विदेश मंत्री ने कहा, 'भारतीय सेना प्रमुख का बयान सुनने के बाद मैं 20 साल पहले के माहौल में पहुंच गई हूं।' यह पूछे जाने पर कि भारतीय सेना प्रमुख ने क्‍या कहा था, खार का जवाब था, 'पूरी तरह से अत्‍यंत आक्रामक बयान'।

कचौड़ी के लिए एक महिला की करामात, दिल्ली की जगह जोधपुर पहुंची फ्लाइट!



जोधपुर.जोधपुरी कचौरी की चाहत में एयर इंडिया की एक महिला पायलट की नौकरी पर बन आई है। पायलट ने मुंबई से अपनी शेड्यूल्ड फ्लाइट की जगह जोधपुर की फ्लाइट इसलिए उड़ाई क्योंकि उन्हें जोधपुर एयरपोर्ट पर पहले से ऑर्डर की हुई कचौरियां लेनी थी। घटना तीन दिन पहले की है। 
 

कुरान का सन्देश

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...