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17 जनवरी 2013

आग में जल गए बेटियों के निकाह के 1.30 लाख, अगले महीने करनी है बेटियों की शादी


कोटा.  अनंतपुरा इलाके में शॉर्ट सर्किट से एक मकान में आग लग गई। आग से बेटियों को शादी के लिए रखे सवा लाख रुपए तथा सोने-चांदी के जेवरात जल गए। मोहल्ले वालों ने ही आग को बुझा दिया। आग बुझने के बाद दमकल मौके पर पहुंची।
 
अनंतपुरा निवासी इब्राहिम गुरुवार दोपहर को परिवार सहित मजदूरी करने गया था। घर में अकेली मां थी। दोपहर को उसने कमरे से धुआं उठते देखा। उसने आसपास वालों को बुलाया और कमरा खोला तो आग की लपटें उठ रही थी। मोहल्ले वाले आग बुझाने के लिए दौड़ पड़े। किसी ने बाल्टी से किसी ने मटकी में भरे पानी से आग बुझाना शुरू कर दिया।
 
आधे घंटे के प्रयास के बाद आग पर काबू पा लिया गया। लोगों का कहना है कि दमकल सूचना के पौन घंटे बाद पहुंची। कमरे में बिजली के तार खुले हुए थे और उनमें शॉर्ट सर्किट होने से आग लगी। विधायक ओम बिरला भी मौके पर पहुंचे और कहा कि बेटियों की शादी में उनका और शहरवासियों का पूरा सहयोग रहेगा।
 
 सवा लाख व जेवरात जले
 
इब्राहिम की बेटियां हिना व हमीदा का 15 फरवरी को निकाह है। इब्राहिम बेटियों के निकाह की तैयारी में जुटा हुआ था। उसका कहना है कि जैसे-तैसे रुपए जमा किए थे। आग से 1 लाख 30 हजार, चांदी की पायजेब, बिछिया और बाजू बंध तथा सोने की लोंग और कान की बालियां जल गईं।
 

उधर लोग कर रहे थे नमाज और इधर खौलती देग में कूद गईं जायरीन मां-बेटी



अजमेर. सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में गुरुवार को प्रसाद की खौलती देग में कूदने से जायरीन मां-बेटी बुरी तरह झुलस गईं। 
 
घटना के वक्त प्रसाद बना रहे कारिंदे मौजूद थे, उन्होंने ही दोनों को बाहर निकाला। उपचार के लिए जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां दोनों की हालत नाजुक बताई जा रही है। मां-बेटी केरल की रहने वाली हैं। इस हादसे के बाद देग में प्रसाद बनाना स्थगित कर दिया गया। देग की सफाई के बाद रात में प्रसाद की दूसरी देग पकाई गई।

:इश्‍क की खातिर जब इस महाराजा ने उतार फेंके वस्‍त्र तो भीग गई ' वो'आंखें


PICS:इश्‍क की खातिर जब इस महाराजा ने उतार फेंके वस्‍त्र तो भीग गई ' वो'आंखें
चंडीगढ़। लाहौर को जीतने के बाद महाराजा रणजीत सिंह को मुल्तान के नवाब मुजफर खान ने मित्रता करने के लिए बुलाया। महाराजा रणजीत सिंह ने अपनी सेना को लाहौर वापस भेज दिया और कुछ दरबारियों के संग वह मुल्तान पहुंचे। वहां उनका नवाब के द्वारा भव्य स्वागत किया गया। महाराजा की शान में वहां महफिल बुलाई गई। इस महफिल में मुल्ताने की एक नर्तकी मोहरां ने जब नृत्य पेश किया तो महाराज उस पर फिदा हो गए। मोहरां बहुत ही खुबसूरत थी मानो जन्नत से कोई परी धरती पर उतर आई हो। दिनोदिन महाराजा रणजीत सिंह और मोहरां के प्रेम प्रसंग बढऩे लगे। मोहरां क्योंकि मूसलमान थी इसलिए महाराजा के लिए उससे शादी करना बहुत कठिन था। मोहरा के माता पिता से बातचीत करने के बाद महाराजा रणजीत सिंह ने मोहरा को लाहौर भेजने का आग्रह किया और स्वयं लाहौर लौट आए। कुछ समय के बाद मोहरा लाहौर आ गई जहां उसके रहने का शाही प्रबंध कर दिया गया। महाराजा रणजीत सिं सिक्खी धर्म को मानने वाले थे इसलिए वह मोहरा से चोरी छुपे मिलते थे। लेकिन इश्क और मुश्क कहां छुपता है। महाराजा के गुप्त चरों ने एक दिन दोनों को देख लिया और बात राज्य में आग की तरह फैल गई। ये सब  जिक्र तिलकराज गोस्‍वामी ने आपनी किताब में कर रखा है।इश्‍क की यह बात जब अकाल तख्त तक पहुंच गई तो बवाल मच गया मोहरा की खातिर कैसे महाराजा कोड़े खाने व झूठे बर्तन मांजने के लिए तैयार हो गए

खजुराहो से पहले यह मंदिर देता था सेक्स एजुकेशन

 


रायपुर। आप यदि खजुराहो को दुनिया का पहला कामकला का केन्द्र मान रहे हैं तो संभवत: आप गलत हैं। खजुराहो से पहले भी मंदिरों पर कामकला के दर्शन होते हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी से सवा सौ किलोमीटर दूर एक मंदिर ऐसा है जो खजुराहो और सूर्य मंदिर कोणार्क के समीप दिखाई देता है। इस मंदिर में कोई एक दो नहीं पूरी 54 मूर्तियां हैं जो मैथुन की अवस्था में दिखाई देती हैं। प्रचार—प्रसार और सुविधाओं के अभाव में यह मंदिर वैसी ख्याति हासिल नहीं कर पाया।

गिरफ्तार करने के बाद पुलिस हुई कन्फ्यूज्ड, उसे चादर में छुपा दिया!


इंदौर/जयपुर.जलमहल लीज धोखाधड़ी मामले में उद्योगपति व ज्वैलर नवरतन कोठारी को गुरुवार को इंदौर में हिरासत में ले लिया गया। जयपुर की अधीनस्थ अदालत ने कोठारी के अलावा आईएएस विनोद जुत्शी, आरएएस हृदेश कुमार व एक अन्य आरोपी राकेश के खिलाफ 9 जनवरी को गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।  
 
इंदौर के एसपी ओपी त्रिपाठी ने बताया कि राजस्थान पुलिस से सूचना मिली थी कि कोठारी का गिरफ्तारी वारंट है। उन्हें मधुमिलन चौराहा स्थित प्रेसीडेंट होटल के सामने से हिरासत में लिया गया। यहां वे रेसकोर्स रोड पर रहने वाले रिश्तेदार विनय लुंकड़ की शवयात्रा में शामिल होने आए थे। सुबह जब वे होटल से लुंकड़ के घर जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। 
 
बाद में लुंकड़ के परिजन व वकील कोठारी को छुड़ाने ग्वालटोली थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें कोठारी से नहीं मिलने दिया।कोठारी के परिचित इधर-उधर फोन घुमाते रहे। इस बीच उन्होंने खाने के साथ कोठारी के लिए दवाएं पुलिस को दी। इंदौर पुलिस ने कोठारी को हिरासत में लेने की सूचना राजस्थान पुलिस को दे दी है। राजस्थान पुलिस उन्हें लाने इंदौर रवाना हो गई है। 
 
यह है मामला: 
 
जयपुर में जलमहल की जमीन को व्यवसायी कोठारी की फर्म को कौड़ियों के भाव 99 साल की लीज पर देने के मामले को भगवत गौड़ ने अधीनस्थ कोर्ट में चुनौती दी थी। महानगर की एसीजेएम (4) कोर्ट ने 28 अप्रैल 11 को ब्रहृमपुरी थानाधिकारी को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए। 
 
बाद में कोर्ट ने 9 सितंबर 2011 के आदेश से इनके खिलाफ प्रसंज्ञान लेते हुए गिरफ्तारी वारंट से तलब किया था। एडीजे (5) कोर्ट ने 7 अक्टूबर 2011 के अंतरिम आदेश से एसीजेएम कोर्ट के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। हाईकोर्ट ने भी एसीजेएम व एडीजे कोर्ट के आदेश को सही करार दिया था। 
 
सुप्रीम कोर्ट ने 17 फरवरी 2012 के अंतरिम आदेश से कोठारी व जुत्शी सहित चारों आरोपियों की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। साथ ही 4 अक्टूबर 2012 को कोठारी व अन्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की कार्रवाई पर लगाई रोक को जारी रखते हुए एडीजे कोर्ट को तीन महीने में इनकी निगरानी याचिकाओं को तय करने का निर्देश दिया। 
 
एडीजे (5) कोर्ट ने 5 जनवरी को नवरतन कोठारी सहित आईएएस अफसर विनोद जुत्शी व आरएएस हृदेश कुमार की निगरानी याचिकाओं को खारिज कर दिया और एसीजेएम (4) कोर्ट के 9 सितंबर 2011 के उस आदेश की पुष्टि की जिसमें कोठारी सहित विनोद जुत्शी, हृदेश कुमार व राकेश सैनी के खिलाफ प्रसंज्ञान लेकर उनके गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे। 
 
एसीजेएम कोर्ट ने 9 जनवरी 2013 को कोठारी सहित आईएएस विनोद जुत्शी, आरएएस हृदेश कुमार व राकेश सैनी के खिलाफ दुबारा गिरफ्तारी वारंट जारी कर पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिया कि वे 24 जनवरी तक वारंट की तामील करवाएं। तामील नहीं होने पर पुलिस कमिश्नर कोर्ट में उपस्थित होकर स्पष्टीकरण दें। 
 
इंदौर पुलिस को नहीं पता था कोठारी हैं या कोई और, चादर से ढंका
 
हिरासत में लिए जाने के बाद कोठारी को पुलिस ने चादर से छिपा दिया। क्योंकि फोटो के अभाव में इंदौर पुलिस को पता नहीं था कि उसने कोठारी को पकड़ा है या किसी और को। थाने के बंद कमरे में कोठारी सुबह से शाम तक एक कुर्सी पर बैठे रहे। इस बीच भास्कर ने उन पर लगाए गए धोखाधड़ी के आरोप के बारे में पूछा लेकिन वे खामोश बैठे रहे।
 
मप्र सरकार के दबाव में कार्रवाई का आरोप
 
जलमहल रिसोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के प्रवक्ता ने आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश सरकार ने दवाब के चलते नवरतन कोठारी को हिरासत में लिया है, जबकि वे एक पारिवारिक सदस्य के दाह संस्कार में शामिल होने के लिए इंदौर आए थे। कोठारी को पुलिस ने बिना कोई वारंट या कानूनी प्रक्रिया अपनाए ही पकड़ा है, ऐसे में उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मुंबई हमले के एक और आरोपी को सजा: तहव्वुर राणा को 14 साल की जेल



शिकागो.  आतंकी तहव्वुर राणा को अमेरिकी अदालत ने 14 साल जेल की सजा सुनाई है। सजा खत्म होने के बाद राणा पर पांच साल तक पुलिस की निगरानी रहेगी। 
 
पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक राणा मुंबई हमले के आरोपी डेविड कोलमैन हेडली का साथी है। हेडली पर 24 जनवरी को फैसला आएगा। उसने आतंकी हमले के लिए मुंबई के ठिकानों की रेकी की थी।
 
अमेरिका की संघीय अदालत ने 52 साल के राणा को डेनमार्क के अखबार ‘जिलांद्स पोस्टन’ पर आतंकी हमले का दोषी पाया है। राणा ने हमले के लिए आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को भी मदद पहुंचाई थी। 
 
मुंबई हमले के आरोपों से राणा बरी
 
तहव्वुर हुसैन राणा को जूरी ने 10 जून 2011 को दोषी ठहराया था। उसे डेनमार्क के अखबार पर हमले की साजिश रचने तथा लश्कर ए तैयबा की मदद करने के जुर्म में दोषी ठहराया गया था, लेकिन मुंबई हमलों की साजिश के मामले में उसे बरी कर दिया गया। राणा ने खुद को सभी मामलों में बरी किए जाने तथा फिर से मुकदमा चलाए जाने का आग्रह किया था जिसे खारिज कर दिया गया।

कुरान का सन्देश

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