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21 जनवरी 2013

वोह मुझे इतनी शिद्दत से पढ़ा ना करे

ऐ खुदा
उनसे कह
वोह मुझे
इतनी शिद्दत से
पढ़ा ना करे ..
मुझे पढ़ कर
मुझे जानक्रर
मुझे समझ कर
कहीं उन्हें फिर से
मुझ से
प्यार ना हो जाए
अगर ऐसा हुआ
तो वोह पहले प्यार
और फिर
उनकी आदत के मुताबिक
पहले की तरह
फिर बेवफाई करेंगे
रुसवाई करेंगे
अगर फिर ऐसा हुआ
तो में तो जीते जी ही मर जाऊँगा
इसलियें ऐ खुदा
उनसे कह
वोह मुझे
इस कदर पढ़ा ना करें .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दमदार नुस्खा: इससे गैस और एसिडिटी से मिल जाएगी तुरंत राहत


 

असंतुलित खानपान के कारण गैस व कब्ज जैसी समस्याएं होना आम है। गैस के कारण पेटदर्द, जोड़ो के दर्द व सिरदर्द जैसी कई छोटी-छोटी परेशानियों होती है। इसे जड़ से खत्म करने के लिए हस्तमुद्रा व योग से सरल उपाय नहीं है। वायु मुद्रा के लिए दिनभर में सिर्फ पांच मिनट देकर आप गैस व कब्ज से छुटकारा पा सकते हैं।

वायु मुद्रा- इस मुद्रा को बनाने के लिए अंगूठे के बाद वाली पहली अंगुली यानी इंडैक्स फिंगर  को मोड़कर उसके नाखुन वाले भाग का हल्का दबाव अंगूठे के मूल भाग  में किया जाय और अंगूठे से तर्जनी पर दबाव बनाया जाए ,शेष तीनो अँगुलियों को अपने सीध में सीधा रखा जाए। इससे जो मुद्रा बनती है,उसे वायु मुद्रा कहते हैं। इस मुद्रा को रोज पांच मिनट से दस मिनट करने से हर तरह की गैस प्राब्लम, वात, पक्षाघात, हाथ पैर या शरीर में कम्पन, लकवा, हिस्टीरिया, आदि अनेक असाध्य रोग इस मुद्रा से ठीक हो जाते हैं। इस मुद्रा के साथ कभी कभी प्राण मुद्रा भी करते रहना चाहिए।
 

राहुल गांधी फैक्टर ने खिसकाई बड़े नेताओं की जमीन



जयपुर.चिंतन शिविर समाप्त होने के बाद कांग्रेस के युवा नेताओं में नया जोश नजर आ रहा है, वहीं कई स्थापित पुराने नेताओं में आरजी (राहुल गांधी) फैक्टर का खौफ है। 
 
आरजी फैक्टर ने कई पुराने नेताओं को पार्टी में उनकी जमीन खिसकने का भय पैदा कर दिया है। राहुल गांधी ने चिंतन शिविर के दौरान ग्रुप चर्चा में जिस तरह युवाओं को मौका दिया और पार्टी के पुराने सिस्टम की आलोचना की, उससे पुराने नेताओं को अब उनके महत्व कम होने का डर सता रहा है। 
 
कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा कि ग्रुप चर्चा में आरजी फैक्टर ने कई दिग्गज नेताओं को युवाओं के आगे चुप रहने पर मजबूर कर दिया था।  
 
आरजी फैक्टर के राजस्थान के लिए मायने
 
>   जयपुर घोषणा के बाद अब पार्टी संगठन में व्यापक बदलाव तय है, ऐसे पदाधिकारी परेशान हैं जिनकी परफॉर्मेंस कमजोर है। 
 
>   पार्टी में यूथ कांग्रेस से आई राहुल की टीम के नेताओं का महत्व बढ़ेगा। कांग्रेस के बड़े नेताओं में चर्चा है कि अब तो युवा नेताओं का बोलबाला रहेगा। 
 
>   नए सिरे से संगठन में जिम्मेदारियां तय होंगी, कई निष्क्रिय नेताओं की छुट्टी होना तय। 
 
>   दागी, जोड़तोड़ कर पद लेने वाले और पार्टी के लिए काम नहीं करने वाले नेताओं को टिकट मिलना पुराने दिनों की बात हो सकती है। कई नेताओं को टिकट कटने का डर।

हर गुमशुदा बच्चे का एफआईआर जरूरी


सुप्रीम कोर्ट ने गुमशुदा बच्चों के सभी मामलों में प्राथिमिकी यानी एफआईआर दर्ज किए जाने को अनिवार्य कर दिया है. साथ ही मुख्य न्यायधीश अलतमस कबीर की अगुवाई वाली तीन जजों की खण्डपीठ ने बच्चों की गुमशुदगी के मुद्दे पर राज्य सरकारों के ढुलमुल रवैये पर भी कड़ी नाराज़गी जताई है.
सुप्रीम कोर्ट ने ये निर्देश एक स्वंयसेवी संस्था, बचपन बचाओ आंदोलन, की एक याचिका की सुनवाई करते हुए दिए. अदालत ने गुजरात, तमिल नाडु, उड़ीसा, हिमाचल प्रदेश, गोवा और अरुणाचल प्रदेश के मुख्य सचिवों को भी मामले में तलब किया है और कहा है कि पांच फरवरी को उसके सामने पेश हों.
राज्य सरकारों के आंकड़ो का हवाला देते हुए स्वंयसेवी संस्था ने कहा कि मुल्क भर में साल भर के दौरान कम से कम एक लाख गुम हो जाते हैं. संस्था के अनुसार जहां लाख बच्चे साल भर में गायब होते हैं वहीं मात्र 10,000 मामलों की शिकायत ही पुलिस के पास दर्ज होती है.
बीबीए के वक़ील एच एस फुल्का ने बीबीसी को बताया कि, “एफआईआर दर्ज होने से फायदा ये होगा कि अखबार में बच्चे की फोटो छपेगी, जिससे उनके मिलने या उनकी पहचान होने की संभावना बढ़ जाएगी.” उनके अनुसार, ज़्यादातर बच्चों के गुम होने पर मां-बाप जब पुलिस थाने जाते हैं तो उनकी शिकायत दर्ज करने के बजाए उन्हें कहा जाता है कि बच्चा आसपास ही होगा और ढूंढने की कोशिश करें तो मिल जाएगा.
सुप्रीम कोर्ट ने सभी पुलिस थानों में बाल कल्याण अधिकारी की अध्यक्षता में बच्चों के लिए विशेष पुलिस यूनिट बनाने के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सुझाव भी मान लिए हैं.

कुरान का सन्देश

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महाकुंभ मेले को देख आश्चर्य में है दुनिया, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी करवाएगी शोध

महाकुंभ मेले को देख आश्चर्य में है दुनिया, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी करवाएगी शोध
न्यूयार्क. भारत ही नहीं दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ मेले पर शोध होगा। हार्वर्ड विश्वविद्यालय के विद्यार्थी और प्रोफेसर की सात फेकल्टी को मिलाकर इसके लिए एक दल बनाया है। यह दल इलाहाबाद आकर कुंभ मेले के लिए बसाए जाने वाले अस्थायी शहर योजना और उसके अर्थशास्त्र पर रिसर्च करेगा।
 
 
हार्वर्ड विश्वविद्यालय के दक्षिण एशिया इंस्टीट्यूट की एसोसिएट निदेशक मीना हीवेट के मुताबिक हम पहली बार ऐसे आयोजन पर शोध कर रहे हैं। इसके तहत देखा जाएगा कि कुंभ नगरी में बनाए गए अस्थायी घर कैसे हैं।
 
यहां उनके लिए किस तरह से बिजली, पानी और खाने की व्यवस्था की जाती है। यह भी देखेंगे कि उनके मनोरंजन, पुलिस और फायर ब्रिगेड की क्या व्यवस्था रहती है? सभी फैकल्टीज अध्ययन रिपोर्ट सितंबर 2013 तक जमा करा देंगे।

तीन बार MLA और मंत्री भी रह चुका है यह शख्स, फिर भी ये हाल!



रांची/जमशेदपुर। नाम सनातन सरदार, आयु 79 वर्ष, उपलब्धि पोटका से तीन बार विधायक, कार्यकाल वर्ष 1977 से 1990 तक। अविभाजित बिहार में एक बार मंत्री रहे। यह सब सुनकर दिलो-दिमाग पर तस्वीर उभरती है, किसी भारी भरकम नेता की, जिनका आलीशान बंगला हो और ठाट-बाट की जिंदगी। लेकिन, पोटका के रोलाडीह गांव आते ही ख्याल बदल जाएगा, जब आपके सामने होंगे खुद सनातन और उनका घर। मकान के नाम पर पैतृक संपत्ति के रूप में मिली एक झोपड़ी है। पेंशन, खेती और छोटे से पोल्ट्री फॉर्म की आय से उनके परिवार का भरण-पोषण होता है।

पेंशन भी उन्हें पूर्व विधायक होने के नाते मिलता है। खुद की अर्जित कोई चल-अचल संपत्ति नहीं है। मगर, इसका मलाल उन्हें नहीं है। सनातन इस उम्र में सीना की बीमारी से लड़ रहे हैं।

अच्छे आदमी के पास पैसा कहां
तब और आज की राजनीति के सवाल पर सनातन पूरी राजनीतिक व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हैं। बकौल सनातन, 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीता था। फिर भाजपा टिकट पर विजयी हुआ। खुद के पास चुनाव लडऩे के लिए रुपए नहीं थे। कांग्रेस चुनाव का खर्च उठाती थी। सो, कांग्रेस पार्टी में चला गया और तीसरी बार विधायक बना। लेकिन, विचारधारा से समझौता नहीं किया। बिंदेश्वरी दुबे के मंत्रिमंडल में शामिल हुआ। 1990 में कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया। अब यह चलन है कि पैसा दो, टिकट लो। फिर नोट दो, वोट लो। अच्छे आदमी के पास पैसा है कहां? जनता अब ऐसे लोगों को खोज रही है, जो ईमानदार एमएलए या एमपी बने।
अब बिना कमीशन नहीं होता काम
मंत्री या विधायक रहते कभी कमीशन का ऑफर मिला था? इस सवाल पर वे सवालिया लहजे में कहते हैं, किसमें हिम्मत थी इतनी? उन्हें कमीशन देने की बात कोई सोच भी नहीं सकता था। बहुत कड़ाई थी। हमें चिंता रहती थी कि कहीं से अंगुली न उठे, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। श्री सरदार कहते हैं कि झारखंड में हर तरफ कमीशनखोरी है। ब्लॉक में कमीशन के कोई काम नहीं होता। लोग एक बार एमएलए या मंत्री बन रहे हैं, कोठी खड़ी कर रहे हैं। ये हालात सुधरने चाहिए।

एक झटके में 600 रुपये महंगा हुआ सोना!

नई दिल्‍ली. देश में सोना खरीदना अब और भी महंगा होगा। सरकार ने सोने और प्‍लैटिनम पर इम्‍पोई ड्यूटी 2 फीसदी बढा दी है। मतलब विदेश से सोना खरीदने पर 2 फीसदी अधिक आयात शुल्‍क देना होगा। यह बढ़ोतरी तत्‍काल प्रभाव से लागू हो गई है। साथ ही सरकार ने अपील की है कि लोग जरूरत के हिसाब से ही सोना खरीदें।
गोल्‍ड और प्‍लैटिनम पर इम्‍पोर्ट ड्यूटी 4 से बढ़ाकर 6 फीसदी कर दी गई है। इस वक्‍त सोने के भाव 30609 रुपये प्रति ग्राम है। जानकारों का मानना है कि इम्‍पोर्ट ड्यूटी 2 फीसदी बढ़ने पर सोने की कीमत में करीब 600 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोत्‍तरी हो सकती है।

हवस की आग में कत्लः पति की कब्र पर बनाया तंदूर, सेंकती रही रोटियां

अबोहर. पुलिस ने मार्च 2012 में हुई गांधीराम की हत्या के मामले में सनसनीखेज खुलासा किया है। हत्या किसी और ने नहीं, गांधीराम की पत्नी मीनू ने अपने आशिक राकेश के साथ मिलकर की थी। मीनू ने पति के शव को अपने घर के आंगन में गाड़ कर उसके ऊपर तंदूर बना दिया और तीन महीने तक उस पर रोटियां पकाती रही। दोनों आरोपियों को पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस का बयान- शादीशुदा मर्द से थे गैंगरेप की शिकार औरत के संबंध, हत्‍या की कोशिश का केस भी है दर्ज!


पुलिस का बयान- शादीशुदा मर्द से थे गैंगरेप की शिकार औरत के संबंध, हत्‍या की कोशिश का केस भी है दर्ज!
नई दिल्‍ली. बीते साल 16 दिसंबर को नई दिल्‍ली में चलती बस में हुए गैंगरेप के मामले की सुनवाई सोमवार से फास्‍ट ट्रैक कोर्ट में शुरू हो गई है। इस केस के बाद देश भर में महिलाओं की सुरक्षा और सम्‍मान को लेकर काफी बहस हुई और हंगामा भी हुआ, लेकिन  बलात्‍कार की घटनाएं रुक नहीं रही हैं। (इला
 
ताजा घटना चंडीगढ़ की है, जहां एक नर्स से गैंगरेप का मामला सामने आया है। हालांकि पुलिस इस मामले में महिला के चरित्र को ही कठघरे में खड़ा कर रही है। समाचार एजेंसी 'पीटीआई' ने बठिंडा के एसएसपी रविचरण बरार के हवाले से कहा है कि गैंग रेप की शिकार महिला के खिलाफ साल भर पहले पंजाब के फजिल्‍का में हत्‍या की कोशिश का एक मामला दर्ज है और वह फिलहाल बेल पर थी।
 
एसएसपी ने कहा कि गैंग रेप की शिकार महिला नर्स है और इससे पहले बठिंडा में काम कर रही थी जहां वह एक सुनील नाम के शख्‍स से संपर्क में आई जो विवाहित है। दोनों के बीच रिश्‍ते बने। इसी बीच, सुनील की पत्‍नी का एचआईवी टेस्‍ट पो‍जिटिव आया। सुनील की पत्‍नी ने अपने पति और इस महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। सुनील अब भी जेल में बंद है ज‍बकि यह महिला जमानत पर बाहर आ गई है।
 
शुक्रवार को  चंडीगढ़ के सेक्टर-43 बस स्टैंड से उसे अगवा किया गया और दो दिन तक बंधक बनाकर रखा गया। उसका अश्लील वीडियो भी बनाया गया। रविवार शाम 5.45 बजे उसे बठिंडा-डबवाली रोड पर कार से फेंक दिया गया। एक व्यक्ति ने उसे सड़क पर बेहोश देखा और बठिंडा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। लड़की की हालत खतरे से बाहर बताई जाती है। लेकिन जब भी उसे होश आ रहा है, वह सिहर उठती है
 
लड़की ने बताया कि कार में एक महिला और दो पुरुष थे। एक व्यक्ति ने इंजेक्शन लगाकर उसे बेहोश कर दिया। जब उसे होश आया तो उसने खुद को एक कमरे में पाया। एक व्यक्ति उसका अश्लील वीडियो बना रहा था। पुलिस ने बताया कि बेहोशी की हालत में छात्रा के साथ कई लोगों ने दुष्कर्म किया। उसे बार-बार बेहोश कर उसके साथ गैंगरेप किया गया।
 
मोगा के लंडेके गांव की 26 वर्षीय छात्रा ने शुक्रवार दोपहर सेक्टर-43 बस स्टैंड के बाहर एक कार वाले से मुकुट अस्पताल का पता पूछा था। उस व्यक्ति ने उसे बातों-बातों में अपनी कार में धकेल दिया। लड़की चिल्लाई। लेकिन, जब तक कोई उसकी आवाज सुनता, आरोपी कार को तेजी से भगा ले गया।
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