नागपुर. सेना की अनुशासित जिंदगी में भगोड़ा शब्द का कोई स्थान
नहीं पर एक जवान ने इसे अपनी जिंदगी के साथ जोड़ लिया। शादी के मंडप में
दुल्हन इंतजार करती रही और वह फरार हो गया।
शादी के जोड़े में ही दुल्हन थाने पहुंची और मामला दर्ज कराया। सदर पुलिस ने दूल्हे व उसके माता-पिता के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है।
विजय मदन पिल्ले (31) म्हाडा कालोनी ,धरमपेठ निवासी है। सोमवार को उसकी शादी वाईएमसीए हाल में गड्डïीगोदाम क्षेत्र की युवती से होने वाली थी।
एक माह से तैयारी की जा रही थी। रिश्तेदारों व परिचितों को निमंत्रण पत्रिकाएं भी बांट दी गई। तय समय पर सभी लोग शादी स्थल पर पहुंचे।
दुल्हन ढेरों सारे अरमान के बीच भी हाथों में रची मेहंदी में खोई हुई थी। घड़ी-दर-घड़ी समय सरकता जा रहा था पर दूल्हे का पता नहीं था। रिश्तेदार भी नहीं आए थे। काना-फुसी तेज हो गई।
आशंकाओं के बीच दूल्हे विजय को फोन लगाया गया, मगर फोन बंद था। कुछ लोगों ने घर जाकर देखा तो ताला लगा था। दुल्हन पक्ष वालों को माजरा समझ में आ गई। दुल्हन के साथ ही वे थाने पहुंचे।
शादी के जोड़े में ही दुल्हन थाने पहुंची और मामला दर्ज कराया। सदर पुलिस ने दूल्हे व उसके माता-पिता के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है।
विजय मदन पिल्ले (31) म्हाडा कालोनी ,धरमपेठ निवासी है। सोमवार को उसकी शादी वाईएमसीए हाल में गड्डïीगोदाम क्षेत्र की युवती से होने वाली थी।
एक माह से तैयारी की जा रही थी। रिश्तेदारों व परिचितों को निमंत्रण पत्रिकाएं भी बांट दी गई। तय समय पर सभी लोग शादी स्थल पर पहुंचे।
दुल्हन ढेरों सारे अरमान के बीच भी हाथों में रची मेहंदी में खोई हुई थी। घड़ी-दर-घड़ी समय सरकता जा रहा था पर दूल्हे का पता नहीं था। रिश्तेदार भी नहीं आए थे। काना-फुसी तेज हो गई।
आशंकाओं के बीच दूल्हे विजय को फोन लगाया गया, मगर फोन बंद था। कुछ लोगों ने घर जाकर देखा तो ताला लगा था। दुल्हन पक्ष वालों को माजरा समझ में आ गई। दुल्हन के साथ ही वे थाने पहुंचे।