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17 फ़रवरी 2013

आईएएस की पत्नी को करता था अश्लील मैसेज, 20 दिन बाद दर्ज हुआ मामला



 
श्योपुर/ग्वालियर। मध्यप्रदेश में एक आईएएस अधिकारी व श्योपुर जिले के पूर्व कलेक्टर की पत्नी को छेड़खानी का मामला दर्ज कराने के लिए 20 दिन भटकना पड़ा। शनिवार को पुलिस ने तब शिकायत दर्ज की जब आईएएस की पत्नी ने प्रदेश के गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता व चंबल के आईजी एसएम अफजल को फोन कर इसकी शिकायत की।
 
जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) कार्यालय में पदस्थ असिस्टेंट इंजीनियर दीपक त्रिपाठी पर आरोप लगे हैं। शिकायत में कहा गया है कि उन्होंने आईएएस सोहेल अख्तर की पत्नी शबनम के फेसबुक आईडी पर अश्लील मैसेज व फोटो मेल किए। शबनम डीपीसी कार्यालय में ही डाटा एंट्री ऑपरेटर हैं। उनके पति सोहेल अख्तर वर्ष 2000 से मार्च 2002 तक श्योपुर के कलेक्टर रहे हैं। वर्तमान में वे इंफाल में पदस्थ हैं।
 
शबनम ने पहले 27 जनवरी को त्रिपाठी की शिकायत स्थानीय पुलिस में की। वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। पूरे 20 दिन तक इंतजार करने के बाद शनिवार को उन्होंने गृहमंत्री और चंबल आईजी को अपनी शिकायत बताई। आईजी ने फोन कर कोतवाली पुलिस को त्रिपाठी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए।
 
 
पुलिस मामले की जांच कर रही थी। जांच में देर इसलिए हुई, क्योंकि दोनों सरकारी कर्मचारी हैं। जांच के बाद दीपक त्रिपाठी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।’
-बीएस कुशवाह, टीआई, कोतवाली श्योपुर 
 
 
‘मैंने किसी की मेल आईडी पर न तो अश्लील फोटो और मैसेज भेजे हैं और न ही छेड़छाड़ की है।’
-दीपक त्रिपाठी, असिस्टेंट इंजीनियर

शिव ने किया तांडव, विष्णु ने घुमाया चक्र और टुकड़े -टुकड़े हो गया सती का शरीर!

 

 

राजपूतों के गौरवशाली इतिहास को समेटे राजस्थान पर्यटन के साथ-साथ कई प्राचीन धार्मिक स्थलों के लिए भी जाना जाता है।यहां प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक स्थान है सुंधामाता का मंदिर।श्रृद्धालुओं की विशेष आस्था का केंद्र यह मंदिर जालोर जिले में जिला मुख्यालय से 105 किमी दूर रानीवाड़ा तहसील में मालवाडा और जसवंतपुरा के बीच स्थित है। नवरात्री में इस मंदिर में देश-भर के श्रृद्धालुओं का तांता लगा रहता है।अरावली की पहाड़ियों में धरातल से 1220 मी की ऊंचाई पर एक प्राचीन गुफा में माँ शक्ति अघ्टेश्वरी देवी के रूप में विराजमान हैं।
 माता का मंदिर सुंधा पहाड़ पर स्थित होने के कारण देवी को सुंधामाता के नाम से जाना जाता है।माता के इस मंदिर में सिर्फ देवी के सिर की ही पूजा की जाती है।इस कारण चामुंडा माता के इस धाम को अघ्टेश्वरी देवी के नाम से जाना जाता है।इस सम्बन्ध में एक कथा प्रचलित है।
 कथा के अनुसार एक समय दक्ष प्रजापति ने एक यज्ञ का आयोजन किया और उसमे अपने दामाद अर्थात भगवान शंकर को इस यज्ञ में आमंत्रित नहीं किया,जब माता सती को इस बात की खबर लगी तो वे आगबबुला हो गईं और दक्ष प्रजापति द्वारा किये जा रहे उस यज्ञ की वेदी में कूदकर आत्मदाह कर लिया।
वृतांत का पता चलते ही भगवान शिव भी यज्ञ शाला में पहुंच गए और माता सती के जले हुए शरीर को उठाकर तांडव नृत्य करने लगे।
 

 


 

कश्मीर लाया जाएगा अफजल गुरु का शव, पहले से ही खोद रखी है कब्र



जम्मू। आतंकी अफजल गुरु के परिजनों ने दावा किया है कि उसका शव कश्मीर लाया जाएगा। इसके लिए उनकी दिल्ली में शीर्ष नेताओं और अधिकारियों से बात हो चुकी है।
 
परिजनों ने कहा कि सरकार ने उन्हें अगले हफ्ते तक शव सौंपने की बात कही है। अफजल को संसद पर हमले में दोषी पाए जाने के बाद फांसी दी गई थी।
 
जम्मू-कश्मीर की सत्ताधारी नेशनल कॉन्फ्रेंस भी केंद्र पर दबाव बना रही है कि कश्मीर में बिगड़ते हालात पर काबू पाने के लिए अफजल का शव परिजनों को सौंपा जाए।
 
कैबिनेट बैठक में हो सकता है फैसला
 
इस संदर्भ में शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्रालय के उच्चाधिकारियों की एक अहम बैठक हुई है। कहा जा रहा है कि अगले हफ्ते प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट में इस पर अंतिम फैसला हो सकता है।
 
परिजनों के अनुसार, शव को अगले हफ्ते नई दिल्ली से श्रीनगर एयरपोर्ट पर लाया जाएगा। वहां से उसे सीधे सोपोर अफजल गुरु के परिजनों को सौंपा जाएगा।

कुरान का सन्देश

कुरान 

काटजू ने कहा अरब का इत्र भी नहीं छुपा सकता मोदी के दाग, विवेक ओबराय ने किया मोदी का समर्थन

नई दिल्ली. देश के अगले पीएम के लिए आम से लेकर खास लोग सब कयास लगा रहे हैं। बीजेपी के पीएम पद के एक संभावित उम्मीदवार नरेंद्र मोदी और उनकी नीतियों की जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने आलोचना की है तो फिल्म स्टार विवेक ओबराय को लगता है कि मोदी ही देश की पीएम पद के लिए ठीक नेता हैं।
गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी को लेकर जस्टिस मार्कंडेय काटजू और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं। काटजू के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखे लेख से नाराज बीजेपी नेता अरुण जेटली ने उनसे प्रेस परिषद के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को कहा है। इसके बाद पूरी पार्टी जेटली के समर्थन में आ गई। वहीं काटजू ने जेटली को जवाब देते हुए कहा कि जिस तरह से अरुण जेटली तथ्यों को तोड़मरोड़ कर पेश करते हैं उन्हें खुद ही राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए।

इस बहस की शुरुआत एक अंग्रेजी दैनिक में काटजू के गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर लेख लिखने से हुई। इस लेख से नाराज बीजेपी ने मांग जस्टिस काटजू को प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने या उन्हें हटाने की मांग की। काटजू ने लेख में नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए देश के लोगों से अपील की थी कि वे सोच-समझकर देश का पीएम चुनें। बीजेपी के नेता अरुण जेटली ने एक खुले पत्र में कहा है कि जस्टिस काटजू की यह अपील राजनीतिक है और यह अपील किसी कांग्रेसी नेता से भी ज्यादा कांग्रेसी है। जेटली ने कहा कि काटजू का बयान पूर्वाग्रह से ग्रसित है। इससे पहले काटजू ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला करते हुए कहा था कि बिहार में प्रेस की आजादी नहीं है।

दोस्तों एक कहावत है ..गरीब की जोरू सबकी भाभी होती है .यही हाल अब मुसलमानों के कल्याण और विकास के लिए खुदा की राह में समर्पित वक्फ सम्पत्ति का होने लगा है

दोस्तों एक कहावत है ..गरीब की जोरू सबकी भाभी होती है .यही हाल अब मुसलमानों के कल्याण और विकास के लिए खुदा की राह में समर्पित वक्फ सम्पत्ति का होने लगा है .वेसे तो कोटा में अरबों रूपये के मुल्य की वक्फ सम्पत्तियों पर शहर के प्रभाव लोगों का कब्जा है लेकिन अब कोटा की प्राइम लोकेशन आकाशवाणी की बेशकीमती अनार्वाले बाबा की वक्फ सम्पत्ति पर भूमाफियाओं की नज़र पढ़ गयी है और यह भूमाफिया निर्भीक होकर इस सम्पत्ति को कब्जाने के सभी जतन कर रहे है जबकि कोटा जिला वक्फ कमिटी ..अनारवाले बाबा की उर्स कमिटी ..आकाशवाणी मस्जिद की कमिटी ..स्थानीय मुस्लिम कल्याण की बात करने वाले लोग ..जयपुर स्थित राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमेन और अधिकारी इन भूमाफियाओं के आगे भीगी बिल्ली बने है .दोस्तों आकाशवाणी कोलोनी में अस्सी बीघा क्रषि भूमि को लेकर सरस्वती देवी और कोटा के महाराव वृजराज सिंह जी के बीच न्यायालय में विवाद विचाराधीन है इसके पहले यह क्रषि भूमि सरकार ने राजसात कर ली थी और इस क्रषि भूमि को कोटा के क्षतिपूर्ति आयुक्त ने यह कहकर महाराव ब्रिजराजसिंह को देने के आदेश दिए के इस भूमि पर वोह गरीब लोगों को सस्ती दर पर प्लाट देकर बसायेंगे लेकिन इस मामले में कोटा कलेक्टर सरकार के प्रतिनिधि बन कर राजस्व माडल में गए और राजस्व मंडल अजमेर की डबल बेंच ने पुरे मामले पर स्थगन आदेश जारी कर पाबन्द किया के इस भूमि को खुर्द बुर्द नहीं किया जाए ...
दोस्तों इसी क्र्क्क्षि भूमि के बीचोबीच अनार वाले बाबा उर्फ़ सय्यद हुसेन बाबा की ऐतिहासिक दरगाह बनी हुई है जिस का अस्तित्व चार सो साल से भी अधिक पुराना है पहले यहाँ जंगल था इसलियें यहाँ कम लोग आते जाते थे लेकिन पचास वर्ष से भी अधिक समय से यहाँ हर साल सरकार की स्वीक्रति प्राप्त कर जोर शोर से उर्स भरे जाते है ..वर्ष 1992 में भेरोसिंह शेखावत के मुख्यमंत्री कार्यकाल में एक परिपत्र जरी किया गया था के जो सम्पत्ति वक्फ रिकोर्ड में दर्ज नहीं की जा सकी है उसे वक्फ रिकोर्ड में दर्ज की जाए इस सम्पत्ति पर राजस्व मंडल का स्थगन था इसलियें यह सम्पत्ति वक्फ के राजस्व रिकोर्ड में दर्ज नहीं हो सकी फिर भी राजस्थान सरकार द्वारा नियुक वक्फ सर्वे आयुक्त ने नगर निगम कोटा और पटवारी तहसीलदार की उपस्थिति में दिनक 10 जून 2002 को 54बाई 100 मीटर करीब साढ़े तीन बीघा जमीन वक्फ की स्वीकार की गयी यह एक सरकारी दस्तावेज है फिर इस जमीन के विवाद पर वर्ष 2005 में 28.1.2005 को तहसीलदार लाडपुरा कोटा ने रिपोर्ट तय्यार की ज्सिमे दरगाह चार सो वर्ष पुरानी स्वीकार की गयी ....फिर भी कोटा के कोंग्रेसी सांसद इजय्राज सिंह ने गलत तरीके से इस खसरे नम्बर लो भूमि को भूमाफियाओं को बेच दिया है और कुछ प्रभावशाली मुस्लिम इस मामले में पार्टनर होने से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है अख़बारों का तो क्या इस खबर को भयंकर घोटाला होने पर भी कोई अख़बार खबर बनाना ही नहीं चाहता ..पेश है एक फेक्ट फ़ाइल .......
..आकाशवाणी कोटा स्थित क्रषि भूमि ग्राम रामपुरा तहसील लाडपुरा जिला कोटा में खसरा नम्बर 461 पर लगभग साढ़े तीन बीघा की जमीन पर यह दरगाह स्थित है जहाँ एक ऐतिहासिक कुआ भी है जिसमे वोह नहाया करते थे ..
..सय्यद हुसेन उर्फ़ अनार वाले बाबा के उर्स कई वर्षों से लगातार भरे जाते रहे है ..
..दिनाक 26.9.1997 को अस्सी बीघा क्रषि भूमि कोटा क्षतिपूर्ति आयुक्त ने गरीबों के लियें प्लाट काटने की इजाज़त दी ..
...इस आदेश के खिलाफ कोटा कलेक्टर ने सरकार का प्रतिनिधि बन कर राजस्व मंडल अजमेर में 5521/97 अपील पेश की जिसमे तुरंत सरकार के पक्ष में स्थगन आदेश देते हुए इस भूमि को खुर्द बुर्द नहीं करने के आदेश दिए ..
10.6.2002 को राजस्थान सरकार के वक्फ सर्वे आयुक्त ने सर्वे में 54 बाई 100 वर्ग मीटर यानी साढ़े तीन बीघा की जमीन और दरगाह अनार वाले बाबा की स्वीकारते हुए सरकारी रिपोर्ट तय्यार की ..
दिनाक 28.1.205 को तहसीलदार लाडपुरा कोटा ने भी इस दरगाह को चरसो साल पुरानी होने की रिपोर्ट तय्यार करते हुए इसे खसरा नम्बर 461 की भूमि में होना बताया ..
..राजस्व मंडल के स्थगन के बाद भी जिस अपील में कोटा कलेक्टर और तहसीलदार कोटा ने अपील पेश की थी उस भूमि को कोटा कलेक्टर और तहसीलदार ने कथित वसीयत और दुसरे के आधार पर स्थगन को नज़र अंदाज़ कर ब्रिजराज सिंह के नाम से कोंग्रेस के सांसद इजय्राज सिंह के नाम कर दी ..
इस मामले में गलत नामान्तरण करने को लेकर कोंग्रेस संसद इजय्राज सिंह की दो बुआओ और अन्य ने अख़बार में आपत्ति जताई मुकदमा पेश किया ..
दिनाक 2.1.2013 दिनांक 24..12..2012 को उक्त क्रषि भूमि राजस्व मंडल से स्थगन आदेश होने के बाद भी कोंग्रेस के सांसद इजय्राज सिंह ने 46 बीघा जमीन नीरज सुन्वाल्का को दसकरोड़रूपये में ...39 बीघा जमीन 8 करोड़ तीस लाख रूपये में बेचान बताई इसी बेचन नामे में मस्जिद और अनार्वाले बाबा की जमीन है ...
..उक्त क्रषि भूमि जो अट्ठारह करोड़ में बेचान बताई है वोह तीन अरब रूपये की होने पर भी सस्ते में बेचन बताकर स्टाम्प द्युति चोरी किये जाने की शिकायत हुई ..कलेक्टर को 4.2.13 को लिखित शिकायत की कोई कार्यवाही नहीं हुई ..
..कोटा के अख़बारों को सभी कागज़ और ज्ञापन दिया कोई खबर नहीं छपी गयी
..जन आभाव अभियोंग के राजस्थान सरकार के अध्यक्ष मुमताज़ मसीह को लिखित ज्ञापन दिया ..मुख्यमंत्री को पत्र लिखा कोई कार्यवाही नहीं हुई ..
..कोटा जिला वक्फ कमिटी को मुकदमा दर्ज करवाने के लियें कहा अब तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं ..
..जयपुर वक्फ बोर्ड के चेयरमेन लियाक़त अली और मुख्यकार्यकारी आधिकारी को कहा कोई कार्यवाही नहीं ..
मस्जिद कमेटी आकाशवाणी चुप ..आकाशवाणी के सभी लोग चुप ..कोटा के सभी मुसलमान चुप ..अख़बार चुप और भूमाफियाओं द्वारा निर्माण चल रहा है ..
...राजस्थान हाई कोर्ट ने सरस्वती देवी की एक अपील 72/13 पर दिनाक 11.2.2013 को फिर स्थगन दिया भूमि पर निर्माण पर रोक लगाई लेकिन अदालत के आदेशों की भूमाफियाओं को कोइ परवाह नहीं ..
..कोटा कलेक्टर ..कोटा नगर विकास न्यास जो भी भूमि पर निर्माण शुरू होते ही उसे तोड़ देते है इस मामले में बिना भूमि परिवर्तन किये ..खुद कोटा कलेक्टर .कोटा नगर विकास न्यास पक्षकार होने और स्थगन की जानकारी होने पर भी सभी अधिकारी चुप ..
...कोटा के जागरूक लोगों में अब्दुल रशीद कादरी नायब सदर जिला वक्फ कमिटी कोटा ....फरमान अली पठान ..सदर अनार वाले बाबा ....परवेज़ पठान ..सदस्य राजस्थान वक्फ तहफ्फुज़ एवं निगरा बोर्ड सदस्य ..कोमरेड गफ्फार ..आबिद हुसेन अब्बासी एडवोकेट में खुद एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने इस मामले में मुख्य सचीव राजस्थान सरकार ..कोटा कलेक्टर ..सम्भागीय आयुक्त कोटा ..सचिव नगर विकास न्यास ..मुख्यकार्यकारी अधिकारी वक्फ बोर्ड जयपुर की इस चुप्पी पर 80 सी पी सी का कानूनी नोटिस देकर दो माह में इस की जांच कराकर दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही के लियें कहा है वरना इस सरे मामले को हाईकोर्ट और जनता के न्यायालय के माध्यम से सी बी आई जांच करवाई जायेगी ज्सिमे राजस्थान के कई अधिकारी और भूमाफिया अरबो रूपये के जमीन घोटाले में बेनकाब भी होंगे और सही जांच हुई तो इंशा अल्लाह जेल भी जायेंगे।। के बाद भी अख़बार वाले खबर नहीं छापे तो क्या समझा जाए आप खुद ही समझ लीजिये दाल में कुछ काल जरूर है ..इसलियें प्लीज़ आप टी इसे जरूर ..अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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