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04 मार्च 2013

पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्यवाही का प्रावधान है

जस्टिस जे एस वर्मा ने अभी हल ही में दिल्ली में कथित दामिनी प्रकरण के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश प्रकाश सिंह बनाम यूनियन ऑफ़ इंडिया का हवाला दिया था जिसमे पुलिस को वर्दी वाला गुंडा कहते हुए पुलिस कानून में बदलाव की जरूरत बताया था ....और जस्टिस वर्मा ने हाल ही में प्रधामंत्री को जो रिपोर्ट सोंपी है उसमे ऐसे पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्यवाही का प्रावधान है लेकिन क्या ऐसा हो सकेगा हमारे इस देश में जहां ज़ालिम पुलिसवालों को सजा मिल सके नहीं न क्योंकि सरकारे पुलिस कर्मियों को पब्लिक सर्वेंट के रूप में काम नहीं करने देते बल्कि खुद अपना इंस्ट्रूमेंट अपना हथियार सियासत के लियें बनाती है ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ऐ खुदा तू इस बदली को फिर हटा

ऐ खुदा तू इस बदली को फिर हटा
फिर से मेरे चाँद को मुझे दिखा
जो चाँद तूने मुझे देकर कहा था
अब तेरी दुआ कुबूल हो यी
ऐ खुदा फिर से तू मुझे वोह चाँद मेरे हाथ में थमा

दोस्तों हमारे देश में सियासत के नामा पर देश में लूट खसोट ..भ्रष्टाचार ..बेईमानी मक्कारी का जो दोर है

दोस्तों हमारे देश में सियासत के नामा पर देश में लूट खसोट ..भ्रष्टाचार ..बेईमानी मक्कारी का जो दोर है उसके लिए देश का चुनाव आयोग ज़िम्मेदार है जिसने सभी सियासी पार्टियों को निरंकुश मनमाना बना दिया है ...निर्वाचन आयोग को एक बार फिर एक टी ऍन शेषण की जरूरत है ताकि ऐसी निरंकुश पार्टियों को सबक मिल सके और देश में राजनितिक माहोल में सुधार हो सके ...दोस्तों देश में कोई भी ऐसा राजनीतिक दल नहीं है जो निर्वाचन आयोग की मान्यता नियमों के तहत अपने चुनाव करवाता हो ..या फिर लोकप्रतिनिधित्व  अधिनियम के प्रावधानों के तहत संगठन का ढांचा खड़ा करता हो .........सभी संगठन राष्ट्रिय अध्यक्ष के चुनाव का नाटक करते है और फिर जो स्वम्भू अध्यक्ष होता है उसे अध्यक्ष निर्वाचित कर देते है ...सभी राजनितिक दल चुनाव किस एजेंडे से लड़ते है और फिर सरकार बनाते वक्त खिलाफ एजेंडे वालों के साथ मिलकर जनता के साथ धोखा करते है .....कहने को कोंग्रेस और भाजपा खुद को राष्ट्रीय पार्टी कहते है लेकिन देश की कुल 544 लोकसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ते है अब जब कोई भी पार्टी पूरी लोकसभा या विधानसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ पा रही है उसे प्रत्याक्षी नहीं मिल पा रहे है या फिर जनता कई इलाकों में उस पार्टी को पसंद नहीं कर रही है ..पसंद करना तो दूर उस पार्टी को प्रत्याक्षी भी नहीं मिल रहे है तो जनाब ऐसी पार्टियों को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा क्यूँ अगर निर्वाचन आयोग पूरी लोकसभा की 544 सीटों पर जो पार्टी चुनाव नहीं लड़ रही है उसका राष्ट्रिय पार्टी का दर्जा खत्म कर दे तो यह गठबंधन का सिद्धांत खत्म हो जाए और एक पार्टी एक राष्ट्र का सिद्धांत देश में लागु हो और देश में सरकार बनाने के लियें जो सोदेबाज़ी होती है जो भ्रष्टाचार होता है उससे जनता को राहत मिले ...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

।महारानी की नई टीम का एलान

जयपुर, 4 मार्च।महारानी की नई टीम का एलान . भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीमती वसुन्धरा राजे ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश
कार्यकारिणी एवं मोर्चा प्रदेशाध्यक्षों की घोषणा की है। कार्यकारिणी में 20 स्थाई सदस्य, 118
कार्यकारिणी सदस्य और 140 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किये गये हैं। भाजपा के सभी विधायक, सभी जिलाध्यक्ष,
सभी जिला प्रमुख, सभी महापौर, सभी उप महापौर, प्रदेश कार्यसमिति में स्थाई सदस्य के रूप में सादर
आमंत्रित रहेंगे।
उपाध्यक्ष
श्री अरूण चतुर्वेदी
श्री ओंकार सिंह लखावत
श्री नंदलाल मीणा
श्री दिगम्बर सिंह
श्री रावराजेन्द्र सिंह
श्री अर्जुन मेघवाल
श्रीमती जसकोर मीणा
श्री युनूस खान
श्रीमती सुमन श्रृंगी
श्रीमती भगवती झाला
महामन्त्री
श्री कालीचरण सराफ
श्री सतीश पूनियां
श्री रामचरण बोहरा (शर्मा)
ोषाध्यक्ष
श्री हरिसिंह रावत
ार्यालय सचिव
श्रीमती अनिता भदेल
श्रीमती अनिता गुर्जर
श्रीमती चन्द्रकांता
श्री लक्ष्मी नारायण बैरवा
श्री सुनील कोठारी
श्री पब्बाराम विश्नोई
श्री जितेन्द्र मीणा
्रवक्ता
श्री अशोक परनामी
डाॅ. बीरूसिंह राठौड़
श्री भवानीसिंह राजावत
श्रीमती ज्योति किरण
श्री कैलाश भट्ट
श्रीमती राजे ने निम्न मोर्चा के प्रदेशाध्यक्षों की भी घोषणा की
भाजपा महिला मोर्चा
श्रीमती सुमन शर्मा प्रदेशाध्यक्ष
प्रदेशाध्यक्ष भाजपा युवा मोर्चा
श्री निर्मल कुमावत प्रदेशाध्यक्ष
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा
श्री अर्जुन मीणा, पूर्व विधायक प्रदेशाध्यक्ष
भाजपा किसान मोर्चा
श्री सांवरमल जाट प्रदेशाध्यक्ष
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा
श्री सतीश चंदेल प्रदेशाध्यक्ष
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा
श्री अमीन पठान प्रदेशाध्यक्ष

"यह राग रंग की आवाजें

Rajiv Chaturvedi
"यह राग रंग की आवाजें
यह शब्दों की अंतरध्वनियाँ
यह खून शिराओं से चल कर दिल पर दस्तक जो देता है
स्मृतियों की पदचाप सुनो तुम अपने बीराने में
आहत मन की आहट का आलेख ----यही कविता है
भाषा के पहले शब्दों के नाद हुए अनुवाद जहां
कविता उसके पहले भी आई थी
वह दस्तक दर्ज हुयी है दस्तावेजों में
कुछ अपने आंसू
कुछ खुशियाँ , कुछ खून की बूँदें
शब्दों की नज़रों से ओझल प्यार तुम्हारा
लिख पाओ तो मुझे बताना
कह पाओ तो मुझे सुनाना
जीवन की इस पृष्ठ भूमि पर कविता और लिखी जानी है
यह राग रंग की आवाजें
यह शब्दों की अंतरध्वनियाँ
यह खून शिराओं से चल कर दिल पर दस्तक जो देता है
स्मृतियों की पदचाप सुनो तुम अपने बीराने में
आहत मन की आहट का आलेख ----यही कविता है ." -----राजीव चतुर्वेदी

"अरमानो के वीरानों में वक्त जो चीखा इक चिड़िया सा,

Rajiv Chaturvedi
"अरमानो के वीरानों में वक्त जो चीखा इक चिड़िया सा,
खामोशी कुछ कहती जब तक
आहत आहों की आहट ने
दिल के दरवाजों पर दस्तक दी थी
खोलो तुम भी द्वार और फिर बोलो
सत्य हमेशा ही सहमा सा क्यों रहता है
शाम ढले चिड़िया क्यों शोकाकुल सी है
और वहाँ बूढ़े बरगद की टहनी क्यों हिलती है
और उदासी तेरी-मेरी
कलकल बहती नदियों में अब कालखंड सी क्यों कंपती है
शब्द हमारे होठों पर जो सहमे थे गुमनाम होगये
चाँद छिपा उस झुरमुट में तुम देख रहे हो
हर किनारा वक्त का संकेत पढता तो
सहम कर क्यों खड़ा होता
निगहबानी कर रही हर आँख आहत है
आज सूरज सोचता है शाम के खोये ख्यालों में
सत्य के संकेत ओझल हैं क्यों निगाहों में
और तारों टिमटिमा कर पूछते हैं,--- टूट कर बिखरे थे कैसे ?
बिखर कर निखरे थे कैसे ?
आँधियों के हौसले को देख क्यों घोंसले घबरा रहे हैं
और सुगंधों के सौदागर से तर्क कर रही तितली देखो
उत्तर के आरोप सवालों की सूली पर
हर चिड़िया मुडेर पर बैठी पूछ रही है
खामोशी में खोगये मकानों की अब गिनती." ---- राजीव चतुर्वेदी

अभी कल की ही तो बात है

अभी कल की ही तो बात है
उन्होंने नफरत है कहकर
मेरा हाथ झटक दिया था
मेने उनके इस रूप को देख कर भी
उनसे सिर्फ और सिर्फ प्यार ही किया था ..
इसीलियें तो कल जब वोह
किसी के साथ हंस हंस कर बात करते थे
तब मेरे सीने की जलन मुझे तड़पा रही थी ......
उन्हें मुझसे नफरत है यह उन्होंने ही
मेरा हाथ झटक कर मुझ से कहा था
लेकिन आज जब में किसी और से
मुस्कुरा कर बात कर रहा था
तो ,
न जाने क्यूँ वोह भी मुझे उनसे बात करता देख
अपनी जलन में तडपते रहे तड़पते रहे
क्या यह नफरत है
क्या यह प्यार है
यह केसा और कोनसा फलसफा है
मुझे समझ नहीं आ रहा है

यूँ तो चुप्पियाँ थीं

Asha Pandey Ojha Asha
यूँ तो
चुप्पियाँ थीं
तेरे मेरे बीच
रिश्तों के नाम पर
पर जाने
कितने ही
संबोधनों से
पुकारती रही
प्रिय तुझको
मेरे प्रीत की
आवाज

कुछ दिन तो बसो मेरी आँखों में..

कुछ दिन तो बसो मेरी आँखों में..
फिर ख्वाब अगर हो जाओ तो क्या...

कोई रंग तो दो मेरे चेहरे को....
फिर जख्म अगर महकाओ तो क्या...

एक आइना था...वो टूट गया...
अब खुद से अगर शरमाओ तो क्या...

मै तनहा था...मै तनहा हूँ...
तुम आओ तो क्या...ना आओ तो क्या...

जब हम ही न महके फिर साहिब...
तुम बाद-ए- सबा कहलाओ तो क्या...

जब देखने वाला कोई नहीं...
बुझ जाओ तो क्या...जल जाओ तो क्या...

कुछ दिन तो बसो मेरी आँखों में..
फिर ख्वाब अगर हो जाओ तो क्या...

16 साल बाद फिर होगा कुछ ऐसा कि धरती पर नहीं दिखाई देगा फिर चंद्रमा!


अम्बाला। 2013 का पहला चंद्रग्रहण 25 अप्रैल  हनुमान जयंती को होगा। यह चंद्रग्रहण  अल्प खंडग्रास में दिखाई देगा। इस दिन हनुमान की आराधना ज्यादा लाभकारी होगी।
16 साल बाद बन रहे इस संयोग के दिन हनुमत आराधना का विशेष महत्व माना जा रहा है। इससे पहले १५ अप्रैल 1995 को ग्रस्तोदय चंद्रग्रहण और दो अप्रैल 1996 को खंडग्रास चंद्रग्रहण का संयोग भी हनुमान जयंती पर बना था। हनुमान जयंती पर ही पूर्ण चंद्रग्रहण का संयोग इसके बाद चार अप्रैल 2015 को बनेगा। पंडित उदयवीर शास्त्री के अनुसार 25 अप्रैल को होने वाले चंद्र ग्रहण का असर पूरे देश में नजर आएगा।

इस दिन जातक को शनि की दृष्टि व अन्य दोषों से बचने के लिए हनुमत की आराधना करनी चाहिए। साथ ही जन्म कुंडली के अनुसार मंगल दोष निवारण व मंगल को बल देने के लिए हनुमत उपासना अत्यंत लाभकारी होगी।
इन राशि के जातकों पर प्रभाव: यह ग्रहण वृष, सिंह, धनु व मकर राशि वालों जातकों के लिए शुभ माना जा रहा है, तो मेष, मिथुन, कन्या व कुंभ राशि वालों के लिए मध्यम प्रभाव का रहेगा। वहीं कर्क, तुला, वृश्चिक व मीन राशि के जातकों के लिए यह चंद्रग्रहण थोड़ा कष्टदायक हो सकता है।
हनुमान का विशेष पदार्थों से अभिषेक लाभकारी
अशोक शास्त्री के मुताबिक चंद्रग्रहण के दिन हनुमान का विशेष पदार्थों से अभिषेक लाभकारी होगा। पूजा के लिए शुभ समय प्रात: 5.57  से 7.34 बजे तक, दोपहर 12.24 से 3.38 बजे तक और रात के समय 11.56 से 12.49 बजे तक होगा।
33 मिनट का पर्वकाल
अल्प खंडग्रास चंद्रग्रहण तुला राशि व स्वाति नक्षत्र में होगा। ग्रहण का सूतक शाम 4.21 बजे से शुरू होगा। तो ग्रहण का प्रारंभ रात 1.21 बजे, मध्य 1.37 बजे और समाप्त 1.54 बजे होगा।

कुरान का संदेश

रहस्य: अपने शरीर पर भस्म क्यों लगाते हैं भगवान शिव, जानिए


10 मार्च, रविवार को महाशिवरात्रि का पर्व है। धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव अद्भुत व अविनाशी है। इनके अतिरिक्त संसार में कुछ भी सत्य नहीं है। भगवान शिव जितने सरल है उतने ही रहस्यमय भी हैं। उनका रहन-सहन, आवास, गण आदि सभी देवताओं से भिन्न हैं।
हमारे धर्म शास्त्रों में जहां सभी देवी-देवताओं को वस्त्राभूषणों से सुसज्जित बताया गया है वहीं भगवान शंकर को सिर्फ मृगचर्म लपेटे और भस्म लगाए बताया गया है। भस्म शिव का प्रमुख वस्त्र भी है क्योंकि शिव का पूरा शरीर ही भस्म से ढंका रहता है। संतों का भी एक मात्र वस्त्र भस्म ही है। अघोरी, संन्यासी और अन्य साधु भी अपने शरीर पर भस्म रमाते हैं। शिव का भस्म रमाने के पीछे कुछ वैज्ञानिक तथा आध्यामित्क कारण भी हैं।
भस्म की एक विशेषता होती है कि यह शरीर के रोम छिद्रों को बंद कर देती है। इसका मुख्य गुण है कि इसको शरीर पर लगाने से गर्मी में गर्मी और सर्दी में सर्दी नहीं लगती। भस्मी त्वचा संबंधी रोगों में भी दवा का काम करती है। भस्मी धारण करने वाले शिव यह संदेश भी देते हैं कि परिस्थितियों के अनुसार अपने आपको ढ़ालना मनुष्य का सबसे बड़ा गुण है।

सुबह इनमे से कोई भी चीज खाएंगे तो दिनभर रहेंगे एनर्जी से भरपूर


रोजाना की दिनचर्या में खाने-पीने की कुछ चीजें ऐसी होती है जिन्हें अगर अपनी रोजाना के डाइट चार्ट में शामिल कर लें तो शरीर एनर्जी से भरपूर रहता है तो आइए आज हम आपको ऐसी पांच चीजों की जानकारी देते हैं जिन्हें आप अपने भोजन में शामिल करके ताकतवर बन सकते हैं।
गाजर- रोगों से लडऩे की क्षमता बढ़ाने में गाजर का कोई मुकाबला नही है। एक कप कतरे हुए गाजर में 52 कैलोरी होती है इसके बावजूद इसमें कोलेस्ट्राल बिल्कुल नही होता। बच्चों के विकास में ये सबसे ज्यादा मददगार होता है। फेफड़े, स्कीन और मुंह के कैंसर से बचाने के लिए इसे रामबाण माना जाता है।
अमरुद-अमरुद को दिन का हीरा कहते हैं क्योंकि दिल की बीमारियों को दूर रखने और कब्ज जैसी सामान्य समस्या को खत्म करने में इसका कोई जोड़ नही है। शुगर यानि मधुमेह की रोकथाम के लिए भी इस फल को औषधि की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
गोभी - शरीर में बनने वाले विषैलें पदार्थ को रोकने में इस गोभी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सब्जियों की किसी भी किस्म की तुलना में इसमें पौष्टिकता सबसे अधिक होती है।
पालक- इसमें कई विटामिन एक साथ पाए जाते हैं। पालक में स्कीन और ब्रेस्ट कैंसर से लडऩे की सबसे ज्यादा ताकत होती है। मजे की बात है कि इसमें कोलेस्ट्राल बिल्कुल नही होता।

अगर मैं मुसलमान नहीं होता तो क्या कोई मुझ पर शक करताः वासे मिर्जा



23 साल का वासे अपने किराए के घर में तख्त पर लेटा है। बगल में उसके अब्बा मिर्जा मन्नान बेग बैठे हैं। वासे का परिवार पिछले दस साल से किराये के मकान में रह रहा है। किसी जमाने में हैदराबाद में उनका अपना घर होता था। 
 
आर्थिक हालत खराब होने पर परिवार को अपना घर छोड़ना पड़ा और वासे को पढ़ाई। 7वीं क्लास तक पढ़ा वासे दुकानों पर सेल्समैन का काम करके रोजीरोटी के लिए दिन में 200-250 रुपये कमा लेता था। किसी जमाने में वह लगातार बढ़ रही महंगाई से संघर्स कर रहे अपने 9 सदस्यों के परिवार का सहारा था। लेकिन हैदराबाद के बम धमाकों ने उसे एक बार फिर बिस्तर पर लिटा दिया है। '
 
वासे की खुशकिस्मती यह है कि वह बम धमाकों में सिर्फ घायल हुआ है,  लेकिन उसकी बनसीबी यह है कि वह धमाकों में दूसरी बार घायल हुआ है। उसका दूसरा बार घायल होना ही उसके परिवार के लिए त्रास्दी बन गया है। वह इससे पहले 2007 में हुए मक्का मस्जिद धमाकों में बुरी तरह घायल हुआ था और 4 ऑपरेशनों के बाद उसकी जान बच सकी थी।
 
धमाकों में दूसरी बार घायल होने पर उसे शक की निगाह से भी देखा गया। स्थानीय मीडिया और फिर राष्ट्रीय मीडिया ने उसे धमाकों का संदिग्ध करार दे दिया। वासे कहता है, 'मुझे सिर्फ मुसलमान होने पर ही धमाकों का संदिग्ध मान लिया गया, किसी ने एक पल के लिए भी यह नहीं सोचा कि उस परिवार पर क्या बीत रही होगी जिसका सबसे बड़ा बम धमाकों का दूसरी बार निशाना बना है।'

ये हैं दुनिया के सबसे अमीर सेलिब्रिटी जोड़ी, संपत्ति 17600 करोड़

कहते हैं महिलाएं घर की लक्ष्मी होती हैं और अगर इस लक्ष्मी के साथ उसके पति की तिजोरी भी दौलत से भरी हो तो क्या कहने.. आज हम आपको दुनिया के चंद ऐसे ही सेलिब्रिटिज जोड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके पास मिलाकर इतनी दौलत है कि आज उनका नाम दुनिया के टॉप अमीर सेलिब्रिटिज में लिया जाता है। भारत के कई नामी गिरामी चेहरे भी इस लिस्ट में शामिल हैं फिर चाहे वो बिग बी और उनकी पत्नी जया हो या सैफ-करीना। अनिल-टीना अंबानी और अभिषेक-ऐश्वर्या को भी दुनिया के चंद दौलतमंद जोड़ों में शामिल किया गया है। भारत की सरहद से पार भी इस लिस्ट में कई नाम में टॉप पर हैं। इन सबके पास हजारों करोड़ रुपये की मोटी दौलत के साथ एक नाम और शोहरत भी है। स्टीवन स्पीलबर्ग और केट कैपशॉ के पास 17600 करोड़ रुपये हैं।
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