आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

24 मार्च 2013

"शब्दों का सन्नाटा तोड़ो --कुछ तो बोलो

Rajiv Chaturvedi
"शब्दों का सन्नाटा तोड़ो --कुछ तो बोलो
मैं भी चुप हूँ
तुम भी चुप हो
इत्र फुलेलों और गुलाल से गलियाँ महक रही हैं
और पेड़ की हर डाली पर चिड़ियाँ चहक रही हैं
शब्दों का सन्नाटा तोड़ो --कुछ तो बोलो
तुम्हारी खामोशी ख़तरा लगती है
बोलो मेरी जान !!---तुम्हारे शब्दों में सामर्थ्य बहुत है
खून सर्द जब होता है तो शब्दों से सुलगाता हूँ मैं
आशंकाओं से आहात हो शब्दों को दोहराता हूँ मैं
शब्दों में संगीत पिरोओ कुछ तो बोलो
मैं भी चुप हूँ
तुम भी चुप हो
कुछ तो बोलो
बोलो मेरी जान !!---तुम्हारे शब्दों में सामर्थ्य बहुत है." ----राजीव चतुर्वेदी

जब नहीं छिड़ी होती जंग सरहदों

Mridula Shukla
जब नहीं छिड़ी होती जंग सरहदों पर
तब भी तो जूझते रहते हो तुम
लड़ते रहते हो अनेको जंग भीतर और बाहर
जब पड़ रही होती है बाहर भयानक बर्फ
सीने में धधकता सा रहता है कुछ

और रेत के बवंडरों में मन में उमड़ घुमड़
बरसता सा रहता है कुछ
जाने कैसे निभाते हो कई- कई मौसम एक साथ........

विषम परिस्थतियों में सरहदों रह रहे रणबांकुरों को सादर समर्पित .........
पहाड़
तुम्हारे घर जैसे मकान के पीछे
दूर पहाड़ों के पीछे जो बर्फ गिरी है
वो अब तक ठंडी महकती खूबसूरती
का भ्रम थी मेरे लिए

उसे देख कविता के बीज पड़ते थे मेरे भीतर
उसके सन्नाटे मेरे भीतर बजते थे
अनहद नाद की तरह
तब बर्फ का मतलब मेरे लिए
शुचिता पवित्रता अनछुआ भोलापन था
ओह...............................
आज देखी मैंने उसके भीतर धधकती
कुछ सीमा प्रहरियों के अकेलेपन की आग
अचानक देखा दूर पहाड़ों पर उठता धुंआ
और उसमे डूबती तुम्हारी
बोझिल शाम और अकेली उदास रात
उस आग मैं झुलसते देखी
तमाम छोटी बड़ी ख्वाहिशें
तुम्हारी खुद की
और तुम्हारे अपनों
लेकिन तुम्हे जलाए रखनी होगी ये आग ......
क्यूंकि इस आग मैं पकते है
एक मुल्क की मीठी नींद के सपने ..

दोस्तों जो लोग संजय दत्त को माफ़ी का विरोध कर रहे है शायद वोह नहीं जानते के हमारे देश में ऐसा कानून है

दोस्तों जो लोग संजय दत्त को माफ़ी का विरोध कर रहे है शायद वोह नहीं जानते के हमारे देश में ऐसा कानून है और इस कानून के तहत हमारे देश में कश्मीर के आतंकवादियों को ...पंजाब के आतंकवादियों को ...कर्नाटक और कई राज्यों के नक्सलियों को ...उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के डकेतों को जिनमे फूलन देवी ..मोहर सिंह सहित सेकड़ों डकेत शामिल है को माफ़ी मिल चुकी है और हाँ असम के बोडो उग्रवादियों को जब माफ़ी मिली तो वोह आज असम के शासक और सियासत में लीडरशिप लेकर आये ..हमारे देश में डकेतों को माफ़ी दी जा सकती है ...आतंककारियों को माफ़ी दी जा सकती है अफ़सोस की बात तो यह है कानून समझने वाले वकील सुब्र्न्यम स्वामी जब सरकार में भाजपा के साथ थे तब इनकी सरकार के मंत्री कंधार में आतंकवादियों को अदब से छोड़ कर आये थे तब इन्होने एतराज़ नहीं जताया ..जब मुफ़्ती मोहम्मद सईद की पुत्री रुबीना सईद के बदले आतंकवादी छोड़े गए तब इन जनाब ने हो हल्ला नहीं मचाया क्योंकि खुद हर फेसले में साथ थे ..हमारे देश में सजा का कानून है लेकिन सजा उनके लियें आवश्यक है जिनका मन अपराधी है जिनके दिमाग में अपराध है और जिसका मेन्स री यानी उद्द्देश्य अपराध करने का है इस फर्क को संजय दत्त के वकील साहब अदालत को बताने में नाकामयाब रहे तो संजू बाबा का क्या कुसूर है फूलन देवी ..डाकू मोहर सिंह और असम बोडो आतंकवादियों से तो संजू बाबा का बहुत कम अपराध है भाई जिसका मेन्स री अपराध हो निश्चित तोर पर उसे माफ़ी नहीं मिलना चाहिए लेकिन क्राइम बाई एक्सीडेंट और क्राइम बाई नेचर में तो फर्क हमे करना ही होगा वरना भारतीय न्याय व्यवस्था चोपट हो  जायेगी और हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनाम हो जायेंगे ......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

देखिए उस अनोखी शादी की तस्वीरें जो अबतक नहीं देखी होगी आपने



कोटा. शनिवार को कोटा ब्लड बैंक रोड से निकली अनोखी बारात को देखकर हर कोई ठिठक गया। घोड़ी पर पिचकारी देवी रंगीले रतन से शादी करने जा रही थी। बाराती भी विचित्र वेशभूषा में थे।
 
बनियान के ऊपर टाई लगाकर उल्टा चश्मा पहन रखा था तो किसी ने सींग लगा रखे थे। कोई भोले शंकर बनकर आया था तो किसी ने दानव का रूप धर रखा था। जेसीआई कोटा स्टार की ओर से रविवार को अनोखी शादी का आयोजन किया गया। बारात के माहेश्वरी भवन पहुंचने पर घराती बने वर पक्ष की ओर से जोरदार तिरस्कार किया गया।
 


साढ़े तीन फीट का दूल्हा

बारातियों के लिए गोभी के फूल पेशकर हार्पिक से गंध छिड़की गई। संतरे के छिलकों की बरसात होने पर वधू पक्ष के लोग इधर उधर दौड़ने लगे, तो बंदूक दिखाकर रोका गया। फूटी मटकी को वार कर वधू का स्वागत किया।

जस्टिस सज्जन कोठारी राज्य के नए लोकायुक्त


\
जयपुर.हाई कोर्ट के रिटायर जज सज्जन सिंह कोठारी सोमवार सुबह 9 बजे राजभवन में नए लोकायुक्त की शपथ लेंगे। उनका चयन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अमिताव रॉय की सहमति से हुआ। यह पद जस्टिस जीएल गुप्ता के मई 2012 में सेवानिवृत्ति के बाद से खाली था। हाई कोर्ट ने सरकार को 28 मार्च तक लोकायुक्त नियुक्त करने के आदेश दिए थे।
 
कौन हैं जस्टिस कोठारी: जस्टिस कोठारी का जन्म 10 अक्टूबर,1950 को अजमेर में हुआ। उन्होंने 1970 में गवर्नमेंट कॉलेज अजमेर से स्नातक और 1973 में वहीं से एल.एल.बी. किया। वे 2000 से 2008 तक टोंक, कोटा और राजसमंद में जिला व  सत्र न्यायाधीश रहे।
 
जस्टिस कोठारी 12 मई 2008 से  23 मई 2010 विधि विभाग के प्रमुख सचिव रहे। 24 मई 2010 को राजस्थान हाईकोर्ट में अतिरिक्त जज बने, 9 सितंबर 2011 को उन्हें स्थायी जज बनाया गया।  जस्टिस कोठारी 9 अक्टूबर, 2012 को हाईकोर्ट जज के पद से सेवानिवृत्त हुए।

बकरियों के झुंड की तरह होता है नेताओं का व्यवहार: भागवत


\
भोपाल।  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत का मानना है कि भारत को महाशक्ति नहीं विश्व गुरु बनना है। अमेरिका और चीन महाशक्ति बन कर जो कुछ कर रहे हैं, वह भारत नहीं कर सकता। भारत को अपने अध्यात्म और ज्ञान के आधार पर विश्व का कल्याण करना है। 
 
भागवत समन्वय भवन में माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय द्वारा ‘स्वामी विवेकानंद और भारतीय नवोत्थान’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। भागवत ने विवेकानंद के विचारों के आधार पर कहा कि भारत को विश्व का मार्गदर्शन करना है, इसके लिए शक्ति संपन्न बनो और परिवार के दायरे से बाहर आकर काम करो। भागवत ने युवाओं से कहा कि वे समस्याओं से भागे नहीं, बल्कि उनका सामना करें। 
 
 
बकरियों के झुंड की तरह व्यवहार करते हैं नेता 
बकरियों के बीच पले बढ़े एक शेर की कहानी सुनाते हुए भागवत बोले जिस तरह झुंड में बकरियां एक दूसरे को ठोकर लगा कर आगे बढ़ती हैं, नेता भी ऐसा ही करते हैं। बकरियों के झुंड में रहने वाला शेर भी अपना मूल स्वभाव भूल कर बकरियों की तरह व्यवहार करता है।

2013: पटियाला की नवनीत कौर ढिल्लन को मिला ताज

\

\
मुम्बई। पटियाला की नवनीत कौर ढिल्लन (20) को रविवार को पॉन्ड्स फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड 2013 का ताज पहनाया गया। वह इस साल होने वाली वैश्विक सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। इन्हें मिस इंडिया 2012 वन्या मिश्रा ने ताज पहनाया। मिस इंडिया इंटरनेशनल जोया अफरोज (18) और मिस इंडिया अर्थ शोभिता धुलीपाला (20) रहीं। लखनऊ की जोया मॉडलिंग और एक्टिंग करती हैं। शोभिता विशाखापट्टनम की हैं। ढिल्लन मीडिया की छात्रा हैं। 
 
फिल्म निर्देशक करन जौहर, अभिनेता जॉन अब्राहम, अभिनेत्री असिन, चित्रांगदा सिंह, डांस कोरियोग्राफर श्यामक डावर, फैशन डिजाइनर रितु कुमार, क्रिकेटर युवराज सिंह की ज्यूरी ने विजेताओं का चुनाव किया। अनुकृति गुंसाई, जोया अफरोज, नवनीत कौर ढिल्लन, सृष्टि राणा और शोभिता धुलीपाला टॉप 5 में पहुंची थी। इनसे आखिरी सवाल पूछा गया था अगर कल आपकी जिंदगी खत्म हो रही हो तो आज आपको सबसे बड़ा पछतावा क्या होगा। समारोह में बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन, प्रियंका चोपड़ा और गायक सोनू निगम ने प्रस्तुति दी।
 
 
ये हैं विनर्स
 
नवनीत कौर ढिलोन, (Miss India 2013)
सोभिता डुलिपाला (1st Runner Up- Miss India Earth)
जोया अफरोज, (2nd Runer-up Mis India International)
 
अंतिम पांच में इन्होंने भी जगह बनाई
 
अनुकृति गोसाईं
श्रृष्टि राणा

कंडोम बनाइए और बिल गेट्स से लीजिए 54 लाख रुपये


हम चांद पर पहुंच गए, मंगल पर जाने की तैयारी है. हमारे पास इंटरनेट है, लैपटॉप है, स्मार्टफोन है. यहां तक की कल की कल्पना टेस्ट ट्यूब बेबी आज की हकीकत बन चुकी है. मतलब तकनीकी विकास के क्रम में हमने काफी लंबा सफर तय कर लिया है. अक्सर होता यह है कि बड़े सपने को पाने के पीछे हम इतना रम जाते हैं कि कुछ छोटे पर बहुत ही महत्वपूर्ण चीजों पर हमारा ध्यान जाता ही नहीं है. स्त्री-पुरुष संबंधों के बेहद आत्मीय क्षणों में काम आने वाला कंडोम के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है.
 
कंडोम बनाने वाली कंपनियों ने मार्केटिंग और बिजनेस के फंडों के तहत बाजार में तरह-तरह के कंडोम तो जरूर उतारे, लेकिन इससे जुड़े मानवीय पहलू पर जितना काम होना चाहिए था, वह नहीं किया गया. यही कारण है कि लोग, खासकर पुरुष, कंडोम के प्रयोग से बचना चाहते हैं. ऐसा नहीं है कि इसे सिर्फ पुरुषवादी मानसिकता कह कर टाला जा सकता है, बहुत सी महिलाएं भी अपने साथी द्वारा कंडोम के इस्तेमाल से परहेज करती हैं. स्पष्ट है कि कंडोम, सेक्स के दौरान मिलने वाले सुख को, उत्तेजना को कम करता है.
 
माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स और उनकी पत्नी मिलिंडा गेट्स एक परोपकारी संस्था चलाते हैं. नाम है - बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउन्डेशन. यह संस्था नेक्स्ट जेनरेशन कंडोम बनाने के लिए एक प्रतियोगिता करवा रही है. जीतने वाले को 54 लाख रुपये ईनाम के तौर पर दिए जाएंगे. बस कंडोम ऐसा बनना चाहिए कि लोग उसे स्वेच्छा से यूज करें, न कि जबरन, मन मार कर. इतना ही नहीं, अगर आपका बनाया कंडोम सेलेक्ट कर लिया गया, तो ईनाम राशि के अलावा अलग से वित्तीय सहायता भी दी जाएगी.

कुरान का संदेश

विश्व हिन्दू परिषद ने राम मंदिर निर्माण के लिए बनाई रणनीति, राज्यभर में 33 दिन तक चलेगा जनजागरण अभियान

 

केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार पर लगाया अयोध्या में षडय़ंत्र का आरोप
जयपुर। विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए रणनीति बना ली है। पूरे देशभर में इसके लिए एक जनजागरण अभियान की शुरुआत चैत्र प्रतिपदा पर 11 अप्रैल से शुरू होगी। राज्य में भी इसके लिए रविवार को जयपुर प्रांत स्तर की बैठक हुई।
रविवार को जयपुर आए विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री विनायकराव देशपांडे ने मीडिया को बताया कि पिछले दिनों कुंभ में हुए संत सम्मेलन में देशभर से आए 100 से अधिक संप्रदायों के संतों ने यह फैसला किया है। इस फैसले के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी विहिप को दी गई है। देशपांडे ने बताया कि हमें पता चला है कि केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकारें राम मंदिर परिसर में इस्लामिक कल्चरल सेंटर निर्माण की योजना बना रही हैं। इस संबंध में पिछले दिनों केंद्र सरकार के प्रतिनिधि अयोध्या गए थे, जिन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। विहिप ऐसी योजना को सफल नहीं होने देगी। वैसे भी संतों ने निर्णय किया है कि अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा में कोई मस्जिद नहीं बनेगी और देश में किसी भी स्थान पर बाबर के नाम से मस्जिद नहीं बनने दी जाएगी।
यह रहेगी अभियान की रणनीति
11 अप्रैल से अक्षय तृतीया 13 मई तक चलने 33 दिन के संपर्क अभियान में करोड़ों हिंदू परिवारों में 13 मालाओं का श्रीराम जय राम जय-जय राम के मंत्र का जप कराया जाएगा। इसके लिए राज्य के संघ दृष्टि से तीनों प्रांतों में बैठकें शुरू हो गई हैं और कार्यक्रमों की रणनीति बनाई जा रही है। जयपुर प्रांत की बैठक रविवार को यहां बनीपार्क स्थित आदर्श विद्या मंदिर में हुई।

लियाकत पर दिल्ली पुलिस के दावे में हैं कई छेद, उमर उतरे संदिग्‍ध आतंकी के पक्ष में

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस द्वारा उत्तर प्रदेश में गोरखपुर से आतंकी लियाकत शाह की गिरफ्तारी पर विवाद गहरा गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस उसे समर्पण कर चुका आतंकी बता रही है। इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्‍दुल्ला मिले। उन्होंने इस मामले में एनआईए से जांच कराने की मांग की है। हालांकि, दिल्‍ली पुलिस उमर के दावों से सहमत नहीं है। 
 
दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस के कई अफसर भी दबी जुबान से कथित फिदायीन आतंकी लियाकत की गिरफ्तारी पर सवाल उठा रहे हैं। वे कुछ पुलिस अधिकारियों की वाहवाही बटोरने की होड़ का नतीजा बता रहे हैं। पुलिस की कहानी में कई पेंच हैं। शनिवार को पुलिस ने अपने दावे के पक्ष में जामा मस्जिद इलाके के गेस्ट हाउस के सीसीटीवी से संदिग्ध आतंकी की फुटेज भी जारी की। लेकिन इसमें नजर आने वाला शख्स कैप पहने है और उसका चेहरा नजर नहीं आ रहा है, जिससे इस फुटेज से कुछ साबित नहीं होता। गेस्ट हाउस में पहली बार संदिग्ध आतंकी के बैग की मेटल डिटेक्टर से जांच की गई थी। लेकिन अगली बार जब वह हथियार और विस्फोटक लाया तब कोई जांच नहीं की गई। यह भी पुलिस के दावे पर संदेह पैदा करता है। पुलिस ने 20 मार्च को गोरखपुर में लियाकत को पकड़ लिया था लेकिन गेस्ट हाउस पर छापा 21 मार्च की रात में मारा गया जबकि इस तरह के ऑपरेशन में जैसे ही कोई पकड़ा जाता है, उससे मिली जानकारी को दूसरी टीम को देकर तुरंत उस ठिकाने पर छापा डलवा दिया जाता है। इस मामले में तुरंत कार्रवाई न करना भी पुलिस की कहानी पर सवालिया निशान लगाता है। लियाकत से मिली सूचना पर 20 को ही रेड की जा सकती थी। वैसे भी, 1997 से पीओके में रह रहा लियाकत दिल्ली के एक गेस्ट हाउस की पहचान में पुलिस की क्या मदद कर सकता था? लियाकत द्वारा गेस्ट हाउस की निशानदेही पर रेड में एक दिन की देरी कहीं से भी तर्कसंगत नहीं लगती।
 
पहले भी किए गए हैं फर्जी दावे
 
वाहवाही और आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के लिए फर्जी कार्रवाई के मामलों में दिल्ली पुलिस पहले भी फंस चुकी है। 1996 में तत्कालीन डीसीपी दीपक मिश्रा की टीम ने एक शख्स को गिरफ्तार कर बम धमाके की चार वारदात सुलझाने का दावा किया था। इस मामले में 7 पुलिसवालों को बारी से पहले तरक्की दी गई। लेकिन 3 महीने के अंदर ही जयपुर पुलिस ने इन धमाकों में शामिल असली आतंकवादियों को गिरफ्तार कर दिल्ली पुलिस के दावे की पोल खोल दी। उस समय पुलिस की काफी छीछालेदर हुई थी। अदालतों में भी बम धमाकों के मामले सुलझाने के पुलिस के कई दावों की पोल खुल चुकी है।

सिलेंडर से निकली गैस तो स्पार्किंग से लगी आग, चार की मौत 40 घायल


 
सासाराम। रोहतास जिला के डेहरी अनुमंडल मुख्यालय स्थित न्यू एरिया मुहल्ला में रविवार को तड़के रसोई गैस सिलेंडर से लगी आग में चालीस लोग झुलस गये। इनमें से दो बच्चियो ने इलाज के दौरान उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दम तोड़ दिया। बीस की हालत गंभीर है, जिनका इलाज वाराणसी हिन्दु विश्वविद्यालय अस्पताल में चल रहा है। घटना संतोष चंद्रवंशी नामक व्यक्ति के घर रखे गये रसोईगैस के रिसाव के कारण घटी, जिसे गृह स्वामी ने घर से बाहर गली में रख दिया था। धीरे-धीरे रसोई गैस रिस कर चारो तरफ फैलने लगी। इसी बीच गली से गुजर रहे हाई टेंशन विद्युत तार में करंट प्रावाहित हुआ और एक जगह स्पार्क करने के साथ ही आग लग गयी। पलक झपकते यह आग फैलती चली गई, जिसकी चपेट में आकर उक्त मुहल्ले के चालीस लोग झुलस गये।
 
जानकारी के अनुसार घटना के तुरंत बाद वहां पहुंचे प्रशासन और स्थानीय विधायक ज्योति रश्मि की मदद से सभी घायलों को इलाज के लिए जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालात गंभीर होते देख चिकित्सको ने आशीष कुमार ,शोभा कुमारी, सुरभी कुमारी, आयुषी कुमारी, संगीता कुमारी, रेणु कुमारी, जय प्रकाश, राजेश ,रामबिलास ,जयनंदन, उमेश, गोलू, शंकर , रजनीश, भोलू, आदि को सदर अस्पताल सासाराम रेफर किया।
 
सदर अस्पताल में भी इलाज कीर समुचित व्यवस्था नही होने के कारण चिकित्सको ने बुरी तरह से झुलसे हुए लगभग बीस मरीजो को वाराणसी के लिए रेफर कर दिया, जहां ईलाज के दौरान चार ने दम तोड़ दिया है। इसकी आधिकारिक पुष्टि नही हो पायी है। इधर घटना के बाद रोहतास प्रशासन ने एक टीम गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी है। अन्य झुलसे हुए लोगो का इलाज नारायण मेडिकल सहित डेहरी और सासाराम के प्राइवेट अस्पतालो में चल रहा है।
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...