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02 अप्रैल 2013

आबरू लूटने के बाद भी नहीं हारी हिम्मत, जिंदा जलाकर लिया बदला




 पटना . अपनी अस्मत बचाने में असफल रही विधवा ने दुष्कर्मी को जिंदा जला दिया। पीडि़त महिला ने दुष्कर्मी के शरीर पर आग लगा दी और दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। घटना सोमवार की देर रात पटना से सटे परसा बाजार थाना के सोइथा गांव की है।
थाना प्रभारी ने बताया कि 45 वर्षीया विधवा ललिता देवी (बदला हुआ नाम) अपने घर में अकेले थी। गांव का ही भोला ठाकुर सोमवार रात करीब 12.30 बजे उसके घर में घुस गया। इसके बाद उसने विधवा के साथ संबंध बनाने की चेष्टा की। विधवा ने जब इनकार किया तो उसकी पिटाई की और दुष्कर्म किया। इसके बाद भोला वहीं सो गया।

अपनी आबरू बचाने में असफल रही ललिता ने अपनी खोली गई साड़ी को केरोसिन तेल से भिगोया। फिर साड़ी में आग लगाकर भोला के शरीर पर डालकर बाहर से कमरे को बंद कर दिया। विधवा के शोर मचाने के बाद गांव वालों को इसकी जानकारी हुई।
पुलिस ने गंभीर रूप से जल चुके भोला ठाकुर को इलाज के लिए पीएमसीएच लाया गया। इलाज के दौरान मंगलवार को उसकी मौत हो गई। ललिता देवी के पति की मौत वर्षों पहले हो चुकी है। उनकी दो बेटियां ससुराल में हैं। जबकि एक बेटा जालंधर में मजदूरी करता है।
दो प्राथमिकी होगी दर्ज
परसा बाजार थाना प्रभारी मुकेश चंद्र ने बताया कि इस मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। पहला मामला ललिता देवी के बयान पर उसके खिलाफ हुए दुष्कर्म का है। जबकि दूसरी प्राथमिकी भोला ठाकुर की पत्नी शोभा देवी ने दर्ज कराई है। इसमें ललिता देवी पर हत्या का आरोप लगाया गया है।
संभवत: यह पहला मामला होगा जब किसी दुष्कर्म के आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने से पहले पीडि़ता द्वारा ही उसकी हत्या कर दी गई।

प्रियंका बनेंगी सोनिया की वारिस? राजनीतिक जिम्मेदारी मिली



नई दिल्ली.  बुधवार से क्रिकेट का तमाशा शुरू होने वाला है और अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर तीसरे विश्‍व युद्ध का खतरा बन रहा है, लेकिन क्या कांग्रेस में सोनिया गांधी के बाद पार्टी की कमान किसे सौंपी जाए, इसे लेकर कोई मंथन चल रहा है? क्या सोनिया गांधी चुनावी राजनीति से संन्यास लेंगी? क्या प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी के सवाल को 'अप्रासंगिक' और सत्ता को 'जहर' बताने वाले राहुल गांधी की जगह कुछ कांग्रेसी नेता प्रियंका गांधी में उनका विकल्प तलाश रहे हैं? ऐसे तमाम सवाल मंगलवार को उत्तर प्रदेश खासकर रायबरेली में कई लोगों की जुबान पर था। (
 
दरअसल, रायबरेली से लोकसभा में सांसद और कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को अपनी बेटी प्रियंका गांधी को नई जिम्मेदारी सौंप दी। इसके तहत प्रियंका गांधी ने रायबरेली की जिला निगरानी समिति के सदस्य की जिम्मेदारी संभाले ली। रायबरेली की सांसद होने के नाते सोनिया इस समिति की अध्यक्ष हैं। इसके अलावा प्रियंका मंगलवार से रायबरेली संसदीय क्षेत्र के तहत लोगों के घर-घर जाकर उनसे उनकी समस्याएं भी पूछ रही हैं। प्रियंका इससे पहले भी सोनिया गांधी की तरफ से चुनाव प्रबंधन और प्रचार का काम कई बार कर चुकी हैं।  (
 
इन बातों से उन अटकलों को एक बार फिर हवा मिली है कि 2014 में सोनिया की जगह प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं। सूत्रों की मानें तो सोनिया की भी यही इच्छा है। अपनी खराब सेहत की वजह से सोनिया चुनावी राजनीति से धीरे-धीरे दूरी बनाना चाह रही हैं। वह पार्टी में अपनी भूमिका एक 'सुपरवाइज़र' के रूप में रखना चाहती हैं।
 
 
गौरतलब है कि राहुल गांधी   को सक्रिय राजनीति में उतरे 9 साल हो चुके हैं। उनके नेतृत्व में पार्टी ने उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और गुजरात जैसे राज्यों में विधानसभा का चुनाव लड़ा लेकिन इन सभी राज्यों में उसे हार का का सामना करना पड़ा। कुछ राज्यों में जरूर कांग्रेस को जीत मिली है। लेकिन यूपी और बिहार जैसे राज्यों में कांग्रेस को उबारने में नाकाम रहे राहुल गांधी को लेकर कई कांग्रेसियों को लगता है कि अगर उनकी जगह प्रियंका गांधी को आगे लाया जाए तो बात बन सकती है। कई कांग्रेसियों को प्रियंका में इंदिरा गांधी का अक्स औऱ सोनिया गांधी की स्वाभाविक उत्तराधिकारी भी दिखती है। ऐसे में कांग्रेस में शीर्ष स्तर पर किसी उथलपुथल से इनकार नहीं किया जा सकता है।

हाईकोर्ट की खरी-खरी, कहा, 'भंवरी केस के बाद रेपिस्तान बना राजस्थान'

जयपुर.दुष्कर्म मामलों में पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए हाईकोर्ट ने मंगलवार को कहा कि ऐसे मामलों में संवेदनशीलता से काम नहीं हो रहा। 
 
गैंग रेप के कई आरोपी खुले घूम रहे हैं। ऐसी व्यवस्था के चलते ही दुष्कर्म पीड़िता बैंडिट क्वीन बनती है। कोर्ट ने कहा-पुलिस समझे कि अबला अपने तन के साथ दुर्गति के मामले में न्याय मांगती है, लेकिन पुलिस किसी को गिरफ्तार नहीं करती। न्यायाधीश आरएस चौहान ने यह मौखिक टिप्पणी सीकर में 2011 में हुए सामूहिक दुष्कर्म केस में पीड़िता के पिता की याचिका पर सुनवाई के दौरान की।
 
राजस्थान की रेपिस्तान वाली छवि तोड़नी चाहिए
 
कोर्ट ने कहा कि एएनएम भंवरी देवी केस के बाद राजस्थान को रेपिस्तान कहा जाने लगा था। पुलिस को इसे रोकना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो हाईकोर्ट न केवल आईओ के खिलाफ, बल्कि प्रदेश की पुलिस के खिलाफ आदेश पारित करेगा।
 
गैंग रेप ज्वलंत समस्या, पुलिस आंखें न मूंदे
 
अदालत ने कहा कि गैंग रेप राष्ट्र की ज्वलंत समस्या है। इसे देखते हुए पुलिस को सजग होना चाहिए लेकिन वह आंखें मूंदे बैठी है। न तो पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करती है और न ही उन्हें गिरफ्तार करती है। यह उनकी कार्यशैली पर धब्बा है। 
 
दो सप्ताह में गिरफ्तार करें आरोपी
 
पीड़िता के पिता ने फरवरी 2011 में चार जनों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। पीड़िता के पिता ने हाईकोर्ट में न्याय के लिए याचिका दायर की। इसके बाद तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। एक आरोपी अब भी गिरफ्तार नहीं हुआ है। सीकर एसपी ने सुनवाई के दौरान गिरफ्तारी के लिए समय मांगा, लेकिन अदालत ने उन्हें दो सप्ताह में फरार आरोपी रामलाल को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
 
हाल ही कहा था-चाहिए 21वीं सदी की पुलिस
 
हाईकोर्ट ने मुकदमों में निष्पक्ष अनुसंधान नहीं होने पर 19 मार्च को कहा था कि 12वीं सदी की पुलिस के भरोसे नहीं रहा जा सकता, बल्कि 21वीं सदी के लिए आधुनिक पुलिस चाहिए। हाईकोर्ट ने डीजीपी सहित करीब 40 अफसरों को तलब किया था। हालांकि, उस समय डीजीपी हरिश्चंद्र मीना ने कहा था कि देशभर में राजस्थान की पुलिस बेहतर प्र्दशन कर रही है। सुधार के लिए भी प्रयासरत हैं।

हरिद्वार के महंत ने दी थी अरबपति बीएसपी नेता के हत्या की सुपारी

हरिद्वार के महंत ने दी थी अरबपति बीएसपी नेता के हत्या की सुपारी
नई दिल्ली. अरबपति बीएसपी नेता और व्‍यवसायी दीपक भारद्वाज की हत्‍या के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. इस हत्या के पीछे हरिद्वार के एक महंत का हाथ होने का की बात सामने आई है.
हत्या की मुख्य वजह भारद्वाज और स्वामी के बीच जमीन का मामला बताया जा रहा है. हरियाणा के बहादुरगढ़ में 30 एकड़ जमीन को लेकर हरिद्वार के महंत प्रतिमानंद और बीएसपी नेता के बीच विवाद चल रहा था. महंत ने ही हत्या की सुपारी दी थी.
गौरतलब है कि अरबपति बीएसपी नेता और व्‍यवसायी दीपक भारद्वाज की हत्‍या के सिलसिले में दिल्‍ली पुलिस ने गिरफ्तार किए गए शार्प शूटर पुरूषोत्‍तम  राणा, सुनील मान और ड्राईवर अमित को मंगलवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया।
 
अदालत में पहले दिन दिल्‍ली पुलिस ने कई दावे किए, जिनके जवाब शायद अभी तक उसके पास खुद नहीं है। पुलिस ने साजिश की तह तक जाने के लिए तीनों की दस दिन की रिमांड मांगी। जिसका मकसद आरोपियों में वह सब राज उगलवाना, जो इस केस का पूरा खुलासा कर सकते हैं।
 
तीनों आरोपियों ने अदालत में अपनी शिनाख्‍त परेड से भी इंकार कर दिया। अदालत ने पुलिस की दलील स्‍वीकारते हुए तीनों अभियुक्‍तों को दस दिन की रिमांड में भेज दिया गया।

कुरान का सन्देश

शराब की बोतलें,कानों के झुमकें और लहूलुहान हालत में पडा था युवक का शव


जयपुर। ब्रह्मपुरी इलाके की दशहरा कोठी में सोमवार देर रात तंबाकू फैक्ट्री में कर्मचारी की हत्या कर दी। पुलिस को नजदीक के खाली प्लॉट में खून से सना एक पत्थर व लाश के समीप एक चाकू मिला है। माना जा रहा है कि हत्यारे ने पत्थर से सिर व चेहरे को कुचलकर हत्या की। संभवतया से वार भी किया। हत्या की वजह सामने नहीं आई है। घटनास्थल पर मिली शराब की बोतल व महिला के कानों के झुमकों व आपत्तिजनक सामग्री से पुलिस ने महिला से अनैतिक संबंधों के चलते हत्या की आशंका जाहिर की है।

अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर गिर्राज लाल ने बताया कि केदार मीणा (30) गांव पहाड़, नायला का रहने वाला था। वह दिसंबर माह से पुराना रामगढ़ रोड निवासी गिरधारीलाल अग्रवाल की राजेश तंबाकू कंपनी में ड्राइवर था। पिछले करीब 15 दिनों से वह दशहरा कोठी में नाले के समीप गिरधारीलाल के तंबाकू के गोदाम में पीछे कमरे में रह रहा था। वहीं, चौकीदारी भी करता था। घटना के अनुसार मंगलवार सुबह 10 बजे कर्मचारी रामअवतार गोदाम पर पहुंचा। वहां मुख्य गेट पर ताला लगा देखकर रामअवतार ने केदार को काफी आवाज लगाई। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

करीब पौन घंटे इंतजार के बाद रामअवतार दीवार फांदकर गोदाम में गया। वहां पीछे कमरे में केदार का लहूलुहान हालत में शव देख घबरा गया। उसने गोदाम मालिक गिरधारीलाल के बेटे राजेश गोयल को सूचना दी। इसके बाद राजेश व थानाप्रभारी अशोक चौहान, डीसीपी महेंद्र चौधरी समेत अन्य अधिकारी, एफएसएल व डॉग स्क्वायड टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को कमरे में आपत्तिजनक सामान व शराब की बोतलें मिली।

दूसरी औरत के 'प्‍यार' में पड़े मंत्री को बीवी ने किया लहूलुहान! विधानसभा में भी हंगामा



ति‍रुवनंतपुरम. केरल सरकार में जंगल, सि‍नेमा और खेल मंत्रालय के मंत्री गणेश कुमार ने घरेलू हिंसा का आरोप लगने के बाद इस्‍तीफा दे दि‍या है। उनकी डॉक्‍टर पत्‍नी यामि‍नी थांकची ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस करके गणेश कुमार पर आरोप लगाया कि उन्‍होंने उनके बाल पकड़कर खींचे और उनकी पि‍टाई की। वहीं मंत्री गणेश कुमार का आरोप है कि उनकी पत्‍नी ने उन्‍हें पूरे स्‍टाफ के सामने पीटा। सोमवार देर रात गणेश कुमार ने मुख्‍यमंत्री को अपना इस्‍तीफा भेज दिया। मंगलवार को विधानसभा में भी यह मामला उठा और इस पर जोरदार हंगामा हुआ। (
 
गणेश कुमार और उनकी पत्‍नी यामि‍नी के बीच हुए झगड़े ने वहां के मुख्‍यमंत्री ओमान चांडी की राजनीति‍क मुसीबतें बढ़ा दी हैं। मंगलवार को वि‍धानसभा में वि‍पक्ष ने मुख्‍यमंत्री से नैति‍क आधार पर इस्‍तीफे की मांग की। वि‍पक्ष का आरोप था कि मुख्‍यमंत्री ने अपने वन मंत्री की शादी के तथ्‍यों को तोड़मरोड़कर प्रस्‍तुत कि‍या। इस मांग को लेकर वि‍पक्ष ने वि‍धानसभा में हंगामा भी कि‍या तो वि‍पक्षी दल के कार्यकर्ताओं ने वि‍धानसभा के बाहर जमकर प्रदर्शन कि‍या। 
 
गणेश कुमार ने कोर्ट में तलाक का भी आवेदन दे रखा है। दोनों की शादी के 14 साल हो चुके हैं और दोनों के दो बच्‍चे भी हैं। तलाक के मामले की सुनवाई 29 जून को होगी।
 
गणेश कुमार ने कोर्ट को बताया है कि पत्नी यामिनी थांकची ने 22 फरवरी की रात उनकी पिटाई की थी। उन्‍होंने सोमवार को शरीर पर चोट के निशान वाले फोटो (देखें ऊपर) भी मीडिया को जारी किए। उन्‍होंने कोर्ट को भी वे तस्‍वीरें मुहैया कराई हैं जि‍नमें (उनका दावा है कि) यामि‍नी के पीटने के बाद उनका चेहरा चोटि‍ल हो रखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके राजनीतिक विरोधियों के समर्थन से यामिनी उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। वहीं यामि‍नी का आरोप है कि गणेश कुमार ने उनकी पि‍टाई करने के कुछ घंटे बाद ही कोर्ट में तलाक की अर्जी डाल दी।

पुजारी ने किडनैप कर महिला का रेप किया और 40 हजार में बेच दिया


 
छतरपुर. मध्य प्रदेश में एक मंदिर के पुजारी के एक 33 साल की महिला को किडनैप कर उसका रेप करने का मामला सामने आया है। पुजारी पर आरोप है कि उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर पहले तो एक विवाहित महिला को छतरपुर के पास एक गांव से किडनैप कर उसका रेप किया औऱ बाद में उसे तीन भाइयों को 40 हजार में बेच दिया।
 
पीड़ित महिला छतरपुर जिले के कावर गांव की है और 17 जनवरी से लापता थी। मामले का खुलासा तब हुआ जब सोमवार को पीड़िता के भाई ने उसे उसके पांच साल के बच्चे के साथ दूसरे गांव में देखा। वह टीकमगढ़ के पीपरा जिले में मिली। महिला ने चौंकाने वाली आपबीती बताई।
 
पुलिस के मुताबिक पुजारी बालाप्रसाद शुक्ला ने 17 जनवरी को उसका किडनैप किया। इसके बाद पुजारी और उसके साथी देवेंद्र शुक्ला ने पथरवा गांव में महिला का रेप किया। इसके बाद 30 जनवरी को दोनों ने महिला को 40 हजार रुपये में बेच दिया। इसके बाद पीपरा गांव में तीन भाइयों विमलेश यादव, पप्पू यादव और वीरेंद्र यादव को बेच दिया। इसके बाद तीनों भाइयों ने महिला का गैंगरेप किया। भाई से मिलने के बाद महिला ने छतरपुर जिले के बमीठा पुलिस स्टेशन में पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है। सभी की गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी है।

बाबरी मस्जिद केस: सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को झाड़ा


 
नई दिल्ली. बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को केंद्र सरकार को फटकार लगाई। शीर्ष अदालत ने केंद्र के सीनियर लॉ अफसरों से हलफनामा देकर यह बताने को कहा है कि लालकृष्ण आडवाणी समेत 7 आरोपियों के खिलाफ कई अन्य लोगों के खिलाफ बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अपील दायर करने में देर क्यों हो रही है। कोर्ट ने केंद्र को एक हफ्ते का समय दिया है।  
 
 
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को भी फटकारते हुए पूछा कि वह इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस फैसले को चुनौती देने में देर क्यों कर रही है, जिसमें हाई कोर्ट ने कहा था कि आडवाणी और अन्य पर साजिश रचने का आरोप नहीं लग सकता है। 
 
 
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या की विवादित राजजन्मभूमि के स्वामित्व के मुकदमे की भी सुनवाई चल रही है। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के 30 सितंबर, 2010 के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी है। इस फैसले में लखनऊ बेंच ने विवादित जमीन के तीन हिस्सों में से एक हिस्सा राम लला, एख निर्मोही अखाड़ा और एक हिस्सा सुन्नी मुस्लिम सेंट्रल वक्फ बोर्ड को दिए जाने की बात कही थी। 
 

सबसे बड़े नक्सली हमले का वीडियोः जवानों की आंखें निकालीं, सिर फोड़े और पेट में सिल दिया बम



नई दिल्ली. नक्सलियों का क्रूर चेहरा एक बार फिर बेनकाब हुआ है। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में मौजूद चिंतलनार गांव के पास ताड़मेटला के जंगलों में 6 अप्रैल, 2010 की सुबह सुरक्षा बलों पर हुए अब तक के सबसे बड़े नक्सली हमले का सनसनीखेज वीडियो सामने आया है। इस हमले में सीआरपीएफ के 75 और छत्तीसगढ़ पुलिस के एक जवान को शहादत देनी पड़ी थी। हमले के करीब तीन साल बाद नक्सलियों ने एक वीडियो फुटेज जारी किया है, जिसमें यह दिखाया गया है कि उन लोगों ने किस तरह से हमले  को अंजाम दिया। वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि किस तरह से हमले के बाद घने जंगलों में बने अस्थायी मेडिकल कैंप में नक्सलियों का इलाज किया जा रहा है। 
 
वीडियो में वह फुटेज भी दिखाया गया है जिसमें हमले के बाद नक्सली सुरक्षा बलों के पास मौजूद आधुनिक बंदूकें, मशीन गन और गोला बारूद लूट रहे हैं। इंटेलीजेंस ब्यूरो के सूत्रों के मुताबिक वीडियो को बहुत ही पेशेवर तरीके से तैयार किया गया है और इसका इस्तेमाल छत्तीसगढ़ के दूरदराज के गांवों में लोगों को दिखाने के लिए किया गया होगा। खुफिया तंत्र के सूत्रों का मानना है कि ग्रामीणों को वीडियो दिखाकर नक्सली उनके मन में दहशत पैदा करना चाहते होंगे ताकि वे सुरक्षा बलों की मदद के बारे में न सोचें।   
 
मुठभेड़ के दौरान 8 नक्सली भी मारे गए थे। सीआरपीएफ की जिस टुकड़ी पर हमला हुआ वह एक ऑपरेशन से वापस अपने बेस की तरफ लौट रही थी। तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने एक बयान में कहा था कि सीआरपीएफ की टीम ने जाते समय जिस रास्ते को अपनाया था, लौटने के लिए भी टीम ने उसी रास्ते को चुना। चिदंबरम के मुताबिक यह गलती सीआरपीएफ की उस टुकड़ी पर भारी पड़ी।

मैं भी फिर गुम्मेबाजी शामिल था

"कुछ ने समझा शब्दों का पथराव करो तो संस्कृति बनती है
मैं भी फिर गुम्मेबाजी शामिल था
कुछ शब्द गिरे तो सर फूटा
कुछ शब्द गिरे तो दिल टूटा
कुछ शब्द गिरे अरमानो पर कुछ शब्द गिरे वीरानो पर
कुछ धर्मों पर भी गिरे यहाँ
कुछ कर्मों पर भी गिरे यहाँ
कुछ शब्द हवा में उछले थे जा टकराए वह सिद्धांतों से
कुछ शब्द बहस में भटके तो जा टकराए वह वेदान्तों से
कुछ पुराण से टकराए
कुछ कुरआन से टकराए
कुछ समाज के प्रावधान से टकराए
कुछ संविधान से टकराए
कुछ मनुवादी थे ...कुछ अवसरवादी
कुछ प्रगतिशील ...कुछ पूंजीवादी
अवसरवादी के हाथ चले यह सब गुम्मे
चलते -चलते पूरी आबादी से टकराए
अब संस्कृतियों के कायल हम घायल से बैठे हैं
संस्कृतियों के संघर्षों में ...परिभाषाओं के बलवे में,... शब्दों के मलवे में
हम घायल से बैठे हैं, ---कोई दवा करो
पर शब्द हमारे मत मलना ." ----- राजीव चतुर्वेदी
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