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08 अप्रैल 2013

कांग्रेस के मंत्री ही कांग्रेस के खिलाफ धरने पर


congress minister is on picket against congress
राजस्थान में कालवाड़ में कांग्रेस के ही एक मंत्री कांग्रेस के खिलाफ धरने पर बैठ गए। उन्होंने सरकार को मरा हुआ करार भी दे दिया। इस घटना ने प्रदेश कांग्रेस को सकते में डाल असमंजस की स्थिति पैदा कर दी।

कांग्रेस के केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री लालचंद कटारिया कांग्रेस पदाधिकारी की हत्या के मामले में रविवार को ग्रामीणों के साथ करीब सात घंटे थाने पर धरने पर बैठ गए।

कटारिया ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि यहां की सरकार मरी हुई है और यहां कोई किसी की सुनने वाला नहीं है। उन्होंने पुलिस पर सबूत इकट्ठा न करने का आरोप लगाया और थाना स्टाफ के साथ एडिशनल डीसीपी को हटाने की मांग भी की।

वहीं, कटारिया के धरने की सूचना ने कांग्रेस में हलचल पैदा कर दी। जहां एक तरफ जिम्मेदार पदाधिकारी सार्वजनिक टिप्पणी करने से बचे तो दूसरी ओर अलग-अलग कारण देकर बचाव की कोशिश की गई।

राज्य कांग्रेस की प्रवक्ता ने कहा कि कटारिया मंत्री के नाते नहीं, क्षेत्रीय जन प्रतिनिधि के नाते थाने पर गए थे। उनकी सरकार से नाराजगी का कोई सवाल नहीं है। प्रदेश महामंत्री का इस पर कहना था कि कटारिया की नाराजगी सरकार से नहीं व्यक्ति विशेष से हो सकती है।

हालांकि रविवार रात करीब 8:30 बजे कटारिया ने धरना समाप्त कर दिया और कहा कि सरकार ने उनकी मांग मान ली है।

मामला यह था कि एक अप्रैल को पहले से लापता कांग्रेस पदाधिकारी सुनील गौलाड़ा का शव मिला था। इसी संबंध में उचित कार्रवाई ने करने का आरोप लगाते हुए कटारिया धरने पर बैठे थे।

इस मामले में शव मिलने के बाद पुलिस ने शनिवार को चंपापुर के मुकेश और श्रीमाधोपुर के विवेक शर्मा को गिरफ्तार किया था।

नेताओं से ज्यादा लोकप्रिय फ्रांस का 'सुपरचोर'



मुसुलिन:फ्रांस का लोकप्रिय सुपरचोर
फ्रांस में इसी हफ्ते एक फिल्म रिलीज हुई है जो सत्य घटनाओं पर आधारित है. इसकी इन दिनों काफी चर्चा भी हो रही है. ये फिल्म एक चोर के बारे में है जिसका नाम है टोनी मुसलिन.
चोर के रूप में प्रसिद्ध होने से पहले मुलिसन पेशे से वैन ड्राइवर था. अधेड़ उम्र का मुसलिन न तो देखने में सुंदर और न ही उसकी शख्सियत में कोई आकर्षण था. हां, वो काम के मामले में पक्का था. समय से ऑफिस जाता था और छुट्टियां भी नहीं के बराबर लेता था.
कम आमदनी और अधिकारियों का चहेता न होने के बावजूद उसने किसी तरह से पैसे बचाकर एक फेरारी खरीद ली लेकिन उसके बारे में दोस्तों को नहीं बताया. लेकिन एक दिन उसने वो हरकत की कि हर कोई हैरान रह गया.

जनता में लोकप्रियता

मुसलिन फ्रांस के सेंट्रल बैंक (बैंक दे फ्रांस) से 9.9 मिलियन पाउंड लेकर भाग गया. समाचार पत्रों में इस बारे में प्रमुखता से खबर छपी. इसे शताब्दी की सबसे बड़ी चोरी करार दिया गया. इसके बाद मुसलिन तो रातों रात लोकप्रिय हो गया.
जनता ने उसकी तुलना रॉबिन हुड से करनी शुरू कर दी. कहा गया कि एक मामूली आदमी ने एक बड़े पूंजीवादी संस्थान को धक्का दिया है. यह ध्यान रखने की बात है मंदी की मार ने फ्रांस को भी अपने शिकंजे मे जकड़ रखा है. लोग कटौती, कॉरपोरेट घरानों के मुनाफे और राजनेताओं के भ्रष्टाचार से काफी परेशान हैं.

मुसलिन के बारे में एक महिला का बयान

"उसने वही किया जो करना चाहिए था"
हालांकि चोरी के आरोप में मुसलिन पर मुकदमा चलाया गया और 2012 में उसे जेल भेज दिया गया. वो अब भी जेल में है लेकिन जनता उसके मुकदमे को लेकर सरकार से काफी नाराज है.
लोंगों का मानना है कि फ्रांस में भ्रष्ट राजनेताओं को सजा नहीं होती.
राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांड के सहायक जेरोम कजाक पर टैक्स चोरी के आरोप लगे थे. मजे की बात तो ये है कि कजाक ने टैक्स चोरी की बात को स्वीकार भी किया था. इसी तरह एक दूसरे मंत्री ने भी स्वीकार किया था कि उसने 51 लाख पाउंड दूर के एक बैंक में जमा किए हैं.

जनता में बढ़ता असंतोष

कॉरपोरेट घरानों, बैंक, नेताओं, भ्रष्टाचार से ऊब चुकी फ्रांस की जनता अब मुसलिन का साथ दे रही है.
असल जीवन के मुताबिक ही फिल्म में भी दिखाया गया है कि मुसलिन ने चोरी के वक्त किसी तरह की हिंसा नहीं की. फ्रांस की जनता की निगाह में ये अच्छाई का सबूत था. फिल्म देखने गई एक सयानी महिला की प्रतिक्रिया थी, “उसने वही किया जो करना चाहिए था.”
राष्ट्रपित फ्रांसवा ओलांड से तो लोग और भी नाराज हैं. सत्ता में आने से पहले उन्होंने फ्रांस की राजनीति से भ्रष्टाचार को समाप्त करने का वादा किया था लेकिन उनके वादे अधूरे ही रह गए. मसलन राष्ट्रपति ज़ाक शिराक पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई थी लेकिन बाद में उनकी सजा को स्थगित कर दिया गया.
राष्ट्रपति ओलांड के खिलाफ बढ़ता गुस्सा
फ्रांस के लोग मानते हैं कि कुछ खास लोगों को कानून से बचाया जा रहा है और ऐसा नहीं होना चाहिए. खासकर फ्रांस का युवा वर्ग मानता है कि देश में भ्रष्टाचार के लिए मुख्य रूप से नेता जिम्मेदार है और वो मुसलिन से भी ज्यादा गलत कामों में शामिल हैं.

बच पाएगा सुपरचोर?

वकील कहते हैं कि इस साल के अंत तक मुसलिन जेल से बाहर आ जाएगा. वो चार साल पहले ही जेल में बिता चुका है. सवाल उठता है कि उन पैसों का क्या हुआ जो मुसलिन ने चुराए थे.
मुसलिन की निशानदेही पर पुलिस ने एक गैराज से करीब 80 लाख पाउंड तो जब्त कर लिया है लेकिन 20 लाख पाउंड अभी भी गायब है. पुलिस का कहना है कि ये पैसे मुसलिन ने कहीं और छिपा रखे हैं जबकि मुसलिन का कहना है कि उसने सारे पैसे गैराज में ही रख दिए थे.
जांच कर्ताओं का दावा है कि मुसलिन ने सबकुछ योजना के मुताबिक किया था. कुछ दिन तक भागने के बाद उसने खुद ही पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण किया था. उसे मालूम था कि बिना हिंसा के चोरी करने की सजा अधिक से अधिक कुछ सालों की जेल हो सकती है.
हालांकि सरकारी वकील का कहना है कि उसे रिहा करने के बाद भी उस पर निगाह रखी जाएगी.

सड़क के किनारे तीन शव जलते मिले



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झुंझुनूं / बगड़ / पिलानी। जिले में सोमवार को सड़क किनारे बोरे में बंद तीन शव जलते मिलने से सनसनी फैल गई। दो शव बगड़ थाना के गांव खाजपुरा पुराना तथा एक शव पिलानी क्षेत्र के गांव भगीना स्थित सेढू की ढाणी में मिला है। बुरी तरह से जले तीनों शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई। 
पुलिस के अनुसार गांव भगीना में सेढू की ढाणी (गोकुलपुरा) की बादामी देवी को रविवार रात करीब दो बजे घर के नजदीक सड़क किनारे आग जलती दिखी। किसी अनहोनी की आशंका मे बादामी देवी व उसके परिजन वहां गए तो शव जल रहा था। पुलिस करीब पौने तीन बजे मौके पर पहुंची। इधर, बगड़ थाना इलाके के गांव खाजपुरा पुराना में सुबह 6 बजे दो शव जलते मिले। ये शव 22-25 वर्ष के युवकों के हो सकते हैं।
होगा डीएनए टेस्ट
पुलिस ने दो शवों का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार करवा दिया। रिपोर्ट के मुताबिक दोनों के सिर में किसी भारी वस्तु से चोट मारी गई है। मृतकों का डीएनए टेस्ट भी होगा। वहीं तीसरे शव का पोस्टमार्टम मंगलवार को होगा। पुलिस के मुताबिक आरोपी हरियाणा के हो सकते हैं।

नाबालिग ने खुद की शादी रूकवाई



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बूंदी। कापरेन थाना क्षेत्र के आजन्दा गांव की सोलह वर्षीय कौशल्या मीणा ने सोमवार को हौसला दिखाया और सौतेली मां के खिलाफ उसका बाल विवाह कराने के लिए दबाव बनाने की शिकायत बूंदी पहुंचकर जिला कलक्टर को की। बालिका ने कहा कि वह अभी पढ़ना चाहती है। जिला कलक्टर ने बालिका को समाज कल्याण अघिकारी के सुपुर्द कर दिया है और बालिग होने तक शिक्षा, रहने और भोजन की व्यवस्था के निर्देश दिए।
उन्होंने परिजनों को पाबंद कराने के लिए महिला बाल विकास विभाग के अघिकारियों को निर्देश दिए हैं। जरूरत पड़ने पर पुलिस कार्रवाई की भी बात कही है। कौशल्या ने जिला कलक्टर को बताया कि सोमवार को उसके विवाह का लगन बाझड़ली गांव जाना था। विवाह 29 अप्रेल को रतनलाल के पुत्र विजेन्द्र से तय किया गया है। मां सौतेली है और लगातार विवाह के लिए दबाव बना रही है। शादी से इनकार करने पर मारपीट करती है। पिता नशेड़ी है। उसकी बुआ मोड़ी बाई ने उसका साथ दिया।

कुरान का सन्देश

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