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15 अप्रैल 2013

एक घर के सामने सडक बन रही थी,

एक घर के सामने सडक बन रही थी,
गरीब मजदूरिन वहाँ काम कर रही थी.
मजदूरिन के घर का सारा बोझ उसी पर
पडा था,
उसका नन्हा सा बच्चा साथ ही खडा था.
उसके घर के सारे बर्तन सूखे थे,
दो दिन से उसके बच्चे भूखे थे.
बच्चे की निगाह सामने के बँगले पर पडी,
देखी, घर की मालकिन, हाथ मे
रोटी लिये खडी.
बच्चे ने कातर दृष्टि मालकिन की तरफ
डाली,
लेकिन मालकिन ने रोटी, पालतू कुत्ते
की तरफ उछाली.
कुत्ते ने सूँघकर रोटी वहीं छोड दी,
और अपनी गर्दन दूसरी तरफ मोड दी!
कुत्ते का ध्यान, नही रोटी की तरफ
जरा था,
शायद उसका पेट पूरा भरा था!
ये देख कर बच्चा गया माँ के पास,
भूखे मन मे रोटी की लिये आस.
बोला- माँ! क्या रोटी मै उठा लूँ?
तू जो कहे तो वो मै खा लूँ?
माँ ने पहले तो बच्चे को मना किया,
बाद मे मन मे ये खयाल किया कि-
कुत्ता अगर भौंका तो मालिक उसे
दूसरी रोटी दे देगा,
मगर मेरा बच्चा रोया तो उसकी कौन
सुनेगा?
माँ के मन मे खूब हुई कशमकश,
लेकिन बच्चे की भूख के आगे वो थी बेबस.
माँ ने जैसे ही हाँ मे सिर हिलाया,
बच्चे ने दरवाजे की जाली मे हाथ घुसाया.
बच्चे ने डर से अपनी आँखों को भींचा,
और धीरे से रोटी को अपनी तरफ खींचा!
कुत्ता ये देखकर बिल्कुल नही चौंका!
चुपचाप देखता रहा!
जरा भी नही भौंका!!
कुछ मनुष्यों ने
तो बेची सारी अपनी हया है,
लेकिन कुत्ते के मन मे अब भी शेष दया है…

अमेरिका के बोस्टन में तीन ब्लास्ट : 12 की मौत, 60 घायल


बोस्टन.  अमेरिका के बोस्टन में सोमवार को आयोजित मैराथन में तीन बम धमाके हुए। अमेरिका के कुछ वेबसाइट्स के मुताबिक धमाके में कम से कम 12 लोग मरे हैं और 60 से अधिक घायल हुए हैं। इनमें से कई की हालत गंभीर है। हालांकि पुलिस ने दो लोगों की मौत और 28 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। 
 
पहले दोनों धमाके भारतीय समय के मुताबिक रात करीब साढ़े बारह बजे फिनिश लाइन से ढाई सौ मीटर पहले दर्शक दीर्घा में हुए। पुलिस को मेंडेरिन होटल से एक जिंदा बम भी मिला है। उसे नाकाम कर दिया गया है। ब्लास्ट के बाद करीब 50 फीट का इलाका धुएं से भर गया। इसके बाद मची भगदड़ में भी कुछ लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली है। फिलहाल यह नहीं पता चला है कि हमला आतंकी था या नहीं। 
 
पहले हुए दोनों धमाकों के करीब एक घंटे बाद बोस्टन के JFK लाइब्रेरी के पास तीसरा बिस्फोट हुआ है।
 
117 साल पुराना है मैराथन 
 
बोस्टन और न्यूयॉर्क समेत अमेरिका के कई शहरों में चौकसी बढ़ा दी गई है। सबवे बंद कर दिए गए हैं। बोस्टन में तो उड़ानों पर भी रोक लगा दी गई है। पिछले 117 वर्षो से बोस्टन मैराथन का आयोजन किया जा रहा है। 42 किमी लंबे मैराथन में 56 देशों के 27000 से अधिक प्रतिस्पर्धियों ने हिस्सा लिया था। जबकि देखने वालों की संख्या 5 लाख से अधिक थी।

अल्पसंख्यक आयोग का खुलासा: केवल दीनी तालीम नहीं है मदरसों में पढ़ने वालों की चाहत!


अल्पसंख्यक आयोग का खुलासा: केवल दीनी तालीम नहीं है मदरसों में पढ़ने वालों की चाहत!
नई दिल्ली. राजधानी के 70 फीसदी मदरसे अपने बच्चों को इंग्लिश, मैथ्स और साइंस पढ़ाना चाहते हैं। दिल्ली के 446 मदरसों में से 314 मदरसों ने मजहबी तालीम के साथ आधुनिक तालीम को अपनाने की हामी भरी है।
दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग की ओर से कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे के मुताबिक 103 मदरसों ने आधुनिकीकरण के लिए 'न' कहा और 29 मदरसों ने सर्वे में कोई भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया।
आयोग को सर्वे की प्रारंभिक रिपोर्ट मिल गई और इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। जून के पहले हफ्ते में यह रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी। इन मदरसों में 14114 रेजिडेंशियल और 29260 नॉन-रेजिडेंशियल छात्र पढ़ाई करते हैं।
आयोग ने राजधानी के मदरसों के हालात जानने के मकसद से यह सर्वे कराया था। सर्वे में कहा गया है कि राजधानी के मदरसों को सर्वशिक्षा अभियान व मिड डे मील जैसी योजनाओं का लाभ नहीं मिलता है। यदि इनका नियमन होगा तो वे इन स्कीमों का लाभ उठा सकते हैं। रिपोर्ट के निष्कर्षों की समीक्षा के बाद राजधानी में मदरसा बोर्ड बनाए जाने की कवायद भी जोर पकड़ सकती है।
दिल्ली में मदरसा बोर्ड न होने से सरकार की कई स्कीमों का लाभ मदरसों को नहीं मिल रहा है। आयोग के चेयरमैन सफदर एच. हाशमी का कहना है कि सर्वे कराए जाने के पीछे मकसद यही था कि मदरसों का नियमन हो और वहां दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम भी मुहैया कराई जाए ताकि वहां से निकलने वाले बच्चे देश दुनिया की मुख्यधारा से जुड़ सकें।

प्रेम-प्रसंग से फैली नफरत में झुलसा गांव, बहू-बेटियों की इज्जत पर दबंगों ने किया हमला


कैथल/ढांड. पबनावा गांव में प्रेम प्रसंग के चलते हुए अंतरजातीय विवाह ने नफरत का ऐसा जहर घोला कि पूरे गांव में भय का माहौल पैदा हो गया। गांव में सबका भाईचारा बना रहे, सौहार्दपूर्ण माहौल रहे इसके लिए दोनों समुदाय के लोगों ने भरसक प्रयास किया लेकिन वे असफल रहे। स्वर्ण जाति के लोग इस रिश्ते को मानने को तैयार नहीं थे। लेकिन लड़का-लड़की ने रिश्ता तोड़ने से इंकार कर दिया।

परिणामस्वरूप गांव में तनाव बढ़ गया। हालांकि बस्ती के बाहर पुलिस डेरा डाले हुए थी। बावजूद इसके डर व दहशत के साए के चलते पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में दलित परिवार अपने घरों से वाहनों में सामान लादकर गांव से पलायन कर रहे थे। इस बीच दोपहर बाद पुलिस ने मामले में वांछित लोगों की धरपकड़ का कार्य शुरू कर दिया।

मामले की भनक लगने पर उक्त समुदाय के लोगों में रोष पनप गया। जिसका प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में विरोध जताया गया। एक बार माहौल फिर तनावपूर्ण हो गया लेकिन नियंत्रण कर लिया गया। गांव में शांति बहाली के लिए गांव को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया है।

विधवा बहू का ख्याल रखें ससुराल वाले


widow-adaalatविधवाओं की स्थिति के मद्देनजर बंबई हाई कोर्ट ने अहम निर्देश दिया है। कोर्ट का कहना है कि पति की मौत के बाद उसकी विधवा का ख्याल रखना ससुर की जिम्मेदारी है। इसके अलावा पति द्वारा पीछे छोड़ी गई जायदाद में भी उसका अधिकार होगा।
कोर्ट ने मुंबई निवासी सीमा सिंह के मामले की सुनवाई करते हुए यह निर्देश दिया। पति की मौत के बारह साल बाद सीमा को उसकी ससुराल से जबर्दस्ती बाहर कर दिया गया था। सीमा की अर्जी पर फैसला देते हुए जस्टिस रोशन दल्वी ने कहा, पति की मौत के बाद उसकी जायदाद में याचिकाकर्ता को हिस्सा नहीं मिला है, क्योंकि वह ससुराल में नहीं रह रही है।
हिंदू बहू होने के बावजूद बतौर विधवा ससुर की तरफ से उसका ख्याल नहीं रखा गया है, जिसकी वह हकदार है।
कोर्ट ने निर्देश दिया कि सीमा के पति ने जो फ्लैट खरीदा था, उसमें उसका एक-तिहाई हिस्सा है। इससे पहले सीमा की सास ने दावा किया था कि वह अपनी मर्जी से पति का घर छोड़कर अपने मायके चली गई थी। हालांकि, कोर्ट ने इस बात पर भरोसा करने से इनकार कर दिया।

अलग रह रहे ससुराल वाले घरेलू हिंसा के दायरे में नहीं


gavel-book-adaalatघरेलू हिंसा अधिनियम, किसी भी परिवार के उन सदस्यों पर लागू नहीं होता, जो दंपति से दूर रहते हों। यानी ससुराल पक्ष के लोगों से अलग अपने पति के साथ रह रही कोई महिला इस कानून के तहत यह कहकर सुरक्षा की मांग नहीं कर सकती कि उसे ससुराल वालों द्वारा तंग किया जा रहा है।
यह टिप्पणी दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति जीपी मित्तल ने भारतीय मूल की अमेरिकी महिला नागरिक द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए की।
अदालत ने स्पष्ट किया कि इस तरह की शिकायत करने वाली महिला को घरेलू हिंसा अधिनियम के बजाय भारतीय दंड संहिता के तहत संरक्षण मिल सकता है।
अदालत ने पीड़ित महिला की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें उसने ससुराल पक्ष के लोगों से जान को खतरा बता सुरक्षा दिलवाने की मांग की थी।
अपने फैसले में कोर्ट ने कहा कि इस मामले में याचिकाकर्ता महिला शादी के तुरंत बाद अमेरिका चली गई थी और उसकी शादी में ससुराल पक्ष के लोग शामिल भी नहीं हुए थे। साथ ही महिला अमेरिका से लौट कर दिल्ली में रह रही है और उसके ससुराल पक्ष के लोग मुंबई में रहते हैं। ऐसे में महिला के साथ उसके घरेलू हिंसा अधिनियम के दायरे में उसका पति आता है, न कि अन्य ससुराल पक्ष के लोग।

कुरान का सन्देश

जो एक साथ कभी नहीं खानी चाहिए । उदाहरण के लिये प्याज और दूध कभी एक साथ न खाये

जो एक साथ कभी नहीं खानी चाहिए ।
उदाहरण के लिये प्याज और दूध कभी एक साथ
न खाये

एक दुसरे के जानी दुशमन हैं । इसको खाने से
सबसे
ज्यादा चमड़ी के रोग आपको
होगें दाद,खाज ,खुजली,एगसिमा ,सोराईसिस,
आदि ।
ऐसी ही कटहल (jack fruit )और दूध कभी न
खाये । ये
भी जानी दुश्मन हैं ।
ऐसे ही खट्टे फ़ल जिनमे सिट्रिक ऐसिड होता है
कभी न खायें । एक सिट्रिक
... ऐसिड तो इनसान का बनाया है एक भगवान
का बनाया है । जैसे संतरा । कभी दूध
के साथ न खाये ।
आयुर्वेद के अनुसार अगर कोई खट्टा फ़ल दूध
के साथ
खाने वाला है वो एक
ही है आवला । आवला दूध के साथ जरुर खाये ।
इसी तरह शहद और घी कभी भी एक साथ न
खायें ।
आम की दोस्ती दूध से जबरद्स्त हैं लेकिन खट्टे
आम
की नहीं |इसलिये मैग़ो
शेक पी रहे है तो ध्यान रखे आम खट्टा ना हो ।

ऐसी ही उरद की दाल और दही एक दुसरे के
जानी दुशमन हैं ।
उरद की दाल पर भारत में जितनी रिसर्च
हो चुकी हैं
तो ये पता लगा ये दालो
की राजा है । हमेशा अकेले ही खाये दही के साथ
तो भूल
कर भी ना खाये ।
आप इसका अपने शरीर पर परिकक्षण करे ।
एक खाने
से पहले अपना b.P चैक करें
। फ़िर उरद की दाल और दही खाये । आप पायेगें
22 से
25 % आपका B.P बढ़ा हुआ
होगा । अर्थात ये अगर रोज रोज आप उरद
की दाल ,
दही खा रहें है तो 5,6
महीने में हार्ट अटैक आ ही जायेगा ।
इसका मतलब (दही वाड़ा ) कभी नहीं ।
क्योंके दही वाड़ा मे अगर वाड़ा उरद की दाल
का बना हैं । और आप उसे दही के
साथ खा रहें है तो बहुत तकलीफ़ करने वाला है ।
हां अगर आपको खाना है तो जरुर खायें लेकिन
दही के
साथ नहीं चटनी के साथ खायें ।
इस लिये अगर घर में विवाह है तो मीनो बनाते
समय
जरुर ध्यान रखें । उरद की
दाल का वड़ा दही के साथ परोस कर दोहरे पाप के
भागी न बने ।
क्योंके आतिथि देवो भव । मेहमान भगवान
का रुप हैं ।
उसके हनिकारक
वास्तुये न खिलाये ।
या वो वड़ा मूंग की दाल का बनवाये । उरद
की दाल
का है तो दही के साथ नहीं
चटनी के साथ खाये ।

हर बात पर बहस हर बात पर लड़ाई


हर बात पर बहस
हर बात पर लड़ाई
तुम ऐसे तो नहीं थे - कभी
ये कहाँ से सीख लिया भाई .

माना देश बेदम है -
मगरमच्छ से नेता
मछलियों से हम हैं - पर
पोखर तो हमारा ही है -
और हम कहाँ इनसे कम है .

लगान देते हो -
या फिर बचा लेते हो -
पूरी साहूकारी से .
मालिक हो पर -
अपने वेतन भोगी
नौकर से डरते हो .

मिलिए, राजस्थान की पहली मदर मिल्क डोनर से


मिलिए, राजस्थान की पहली मदर मिल्क डोनर से
उदयपुर. राजस्थान के पहले मदर मिल्क बैंक की शुरुआत हो गई है। उदयपुर के जिला अस्पताल में शुरु हुए राजस्थान के पहले दिव्य मदर मिल्क बैक की सहायता से कुपोषण के शिकार बच्चों की प्राणरक्षा में सहायता मिलेगी। दैनिक भास्कर डॉट कॉम आज आपको इस मदर मिल्क बैंक की पहली मिल्क डोनर या दूधदाता सुमन स्वरूप की कहानी से अवगत कराने जा रहा है।
 
सुमन स्वरूप जिनके पति आनंद स्वरूप इनकम टैक्स विभाग में डिप्टी कमिश्नर है। सुमन बताती है कि उदयपुर मदर मिल्क बैंक के बारे में सबसे पहले दैनिक भास्कर में ही पढ़ा था। जिसके बाद उन्होंने अपने पति से विचार विमर्श करने के बाद मदर मिल्क डोनर बनने का फैसला किया था। मदर मिल्क बैंक की अब शुरुआत हो चुकी है और सुमन इस मदर मिल्क बैंक की पहली मिल्क डोनर हैं।
 
... दो दिन का दर्द और मिली प्रेरणा
 
सुमन ने बताया कि वह अपने बेटे अमन को जन्म के बाद दो दिनों तक दूध नहीं पिला पाई थी। अपने बेटे को भूख से बिलखते देखा था और उस वक्त अहसास हुआ था कि मां का दूध न मिलने से बच्चों को किस तरह से तकलीफ होती हैं। मैं उन दो दिनों को शब्दों में बयां नहीं कर सकती, मां बनने की खुशी तो बहुत थी। लेकिन अपने बच्चे को जन्म के दो दिन तक खुद का मिल्क ना पिला पाने का दर्द क्या होता है? यह एक मां ही समझ सकती है।  
 
सुमन कहती है ऐसे बहुत से शिशु होते हैं जिनकी मां नहीं होती या फिर वे किसी कारण से अपना दूध पिलाने में सक्षम नहीं होती। लिहाजा उन्होंने और उनके पति आनन्द ने तय किया कि वह मदर मिल्क बैंक के लिए दूध दान करेंगी।
 
सुमन का परिवार और उनके पति ने सुमन के फैसले पर खुशी जताई और कहा कि उन्हें अपनी पत्नी पर गर्व है कि दूसरे शिशुओं को अपना दूध देने जैसा बड़ा काम करने जा रही हैं।

जेल नहीं कोर्ट में ही करना होगा संजय दत्‍त को सरेंडर!



नई दिल्‍ली. फिल्‍म अभिनेता संजय दत्‍त ने सरेंडर के लिए सुप्रीम कोर्ट से और वक्‍त मांगा है। 1993 ब्‍लास्‍ट मामले में फिल्‍म अभिनेता को 18 अप्रैल या इससे पहले सरेंडर करना है। संजय दत्‍त ने अदालत में अर्जी दायर कर सरेंडर की तारीख बढ़ाने की मांग की है। संजय की अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई होगी। इसके अलावा, संजय दत्‍त टाडा कोर्ट के बजाय सीधे जेल में सरेंडर करना चाहते हैं। संजय दत्‍त के वकील ने इसके लिए टाडा कोर्ट में अर्जी दाखिल की लेकिन कोर्ट ने यह अर्जी खारिज कर दी है।
1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों से जुड़े गैर कानूनी तरीके से हथियार रखने के मामले में बाकी सजा काटने के लिए संजय दत्‍त को फिर से जेल जाना है। लेकिन अब बॉलीवुड अभिनेता ने अदालत से गुहार लगाई है कि उन्‍हें जेल जाने से पहले छह महीने का और वक्‍त दिया जाए। संजय दत्त के अलावा जैबुन्निसा ने भी सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की है। जैबुन्निसा पर भी संजय दत्‍त जैसे आरोप हैं। दोनों को ही आर्म्स एक्ट में सुप्रीम कोर्ट से सजा हुई है।
सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देने के बाद संजय दत्‍त की तरफ से बयान आया है जिसमें कहा गया है कि उनकी कई फिल्‍में अधूरी हैं, ऐसे में उनके जेल जाने से कई फिल्‍में रुक जाएंगी और इससे काफी नुकसान होगा। संजय दत्‍त ने फिल्‍म उद्योग के दोस्‍तों की सलाह पर यह अर्जी दी है।
संजय दत्त ने अपनी अर्जी में कहा है कि उनकी सजा माफी की अर्जी राष्ट्रपति के पास है जिसे जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने भेजी है। उन्होंने कहा है कि वो बदल गए हैं। वहीं, जैबुन्निसा ने अपनी अर्जी में कहा है कि वो बूढ़ी हो गई हैं और उनकी तबीयत खराब रहती है।   

वसुंधरा बता दें मेरे होटल और बंगले कहां हैं, मैं उनके नाम कर दूंगा: गहलोत


बानसूर/थानागाजी/ विराटनगर। कांग्रेस संदेश यात्रा के तीसरे दौर के आखिरी दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनसभाओं में वसुंधरा राजे पर जमकर शब्दबाण चलाए। गहलोत ने कहा, वसुंधरा बार-बार कह रही हैं कि गहलोत का जयपुर में होटल, मुंबई में बंगला है। वसुंधरा यह बता दें कि ये होटल, बंगले कहां हैं, तो मैं यह संपत्ति वसुंधरा राजे के नाम ही कर दूंगा। क्योंकि महलों, गलीचों का वसुंधरा राजे को अधिक लालच है और मुझे इन सब चीजों की जरूरत नहीं है। 32 साल पहले केंद्र में उप मंत्री बना था तब भी लोगों ने आरोप लगाए थे। आज भी वसुंधरा राजे आरोप लगा रही हैं लेकिन वसुंधरा यह साबित कर दें कि मैंने भ्रष्टाचार किया है तो मैं मुख्यमंत्री का पद और राजनीति दोनों छोड़ दूंगा।

गहलोत ने कहा, वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री रहते हुए क्या-क्या धंधे और कारनामे किए हैं, ये सभी को मालूम है। वसुंधरा राजे अहंकारी है और घमंड का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं। वसुंधरा यह कहती हैं कि गहलोत अपनी सभाओं में खुद तालियां बजवाते हैं, लेकिन मैं प्रदेश में कन्या भू्रण हत्या को खत्म करने और बेटियों को बचाने का संकल्प दिलाने के लिए जनसभाओं में जनता को प्रेरित करने के लिए तालियां बजवाता हूं। यदि राजे को कन्या भू्रण हत्या रोकने पर भी तकलीफ है तो क्या किया जा सकता है।

गहलोत की संपत्ति तो बच्चा बच्चा जानता है, वसुंधरा अपनी देश विदेश की संपत्ति सार्वजनिक करे: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने कहा कि वसुंधरा राजे को कांग्रेस का चुनाव घोषणा पत्र पढऩा चाहिए, उन्हें मालूम चल जाएगा कि नया राजस्थान का नारा किसका है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी संपत्ति सार्वजनिक की है, उनके पास क्या है यह बच्चा बच्चा जानता है। लेकिन वसुंधरा की संपत्ति क्या है यह कोई नहीं जानता। वसुंधरा को भी अपनी देश विदेश की संपत्ति सार्वजनिक करनी चाहिए। भाजपा अफवाहें फैलाने की ट्रेनिंग देती है लेकिन अफवाहें फैलाने से देश नहीं चलता है।
जनसभाओं में केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र, प्रभारी सचिव अरुण यादव ने भी विचार व्यक्त किए।

आज से 150 करोड़ के, बुलेटप्रूफ दफ्तर में बैठेंगे नरेंद्र मोदी



गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का पता सोमवार से बदलने वाला है। अब मुख्यमंत्री स्वर्णिम संकुल-1 नामक नई इमारत में बैठेंगे। यह पांच मंजिला इमारत करीब 150 करोड़ रुपए की लागत में एक साल में तैयार की गई है। मोदी सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। खास बात यह है कि उद्घाटन से पहले वर्ग-4 के कर्मचारी सवजी डामोर मंगलद्वीप प्रज्वलित कर महानुभावों को नवनिर्मित कार्यालय में प्रवेश दिलवाएंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय की इस नवनिर्मित इमारत में मुख्यमंत्री कार्यालय, मंत्रियों के कार्यालय, मंत्रिमंडल की बैठक के लिए खंड, संचिवों के लिए सभा खंड, आगंतुक कक्ष, डाटा सेंटर आजि सहूलियत है। एक हजार से अधिक सरकारी मुलाजिम यहां सेवारत रहेंगे। अभी मुख्यमंत्री का कार्यालय सचिवालय संख्या-एक में है। समीपवर्ती इमारत में मंत्रियों के कार्यालय हैं। बताया जाता है कि मुख्‍यमंत्री का नया दफ्तर बुलेटप्रूफ है।
 
दिल्ली का साउथ ब्लॉक गुजरात का नार्थ ब्लॉक 
 
मुख्यमंत्री कार्यालय की नई इमारत को दिल्ली के ‘साउथ ब्लॉक’ से प्रेरित माना जाता है। दिल्ली के नार्थ और साउथ ब्लॉक की तर्ज पर ही गुजरात विधानसभा भवन एवं सचिवालय के मध्य खाली भूखंड पर यह इमारत बनाई गई है। दिल्ली के साउथ ब्लॉक में प्रधानमंत्री का कार्यालय है तो गांधीनगर का नार्थ ब्लॉक (अब स्वर्णिम संकुल-1) गुजरात के मुख्यमंत्री का नया पता होगा। दरअसल, अभी तक इसे ‘नार्थ ब्लॉक’ कहा जा रहा था, किंतु अब सरकार ने नामकरण कर इस तरह की बातों पर विराम लगा दिया है।

एक्‍स ब्‍वॉयफ्रेंड ने कैंपस में फाड़े लड़की के कपड़े, एमिटी ने दोनों को किया सस्‍पेंड


एक्‍स ब्‍वॉयफ्रेंड ने कैंपस में फाड़े लड़की के कपड़े, एमिटी ने दोनों को किया सस्‍पेंड
नोएडा. एनसीआर की एमिटी यूनिवर्सिटी में दो स्टूडेंट के नाकाम प्यार का अंजाम मारपीट और लड़की के कपड़े फाड़ने तक जा पहुंचा। यूनिवर्सिटी की एक छात्रा ने अपने साथ कैंपस में छेड़छाड़, मारपीट और कपड़े फाड़े जाने का आरोप लगाया है। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि आरोपी छात्र और पीड़ित छात्रा के बीच अफेयर चल रहा था। ब्रेकअप होने पर दोनों ने एक दूसरे के साथ मारपीट की। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश में जुट गई है। 
 
युवती के पिता का कहना है कि शनिवार को उनकी बेटी एग्जाम देने पहुंची थी। उसने यूनिवर्सिटी में अपने साथ मारपीट की घटना होने पर उसने फोन किया। यहां पहुंचकर उन्होंने देखा कि उनकी बेटी के कपड़े फटे हुए थे और चेहरे पर भी चोट के निशान थे। उनके मुताबिक दो साल पहले भी इसी लड़के ने लड़की के साथ बदसलूकी और मारपीट की थी। लेकिन तब यूनिवर्सिटी के आश्वासन पर उनके परिवार ने पुलिस में इसकी शिकायत नहीं की थी। अब दोबारा से ऐसी घटना होने पर वह लड़के के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं।
 
जानकारी के मुताबिक, एमिटी की बीएफए अंतिम वर्ष की 22 साल की छात्रा ने आरोप लगाया है कि 13 अप्रैल को एनिमेशन के अंतिम वर्ष के अक्षय रघुवंशी नाम के छात्र ने उससे बदसलूकी की। आरोपी ने उसके कपड़े फाड़ दिए और परिसर में घसीटा। घटना से दहशत में आई छात्रा ने फोन कर मामले की सूचना परिजनों को दी। परिजन भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने छात्रा के साथ हुई अभद्रता की शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन व पुलिस से की। एसएसपी डॉ प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि यूनिवर्सिटी ने छात्र का स्थाई पता नहीं दिया है लेकिन उसकी गिरफ्तारी को टीम बना दी गई है। आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
 
वहीं एमिटी की प्रवक्ता सविता मेहता का कहना है कि शनिवार को फेयरवेल पार्टी थी। दोनों ही कोर्स के पेपर चल रहे हैं। हालांकि दोनों को परीक्षा में बैठने दिया गया। बाद में दोनों को सस्पेंड कर दिया गया। यह भी बताया गया है कि दोनों का अफेयर चल रहा था। प्रवक्ता ने दावा किया कि ब्रेकअप के बाद दोनों ने एक-दूसरे के साथ मारपीट की।

भारत बना जिस्‍म का बाजार, सेक्‍स को एक महीने के लिए बीवियां खरीद रहे हैं विदेशी



भारत में जहां बलात्‍कार बढ़ रहे हैं, वहीं यह सेक्स टूरिज्म का नया अड्डा भी बन गया है। खासतौर पर इस्लामिक सेक्स टूरिज्म का। यहां पर मध्य पूर्व और अफ्रीका से मुस्लिम समुदाय के लोग एक महीने के लिए पत्नियां खरीदने बड़ी संख्या में आ रहे हैं। इस मामले का खुलासा ऐसी ही शादी से भागी 17 साल की एक लड़की ने किया है। दक्षिण भारत के शहरों में यह खेल धनी विदेशियों, स्थानीय एजेंटों और काजियों की मिलीभगत से चल रहा है। ये सब लोग यहां के गरीब मुस्लिम परिवारों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं और एक महीने की शादियां करा रहे हैं। पीड़ित नौशीन तबस्सुम ने पिछले महीने अपने घर से भागने के बाद यह हकीकत बयान की है। इसके बाद पुलिस को भी मामले की गंभीरता का अहसास हुआ है। नौशीन के परिजनों ने उस पर सूडान के अधेड़ आदमी से शादी करने का दबाव डाला था। उस अधेड़ सेठ ने इस शादी के लिए 1 लाख रुपये खर्च किए थे। यह शादी चार हफ्तों के लिए हो रही थी।  
 
नौशीन ने पुलिस को बताया है कि उसकी चाची उसे एक होटल में ले गई थी। यहां उसके अलावा तीन और नाबालिग युवतियां थीं। इन युवतियों को सूडान की तेल कंपनी के एक अधेड़ अधिकारी से मिलाया गया था। यह उनका दूल्हा था। 44 साल के इस शख्स का नाम उसामा इब्राहिम मोहम्मद था। उसने पहले से ही खारतूम में दो बच्चियों से शादी की थी। इसके बाद वह अधेड़ दूल्हा नौशीन के घर पर भी आया, जहां काजी ने उनकी शादी की रस्म अदा की। इसके अगले दिन वह अधेड़ा दूल्हा लड़की के घर आया और उस पर सेक्स करने को दबाव बनाने लगा। लेकिन नौशीन ने अपने पिता की उम्र के दूल्हे की बात मानने से मना कर दिया। नौशीन के घरवालों ने दूल्हे को भरोसा दिलाया कि वे अपनी बेटी को इस बात के लिए तैयार कर लेंगे और अगर वह ऐसा नहीं करेगी तो उसे सजा देने का भी डर दिखाया जाएगा। लेकिन मौका मिलते ही नौशीन हैदराबाद के मुगलपुरी स्थित अपने एक कमरे के छोटे-से घर से भाग गई। उसे पेट्रोलिंग करती पुलिस की गाड़ी ने देखा और शॉट टर्म मैरिज से बचाया।

सोने में रिकॉर्ड गिरावट, पेट्रोल भी हुआ सस्‍ता



नई दिल्‍ली. सोने-चांदी की कीमत में सोमवार को भारी गिरावट दर्ज की गई। वहीं, पेट्रोल भी एक रुपये प्रति लीटर सस्‍ता हो गया है। नई दरें सोमवार आधी रात से लागू हो जाएंगी। पेट्रोल की कीमत कम होने के बाद बेंगलुरू में अब यह 72.63 रुपये प्रति लीटर, दिल्‍ली में 66.09 रुपये प्रति लीटर, मुंबई में 72.88 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में 73.48 रुपये प्रति लीटर, चेन्‍नई में 69.08 रुपये प्रति लीटर और हैदराबाद में 72.14 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। 
 
इससे पहले, सोमवार दोपहर बाद एमसीएक्‍स पर सोना करीब पांच फीसदी टूटा और यह 26 हजार 250 रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच गया। सितंबर 2011 में सोना इस स्‍तर पर गया था। सोमवार को सोने की कीमत में रिकॉर्ड 1350 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है। दिसंबर 2011 के बाद सोने से 27 हजार का स्‍तर तोड़ा है। चीन के बाजारों में सोने-चांदी में निचला सर्किट लगा है। भारतीय बाजार में सोना-चांदी सभी मूविंग एवरेज के नीचे चल रहे हैं। एमसीएक्‍स पर सोना अक्‍टूबर 2011 के स्‍तरों पर फिसली है जबकि चांदी फरवरी 2011 के स्‍तरों पर फिसली है।  एमसीएक्‍स पर चांदी भी 8.5 फीसदी टूटी है। 26 सितंबर के बाद चांदी भी सेबसे निचले स्‍तर पर है। एमसीएक्‍स पर चांदी करीब 4000 रुपये सस्ती हो गई है और यह 44 हजार 800 रुपये प्रति किलो हो गई है।
 
वैश्विक बाजारों में सुधार के बीच निवेशकों ने अपना धन विदेशी मुद्राओं और शेयर बाजारों में लगाया। इस कारण विदेशी बाजारों में सोने की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज हुई। पिछले हफ्ते सोने की कीमतों में कुल 1680 रुपये की गिरावट आई थी और यह 28350 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई थी। पिछले ही हफ्ते सोने के अंतरराष्ट्रीय कीमतों को नियंत्रित करने वाले न्यूयार्क के बाजार में सोना 1,500 डालर से नीचे 1,477 डालर प्रति औंस हो गया था। अंतरराष्ट्रीय सोने की कीमतों में जुलाई 2011 के बाद पहली बार इतनी बड़ी गिरावट देखी गई।

राजस्थान के दो प्रतिनिधि कवि चित्तौड़ आयेंगे कविता केन्द्रित और विमर्श प्रधान आयोजन माटी के मीत




चित्तौड़गढ़ 15 अप्रैल,2013
साहित्य और संस्कृति की मासिक ई-पत्रिका अपनी माटी आगामी 21अप्रैल रविवार शाम चार से छ बजे तक चित्तौड़गढ़ में एक कविता केन्द्रित संगोष्ठी का आयोजन करेगी।माटी के मीत शीर्षक से आयोज्य कार्यक्रमों की कड़ी में ये पहला आयोजन होगा। मुख्य रूपेण कविता विमर्श के इस आयोजन में चित्तौड़ स्थित महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिन्दी विभागाध्यक्ष  डॉ राजेश चौधरी सूत्रधार की भूमिका में रहेंगे।डॉ चौधरी के अनुसार चित्तौड़गढ़ स्थित सेन्ट्रल एकेडमी सीनियर सेकंडरी स्कूल में आयोज्य इस विमर्श प्रधान गोष्ठी में राजस्थान के दो प्रतिनिधि कवि अजमेर के अनंत भटनागर और सवाई माधोपुर के विनोद पदरज अपनी कवितायेँ पढ़ेंगे।अनंत भटनागर समकालीन हिन्दी कविता में राजस्थान से एक प्रतिबद्ध कवि का हस्तक्षेप है। 


अनंत भटनागर सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर भी अपनी सार्थक पहचान रखते हैं। रचना को परिवर्तन का औज़ार मानने वाले अनंत भटनागर में एक कमिटमेंट की झलक साफ़ तौर पर दिखती है।वहीं बेंकिंग सेक्टर में प्रबंधक की भूमिका निभाने वाले विनोद पदरज भी अपनी सादगी के साथ चकाचौंध की इस दुनिया से बहुत दूर गंभीर कविता लेखन में व्यस्त हैं। पदरज की कविता बहुत से मायनों में जीवन और प्रकृति के बहुत करीब की अनुभव होती है। ज्यादा तामझाम फैलाने और टंटेबाजी जैसी उक्तियों में दोनों का ही दिल नहीं रमता है।उक्त दोनों कवि आकाशवाणी और दूरदर्शन से सालों से प्रसारित हैं।


इस मौके पर अस्सी के बाद के कविता परिदृश्य पर समीक्षक डॉ कनक जैन अपनी बात रखेंगे। इन दोनों कवियों के प्रकाशित कविता संग्रहों पर युवा विचारक डॉ रेणु व्यास और युवा आलोचक डॉ राजेन्द्र कुमार सिंघवी समीक्षात्मक आलेख भी पढ़ेंगे। आखिर में हिन्दी समालोचक और कवि डॉ सत्यनारायण व्यास गोष्ठी में प्रस्तुत कविताओं के शिल्प और कथ्य पर समग्र वक्तव्य देंगे। कविता पाठ के बाद संगोष्ठी में उपस्थित श्रोताओं और आमंत्रित कविद्वय के बीच आज की कविता और कविता के इस समय पर आपसी संवाद भी होना है।आपसी संवाद का सत्र माणिक संभालेंगे।इसी कार्यक्रम में हाल में राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा डॉ सत्यनारायण व्यास के लिए विशिष्ट साहित्य सम्मान की घोषणा पर उनका अभिनन्दन भी किया जाएगा।

माणिक,चित्तौड़गढ़
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