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16 अप्रैल 2013

कुरान का सन्देश

पुलिस की भूमिका कोर्ट को अपमानजनक स्थिति में लाने की थी : हाईकोर्ट


जयपुर. हाईकोर्ट ने पुलिस आंदोलन पर कार्रवाई नहीं होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। साथ ही तत्कालीन पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी के विदाई लेने पर कहा कि ‘जिस भाव भंगिमा से कमिश्नर ने विदाई ली व उस दौरान उनकी टेबल पर रखी तख्ती पर लिखा जो नोट अखबार में छपा वो आपत्तिजनक था। मामले में पुलिस की भूमिका न्यायपालिका को अपमानजनक स्थिति में लाने की थी, कोर्ट के आदेश की अवहेलना अपेक्षित नहीं है।’ 
 
न्यायाधीश अजय रस्तोगी व एमएन भंडारी की खंडपीठ ने यह टिप्पणी मंगलवार को महेन्द्र शांडिल्य की जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान की। अदालत ने कहा कि राजस्थान शांत प्रदेश है और उसमें ऐसे आंदोलनों की जगह नहीं होनी चाहिए। सरकार भी अपनी जिम्मेदारी समझे व चिंतन करे। मीडिया को भी संयम बरतना चाहिए। 
 
कोर्ट ने कहा कि यह वकील व पुलिस को बैठकर सोचने का समय है कि कानून व व्यवस्था कैसे बनी रहे। वकील देखें कि वकालत के गिरते स्तर के लिए कौन जिम्मेदार है और सामाजिक स्थिति के लिए वे खुद कितने जिम्मेदार हैं, इसका आकलन करें। वकील व पुलिस मिलकर निर्णय लें और लक्ष्मण रेखा बनाएं और उसे दोनों ही पक्ष नहीं लांघें। अदालत ने सरकार को दिए निर्देशों की पालना रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा। हाईकोर्ट ने 8 मार्च को मामले में राज्य सरकार को निर्देश दिए थे और पालना रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा था।

स्‍टेशन पर चाय बेचते थे नरेंद्र मोदी, दोस्त लगा चुका है घर उजाड़ने का आरोप



नई दिल्ली. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की ज़िंदगी में अब कोई दोस्त नहीं है। बकौल मोदी अब उनका काम ही उनका दोस्त बन गया है और वह उसका पूरा आनंद ले रहे हैं। अपने 'प्राइवेट' स्पेस में मोदी को किसी की दखल पसंद नहीं है। मोदी (150 करोड़ के बुलेटप्रूफ दफ्तर में नरेंद्र मोदी) का कोई दोस्त नहीं हैं क्योंकि उन्हें कभी दोस्तों की जरूरत नहीं पड़ी। उनके साथ कुछ लोग हैं जिनका उनके जीवन में अलग-अलग रोल है। मोदी  अपने अस्तित्व के केंद्र में खुद हैं। कोई भी यह नहीं कह सकता है कि वह मोदी के जीवन का हर पहलू जानता है। ये दावे लेखक और पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने अपनी किताब ‘नरेंद्र मोदी : द मैन द टाइम्स’ में किेए हैं।
 
नीलांजन ने अपनी किताब में मोदी से हुई बातचीत का हवाला देते हुए कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। किताब के मुताबिक, जीवन में किसी दोस्त के न रह जाने का मोदी को कोई पछतावा भी नहीं है। लेकिन हमेशा ऐसे ही हालात नहीं थे। मोदी पहले दोस्ती किया करते थे, लेकिन कई बार इन कोशिशों ने विवाद खड़ा किया है। मोदी की कैबिनेट में उनकी सहयोगी आनंदीबेन पटेल (तस्वीर में)  के पति मफतभाई पटेल से मोदी की 90 के दशक में खूब बनती थी। लेकिन मफतभाई पटेल को बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से यह शिकायत करनी पड़ी थी कि मोदी की उनकी पत्नी के साथ करीबी ने उनके परिवार को उजाड़ कर रख दिया है। यह मुद्दा 2002 और 2007 के विधानसभा चुनावों में फिर से उठा था। इन चुनावों में आनंदीबेन पटेल के पति मफतभाई पटेल बीजेपी के बागी धड़े के साथ कई मंचों पर मोदी के खिलाफ चुनाव प्रचार करते नजर आए थे और उन्होंने मोदी पर कई आरोप लगाए थे। हालांकि, आनंदीबेन पटेल से जब इस बारे में पूछा जाता है तो वे यही कहती हैं कि वे 'प्राइवेट' मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती हैं। 
 
आनंदीबेन पटले नरेंद्र मोदी के कितने करीब हैं इस बात का पता उन खबरों से भी चलता है, जिनमें कहा जाता है कि राष्ट्रीय राजनीति में पूरी तरह से कूदने की स्थिति में मोदी जिन लोगों को गुजरात की कमान सौंप सकते हैं, उनमें आनंदीबेन पटेल और सौरभ पटेल के नाम सबसे ऊपर हैं। हालांकि, मोदी के दिल्ली जाने की स्थिति में उनके  बाद गुजरात का सीएम कौन बनेगा, इस मुद्दे पर खुद मोदी ने कभी कुछ नहीं कहा है।

यूपी: मंत्री के सामने खौलते दूध से नहा पुजारी ने अग्निकुंड में डाला अपना सिर



चंदौली. जिले के विजय नारायणपुर गांव में मंगलावर की दोपहर आस्था के नाम पर एक पुजारी घंटों खौलते दूध से स्नान करता रहा। जैसे-जैसे शाम ढलने लगी जोश में आये पुजारी ने सैकड़ों लोगों के सामने अपना सिर जलती हुई अग्निकुण्ड में डाल दिया। धार्मिक अनुष्ठान के नाम पर सदर ब्लाक प्रमुख के घर नवरात्रि की पूजा के दौरान यह अजीबो-गरीब अनुष्ठान कराया गया। आस्था के इस खेल में सूबे के परिवहन राज्य मंत्री दुर्गा प्रशाद यादव भी मौजूद थे। 
 
अग्निकुंड में अपना सिर डालने वाला पुजारी इतने पर ही नहीं रुका। उसने जिले के कई आलाधिकारीयों के सामने ही एक मासूम बच्चे के शरीर पर खौलता हुआ दूध उड़ेल दिया। इसके बाद से वह मासूम बच्चा दर्द से कराह उठा। उसकी चीख अंधविश्वास के पुजारियों के कानों तक नहीं पहुंची।
 
परिवहन राज्य मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव से जब इस बाबत पूछा गया तो उनका कहना था कि यह सच्ची आस्था है। तभी तो किसी को कुछ भी नहीं होता। लोगों का भगवान पर विश्वास है। उसी विश्वास की बदौलत उनका बाल भी बांका नहीं हो रहा है।

हिल उठा आधा हिंदुस्‍तान, 25 सेकेंड तक कांपती रही धरती



नई दिल्‍ली. अमेरिका के बोस्‍टन शहर में सीरियल ब्‍लास्‍ट की खबर के बीच भूकंप के तगड़े झटकों से भारत से लेकर खाड़ी देशों तक खलबली मच गई। पाकिस्‍तान में कराची से लेकर समूचा उत्‍तर और पश्चिम भारत भूकंप के झटकों से दहल गया है। दक्षिण ईरान में भूकंप से बड़ी तबाही की खबर है। ईरान के प्रेस टीवी के मुताबिक भूकंप से अब तक कम से कम 40 लोग मारे गए हैं जबकि सैकड़ों बुरी तरह जख्‍मी हुए हैं। पाकिस्‍तान में कम से कम 12 लोगों के मारे जाने की खबर है। मध्‍य पूर्व और खाड़ी के देशों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
गुजरात, राजस्‍थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्‍ली (एनसीआर) और यूपी सहित भारत के अधिकतर हिस्‍सों में मंगलवार शाम चार बजे के बाद भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। देश में गुजरात में भुज में सबसे पहले झटके महसूस किए गए। करीब 25 सेकेंड तक धरती हिलने का अहसास होते ही लोग घरों, दफ्तरों से बाहर निकल कर सड़कों पर आ गए। हालांकि, भारत में अभी तक कहीं से जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है। देश के परमाणु संयंत्रों पर भूकंप का कोई असर नहीं हुआ है।

अब भी खड़ी हूं अलकनंदा के तट पर

अब भी खड़ी हूं अलकनंदा के तट पर
इंतजार में
कि ढल गया सूरज, तो क्‍या
मुरझा गए हाथों के फूल
तो क्‍या
कि‍या था तुमने वादा
शाम का
कि सूरज जब हो उतावला
जाएगा संध्‍या से मि‍लने
मैं भी उतनी ही बेताबी से
आउंगा तुमसे मि‍लने
बस वहीं करना तुम मेरा इंतजार

अब तो ढल गई शाम, बताओ न
कहां हो तुम.....

.......रश्‍मि शर्मा

सोने की चिड़िया लौट के आ जाएगी.......

सोने की चिड़िया लौट के आ जाएगी.........................

सब कहते हैं की भारत ऐसा होना चाहिए,
कुछ नहीं बस जन्नत जैसा होना चाहिए,
अपने सपनो को तो सब ने पूरा किया ,
और देश के लिए कहा की ज़ेब में पैसा होना चाहिए।।

अपने शौक को हम ख़ुशी से पूरा करते हैं,
खुद को नहीं देखते और दुसरो को बुरा कहते हैं,
ऐसे क्या हमारा भारत देश खाक बढ़ेगा ,
जहाँ लोग देश को खुद की नहीं बल्कि खुद को देश की पहचान कहते हैं।।

वो जमी जहाँ हमारा प्यारा तिरंगा लहराता था,
हिमालय का पानी जहाँ भारत माँ के केशों को नहलाता था,
जो ज़मी कभी सोने की चिड़िया मानी जाती थी,
और हर बच्चा देश का सिपाही कहलाता था।।

वो देश जहाँ हर डाल पे सोने की चिड़िया बैठा करती थी,
ऐसा ही रहेगा भविष्य में भारत ऐसा सोचा करती थी,
कहीं कोई लुटेरा आ के लुट ना ले अपनी जमीं को,
बस इसी बात से वो पल पल डरती थी।।

देश को जगाने क लिए पहले तुम्हे जगना होगा,
किसी के कुछ करने से पहले तम्हे कुछ करना होगा,
तभी ये धरती जन्नत बन पायेगी,
और तभी तुम्हारी मेहनत रंग लाएगी।।

आज जग जाये अगर ये भारत सारा,
तो ये धरती रौशन हो जाएगी,
भारत माँ भी ख़ुशी से झूम उठेगी ,
और फिर से वही सोने की चिड़िया लौट के आ जाएगी।।

हिन्दुस्तान कल ही नहीं मरा था

हिन्दुस्तान कल ही नहीं मरा था
जयपुर की सड़क पर
सोलह दिसंबर को दिल्ली में भी
मौत हुई थी
इसी हिन्दुस्तान की
गोहाना, मिर्चपुर, नागपुर, गुजरात में भी
मरने वाला
यही हिन्दुस्तान था
खैर, ये तो ताज़ा घटी मौतें हैं
वरना हिन्दुस्तान तो
सदियों से मरता रहा है
रोज ही
कमी नहीं आई है
आज तलक इसमें
जब-जब होता है बलात्कार
किसी मासूम का
चूसा जाता है खून
किसी मजलूम का
मारा जाता है हक
किसी मजबूर का
और हम देखकर भी कुछ नहीं करते
बने रहते हैं मूकदर्शक
तो मरता है, हिन्दुस्तान ही
पर ये मौतें कहीं दर्ज नहीं होतीं
न किसी इतिहास में
न पुलिस के रिकॉर्ड में..

फूलों से भी प्यार किया


फूलों से भी प्यार किया
काँटों से भी यारी की ,
जिन राहों पर रोड़े थे
चलने की तैयारी की ....
दिन मुट्ठी में रखा है
रातें रहतीं बाहों में
उसको पाकर ही दम ली
जो था मेरी चाहों में ...!!

अभी इश्किया पागलों की जमात में

Hrishikesh Chaturvedi अभी इश्किया पागलों की जमात में एक हम भी शामिल हो गए,
कभी हम भी इश्क की पाठशाला के प्रधानाचार्य हुआ करते थे !! (हृषिकेश)

छुई मुई का फूल



मैं छुई-मुई का नन्हा फूल हूँ
कुदरत ने भरे हैं मुझमें
कई खुशनुमा रंग
रूप-रंग-रस सब है
फिर भी नहीं होती
मेरी गिनती फूलों में
मैं चाहता हूँ अपनी
अलग पहचान
दूसरे फूलों की तरह |
मैं छुई-मुई का बेटा हूँ
जो गाँव की
नवेली कनिया की तरह शर्मीली है
छूते ही सिकुड़ जाती है
सबका मनरंजन बनती है |
मैं छुई-मुई का बेटा हूँ
जो पेड़ तो दूर
लता भी नहीं बन पाती
घास की तरह बस धरती पर ही
छितर कर रह जाती है
मैं अकेला कितना सिर उठाऊं
चाहता हूँ माँ भी अब जागे
ताकि मैं भी एक ऊँचाई पाऊं
मेरी भी गिनती हो फूलों में
आखिर मुझमें क्या कमी है
कुदरत ने मेरे नन्हे आकार में भी
सुंदर चित्रकारी की है |

बांसवाडा और राजस्थान हाईकोर्ट के वकील असरार को भारत सरकार ने अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज़ केन्द्रीय कमेटी का सदस्य नियुक्त किया है

बांसवाडा और राजस्थान हाईकोर्ट के वकील असरार को भारत सरकार ने अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज़ केन्द्रीय कमेटी का सदस्य नियुक्त किया है ..केंद्र सरकार ने आज एक आदेश जारी कर अजमेर ख्वाजा दरगाह कमेटी में देश भर के सात जनों को सदस्य नियुक्त किया है इसमें राजस्थान से अकेले असरार अहमद एडवोकेट की नियुक्ति हुई है ..असरार अहमद इसके पहले गहलोत सरकार में राजस्थान अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य और फिर राजस्थान वित्त विकास निगम के चेयरमेन रह चुके है .......असरार अहमद की नियुक्ति पर मुबारकबाद उनकी नियुक्ति से अब अजमेर दरगाह के रखरखाव ..प्रबंध और कार्यशेली में काफी सुधार होगा ...अजमेर दरगाह में भी पुलिस का अजीब कानून है वहा दरगाह के दरवाज़े पर बेठे सुरक्षा कर्मी फोटू खेंचने के लियें केमरा तो नहीं लेजाने देते लेकिन मोबाइल लेजाने की छुट है जिसमे सभी तरह के वीडियो और स्टिल केमरे शामिल होते है इसके आलावा जायरीनों के साथ भी व्यवहार और उनकी सुरक्षा को लेकर वहां सवाल खड़े होते रहते है ...अब असरार अहमद के सदस्य बनने के बाद दरगाह की कायाकल्प की शुरुआत हो गयी है असरार भाई को एक बार फिर मुबारकबाद ..अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

वकील कोटा में राजस्थान हाईकोर्ट की बेंच स्थापित करने और राजस्व मंडल की डबल बेंच स्थापित करने की मांग के मामले में उदासीनता बरतने को लेकर कल बुधवार को दिन के ग्यारह बजे लाडपुरा कोटा विधानसभा के विधायक और भाजपा के प्रवक्ता भवानी सिंह राजावत के निवास पर उनका घेराव करेंगे

कोटा के वकील कोटा में राजस्थान हाईकोर्ट की बेंच स्थापित करने और राजस्व मंडल की डबल बेंच स्थापित करने की मांग के मामले में उदासीनता बरतने को लेकर कल बुधवार को दिन के ग्यारह बजे लाडपुरा कोटा विधानसभा के विधायक और भाजपा के  प्रवक्ता भवानी सिंह राजावत के निवास पर उनका घेराव करेंगे ...............उक्त घोषणा करते हुए आज वकीलों की संघर्ष समिति की बैठक में अभिभाषक परिषद कोटा के अध्यक्ष मनोज्पुरी ने कहा के हाडोती के सभी विधायकों जिनमे मंत्री भरत सिंह ...भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती वसुंधरा सिंधिया ..सांसद दुष्यंत सिंह और विधायक भवानी सिंह भी शामिल है उन्हें वकीलों की मांगो के समर्थन के लियें पत्र लिखे गये है लेकिन उन्हें पत्र मिलने और व्यक्तिगत सम्पर्क करने के बाद भी उन्होंने वकीलों और जनता की मांग के समर्थन में कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है ..संघर्ष समिति ने इसके पूर्व विधायक ओम बिरला के घेराव की योजना बनाई थी लेकिन वोह खुद वकीलों के धरना स्थल पर आकर उन्हें समर्थन ही देकर नहीं गए बलके उन्होंने उनके द्वारा किये गए प्रयासों से वकीलों को ब्योरेवार दस्तावेजी सबूत देकर अवगत भी कराया ...........अब संघर्ष समिति ने भाजपा विधायक भवानी सिंह राजावत की कल बुधवार को घेराव की योजना बनाई है ..कोटा के वकीलों ने संघर्ष समिति में भाप प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा सिंधिया द्वारा उपेक्षापूर्ण निति की भी आलोचना की और उनकी यात्रा का कोटा में प्रवेश पर विरोध का निर्णय लिया इसी तरह से आगामी सत्ताइस अप्रेल को कोटा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आगमन पर विरोध स्वरूप कोटा बंद के आह्वान की घोषणा की है  वकीलों में सरकार की उपेक्षापूर्ण निति को लेकर जबर्दस्त आक्रोश देखने को मिला ..इस सम्बन्ध में आज मेने झालावाड के सांसद दुष्यंत सिंह ....राजस्थान विधानसभा के उपाध्यक्ष रामनारायण मीना ....कोटा के प्रभारी  एवं सामाजिक न्याय मंत्री अशोक बेरवा ..राजस्थान जन आभाव अभियोग समिति के चेयरमेन मुमताज़ मसीह से वार्ता की लेकिन कोई तात्कालिक सकारात्मक निर्णय नहीं सका .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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