नई दिल्ली। गुड़िया
(काल्पनिक नाम) के साथ हुई दरिंदगी मामले
में दूसरे आरोपी प्रदीप को बिहार से गिरफ्तार कर लिया गया. बिहार एसटीएफ
की मदद से दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. प्रदीप दरभंगा का रहने वाला
है.
इससे पहले रविवार को दिल्ली के गांधीनगर में पांच साल की बच्ची से
दुष्कर्म के खिलाफ गुस्सा चरम पर था। उग्र जनता सड़कों पर प्रदर्शन कर रही
है। प्रधानमंत्री आवास के बाहर सैकड़ों लोग जमा है। नारे लगा रहे हैं।
सोनिया गांधी के घर के सामने, पुलिस मुख्यालय, इंडिया गेट और एम्स जहां
बच्ची भर्ती है, वहां भी गुस्से से भरे लोग मौजूद थे।
दोपहर करीब 12 बजे अशोक रोड स्थित भाजपा मुख्यालय से महिला मोर्चा की
कार्यकर्ता तख्तियां लिए नारे लगाती सोनिया के आवास की ओर निकल पड़ीं।
पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन कुछ महिलाएं 10, जनपथ के
बिल्कुल करीब लगे बैरिकेड फांदकर अंदर घुसने में कामयाब रहीं।
सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें किसी तरह रोका।
बड़े प्रदर्शन का अल्टीमेटम :
उधर, आम आदमी पार्टी (आप) के कई कार्यकर्ता रातभर पुलिस मुख्यालय और
एम्स परिसर के बाहर मोमबत्तियां जलाकर बैठे रहे। मीडिया के जरिए सरकार को 5
बजे तक का अल्टीमेटम दिया कि यदि पुलिस कमिश्नर को नहीं हटाया गया तो वे
प्रधानमंत्री आवास पर बड़ा प्रदर्शन करेंगे। शाम करीब पांच बजे आप
कार्यकर्ताओं ने 7, रेसकोर्स में घुसने का प्रयास किया, पुलिस के रोकने पर
सड़कों पर लेट गए। यहां से प्रदर्शनकारियों को सड़क से उठाकर दूर ले जाकर
छोड़ दिया गया। छुट्टी के बावजूद रविवार को प्रदर्शन में भीड़ नहीं दिखी।
पर पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच बार-बार झड़प हुई।
गुड़िया की हालत स्थिर :
आदतन दुष्कर्मी है गुड़िया का गुनहगार मनोज :
1. अश्लील फिल्म देखकर दुष्कर्म :
पुलिस पूछताछ में मनोज ने बताया कि 15 अप्रैल को उसने बच्ची से
दुष्कर्म करने से पहले दोस्त प्रदीप के साथ मोबाइल पर अश्लील फिल्म देखी।
इसके बाद दोनों ने शराब पी और दुष्कर्म किया। रविवार को मनोज ने कहा कि
दुष्कर्म प्रदीप ने किया। मैं तो सिर्फ वहां खड़ा हुआ था।
2. शादी से पहले पत्नी से दुष्कर्म :
मनोज के गांववालों ने बताया कि मनोज ने शादी से पहले अपनी पत्नी से भी
दुष्कर्म किया था। लेकिन कानून से बचने के लिए उसने गांववालों के दबाव में
शादी कर ली थी।
3. दूसरे आरोपी की तलाश में पुलिस टीमें दरभंगा रवाना :
आरोपी मनोज को कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे ४ मई तक
के लिए हिरासत में भेज दिया गया। मनोज के दोस्त प्रदीप की तलाश में पुलिस
की दो टीमें दरभंगा (बिहार) रवाना की गई हैं।
हो सकती है फांसी की सजा :
पुलिस ने मनोज के खिलाफ अपहरण, हत्या की कोशिश के साथ-साथ दुष्कर्म का
भी केस दर्ज किया है। सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज करने की भी तैयारी है।
नया कानून बनने के बाद अब मनोज को कम से कम 20 साल और अधिकतम फांसी की सजा
हो सकती है।