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25 अप्रैल 2013

दर्ज़ा, वो मकाम ‘हुनर-ओ-फन’ चाहिए

दर्ज़ा, वो मकाम ‘हुनर-ओ-फन’ चाहिए
हमदर्दी नहीं ... तुम्हारी जलन चाहिए

दोस्तों से .... जी भर गया .. अब बस
हमें कायदे का .... एक दुश्मन चाहिए

साथ इज्ज़त के ... जिंदा रहने के लिए
हौसला जिगर में, सर पे कफन चाहिए

सूझ रहा है कोई खेल .... नया शायद
दिल हमारा उन्हें ... दफ’अतन चाहिए

जो कहते है खुद को आइना समाज का
दिखाने को उन्हें .... एक दरपन चाहिए

बोझ दिल का हल्का करने को ‘अमित’
शायरी में ..…… और .. वज़न चाहिए

कहीं कुछ भी नहीं बदला


करेंट पोस्‍टमार्टम में छपी कवि‍ता
* * * * * * * * **
कहीं कुछ भी नहीं बदला
बस एक
भ्रम टूटा है
और आंखों का कोर
तब से भीगा जा रहा है....

ये आंसू भी तुम्‍हारी तरह
दगाबाज हैं
बि‍न बुलाए आते हैं
और
न चाहने पर भी
रि‍सते रहते हैं
लुप्‍त नदी की तरह
धरा और चट़टान का
सीना चीरकर...

कुछ दि‍न
और
बस कुछ दि‍न
प्रेम न सही, भ्रम ही होता
खाली मुट़ठि‍यों में
अहसासों की छांव तो होती
यादों में
एक नाम तो होता.....

छलि‍ए
दो मुस्‍कान दि‍ए थे तुमने
अब आंचल भर
आंसू के फूल दि‍ए हैं
भुला सकूं
इतने हल्‍के नहीं उतरे थे तुम

कहो तुम्‍हीं
क्‍या करूं उन आवाजों का
जो दि‍नरात
गूंजते हैं कानों में
छलि‍या तू...दगाबाज तू...
और
मेरा प्‍यार भी तो है तू....

माँ बनाती थी रोटी पहली गाय की आखरी कुत्ते की

माँ बनाती थी रोटी
पहली गाय की
आखरी कुत्ते की
एक बामणी दादी की
एक मेहतरानी बाई की
...
हर सुबह नंदी आ जाता
दरवाज़े पर गुड की डली के लिए

कबूतर का चुग्गा
कीड़ीयों का आटा
ग्यारस,अमावस,पूनम का सीधा
डाकौत का तेल
काली कुतिया के ब्याने पर तेल गुड का हलवा
सब कुछ निकल आता था
उस घर से जहाँ विलासिता के नाम पर
एक रेडिओ और टेबल पंखा था

आज सामान से भरे घर से
कुछ भी नहीं निकलता
सिवाय कर्कश आवाजों के

जब भारत Co-operation से चलता था
तब ना ही कोई भूखा सोता था
ना कोई बच्चा कुपोषण से मरता था,
आज competition का ज़माना है
शहर भरे हैं बर्गर पिज्जे की अन्तराष्ट्रीय दुकानों से
कोई दो वक्त की रोटी के लिए लड़ता है बेईमानों से
कोई भूख से मर रहा है कोई मर रहा है ज्यादा खाने से.....

डीआईपीआर में 21 अधिकारी पदोन्नत



जयपुर, 25 अप्रेल। राज्य सरकार ने गुरुवार को एक आदेश जारी कर 21 सहायक सूचना जन सम्पर्क अधिकारियों को जन सम्पर्क अधिकारी के पद पर पदोन्नत किया है।
आदेश के अनुसार रणछोड़ लाल त्रिपाठी को जनसम्पर्क अधिकारी राजसमंद, सतीश कुमार को सीकर, गोविन्द शर्मा को जनसम्पर्क अधिकारी पत्रकार शाखा, प्रदीप कुमार चौधरी को नागौर (अस्थाई मुख्यालय जोधपुर) मुकुल राज मोहन मिश्रा को जनसम्पर्क अधिकारी डूंगरपुर के पद पर पदोन्नत किया गया है।
इसके अलावा दिनेश कुमार मुदुगल को जनसम्पर्क अधिकारी दौसा, विकास हर्ष को (सहायक निदेशक के पद के विरूद्घ) जनसम्पर्क अधिकारी बीकानेर, प्रमोद कुमार शर्मा को जनसम्पर्क अधिकारी श्रम एवं नियोजन विभाग, प्रमोद प्रकाश सिंघल को जनसम्पर्क अधिकारी हनुमानगढ़ (अस्थायी मुख्यालय जोधपुर), केएल मीणा एवं रणवीर सिंह राही और बीना कर्मचंदानी को जनसम्पर्क अधिकारी मुख्यमंत्री कार्यालय तथा लोकेश चन्द्र शर्मा को जनसम्पर्क अधिकारी राजभवन के पद पर पदोन्नत कर लगाया गया है।
इसी प्रकार सम्पत राम चान्दोलिया को जनसम्पर्क अधिकारी, सवाईमाधोपुर, गणपत सिंह नारोलिया को जनसम्पर्क अधिकारी प्रकाशन शाखा, रामजीलाल मीणा को जनसम्पर्क अधिकारी खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, कल्पना ढिढ़ोर को जनसम्पर्क अधिकारी बांसवाड़ा, बिहारीलाल वर्मा को जनसम्पर्क अधिकारी राजस्व मण्डल अजमेर एवं लीलाधर दोचानियां को जनसम्पर्क अधिकारी मंत्री सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग तथा हरदयाल जैफ को जनसम्पर्क अधिकारी झुन्झुनूं और नानक चन्द्र चन्द्रोदय को जनसम्पर्क अधिकारी चूरू के पद पर पदोन्नत कर लगाया गया है।
इसके अलावा कमलेश शर्मा को जनसम्पर्क अधिकारी प्रतापगढ़ एवं बृजेश कुमार सांभरिया को जनसम्पर्क अधिकारी पंचायतीराज विभाग के पद पर पदस्थापित किया गया है।

पाली के निमाज में तनाव,कर्फ्यू लगाया



पाली। राजस्थान के पाली जले के निमाज कस्बे में गुरूवार शाम एक जुलूस पर पथराव के बाद दो समुदायों में तनाव हो गया। जिला मजिस्ट्रेट ने कस्बे में चौबीस घंटे के लिए कर्फ्यू लगा दिया है। पुलिस की मौजूदगी में बेकाबू भीड़ ने पथराव करते हुए कई दुकानें, वाहन और मकान फूंक दिए। लपटों के बीच पुलिस फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही है। स्थिति को नियंत्रित करने पहुंचे जैतारण उपखण्ड अधिकारी नरेन्द्र जैन को उल्टे पांव दौड़ना पड़ा। पथराव में एसडीएम का रीडर मोहनलाल घायल हो गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पूरे वृत्त में पुलिस को अलर्ट किया गया है।
निमाज कस्बे में पिछले एक सप्ताह से एक नीम के पेड़ पर लगाए बोर्ड को लेकर दो पक्षों में विवाद चल रहा था। इसे लेकर कस्बा दो दिन तक बंद भी रहा। बुधवार को हुई शांति समिति की बैठक में सभी धार्मिक आयोजन शांतिपूर्वक मनाने का निर्णय किया गया। गुरूवार शाम निकाले जा रहे जुलूस के दौरान पत्थर फेंकने की बात पर दोनों समुदाय आमने-सामने हो गए। पुलिस की मौजूदगी में ही शुरू हुए पथराव, मकान, वाहन और दुकानें जलाने के सिलसिले ने स्थिति को गंभीर कर दिया। सूचना मिलने पर जिला मजिस्ट्रेट अम्बरीश कुमार और एसपी के.बी. वंदना भी मौके पर पहुंचे।
गलियों में हथियारबंद लोग
जुलूस के दौरान तैनात पुलिस जाप्ता भी असहाय सा खड़ा रहा। पथराव के दौरान पुलिस और आरएसी का जाप्ता मौके से गायब हो गया। ऎसे में करीब दो घंटे तक गलियों में हथियारबंद लोगों के बीच कस्बे में माहौल दहशत भरा हो गया। लोगों ने दरवाजे बंद कर लिए और घरों में दुबक गए।

दर्जनों वाहन फूंके
उपद्रवियों ने यहां पर करीब दो दर्जन दुपहिया और एक दर्जन अन्य वाहन फूंक दिए। कुछ लोग घायल भी हुए हैं, लेकिन उनकी पूरी संख्या अभी तक नहीं मिल पाई है। एसडीएम के रीडर के अलावा एक अन्य व्यक्ति भी जैतारण अस्पताल में भर्ती हुआ है।

आईजी हुए रवाना
माहौल की नजाकत और पुलिस की स्थिति को देखते हुए जोधपुर रेंज के महानिरीक्षक डी.सी. जैन भी तत्काल अपनी छुटि्टयां रद्द करके मौके पर रवाना हुए हैं। उन्होंने दूरभाष पर बताया कि स्थिति अब तनावपूर्ण नियंत्रण में है।

किसी की याद आती रही

किसी की याद आती रही

मेरी तनहाईयाँ मुझे सताती रही
गुमसुम हवाएं लोरीयाँ सी सुनाती रही
सन्नाटों को चीरती
किसी की याद आती रही

मेरी कलम सफ़ेद कागजों पर
लिख लिखकर कुछ याद दिलाती रही
सूखे हुए लबों पर जैसे
कोई बात आती रही जाती रही
किसी की याद आती रही

बीते हुए पल कभी ना लौटेंगे
ना ही लौटेंगे दूर जानेवाले
दोपहर में तेज हवाएं गली में
जैसे धूल सी उडाती रही
किसी की याद आती रही

सूखे पत्तों की सरसराहट मुझे
किसी की आहट याद दिलाती रही
मेरी ऊँगलियाँ रेत पर जैसे
मेरी किस्मत लिखती रही मिटाती रही
किसी की याद आती रही

= नरेश नाशाद

इस समय जहाँ देखो देश में मारा मारी तो है

इस समय जहाँ देखो देश में मारा मारी तो है
यह कुछ भी नहीं जनता की ही लाचारी तो है

दाल आटा सभी कुछ तो महंगा है इस देश में
फिर भी संतुष्ट चलो आलू की तरकारी तो है

ऐसे नहीं होते सरे राह बलात्कार व् अत्याचार
इसमें कहीं न कहीं सरकारी कारगुज़ारी तो है

परेशां बाप बेटी का दे हाथ वकील के हाथ में
चलो ख़ुदा का शुक्र वह वकील सरकारी तो है

अब्बूजान की दनादन होती शादियॊ को देख
बेटा बोला चलो मयभा ही सही महतारी तो है

लोग मुझसे पूछते है,आज क्यूँमै मौन हूँ ?

लोग मुझसे पूछते है,आज क्यूँमै मौन हूँ ?
प्रेरणा के स्त्रोत सूखे,कल्पना है मर गई ,
मौत के साए से यूं ,जिंदगी हैडर गई
स्तब्ध सा मै देखता हूँ,सत्य है या सपन है
पूछता हूँ मै स्वयं से ,कौन हूँ मै कौन हूँ ?
रूप कितने जन्म कितने ,मै बदलता आ रहा ,
ज्ञान का यह बोझ हूँ मै,व्यर्थ ढोता जा रहा ,
युगों युगों से पूछता आया प्रश्न मै एक ही
न जिसका उत्तर मिल सका कौन हूँ मै कौन हूँ ?
गीत कितने छंद कितने ,मै बदलता जा रहा ,
अस्पष्ट सा जो दीखता ,स्पष्टन कह पा रहा ,
गीत है लय बदलते ये ,स्वर मगररहता वही,
हर गीत मेरा पूछता ,कौन हूँ मै कौन हूँ ?
लोग मुझसे पूछते है आज क्यूँमै मौन हूँ ?

खुदा करे मेरी तरह

खुदा करे मेरी तरह तेरा किसी पे आए दिल
तू भी जिगर को थाम के कहता फिरे के हाऐ दिल
रोंदो ना मेरी क़ब्र को इस में दबी हैं हसरतें
रखना क़दम संभाल के देखो कुचल ना जाए दिल

चंडालनी सी या लगी थी हूर जिन्दगी .

चंडालनी सी या
लगी थी हूर जिन्दगी .
झक धुप में मिली
हमें बेनूर जिन्दगी .

थी पस्त कभी मस्त
नशे में मिली वो चूर
किस्मत से देखो
मिल गयी मशहूर जिन्दगी .

सड़कों पे बिखरी आग
से घर जल गया मेरा
संसद में बहस थी
बड़ी ये क्रूर जिन्दगी .

मुर्गे ने बहस की
तो मुर्गी भी चुप कहाँ -
चखचख में देखो कट गयी
मगरूर जिन्दगी .

'सरकार करवा रही है सुराज संकल्प यात्रा की जासूसी'

 

खानपुर/झालावाड़.भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कहा है कि सरकार उनकी सुराज संकल्प यात्रा की जासूसी करवा रही है। पुलिस के लोग उनके भाषण रिकॉर्ड कर रहे हैं। सरकार मालूम करवा रही है कि हमारी सभाओं में कौन-कौन आ रहा है और कितनी भीड़ है।
 
वसुंधरा राजे ने गुरुवार को झालावाड़ के खानपुर में सुराज संकल्प यात्रा की सभा में कहा कि मुख्यमंत्री की मौजूदगी में डीजीपी यह कहे कि हमारी इंटेलीजेंस पुलिस का इस्तेमाल राजनीतिक जासूसी में हो रहा है, इससे बड़ी मुख्यमंत्री के लिए शर्म की और क्या बात होगी। सच्चाई भी यही है कि सरकार पुलिस को कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी से हटाकर नेताओं की जासूसी में लगाएगी तो अपराध कैसे रुकेंगे। 
 
कुर्सी पर रहने का हक नहीं : 
 
वसुंधरा ने कहा कि प्रदेश में गृह विभाग का जिम्मा मुख्यमंत्री के पास होने के बावजूद कानून-व्यवस्था की स्थिति बदहाल है। आम आदमी सुरक्षित नहीं। महिलाओं की इज्जत आए दिन तार-तार हो रही है। अपराधों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है। प्रदेश के ऐसे मुख्यमंत्री को जो अपना विभाग नहीं संभाल सकता, कुर्सी पर बैठने का कोई हक नहीं है।
 
कैग की रिपोर्ट ने मनरेगा में 13 हजार करोड़ रुपए का घोटाला उजागर किया है।  जिस मनरेगा में हमारा प्रदेश हमारे समय देश में प्रथम पायदान पर था, आज वही मनरेगा में भ्रष्टाचार के लिए पहचाना जाने लगा है। हमारे समय में मनरेगा में 100 दिन पूरा करने वाली महिलाओं को परिधान देने की योजना थी, जिसे इस सरकार ने आते ही बंद कर दिया। अब साढ़े चार साल बाद चुनाव आते देख सरकार ने इस योजना को 2100 रुपए नकद देने का प्रावधान कर फिर से शुरू किया है। कांग्रेस पैसा फेंककर वोट लेना चाहती है, लेकिन जनता सरकार के लालच में आने वाली नहीं है। 
 
 
वसुंधरा पर एक छींटा भी बेईमानी का लगाकर बता दें : कटारिया 
 
सुराज संकल्प यात्रा के दौरान प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया पर नए रंग चढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने गुरुवार को खानपुर में कहा कि कांग्रेस के नेता ऊपर से नीचे तक भ्रष्ट हैं। अटल बिहारी वाजपेयी, भैरोंसिंह शेखावत और वसुंधरा राजे जैसे नेताओं पर मुख्यमंत्री एक छींटा भी बेईमानी का लगाकर तो बता दें। खानपुर की सभा में कटारिया ने वसुंधरा राजे के समर्थन में जमकर नारे लगाए।  कटारिया ने अपने भाषण की शुरुआत नारों से ही की और माइक पर उन्होंने कई बार ‘वसुंधरा जी तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं’ के नारे लगाए।  

नाराज नेता और छोटी पार्टियां मिलकर बिगाड़ सकते हैं भाजपा कांग्रेस के समीकरण



जयपुर.प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा के चुनावी समर में आमने-सामने होने के बाद इस बार छोटी पार्टियों और राजनीतिक दबाव समूहों ने भी बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी कर ली है। बसपा के अलावा कई छोटी पार्टियां समीकरण बिगाड़ने की तैयारी में हैं।
 
कई छोटे दबाव समूह और दोनों दलों से अलग हुए नेता भी इस बार राजनीतिक मैदान में स्थानीय स्तर पर नई सियासी जमीन तैयार कर रहे हैं।
 
कांग्रेस-भाजपा विरोधी मोर्चे के रूप में अभी तक हालांकि एकजुट गठबंधन तो अस्तित्व में नहीं आया है लेकिन इसकी तैयारी शुरू हो गई है। किरोड़ीलाल मीणा की पार्टी के अलावा माकपा और दूसरे छोटे दल एक मजबूत मोर्चे लिए एक जाजम पर आने के लिए बातचीत कर रहे हैं।

कर्ज के दबाव में पिता ने की 4 बच्चों की हत्या, पत्नी समेत खुद को लगा ली फांसी

मालेगांव. एल्युमिनियम के बरतनों के दुकानदार सुरेश रामभरोसे साहू (35) और उसकी पत्नी सुनिता (30) ने अपने चार बच्चों की हत्या करने के बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस को शक है कि कर्ज के बोझ और गरीबी से तंग आकर साहू दंपति ने यह सनसनीखेज कदम उठाया होगा। घर के अंदर के इस नजारे को जिसने देखा उसके हाथ-पांव फूल गए। इस दर्दनाक मंजर को जिसने भी देखा उसके होश फाख्ता हो गए।

दुष्कर्म पीड़ित दो माह से गायब, पुलिस ने किया प्रताडि़त तो पूरे परिवार ने की आत्महत्या


दुष्कर्म पीड़ित दो माह से गायब, पुलिस ने किया प्रताडि़त तो पूरे परिवार ने की आत्महत्या
चंडीगढ़. गैंगरेप पीडि़त दो माह से गायब है। इसके चलते पूरे परिवार को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा, और चार की मौत हो गई। तो क्या यह पुलिस के लिए रूटीन का मामला है?
हिसार जिले के उकलाना गांव की घटना से तो ऐसा ही लग रहा है। हालांकि मामले की जांच मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है, लेकिन पुलिस की ओर से अलग से जांच की दिशा में कुछ नहीं हो रहा है। हद तो यह है कि क्राइम अगेंस्ट वुमन विंग जांच के मामले में हिसार एसपी पर निर्भर है।
सवाल यह है कि क्या हिसार पुलिस अपने खिलाफ रिपोर्ट देगी। काबिल-ए-जिक्र है कि हिसार के उकलाना गांव में एक परिवार की बेटी के साथ गैंगरेप हुआ था। फरवरी में लड़की गायब हो गई। परिवार का आरोप है कि पुलिस उन्हें प्रताडि़त कर रही थी। इस वजह से उन्होंने जहर खा लिया।

यही है वो जांच जिसके नाम पर अमरीका करता रहा है प्रतिष्ठित भारतीयों का अपमान...



मुंबई. हार्वर्ड युनीवर्सिटी में लेक्चर देने गए यूपी के सीएम अखिलेश यादव के साथी और सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान के उपर अमरीकी सुरक्षा तंत्र की गाज गिरी है। बोस्टन एयरपोर्ट पर तलाशी के नाम पर उत्तर प्रदेश के आला नेता आजम खान के साथ न केवल बदसलूकी की गई बल्कि उनको हिरासत में भी लिया गया। बाद में भारतीय दूतावास के प्रयास से आजम खान को रिहा करवाया गया। 
 
गौरतलब है कि ये कोई पहला मामला नहीं है जब अमरीकी सुरक्षा तंत्र ने सुरक्षा में कड़ाई के बहाने प्रतिष्ठित भारतीयों का अपमान किया हो। इससे पहले भी कई भारतीय हस्तियों को सुरक्षा के नाम पर अपमानित किया जा चुका है। शाहरुख खान से लेकर पूर्व राष्ट्रपति कलाम तक सभी को इसका दंश झेलना पड़ा है।
अमरीकी सुरक्षा तंत्र ने ऐसे कारनामों को पहले भी अंजाम दिया है। हद तो तक हो गई जब अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अभिनेता शाहरुख खान को भी इसी तरह अपमानित किया जा चुका है, जिन्हें सुरक्षा के नाम पर एयरपोर्ट पर घंटों रोक कर रखा गया। इस दौरान कोई सहूलियत तो दूर उन्हें पीने का पानी तक मुहैय्या नहीं करवाया गया था।

कुरान का सन्देश

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दोस्तों दिल्ली की गुडिया और राजस्थान के कोटा के गुडिया में अपराध एक है लेकिन कार्यवाही अलग अलग

 दोस्तों खुदा का शुक्र है के आप लोगों की महनत से कोटा राजस्थान की गुडिया के साथ जबरदस्ती और ज्यादती करने का आरोपी पुलिस पुत्र पकड़ा गया उसे आज रामगंजमंडी अदालत पेश किया गया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया .....दोस्तों पुलिस पुत्र द्वारा पुलिस पुत्री चार वर्षीय मासूम के साथ जो ज्यादती की थी उससे आज भी वोह भूत भूत कहकर भयभीत है लेकिन मुकदमा दर्ज होने के बाद भी कुछ लोग उसे केवल मोबाइल टॉवर नहीं बोल पाने के छुट दे रहे थे इस मामले में पीडिता गुडिया के माता पिता का इंसाफ नहीं मिल पाने के रो रो कर बुरा हाल था ..दोस्तों आप सभी लोगों ने इस मामले में मेरी पोस्ट पर ध्यान दिया और फिर मदद की कोशिशें तेज़ की खुद मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के यहाँ भी शिकायत गयी जबकि कोटा की पुत्री महिला आयोग की राष्ट्रिय अध्यक्ष को भी शिकायत की गयी ..अब आप लोगों की मदद से कोटा पुलिस की समझ में आया है के ऐसे खतरनाक अपराधिक को खुला छोड़ना ठीक नहीं है और उसे जेल भेज दिया गया है लेकिन अभी ऐसे आरोपी को सजा दिलवाना एक बढ़ी चुनोती है क्योंकि मुकदमे में कई खामियां और कमियाँ नज़र आती है खेर देर आयद दुरुस्त आयद आप सभी का सहयोग के लियें शुक्रिया कोटा के पुलिस अधिकारीयों का शुक्रिया और राजस्थान के मुख्यमंत्री महिला आयोग की राष्ट्रिय अध्यक्ष का शुक्रिया लेकिन अभी काम अधुरा है आरोपी को अपराधी बनाकर सजा दिलवाना बाक़ी है सभी को एक जुट होकर मदद करना है शुक्रिया
दोस्तों दिल्ली की गुडिया और राजस्थान के कोटा के गुडिया में अपराध एक है लेकिन कार्यवाही अलग अलग ऐसा क्यूँ में तो समझ नहीं पाया आप प्लीज़ कोई हो तो बताइए ....दिल्ली में मुख्यमंत्री महिला शीला दीक्षित है कोई बात नहीं राजस्थान में बहतरीन और संवेदन शील कहे जाने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत है जो पुलिस का इकबाल बुलंद करते है दिल्ली पुलिस गुडिया के अत्याचारियों को हंगामा होते ही दुसरे दिन गिरफ्तार करती है इस मामले में लापरवाही बरतने और मजाक उड़ाने वाले पुलिस कर्मियों को सस्पेंड करती है ......हमारे राजस्थान की कोटा पुलिस गुडिया के अत्याचारी को पूरा पूरा बचाने का प्रयास करती है कोटा के दादाबाड़ी थाने में दर्ज एफ आई आर 121/2013 अंतर्गत धारा 4 प्रोटेक्शन और चाइल्ड सेक्सुअल एब्युसिंग एक्ट 2012 की जाँच कर रहे अनुसन्धान अधिकारी उप निरीक्षक पुलिस प्रथ्वी सिंह ने पीडिता चार वर्षीय मासूम और उसके परिजनों को धमकाया उनका मजाक उड़ाया और यहाँ तक के अपराधी को गिरफ्तार करने की जगह उसे पीडिता और उसके परिजनों को धमकाने के लियें खुला छोड़ दिया ..जांच बदली प्रशिक्षु आर पी एस बनवारी लाल के पास जाँच गयी की नतीजा नहीं निकला तीसरी बार महिला अधिकारी के पास जाँच गयी अभियुक्त गिरफ्तार हो गया और अब जेल में है लेकिन उसके मामले में सपठित धारा 354,376/511,366 आई पी सी और इन्डियन चिल्ड्रन एक्ट की धाराएँ नहीं जोड़ी गयी है उसे केस कमजोर होने की सम्भावना है अब बताइए जनाब राजस्थान के संवेदन शील मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासन काल के कोटा की पुलिस और दिल्ली की शीला दीक्षित की पुलिस में क्या फर्क है जो लापरवाह पुलिस अधिकारीयों को वहां तो निलम्बित किया गया है और यहाँ के लापरवाह और पीडिता और उसके माता पिता को धमकाने वाले अधिकारी आज तक भी निलम्बित नहीं किये गए है इससे पीड़ितों का मनोबल टुटा हुआ है .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

बोस्‍टन धमाका : मारे गए आरोपी ने दो साल पहले ही मां से कह दिया था- इस्‍लाम के लिए कुर्बान होना चाहता हूं


बोस्टन धमाकों के मृत आरोपी टमेरलान सारनेव ने अपनी मां को पहले ही कह दिया था कि वह मुस्लिम मकसद के लिए अपनी जान देना चाहता है। धमाकों की जांच के दौरान पता चला है कि उसने अपनी मां को एक एसएमएस कर अपनी हरकत के छुपे संकेत दिए थे। धमाकों के बाद यह आरोपी पुलिस की गोलीबारी में मारा गया था। टमेरलान के बारे में हमले से पहले बहुत कम पता था। लेकिन उसके भाई ने कबूल किया है कि वे अपने आप कट्टर बने थे और अमेरिका के इराक-अफगानिस्तान में युद्ध छेड़ने से नाराज थे। 
 
अमेरिका के फॉक्स न्यूज के मुताबिक उसने 2011 में अपनी मां जूबेदात सारनेव को एक एसएमएस किया था। इसमें उसने इस्लाम के लिए मर-मिट जाने की बात कही थी। 
 
बुधवार को अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि उन्हें 18 महीने पहले सारनेव के बारे में काफी कम पता था। तभी उसे इंटेलीजेंस की निगरानी में रखा गया था। अधिकारियों ने यह बातें अपना नाम न छापने की शर्त पर बताईं। रूस की इंटरनल सिक्योरिटी सर्विस एफएसबी ने पहली बार चार मार्च 2011 को एफबीआई को टमेरलान सारनेव के बारे में जानकारी दी थी। रूसी एजेंसी ने कहा था कि चेचन मूल का यह युवा कट्टर इस्लाम को मानने वाला है। एफबीआई को यह भी बताया गया था कि 2010 से इसमें ऐसा बदलाव आया है।
 
अमेरिकी सरकारी एजेंसियों ने जांच की थी कि क्या सारनेव ऑनलाइन अध्ययन से कट्टरपंथ की ओर बढ़ रहा है। एफबीआई का कहना है कि उसे तब ऐसे कोई संकेत नहीं मिले थे कि सारनेव का कट्टरपंथियों से कोई संबंध है। उन्होंने सारनेव और उसके परिजनों से सवाल जवाब भी किए थे। इसके बाद एफबीआई ने यह जानकारी रूस को दी थी। जून 2011 में एफबीआई ने सारनेव पर नजर रखना बंद कर दिया था। सितंबर 2011 में रूस ने अमेरिका को उसके बारे में औऱ जानकारी दी थी। इसके बाद उसे संदिग्धों की लिस्ट में शामिल कर लिया गया था।

रेप के बाद मर्डर कर फेंक दी बच्‍ची की लाश



रांची। रेप की शिकार दिल्‍ली की गुडिय़ा (काल्‍पनिक नाम) जहां धीरे-धीरे अस्‍पताल में ठीक हो रही है, वहीं झारखंड की राजधानी रांची में दरिंदों ने एक 6 साल की बच्‍ची का बलात्‍कार के बाद कत्‍ल ही कर दिया। घटना डोरंडा थाना क्षेत्र स्थित दर्जी मोहल्ला की है। बच्ची बुधवार शाम से ही लापता थी और गुरुवार सुबह उसकी लाश मिली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के साथ के साथ रेप होने की पुष्टि हुई है। बुधवार देर रात रेप के बाद गला दबाकर उसकी हत्या करने की बात कही जा रही है।
बच्ची की लाश गुरुवार की सुबह अजान (नमाज) के समय लोगों ने उसके घर सामने निर्माणाधीन मकान में देखा। महिलाओं ने जब शव को देखा तो उसके प्राइवेट पार्ट से खून निकला था और गर्दन व पैर पर किसी भारी सामान से दबाव के संकेत स्पष्ट थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार गर्दन दबने से दम घुटने के कारण मासूम की मौत हुई है। बच्ची के पिता मो मनीर अंसारी व माँ शकीला बानो की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है।
कक्षा दो की थी छात्रा
बच्ची डोरंडा के इस्माइलिया उर्दू स्कूल में कक्षा दो में पढ़ती थी। बुधवार को स्कूल से अपराह्न एक बजे वह घर आई और खाना खाने के बाद खेलने चली गई। दो बजे तक लोगों ने उसे घर के बाहर खेलते हुए देखा, इसके बाद से बच्ची का कुछ पता नहीं चला। परिजन और पड़ोसियों ने उसे खूब खोजा लेकिन वह नहीं मिली। परिजनों ने इसकी सूचना डोरंडा पुलिस को दी। पुलिस ने कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चल सका। आज सुबह बच्ची की लाश पर लोगों की नजर गई।
शक एक युवक पर, घटना के बाद से है फरार
परिजनों ने इस घटना में सद्दाम नामक एक युवक पर शक जताया है। परिजनों का आरोप है कि बच्ची के घर में ही वह कसाई का काम करता था। बुधवार की शाम से ही वह एक बार भी नहीं पहुंचा है, जिससे लोगों का शक गहरा गया है। पुलिस इस सूचना पर अनुसंधान कर रही है। आरोपी ने बच्ची के साथ बलात्कार के उसकी लाश को उसके घर के सामने इस मकान में रख दिया था। इतना ही नहीं उसके बाद घर के सामने जल रहे स्ट्रीट लाइट की बत्तियाँ भी बुझा दी थी।
स्पीकर, विधायक, सिटी एसपी समेत कई पहुंचे, लोग थे आक्रोशित
घटना के बाद विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह, हटिया से आजसु विधायक नवीन जयसवाल, सिटी एसपी मनोज रतन चौथे समेत कई लोग मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोग घटना के बाद से काफी आक्रोशित थे। लोगों की भारी भीड़ जुट गई थी।
आरोपी जल्द होगा गिरफ्त में : SSP
घटना के बाद रांची के एसएसपी साकेत कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस की टीम मामले की जांच कर रही है। पुलिस जल्द ही आरोपी को खोज निकालेगी।

मेरे ग्वालियर ..झाँसी ..मध्यप्रदेश के दोस्तों ..मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ..समाजसेवियों और मध्यप्रदेश सरकार से जुड़े मंत्रियों ..विपक्ष में बेठे कोंग्रेसियों आप सभी से कोटा के एक विकलांग व्यक्ति अख्तर हुसेन के हत्यारों को करवाने और उसके परिजनों को क्षतिपूर्ति राशी दिलवाने की गुहार है

मेरे ग्वालियर ..झाँसी ..मध्यप्रदेश के दोस्तों ..मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ..समाजसेवियों और मध्यप्रदेश  सरकार से जुड़े मंत्रियों ..विपक्ष में बेठे कोंग्रेसियों आप सभी से कोटा के एक विकलांग व्यक्ति अख्तर हुसेन के हत्यारों को  करवाने और उसके परिजनों को क्षतिपूर्ति  राशी दिलवाने की गुहार है इक्कीस अप्रेल को अख्तर हुसेन को ग्वालियर ट्रेन से पुलिसकर्मियों ने पीट पीट कर नींचे फेंक कर हत्या कर दी थी .......मेरे भाइयों मेरे दोस्तों यह खोफ्नाक और दिल हिला देने वाली घटना इक्कीस अप्रेल रविवार की रात्रि नो बजे की ग्वालियर के पनिहार थाना क्षेत्र की है वेसे  तो मामला जी आर पी पुलिस और आर पी एफ पुलिस का बनता है लेकिन रेलवे प्रशासन इससे पल्ला झाड रहा है और ग्वालियर पुलिस भी केवल मर्ग दर्ज कर मामले को रफा दफा करने के मूड में है ......दोस्तों बत्तीस साल का विकलांग अख्तर हुसेन ग्वालियर के बाबा गफूर की दरगाह की जियारत कर भिंड इन्दोर इंटरसिटी से विकलांग कोच में बेठा  था वोह भीड़ ज्यादा होने से सिकुड़ा हुआ था के अचानक एक ऐ एस आई दयाल शक्य एक हवाल दर रविन्द्र  सिसोदिया बेल्ट नम्बर चार सो छियत्तर आये और अख्तर हुसेन को पहले तो पीटा और फिर उसे जन से मरने की गरज से ट्रेन से नीचे  फेंक दिया इतना ही नहीं सवारियों ने विरोध किया तो पुलिस वालों ने उन्हें चेन खेंचने से भी रोक दिया इस मामले में एक चश्मदीद शिवपुरी निवासी शिवनारायण सोंगर और दुसरे मुसाफिरों ने बताया के पुलिस कर्मी पहले तो पुलिसिया रुआब दिखाते हुए जबरन सीट पर बेठने लगे और फिर इंकार  करने पर अख्तर हुसेन को पहले पीटा गया फिर ट्रेन से नीचे फेंक कर उसकी हत्या कर दी ..इस मामले में ग्वालियर पुलिस ने सभी तथ्य सामने होने के बाद भी केवल मर्ग दर्ज किया है ग्वालियर सिविल पुलिस और जी आर पी पुलिस के बीच विवाद है ..झाँसी रेल मंडल ने इसे गम्भीरता से नहीं लिया है क्योंकि म्र्तक अख्तर हुसेन कोटा का निवासी था और ग्वालियर मध्यप्रदेश में उसे इंसाफ दिलाने वाला केवल साहसी गवाह के आलावा कोई दुसरा सामने नहीं आया है ....इस मामले में कोटा के समाज सेवियों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर के जरिये कार्यवाही की मांग की है ...आज कोटा शहर काजी हाजी अनवर अहमद के निवास पर कोटा के समाजसेवियों की बैठक हुई जिसमे में खुद अख्तर खान अकेला ...कोंग्रेस के क्रान्ति तिवारी ..खलील इंजिनियर ....जिला वक्फ के अज़ीज़ अंसारी ...सहारा ग्रुप के लियाक़त अंसारी ...डोक्टर एम ग्यास ...महमूद खान ...अलानूर पठान ..शाहिद कुरैशी ...दिनेश जोशी ..अब्दुल करीम .देवेश तिवारी ..जीशान अली ..अफरोज खान ..अनवर खान ..इमरान कुरैशी ...मोहम्मद मतीन सहित कई दर्जन लोग शामिल थे ..बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार ग्वालियर के आई जी पुलिस आदर्श कटियार से बात कर इस गम्भीर घटना पर कार्यवाही की मांग उठाई गयी ....एक और मध्यप्रदेश के आई जी पुलिस अफज़ल साहब से भी वार्ता हुई उन्होंने मदद का आश्वासन दिया है ...इस मामले में कोटा कलेक्टर से भी सहयोग की मांग करते हुए चर्चा की गयी जबकि दो विशेष दल बनाकर ग्वालियर भेजने का निर्णय लिया गया जो रेलवे मंडल झाँसी और ग्वालियर के आई जी पुलिस सहित समाज सेवकों से बात कर इंसाफ की मांग करेंगे ..इस मामले में कोटा दक्षिण के विधायक और राजस्थान सरकार के पूर्व संसदीय सचिव ओम बिरला से भी वार्ता की जिन्होंने अख्तर हुसेन को इंसाफ दिलाने के लियें तुरंत मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को विस्तृत विवरण के साथ पत्र लिखा है ....कोटा के लोग इस म्र्तक विकलांग छावनी एक मीनार की मस्जिद निवासी को इन्साफ दिलाना चाहते है उसके हत्यारे पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार करवा कर सजा दिलवाना चाहते है जबकि उसके गरीब परिजनों को भी मुआवजा मिले इस आन्दोलन में सभी साथियों से गुजारिश है के वोह एक विकलांग की न्रशंस हत्या करने वालों के खिलाफ मदद गार बने और जोभी मदद हो सोशल साईट फेस बुक के जरिये ..ब्लोगिंग के जरिये या फिर पत्र ..ज्ञापन आन्दोलन के जरिये कोई भी जानकारी हो तो मेरे मोबाईल 09829086339 पर फोन कर जानकारी प्राप्त करने की महरबानी केरे प्लीज़ प्लीज़ इस मुहीम में मददगार बनिये एक विकलांग म्र्तक को इंसाफ दिलाने में मददगार बनिये .....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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