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23 मई 2013

जो पिघली थी मेरे दिल में

"एक कविता
जो पिघली थी मेरे दिल में
जो बहती थी मेरे मन में
आज बिखरी है ,---तुम्हें अच्छी लगेगी
मैं जानता हूँ इस कदर मेरा बिखरना ---तुम्हें अच्छा लगा है
रगड़ कर मेरा निखरना तुम्हें सच्चा लगा है
मेरा बिखरना देख कर तुम खुश हुए कविता समझ कर
इस आचरण के व्याकरण पर गौर कर लो
बियांबान दौर में जब सत्य भी सन्नाटे से सहमा था मैं चीखा था
मेरे बयानों में जो कांपती आवाज में दर्ज था, -- वह दर्द तेरा था
लोग उसको कविता समझ बैठे
एक कविता
जो पिघली थी मेरे दिल में
जो बहती थी मेरे मन में
आज बिखरी है ,---तुम्हें अच्छी लगेगी
मैं जानता हूँ इस कदर मेरा बिखरना ---तुम्हें अच्छा लगा है." ----राजीव चतुर्वेदी

लड़कियों को 'पाक' करने के नाम पर सेक्‍स करता था पीर, रंगे हाथ धराया


श्रीनगर। जम्‍मू एवं कश्‍मीर पुलिस ने राज्‍य के बड़गाम जिले से सूफी दरवेश गुलजार अहमद भट को जवान लड़कियों को 'पाक' करने के नाम पर सेक्‍स करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उस पर करीब 200 लड़कियों का यौन शोषण का आरोप है। गुलजार भट को सैयद गुलजार के नाम से जाना जाता है। वह लड़कियों के लिए खानसाहिब में एक धार्मिक‍ संस्‍था चलाता है। पुलिस के मुताबिक वह लड़कियों को धार्मिक शिक्षा के जरिए पाक करने के नाम पर उनका यौन शोषण करता था।
 
खुद को दरवेश  (पवित्र इंसान) घोषित करने वाला यह शख्‍स स्‍थानीय टीवी चैनलों पर भी दिखाई देता है। अपने प्रचार-प्रसार के लिए यह स्‍थानीय समाचार पत्रों में विज्ञापन भी छपवाता है। गुलजार के ही शिष्य इम्तियाज अहमद सूफी ने उसे एक जवान लड़की के साथ सेक्‍स करते हुए देख लिया था। उसी ने इस मामले को उजागर किया है। 
 
पुलिस का कहना है चार लड़कियों द्वारा दर्ज करवाई गई रिपोर्ट के आधार पर दरवेश को गिरफ्तार किया गया है। दरवेश के सेंटर में 500 से अधिक लड़कियां हैं। वह लड़कियों को पाक करने के नाम पर उनसे सेक्‍स किया करता था। बड़गाम के एसपी उत्‍तम चंद ने कहा है कि पुलिस उसके दो और करीबी साथियों को ढूंढ़ रही है। 
 एक पीड़ित लड़की ने कहा कि गुलजार के आमिर-ए-आला के तौर पर काम करने वाले नूर मुहम्मद उसे धार्मिक केंद्र में ले गया था। उसे गुलजार के हुजरा-ए-पाक (पर्सनल चैंबर) में ले जाया गया। जैसे ही पीड़ित लड़की ने चैंबर में प्रवेश किया पीर गुलजार ने उसे दरवाजा बंद करने का आदेश दिया। इसके बाद पीर ने लड़की की आंखों में झांका और बोला- धर्म के प्रचार और प्रसार के लिए शादी करना बहुत जरूरी नहीं है। मैं तुम्हारे शरीर के जिस हिस्से को भी छू लूंगा तुम्हारे शरीर का वह हिस्सा नर्क की आग में भी नहीं जलेगा। इसके बाद गुलजार बोला, मैं नर हूं- तुम आग हो। नूर आग से मिलेगा तो पूरा नूर बन जाएगा। इसके बाद गुलजार ने उसकी आंखों में देखा और पीड़ित लड़की का कहना है कि इसके बाद उसे कुछ भी होश नहीं रहा। वह आंखों से देखती रही लेकिन उसके शरीर ने हरकत करना बंद कर दिया। उसे याद है कि गुलजार उसे उठा कर बेड पर ले गया लेकिन वह कुछ नहीं कर सकी। 
पुलिस को पामपुर की दूसरी एक लड़की ने बताया है कि गुलजार लड़कियों को फंसाने के लिए दूसरी लड़कियों या औरतों की मदद लेता था। उसके आश्रम में आने वाली हर नई लड़की की ब्रेनवॉशिंग उसकी सहयोगी शकीला बानो करती थी। वह लोलीपुर की निवासी है। पीड़ित लड़की ने दावा किया है कि गुलजार के धार्मिक केंद्र में दाखिला लेने के बाद शकीला बानो उसे एक कमरे में ले गई और उससे कहा कि पीर साहब की दिल से सेवा करो। ऐसा करेगी तो उसे सभी मुसीबतों से छुटकारा मिल जाएगा। 
उसने कुछ महिलाओं को इस काम पर रखा था कि वे लड़कियों को उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए समझाएं। 
बडगाम के एसपी उत्तम चंद  ने बताया कि पुलिस को अब्दुल हनी और बशीर अहमद मीर की तलाश है। खानसाहिब के डीएसपी बशीर अहमद ने बताया कि कोर्ट ने गुलजार को 15 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा है। पुलिस ने पीड़ित लड़कियों का मेडिकल किया जिसमें उनके साथ रेप की पुष्टि हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गुलजार के खिलाफ पुलिस को काफी पुख्ता सबूत और गवाह मिले हैं। यह साफ है कि वह काफी समय से इन लड़कियों का शोषण कर रहा था। 
 
बडगाम के एक प्रमुख स्थानीय मौलवी मोहम्मद आमीन ने कहा है कि दर्जनों लड़कियां गुलजार के धार्मिक केंद्र में जाती थीं। उसके संगठन का नाम वर्ल्ड खत्मे नुबुवात मूवमेंट था। मौलवी का कहना है कि पीड़ित लड़कियों के चौंकाने वाले खुलासों से उन्हें धक्का लगा है। मौलवी ने आरोप लगाया है कि गुलजार ने पवित्र कुरान का इस्तेमाल कर भोली-भाली लड़कियों को अपने सेक्स के जाल में फंसाया। 
 

घर के सामने खेल रही तीन साल की मासूम से दरिंदे ने किया दुष्कर्म



भोपाल। राजधानी में एक बार फिर तीन साल की मासूम से ज्यादती का मामला सामने आया है। घर के सामने खेल रही बच्ची को पड़ोस में रहने वाला 20 साल का लड़का उठाकर ले गया। एक घंटे बाद वह उसे  खून से लथपथ हालत में घर के सामने ही छोड़ गया। बच्ची के चहरे पर चाटे मारने के भी निशान है। राजधानी में बीते 23 दिनों में ज्यादती की यह 11वीं घटना है। इनमें चार मासूमों को हवस का शिकार बनाया गया है।
बिलखिरिया थाना क्षेत्र में रहने वाले बच्ची के पिता ने बताया कि गुरुवार शाम करीब सात बजे उनकी बेटी चाचा की सात वर्षीय बेटी के साथ घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाला अर्जुन बंजारा वहां आया और बच्ची को उठाकर ले गया। उसकी बहन ने घर पहुंचकर घटना जानकारी दी।

सिर्फ प्रशिक्षित शिक्षक ही स्कूलों में पढ़ाएं


teacher2उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि स्कूलों में सिर्फ प्रशिक्षित शिक्षकों को ही अध्यापन की अनुमति दी जानी चाहिए। न्यायालय ने राज्यों में प्राथमिक स्कूलों में उचित योग्यता के आधार के पालन के बगैर ही तदर्थ शिक्षक नियुक्त करने पर सवाल उठाया है।
न्यायमूर्ति बी एस चौहान और न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की खंडपीठ ने तदर्थ नियुक्तियों की व्यवस्था से असहमति व्यक्त करते हुए कहा, ‘इस तरह के लोक लुभावन तरीकों से शिक्षा प्रणाली के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।’ न्यायालय ने गुजरात में प्राथमिक स्कूलों में ‘विद्या सहायक’ की नियुक्ति से संबंधित मामले में राज्य सरकार की याचिका पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की।
न्यायालय ने राज्य सरकार को उस नियम से संबंधित सारी सूचना पेश करने का निर्देश दिया है जिसके तहत ‘विद्या सहायक’ की भर्ती की जा रही है। न्यायालय ने कहा, ‘‘प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा ही शिक्षा प्रदान की जानी चाहिए। न्यायाधीशों ने कहा, ‘आपको विद्या सहायक के चयन की प्रक्रिया, योग्यता, कार्यकाल और दूसरे विवरण पेश करने होंगे। आप प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों और विद्या सहायक की योग्यता और वेतन मान सहित विभिन्न पहलुओं का तुलनात्मक विवरण पेश करें।’
न्यायालय ने 20 मई को प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की तदर्थ नियुक्तियों पर सवाल उठाते हुये कहा था कि इस तरह की नीति समूची शिक्षा प्रणाली और देश के भविष्य को चौपट कर रही है। न्यायालय ने सवाल किया था कि संविधान का अनुच्छेद 21-क प्रभावी होने की स्थिति में इस तरह की नीति कैसे लायी जा सकती है। इस तरह की नियुक्तियां उत्तर प्रदेश में भी हो रही हैं। न्यायालय ने कहा था कि ये शिक्षा सहायक तो शिक्षा ‘शत्रु’ हैं।

कुरान का सन्देश

कुछ ऐसा क्या जाए के कोटा का वकील फिर और फिर जिंदाबाद जिंदाबाद हो जाये जिंदाबाद हो जाए ............

दोस्तों एक  की हेसियत से कोटा में निरंतर चार महीने से चल रही वकीलों की हड़ताल ने सभी वकीलों को तोड़ कर रख दिया है ...इतना ही नहीं वकील काफी हद तक अपनी वकालत के  भी भूल गए है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक  गहलोत और कोटा के प्रभारी मंत्री अशोक बेरवा की संवेदन्शीलता से कोटा के वकीलों की हड़ताल  हुई है और कोटा के वकीलों की बल्ले बल्ले हो रही है ..सभी वकीलों ने आज से ही अपने दफ्तर की धुल झाडी है और फाइलें किताबों को फिर से देखना  शुरू कर दिया है पक्षकारों के चेहरे  रोनक है तो अदालतों में मजिस्ट्रेट जज फिर से ह्ल्कारों से आवाज़े दिलवाने लगे है .....पहली बार गेरकानुनी तरीके से कोटा न्यायालय का क्षेत्राधिकार रामगंजमंडी किया गया था जो फिर से कोटा में भेज दिया गया है ...इस हडताल से सरकार की हठधर्मिता के कारन वकीलों ने भी खोया है तो सरकार का भी नुकसान हुआ है ..वकीलों का रोज़गार गया मुकदमों की उम्र लम्बी हो गयी है आपस में वकीलों में अदावत हुई है कुछ वकीलों को गद्दार करार दिया गया है तो कुछ को निकाल गया है ...सही मायनों में अपने जमीर पर हाथ रख कर खुद को टटोलने पर खुद वकील इस हड़ताल के समर्थन को लेकर लाजवाब सा हो जाएगा कुछ लोग थे जो धुप में बैठते थे नारे लगते थे रेली निकालते थे सरकार से सीधी टक्कर लेते थे कुछ लोग थे जो वकीलों के कल्याण की राशी से चल रहे पंखों में बेथ कर वाटर कूलर का ठंडा पानी पीते थे और आंदोलन करी वकीलों का मजाक उढ़ा क्र उन पर फब्तियां कसते थे अफवाहों का बाज़ार गर्म रहता था .....वकील तो हड़ताल पर थे लेकिन कुछ वकील चेहरे छुपा कर रामगंजमंडी  पेरवी करते थे तो कुछ खुलें हड़ताल में नोटेरी करते देखे जाते थे .हद तो तब हुई के कुछ वकीलों ने अलग से बैठक कर दो फाड़ की खबर अख़बार में छपवा दी लेकिन खुदा का शुक्र है कोटा की अभिभाषक परिषद अटूट रही जिंदाबाद रही और सभी कोशिशों के बावजूद भी वकील साथी हडताल मामले में एक जुट रहे अदालते चीखती रही वकील अदालत नहीं गए ..अदालतों ने और सत्ता में बेठे कुछ नेताओं ने वकीलों को दो फाड़ करने का प्रयास क्या लेकिन उनकी साऱी  सत्ताधारी  बेकार बेमानी रही ..वकील थका तो सही लेकिन हार नहीं रोज़ हिम्मत से अदालत आता बिना कुछ कमाए भूखे पेट नारे लगाकर जाता और जिंदाबाद हो जाता ......अफवाहे वाले अफवाहे फेलाते थे काम करने वाले काम करते थे आन्दोलन को मजबूत करने के लियें बैठकें करते थे योजना बनाते थे .....कोटा के सांसद इजय्राज सिंह इस आन्दोलन में वकीलों के लियें एक सच्चे दोस्त बनकर उभरे तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया ..ओम बिरला ..भवानी सिंह राजावत ..प्रहलाद गुंजल भविष्य की उम्मीद बने है .अदालत परिसर में एक करोड़ के विकास कार्य होना है यहाँ परिसर  की समस्या का समाधान के लियें सोहार्द पूर्ण वातावरण में योजनायें बनाना है ....अदालतों में रिपोर्ट के नाम पर .नकलों में पत्रावलियां भेजने के नाम पर ....तामिल करवाने ..वारंट जरी करवाने के नाम पर तहरीर बनवाने के नाम पर जो गड़बड़ियां है उन्हें भी ठीक करना है .अदालतों में जज मजिस्ट्रेटों की कमी है उन्हें भी वार्ता से खाली कोर्टों को भरवा कर कार्य सुचारू करना है .हड़ताल में जो  सद्भावना को ठेस पहुंची है उसे फिर से एक दुसरे वकील भाई के गले मिल एकजुटता का माहोल करना है .कार्य गुणवत्ता दिखा आकर फिर से कोटा की वकालत और कोटा के वकीलों की विद्धता को जिंदाबाद करना है ...........राष्ट्रिय स्तर की कानून विदों की एक सेमीनार करना है और वर्षों से लम्बित पढ़े मुकदमों के पहिये लगाकर उन्हें जल्दी निस्तारित करने के फार्मूले तलाश कर मामलों का त्वरित निस्तारण का प्रयास करना है ..एक उम्मीद ..एक आकर्षण कोटा के वकीलों के लियें फिर से प्रतीक्षा कर रहा है और फिर से एक सोच बनी है के कुछ ऐसा क्या जाए के कोटा का वकील फिर और फिर जिंदाबाद जिंदाबाद हो जाये जिंदाबाद हो जाए ...............अख्तर  अकेला कोटा राजस्थान

पुरानी कहावत है के अशोका दी ग्रेट होता है और कोटा के वकीलों का एक सो चार दिन से चला आ रहा आन्दोलन कोटा जिले के प्रभारी मंत्री अशोक बेरवा और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सूझ बुझ से स्थगित हो गया है

पुरानी कहावत है के अशोका दी ग्रेट होता है और कोटा के वकीलों का एक सो चार दिन से चला आ रहा आन्दोलन कोटा जिले के प्रभारी मंत्री अशोक बेरवा और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सूझ बुझ से स्थगित हो गया है और कोटा अदालत परिसर में कामकाज की गाडी फिर से पटरी पर आ गयी है कोटा के वकील तीन माह से भी अधिक समय से कोटा में वकीलों को दिए गए भूखंडो की कीमत कम किये जाने .........कोटा में पूर्व में स्वीक्रत राजस्थान राजस्व मंडल की डबल बेंच स्थापित करने और कोटा में राजस्थान हाईकोर्ट की सर्किट बेंच खोलने की भारत सरकार को सिफारिश करने की मांग कर रहे थे .............इस मामले में कोटा के वकीलों को कोटा के सांसद इजैराज सिंह ..मंत्री भरत सिंह ..कोंग्रेस के महासचीव पंकज मेहता .भाजपा के ओम बिरला ...भवानी सिंह राजावत . वसुंधरा सिंधिया सहित कई लोगों का समर्थन प्राप्त था वकीलों को झालावाड यात्रा के दोरान सोहार्दपूर्ण वातावरण में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी उनकी मांगो को जायज़ ठहरा कर सहानुभूतिपूर्ण विचार करने का आश्वासन दिया था लेकिन कोटा के कुछ वकीलों ने साधारण सभा में आश्वासन पर एतराज़ जताते हुए लिखित में पत्र आने तक आन्दोलन चलाने की पेशकश कर बाज़ी पलट दी थी और हड़ताल सरकार समर्थित साथियों के आह्वान पर यथावत जारी रही थी पिछले दिनों कोटा के मंत्री शांति कुमार धारीवाल से वार्ता हुई लेकिन लिखित आश्वासन नहीं देने और हडताल खत्म करने पर ही वार्ता की बात कहने पर बात बिगड़ गयी थी .......इस मामले में कोटा अभिभाषक परिषद ने एक सदस्य पूर्व अध्यक्ष क्रपा शंकर श्रंग्घी को निलम्बित भी कर दिया है ......लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कोटा जिले के प्रभारी मंत्री अशोक बेरवा ने ग्रेटनेस दिखाई और मुख्यमंत्री के दिल्ली होने पर भी मुख्यमंत्री से वार्ता कर उनके कार्यालय से पत्र पाप्त प्राप्त कर वकीलों को खुद ने लिखित मांगो के समर्थन में आश्वासन दिया और आज इन दोनों अशोको के प्रयास से कोटा के वकीलों ने आन्दोलन स्थगित कर दिया ...अभिभाषक परिषद के अध्यक्ष मनोज पूरी ने कल विजय दिवस मनाने की घोषणा की है ,कोटा के वकीलों की हडताल में कोटा के प्रभारी मंत्री अशोक बेरवा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अशोका दी ग्रेट हो गए ...... हो सकता है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस मामले में कोटा में आगामी सात जून को प्रस्तावित कोंग्रेस संदेश यात्रा के दोरान कुछ घोषणा करें ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

पत्नी को फांसी लगाते हुए 'लाइव' देखता रहा बेबस पति



मुंबई/चेन्नई/जमशेदपुर. देश के अलग-अलग हिस्सों में चौंकाने वाली वारदातें हुई हैं। मुंबई के विले पार्ले इलाके में एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाली महिला ने वेबकैम पर अपने पति से झगड़ा होने के बाद फांसी लगा ली। वहीं, चेन्नई में एक कारोबारी ने करीब 11 घंटे तक खुद को अपार्टमेंट के एक फ्लैट में कैद रखा और हवा में दो राउंड गोलियां चलाईं। अंत में जब वह एक महिला के साथ भागने की कोशिश कर रहा था, तब उसे पुलिस ने धर दबोचा। जबकि जमशेदपुर में आईपीएल की सट्टेबाजी में नुकसान बर्दाश्त न कर पाने वाले युवक ने खुदकुशी कर ली। 
 
 
मुंबई के विले पार्ले इलाके में 27 साल की शोभना वेबकैम के जरिए अपने पति से चैट कर रही थी। इसी दौरान दोनों में तीखी बहस हुई। इसके बाद ही शोभना ने खुदकुशी का फैसला कर लिया। उसने कमरे में लगे पंखे से दुपट्टा बांधा और गले में फंदा लगा कर अपनी जान दे दी। जब शोभना पंखे से दुपट्टा बांध रही थी तो उसका प्रेमी देख रहा था। शोभना के पति ने घबराकर उसकी बड़ी बहन को फोन किया। लेकिन तब तक शोभना जान दे चुकी थी। घटना के वक्‍त शोभना के माता-पिता सूरत गए हुए थे और वह घर पर अकेली थी। 
 
 
शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक शोभना और उसका प्रेमी अलग-अलग रहते थे। शोभना के पति के माता-पिता अपने बेटे पर शोभना के साथ हुई शादी को तोड़ने का दबाव बना रहे थे। इसी बात को लेकर शोभना और उसके पति के बीच वेबकैम पर बात हो रही थी। पुलिस के मुताबिक दोनों ने चुपचाप शादी कर ली थी। लेकिन शोभना के ससुराल वाले उससे 20 लाख रुपये का दहेज मांग रहे थे। पुलिस ने बताया, 'जांच के लिए हमने लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं।' पुलिस ने दहेज एक्ट के साथ ही आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया है।

सावधान: ईमेल आईडी खरीदी, मोबाइल ब्‍लॉक किया और उड़ा दिए आपके बैंक खातों से पैसे



आगरा.  इंटरनेट पर आपकी ईमेल आईडी बिक रही है। करोड़ों रुपए का इसका व्‍यापार चल रहा है। ईमेल आईडी खरीदकर साइबर ठग देश में हजारों लोगों को करोड़ों की चपत लगा चुके हैं। आगरा में गिरफ्तार अंतर्राष्‍ट्रीय ठगों के गिरोह से स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की पूछताछ के बाद चौंकाने वाली बातें सामने आ रही है। एसटीएफ ने महीने भर की पूछताछ की सारी जानकारी दो दिन पहले आगरा पुलिस से साझा की है।
 
साइबर ठगों का यह गैंग अब तक पांच करोड़ रुपए की ठगी कर चुका है। ठग ईमेल आईडी से बैंक खातों की जानकारी हासिल कर लेते हैं। मोबाइल सिम ब्‍लॉक कर खाते से रुपया गायब कर देते हैं। जब व्‍यक्ति सिम अनब्‍लॉक करवाता है तब होश उड़ जाते हैं। आगरा के रकाबगंज इलाके में पकड़े गए इस गैंग में नाइजीरिया का एडवर्ड एंड्रयू, मुंबई के गोवंडी का अब्दुल रहीम उर्फ अब्दुल मजीद, मूसा गौस शेख और गाजियाबाद यमुना विहार में किरायेदार मोहम्मद इश्तियाक उर्फ मोहम्मद लकी शामिल है। 
 

आगरा के थाना हरीपर्वत की वादिया निशा देवी साइबर ठगी की शिकार हो चुकी हैं। उनके एक्सिस बैंक खाते से साढ़े छह लाख रुपए निकाले लिए गए। उनकी शिकायत के बाद ही पुलिस हरकत में आई थी। इसी गैंग ने गुड़गांव के सत्‍यपाल सिंह के एक्सिस बैंक खाते से साढ़े 23 हजार रुपए निकाले। बिहार के समस्‍तीपुर निवासी रविशंकर के एसबीआई बैंक खाते से 25 हजार रुपए निकाल लिए। हैदराबाद में सीए संजीव कुमार जैन के एक्सिस बैंक खाते से 85 हजार रुपए उड़ा लिए।

लंदन में सरेआम काट डाला सैनि‍क का सि‍र, खून सने हाथ से बनाई वीडि‍यो

लंदन. ब्रिटेन में एक संदिग्ध आतंकी हमले में दो लोगों ने एक व्यक्ति की सिर काटकर हत्या कर दी। यह ब्रिटिश सैनिक बताया गया है। अखबार टेलीग्राफ के मुताबिक लंदन आर्मी बैरक के पास सैनिक की हत्या के बाद पहुंची पुलिस ने दोनों हमलावरों को गोली मारी। वे जख्मी हालत में हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों के पास हथियार थे। उन्होंने एक कार हादसे के बाद चाकुओं और धारदार हथियारों से सैनिक को बुरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया। दोनों अरबी में नारे लगा रहे थे। उन्होंने वारदात की फिल्म बनाने की कोशिश की। 
 
मारने के बाद पुलिस के आने तक 20 मिनट वे वहीं रुके रहे। पुलिस ने दोनों को घायल कर हिरासत में लिया। पूरे इलाके को सुरक्षा बलों ने घेर लिया। इस घटना के बाद गृह मंत्रालय ने आपात बैठक भी बुलाई। इसे आतंकी घटना की तरह देखा जा रहा है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने ट्विटर पर कहा, ‘ यह खौफनाक था।’ मैंने गृह मंत्री को कोबरा मीटिंग बुलाने के लिए कहा है।’ कोबरा मीटिंग राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसले पर बुलाई जाती है।

गाजियाबाद नरसंहार: एक करोड़ के लिए किया पूरे परिवार को खत्‍म! ड्राइवर गिरफ्ता



गाजियाबाद/लखनऊ. गाजियाबाद में एक व्यापारी के परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई। इसमें तीन नाबालिग भी शामिल है। सभी के शव उनके घर से पुलिस ने बरामद किए हैं। इस वारदात के आरोप में फैमली ड्राइवर रह चुके राहुल नाम के शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसको एक हफ्ते पहले चोरी के आरोप में निकाला गया था। इस व्यक्ति से हत्या में इस्तेमाल की गई चाकू और घर से चोरी हुए गहने बरामद किए गए हैं। इससे पहले पुलिस ने इस मामले में किसी नजदीकी के शामिल होने का शक होने का शक जताया था।
 
जानकारी के मुताबिक, गोयल परिवार घर में ज्यादा नकदी और ज्वैलरी रखता था। प्रॉपर्टी बेचकर घर में ईलाज के लिए करीब एक करोड़ रुपये रखे हुए थे। इसकी जानकारी कई नजदीकी लोगों को थी। इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि लूट की नीयत से ही इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया गया होगा।
 
पुलिस ने बताया कि गाजियाबाद की नबी बस्ती इलाके में मंगलवार को वारदात हुई। सतीशचंद्र गोयल (65), उनकी पत्नी मंजू (62), पुत्र सचिन (40), बहू रेखा (38) तीन बच्चे-मेघा (13), नेहा (10), अमन (7) की कुल्हाड़ी मारकर हत्या की गई। मामले की जांच के लिए विशेष दल बनाया गया है। 
 
थाना प्रभारी निलंबित
 
पुलिस के मुताबिक, गोयल की दुकान के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है। गाजियाबाद के आईजी भावेश कुमार ने बताया कि कोतवाली थाना प्रभारी लालूसिंह मौर्य को निलंबित कर दिया गया है। उनके मुताबिक गोयल ने पुलिस से कुछ दिनों पहले सुरक्षा मांगी थी। लेकिन थाना प्रभारी ने उन्हें सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई थी। 
 
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