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27 मई 2013

मेरे चेहरे पर उस वक्त जीत की ख़ुशी होती है

दोस्तों अस्स्लामॉलेकुम ..........मेरे चेहरे पर उस वक्त जीत की ख़ुशी होती है जब खुदा मेरे किसी दुश्मन को बेबस लाचार करके मेरी पनाह में मदद मांगने लियें भेजता है ....में मेरी इस जीत पर खुदा का शुक्र अदा कर पूरी इमानदारी से इस बेबस लाचार दुश्मन की मदद करता हूँ ....लेकिन मेरे मित्र मुझ से नाराज़ होते है और कहते है यह शख्स जो कल तुम्हे गालिया देता था आज तुम उसका काम कर रहे हो .........अल्लाह जाने में गलत हूँ या सही लेकिन में सोचता हूँ खुद मेरे दुश्मनों को मेरे आगे यूँ नतमस्तक कर मुझे इनाम देता है और में मेरे खुदा का शुक्रिया अदा करता हूँ .............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

उफ़ ये अकेला मन

उफ़ ये अकेला मन

सुनो , ये रात - रात भर जागकर
किससे बातें करते हो ,
सुनो , ये अकेले होने का अहसास
किससे साँझा करते हो ,
कौन है जो तुम्हारा दर्द
तुमसे बाँट पायेगा ,
यहाँ हर एक अपने दर्द की
दास्तान तुम्हें सुनाएगा ,
ये जो हाथ भर की दुरी भी
दूर करने में एक उम्र लगा देते हैं ,
तो सोचो , मीलों की दुरी में
वो और कितना वक़्त लगाएगा ,
चलो जाने दो ,
क्यु परेशान होते हो सोचकर ,
आँखे बंद करो तुम्हे ख्वाबों में ,
कोई न कोई जरुर मिल जायेगा |

जान की बाजी लगा कर भी शादी करने पर अड़ीं दो पाकिस्‍तानी लड़कि



लंदन। इश्‍क के आगे किसी का जोर नहीं चलता है। ऐसा ही कुछ पाकिस्‍तान की दो समलैंगिक लड़कियों के साथ है। रेहाना और सोबिया एक-दूसरे से बेपनाह मोहब्‍बत करती हैं और पूरी जिंदगी साथ गुजारना चाहती हैं। लेकिन दोनों का यह इश्‍क कट्टरपंथियों को रास नहीं आ रही है। ब्रिटेन में उन्‍हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। इसके बावजूद दोनों एक-दूसरे के संग ही जीना और मरना चाहती हैं।  
पाकिस्तान की ये दोनों लड़कियां आपस में शादी करने के लिए जान के खतरे की भी परवाह नहीं कर रही हैं। ब्रिटेन के बर्मिंघम से पढ़ कर आ रही दोनों लड़कियां लेस्बियन हैं और शादी कर एक साथ रहना चाहती हैं। दोनों लड़कियों के रिश्तेदारों के मुताबिक इन्हें पाकिस्तान ही नहीं ब्रिटेन में भी जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इसमें रेहाना कौसर 34 साल की हैं तो सोबिया कमर 29 साल की। इस महीने की शुरुआत में उन्होंने लीड्स के रजिस्ट्री कार्यालय में शादी के लिए आवेदन भी कर दिया है। पाकिस्तान में समलैंगिकता गैरकानूनी होने के वजह से उन्होंने राजनीतिक शरण की मांग की है।
उन्होंने शादी के आवेदन के दौरान रजिस्ट्रार को बताया कि वे तीन साल पहले एक-दूसरे से मिली थीं। उस समय से बिजनेस एंड हेल्थ केयर मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रही थीं। स्टूडेंट वीजा पर उन्होंने एक साथ देश घूमा और करीब एक साल से साउथ यॉर्कशायर में साथ रह रही हैं। मिस कौसर लाहौर से हैं और उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में एमए किया है।

मां की बीमारी के कारण करना पड़ता था घर का हर काम फिर भी रोशन किया नाम



जयपुर। मां पिछले तीन महीने से स्लिप डिस्क की प्रॉब्लम के कारण बेड रेस्ट पर थीं, जिस कारण मुझे ही घर को संभालना होता था, एग्जाम के दौरान भी यही रूटीन था, किचन वर्क और होम क्लीन के बाद पढ़ाई का ये सिलसिला एग्जाम के खत्म होने तक चलता रहा। यह कहना है 12वीं साइंस बायोलॉजी में 93 प्रतिशत हासिल कर चुकीं सिमरन भाटिया का।
 
नीरजा मोदी स्कूल की छात्रा सिमरन कहती हैं, मां भी टीचर हैं, लेकिन स्लिप डिस्क की प्रॉब्लम होने के कारण डॉक्टर ने उन्हें कंप्लीट बेड रेस्ट की सलाह दे रखी थी। सिमरन का मानना है कि घर की बड़ी जिम्मेदारियों को निभाते हुए भी पढ़ाई में बेहतर परफॉर्म किया जा सकता है, और यही मैंने किया, सिमरन की मदर बीना भाटिया बताती हैं, बेटी ने एग्जाम के दौरान मुझे संभालने के साथ घर की पूरी जिम्मेदारी भी संभाल रखी थी, जिससे मुझे लगा कि कहीं बच्ची की पढ़ाई पर इससे असर न हो, लेकिन सिमरन ने अपनी पढ़ाई का कर्तव्य निभाया और 93 प्रतिशत अंक भी हासिल किए।
 
 
 

घाटे सहकर घर बेचने पर मजबूर हुए मित्तल, 926 करोड़ से शुरू होगी बोली


वो कहते हैं न, सब दिन एक समान नहीं होते. सबसे रईस भारतीयों में से एक एल.एन. मित्तल के साथ भी कुछ ऐसा ही है. कहां तो उन्होंने 2008 में ब्रिटेन के सबसे महंगे घर को 117 मिलियन पाउंड (9852570000 रुपए) में ख़रीदा था और आज नौबत ये आ गई है कि इसे 7 मिलियन पाउंड (589470000 रुपए) घाटा सहकर 110 मिलियन पाउंड (9263100000 रुपए) में बेचना पड़ रहा है. 
 
दुनिया में स्टील का सबसे बड़ा उत्पादक कंपनी आर्सेलर-मित्तल के मालिक लक्ष्मी मित्तल ने ब्रिटेन के केंसिंग्टन में पैलेस ग्रीन में अपने लिए एक घर ख़रीदा था. तब यह घर ब्रिटेन का सबसे महंगा घर बताया गया था.

कुरान का सन्देश

  

नक्‍सलियों ने पार कीं क्रूरता की हदें, वीसी शुक्ल के शरीर में फैला जहर

 



नई दिल्ली। नक्सली हमले में घायल कांग्रेसी नेता विद्याचरण शुक्ल की हालत काफी गंभीर है। उनके शरीर में जहर फैल गया है और शरीर के कई अंदरूनी अंग टुकड़े-टुकड़े हो गए हैं। वहीं इस मामले में खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के काफिले का रास्ता बदला गया था और सुरक्षा के मामले में चूक हुई है। छत्तीसगढ़ के अति नक्सल प्रभावित सुकमा जैसे इलाकों में सर्जिकल ऑपरेशन पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। शनिवार को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर जिस तरीके से हमला किया गया, उसके मद्देनजर सरकार नक्सलियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने पर विचार कर रही है। हालांकि रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने अभियान में सेना की मदद लेने से इनकार किया है। केंद्र सरकार ने हमले की जांच एनआईए को सौंप दी है।  छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री रमन सिंह ने भी इसकी सहमति दे दी है। केंद्र सरकार ने रमन सिंह की सुरक्षा भी बढ़ा दी है। (आंध्र प्रदेश के इनामी मास्टर ट्रेनर ने किया था नक्सली हमले को लीड
 
दूसरी ओर, मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कांग्रेसी नेता वीसी शुक्‍ल की हालत स्थिर है, लेकिन गंभीर बनी हुई है। डॉक्‍टर नरेश त्रेहान ने सोमवार को बताया कि उनकी सर्जरी सफलतापूर्वक कर दी गई लेकिन उनके जख्‍म गंभीर हैं। उन्‍हें फिलहाल वेंटीलेटर पर रखा गया और डायलिसिस किया जा रहा है। अभी वो आईसीयू में ही रहेंगे। उनकी अधिक उम्र के कारण उनके ठीक होने में थोड़ा वक्‍त लग सकता है। शुक्‍ल शनिवार के  में गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
 
इस हमले में नक्‍सलियों ने क्रूरता की हद पार कर दी थी। महेंद्र कर्मा की हत्‍या करने के बाद नक्‍सलियों ने उनके शव पर नाच किया और संगीनों से उनके शरीर को गोद कर अपना गुस्‍सा शांत किया। इतना ही नहीं, नक्‍सली कई शवों के अंग भी काट कर अपने साथ ले गए घटनास्‍थल पर कई शवों की आंखें गायब थीं।
कांग्रेस नेतृत्व को नई चुनौतियों की चिंता 
 
दिल्ली में जल्द ही पार्टी नेताओं की बैठक होगी। छत्तीसगढ़ को लेकर नए सिरे से रणनीति बनाई जाएगी। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव भी पार्टी को करना होगा। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमारे नेताओं की अभी मौत हुई है। हमें इस सदमे से उबरना है। निश्चित रूप से नई चुनौती के हिसाब से हमें अपनी रणनीति बनानी होगी। 
 
कांग्रेस के दिवंगत हुए दो नेता महेन्द्र कर्मा व नंदकुमार पटेल मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे। कर्मा सलवा जुडूम के संस्थापक नेता थे। इसकी वजह से उनका अपनी पार्टी में भी एक धड़ा विरोध करता था लेकिन आदिवासी इलाकों में उनकी पकड़ के चलते पार्टी नेतृत्व ने उनका महत्व बनाए रखा। दूसरी ओर, नंदकुमार पटेल को आलाकमान काफी तवज्जो दे रहा था। पिछले दिनों राहुल गांधी के साथ बैठक में उन्हें जिम्मा दिया गया था कि वे प्रदेश में सभी नेताओं को एकजुट करें। पटेल ने काफी हद तक इस काम में सफलता भी हासिल की थी। केवल अजीत जोगी गुट को साधने में उन्हें दिक्कत हो रही थी। लेकिन पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने साफ कर दिया था कि पार्टी किसी भी नेता को मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट नहीं करेगी। 
 
परिवर्तन रैली कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की सहमति से ही शुरू हुई थी। पार्टी को बस्तर के उन इलाकों में अपना प्रभाव जमाने की चिंता थी जहां वे अरसे से नहीं जीते थे। बदली परिस्थिति में जोगी को भी पार्टी में ज्यादा तवज्जो देनी पड़ सकती है। आदिवासियों के बीच जोगी का खासा दखल है। 
 
नक्सलियों की जघन्य वारदात में नेताओं की मौत के बाद अब पार्टी एकजुट होकर अपने नेताओं की शहादत का मुद्दा लेकर लोगों के बीच जाएगी। माना जा रहा है कि अब पार्टी के लिए सहानुभूति सबसे बड़ा फैक्टर होगा। 
 

नक्‍सलियों ने पार कीं क्रूरता की हदें, वीसी शुक्ल के शरीर में फैला जहर

नई दिल्ली। नक्सली हमले में घायल कांग्रेसी नेता विद्याचरण शुक्ल की हालत काफी गंभीर है। उनके शरीर में जहर फैल गया है और शरीर के कई अंदरूनी अंग टुकड़े-टुकड़े हो गए हैं। वहीं इस मामले में खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के काफिले का रास्ता बदला गया था और सुरक्षा के मामले में चूक हुई है। छत्तीसगढ़ के अति नक्सल प्रभावित सुकमा जैसे इलाकों में सर्जिकल ऑपरेशन पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। शनिवार को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर जिस तरीके से हमला किया गया, उसके मद्देनजर सरकार नक्सलियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने पर विचार कर रही है। हालांकि रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने अभियान में सेना की मदद लेने से इनकार किया है। केंद्र सरकार ने हमले की जांच एनआईए को सौंप दी है।  छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री रमन सिंह ने भी इसकी सहमति दे दी है। केंद्र सरकार ने रमन सिंह की सुरक्षा भी बढ़ा दी है। (आंध्र प्रदेश के इनामी मास्टर ट्रेनर ने किया था नक्सली हमले को लीड
 
दूसरी ओर, मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कांग्रेसी नेता वीसी शुक्‍ल की हालत स्थिर है, लेकिन गंभीर बनी हुई है। डॉक्‍टर नरेश त्रेहान ने सोमवार को बताया कि उनकी सर्जरी सफलतापूर्वक कर दी गई लेकिन उनके जख्‍म गंभीर हैं। उन्‍हें फिलहाल वेंटीलेटर पर रखा गया और डायलिसिस किया जा रहा है। अभी वो आईसीयू में ही रहेंगे। उनकी अधिक उम्र के कारण उनके ठीक होने में थोड़ा वक्‍त लग सकता है। शुक्‍ल शनिवार के नक्‍सली हमले देखें एक्‍स्‍क्‍लूसिव में गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
 
इस हमले में नक्‍सलियों ने क्रूरता की हद पार कर दी थी। महेंद्र कर्मा की हत्‍या करने के बाद नक्‍सलियों ने उनके शव पर नाच किया और संगीनों से उनके शरीर को गोद कर अपना गुस्‍सा शांत किया। इतना ही नहीं, नक्‍सली कई शवों के अंग भी काट कर अपने साथ ले गए । घटनास्‍थल पर कई शवों की आंखें गायब थीं। 
 
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