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01 जून 2013

राजस्थान सरकार के राजस्थान के अधिकारी और मंत्री की नादानी की वजह से वरिष्ठ नागरिक कोंग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत पर उतर रहे है ......

राजस्थान सरकार के राजस्थान  के   अधिकारी और मंत्री की नादानी की वजह से वरिष्ठ नागरिक कोंग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत पर उतर रहे है ......राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वरिष्ठ नागरिकों के प्रति संवेदन्शीलता दिखाते हुए  जिनकी आयु साठ वर्ष से अधिक है उन्हें रियायती टिकिट पर यात्रा की छुट देने की घोषणा की थी जो राजस्थान सरकार में शुरू भी कर दी गयी है लेकिन अचानक नोकर्शाहों ने राजस्थान सरकार के परिवहन मंत्री को उल्टा पाठ पढाया और सभी वरिष्ठ नागरिकों के लियें स्मार्ट कार्ड बनाना अनिवार्य कर दिया .एक तरफ तो स्मार्ट कार्ड बनाना अनिवार्य है दूसरी तरफ विभाग के पास व्यवस्था नहीं है ..वरिष्ठ नागरिकों का कहना है के सभी नागरिकों के पास आधार कार्ड .फोटो पहचान पत्र है फिर वोह गेर जरूरी तरीके से परेशां होने के लियें क्यूँ स्मार्ट कार्ड बनवाएं वेसे भी सरकार को भी इसमें अनावश्यक खर्च और वक्त बर्बाद हो रहा है बात सीधी सी है नागरिक बस में बेठा उसने पहचान पत्र बनाया और उसे रियायती टिकिट मिल गया सरकार का रुपया और वक्त दोनों बचेंगे और साथ ही अनावश्यक परेशानी से वरिष्ठ नागरिक भी बचेंगे लेकिन सरकार के नोकरशाह है के मानते ही नहीं वोह तो गहलोत सरकार की सभी संवेदनशील योजनाओं को नुकसान पहुँचने में लगे है .............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा जिले की कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र में स्थित वार्ड साठ में चुनावी महासंग्राम शुरू हो गया है

कोटा जिले की कोटा उत्तर विधानसभा क्षेत्र में स्थित वार्ड साठ में चुनावी महासंग्राम शुरू हो गया है ..... सीट तात्कालिक वार्ड पार्षद स्वर्गीय टिन्नू चतुर्वेदी की अचानक म्रत्यु हो जाने के बाद खाली हुआ है कोंग्रेस ने इस सीट पर स्वर्गीय टिन्नू श्रीवास्तव की पत्नी श्रीमती उमा चतुर्वेदी को उम्मीदवार बनाया है जबकि भाजपा ने अचानक सियासी चल चलते हुए हरी शर्मा उर्फ़ राधे को उम्मीदवार बनाया है .......दो अन्य उम्मीदवार भी निर्दलीय के रूप में भाग्य  आजमा रहे है .लेकिन बात साफ है के आगामी विधानसभा चुनाव सर पर है और कोंग्रेस में इन दिनों कोंग्रेस के भीष्मपितामह के रूप में पहचान बनाने वाले राजस्थान के दिग्गज मंत्री शान्तिकुमार धारीवाल के लिए  भी यह चुनाव कोंग्रेस की जीत को लेकर प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गए है ....इधर शान्तिकुमार धारीवाल और सभी कोंग्रेसियों की एकजुटता का जमावड़ा इस वार्ड के चुनाव में देखने को मिल रहा है जबकि भाजपा के प्रहलाद गुंजल जिन्होंने हाईकमान से प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर भाजपा प्रत्याक्षी को टिकिट दिलवाया है वोह पुरे दम खम के साथ इस चुनाव में जुट गए है ..इतना ही नहीं भाजपा में भितरघात को ध्यान में रखते हुए भितरघात करने की कोशिशों में जुटे लोगों के नाम प्रहलाद गुंजल ने भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा सिंधिया को सोंपे है जिन्होंने खुद कोटा के दुसरे पार्टी नेताओं के कान उमेठते हुए इस चुनाव को हर हाल में जिताने की कोशिशों में जुट जाने के निर्देश दिए है ....वार्ड साथ जहाँ खेडली और स्टेशन भीम मंदी ठाणे के पीछे का इलाका है उसमे लगभग आठ हजार वोटर है जिनमे से पांच हजार से भी कम वोट पढने की उम्मीद है पहले टिन्नू चतुर्वेदी इस वार्ड से दो सो से भी अधिक वोटो नसे चुनाव जीते थे ..चुनाव जीतने के बाद निर्वाचित पार्षद के रूप में उनके गुसे के कारन कुछ लोग उनसे नाराज़ जरूर थे लेकिन अब अचानक उनकी म्रत्यु के बाद उनकी पत्नी को टिकिट दिए जाने से सहानुभूति के वोट भी उन्हें मिलेंगे इधर भाजपा के उम्मीदवार के पुरे परिवार का इस क्षेत्र में सेवा का अपना इतिहास रहा है और आस पास के वार्डों में कोंग्रेस के पार्षद भी इनकी मदद से ही जीतते आये है जो इन दिनों अगल बगल हो रहे है इसलियें भाजपा और कोंग्रेस दोनों में भीतर घाट की सम्भावनाये प्रबल है ..कुल मिलाकर शांति कुमार धारीवाल दिग्गज मंत्री के साथ साथ कोटा उत्तर के विधायक भी है और यह वार्ड इसी विधानसभा क्षेत्र में है इसलियें भी शांति धारीवाल को इस वार्ड को कोटा उत्तर के भविष्य की चुनाव के परिणामों को देखते हुए महत्व देना आवश्यक है ..इधर भाजपा के प्रहलाद गुंजल भाजपा से कोटा उत्तर विधानसभा से चुनाव लड़ने का खम ठोक रहे है वोह जिला परिषद के चुनाव में एक बार कोंग्रेस के प्रत्याक्षी नईमुद्दीन गुड्डू को कोंग्रेस का बहुमत होने के बाद और शांति कुमार धारीवाल का समर्थन उन्हें होने के बाद भी कोंग्रेस को मात देकर अपना जिला प्रमुख विद्या शंकर नन्दवाना को जीतकर वाह वाही लूट कर भाजपा हाईकमान को चकित और कोंग्रेस को सदमे में लाकर खड़ा कर चुके है इस बार भी प्रहलाद गुंजल ने भाजपा हाईकमान से पुरे दम खम के साथ जीत का विश्वास दिलाकर यह टिकिट दिलवाया है अब देखते है इन चुनाव में परिणाम किसका भविष्य तय करते है लेकिन यह सच है के यह चुनाव कोटा उत्तर विधानसभा और कोटा कोंग्रेस के लियें भविष्य तय करने वाला रहेगा ..................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

अपनी तेजतर्रार छवि के लिए पहचाने जाने वाले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कांग्रेसियों की अनुशासनहीनता पर ऐसे गुस्साए कि अपना आपा ही खो बैठे। दिग्विजय सिंह ने राजा ने धक्कामुक्की कर रहे कार्यकर्ताओं में से एक को चांटा जड़ दिया

भोपाल। अपनी तेजतर्रार छवि के लिए पहचाने जाने वाले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कांग्रेसियों की अनुशासनहीनता पर ऐसे गुस्साए कि अपना आपा ही खो बैठे। दिग्विजय सिंह ने राजा ने धक्कामुक्की कर रहे कार्यकर्ताओं में से एक को चांटा जड़ दिया।
नवगठित प्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह  जैसे ही प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे, उनकी कार को कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। कार्यकर्ता उनका स्वागत करने के चक्कर में धक्कामुक्की पर उतर आए। दिग्विजय सिंह कार्यकर्ताओं को धकेलते हुए कांग्रेस कार्यालय के अंदर की ओर बढऩे लगे, लेकिन जब उन्हें परेशानी होने लगी, तो उन्होंने एक कार्यकर्ता को चांटा दे मारा। इससे पहले भी कई बार ऐसे मौके आए हैं, जब दिग्विजय सिंह अनुशासनहीनता पर उतरे पार्टी कार्यकर्ताओं से नाराज हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि नवगठित प्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में केंद्रीय मंत्री कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश प्रभारी महासचिव बीके हरिप्रसाद, प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुरेश पचौरी भी शामिल हुए।

कुरान सन्देश

      
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