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09 जून 2013

राजस्थान के मुसलमानों ने कल राजधानी जयपुर में एक जुट होकर एक स्वर में कहा है के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुसलमानों के कल्याण के लियें जो घोषणाएं की है जो योजनाये चलाई है उसके लियें उनका शुक्रिया लेकिन कई घोशनाए ऐसी है जिनपर अबतक अमल नहीं हो पाया है इन घोषणाओं की क्रियाविती तुरंत करने के लियें भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर दबाव बनाने का प्रस्ताव पारित हुआ

राजस्थान के मुसलमानों ने कल राजधानी जयपुर में एक जुट होकर एक स्वर में कहा है के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुसलमानों के कल्याण के लियें जो घोषणाएं की है जो योजनाये चलाई है उसके लियें उनका शुक्रिया लेकिन कई घोशनाए ऐसी है जिनपर अबतक अमल नहीं हो पाया है  इन घोषणाओं की क्रियाविती तुरंत करने के लियें भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर दबाव बनाने का प्रस्ताव पारित हुआ .......राजस्थान मुस्लिम एजुकेशनल वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट असगर अली नकवी ने कहा के राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेत्रत्व में मुसलमानों के लियें बेहिसाब योजनायें चलाई गयी है ..और भविष्य में भी वोह मुसलमानों के कल्याण के लियें सोचते है ..उन्होंने कहा के कुछ अधिकारी है जो मुसलमानों के लिए की गयी घोषणाओं का लाभ  आम मुसलमानों तक पहुंचने नहीं देना चाहते है ..ऐसे लोगों की आप सभी राजस्थान से आये मुस्लिम प्रतिनिधियों से फीड बेक लेकर मुख्यमंत्री महोदय से शिकायत की जाएगी ....कार्यक्रम में केलकर आयोग की रिपोर्ट के बाद कर्मकार के आधार पर दिए गए आरक्षण परिपत्र में केवल हिन्दुओं के लियें शब्द जोड़कर इसे साम्प्रदायिक करने पर आपत्ति जताते हुए कहा के केंद्र सरकार से इस परिपत्र में केवल हिन्दुओं के लियें शब्द हटा कर सभी भारतियों के लिए शब्द जुडवा कर इस परिपत्र का साम्प्रदायिक रूप खत्म करने के लियें राष्ट्रपति और प्रधानमन्त्री महोदय को ज्ञापन दिया जायेगा .....कार्यक्रम में वक्फ बोर्ड की सम्पत्तियों के रखरखाव पर भी चिंता व्यक्त करते हुए वक्ताओं ने कहा के ताज्जुब है वक्फ बोर्ड में एक सांसद ...दो विधायक ...आर ऐ एस सहित कई ज़िम्मेदार लोग नियुक्त होते है लेकिन वक्फ की जायदादों के मामले में आज तक किसी भी विधायक या सांसद ने विधानसभा या लोकसभा में कोई सवाल नहीं उठाया है मुस्लिम विधायकों ने मुस्लिम हक के लियें विधान सभा में कोई आवाज़ नहीं उठाई है .कार्यक्रमवक्ताओं ने मदरसा बोर्ड की नियुक्ति घोटाला ...नई नियुक्तिया नहीं करने पर एतराज़ जताया ..कार्यक्रम में उर्दू जुबान को स्कूलों से खत्म करने के प्रयासों की निंदा की गयी ...वक्फ  सम्पत्तियों को बचाने के लियें आह्वान किया गया .अल्पसंख्यक मामलात विभाग में अधिकारीयों और कर्मचारियों  की नई नियुक्तिया करने उन्हें जवाबदार बनाने अधिकारीयों को मुस्लिम योजनाओं की तुरंत क्रियान्विति नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्यवाही करने का नियम बनाने ,,पन्द्राह सूत्रीय कार्यक्रम के जिला प्रभारी सांसदों द्वारा अपने प्रभार जिलों में नहीं जाने और इस कार्यक्रम की उपेक्षा करने पर उनके खिलाफ भी निंदा कर कार्यवाही का आह्वान किया गया .कार्यक्रम में कहा गया के राजस्थान में तीन तरह के मुसलमान हो गए है एक सरकारी मुसलमान एक सियासी मुसलमान और एक खालिस मुसलमान ..कार्यक्रम में  सभी मुसलमानों से अपने हक के लियें एक जुट ओर  जागरूक होने का भी आह्वान किया गया .कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा के राजस्थान के ही नहीं देश भर के मुस्ल्मनोप के साथ \अन्याय अत्याचार हो रहा है रंगनाथ मिश्र की रिपोर्ट सच्चर आयोग की रिपोर्ट कचरे में धुल चाट रही है जिसे लागु करना चाहिए और टार्गेट फिफ्त्त्न के तहत भारत सरकार और राजस्थान  सरकार के बजट ओत योजनाओं का पन्द्राह  प्रतिशत लाभ मुसलमानों को मिले इसके लियें सभी को एक जुट और जागरूक होकर संघर्ष करने की जरूरत है ...कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा के ताज्जुब है के आज का मुसलमान सत्ता का इतना लालची हो गया है के जरा सी कुर्सी के लालच में अपना ईमान बेच कर  सच मत बोलो सच मत कहो सच  मत सुनो वाले जमीर फरोश लोग बन गए है ऐसे लोगों को जो खाते हमारे है और गाते सरकार की है उन्हें बेनकाब कर समाज से बहिष्कृत  करने पर भी जोर दिया गया ...कार्यक्रम में एक हो नेक हो का नारा भी बुलंद हुआ ...कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा के राजस्थान में कोंग्रेस वोट लेते वक्त तो खुद को धर्मनिरपेक्ष पार्टी कहती है लेकिन जब मुसलमानों को टिकिट देने और टिकिट देकर चनाव में वोट देने की बरी आती है तो कोंग्रेस खुद साम्प्रदायिक हो जाती है और मुस्लिम कोंग्रेसी प्र्त्याक्शियों  को हरा देती है ...कार्यक्रम में कहा गया के अब पक्षपात के दिन लद  गए राजस्थान में मुसलमानों को अनुपात के अधर पर कम से कम पच्चीस सीट  विधानसभा में और दो सीटे लोकसभा में  चाहिए ....कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा के मदरसा बोर्ड हमारा ..वक्फ बोर्ड हमारा ..हज कमेटी हमारी ..अल्पसंख्यक आयोग हमारा यहाँ तो मुसलमान ही नियुक्त होंगे अगर कोंग्रेस धर्मनिरपेक्षता निभाती तो मुसलमान को आवासन मंडल सहित दुसरे इदारों में चेयरमेन बनाती लेकिन ऐसा नहीं किया जाता है केवल झुनझुने पकड़ा कर बहलाया जाता है ..कार्यक्रम में अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम के चेयरमेन की नियुक्ति और मेवात बोर्ड की नियुक्ति का  मामला भी जोर शोर से उठाया गया और इन पदों पर शीघ्र ही नियुक्ति करने की मांग की गयी .राजस्थान में पहली बार जयपुर आयोजित इस कार्यक्रम में इंडाना होटल में बीकानेर ..बाड़मेर ..जोधपुर ..अजमेर ... नागोर जेसलमेर ..सीकर ..भरतपुर ..माधोपुर टोंक सहित कोटा से सेकड़ो जनप्रतिनिधि शामिल हुए कोटा से राजस्थान अल्पसंख्यक मामलात फ्रंट के प्रदेश संयोजक एडवोकेट अख्तर  खान अकेला ...सुल्तानपुर के उप प्रधान रईस खान ...सुल्तानपुर पंचायत मिति के डाईरेक्टर और शिक्षा समिति के चेयरमेन मंजूर तंवर ..नवीद भाईजान ..एडवोकेट अशफाक भाई सय्यद असद अली सहित दर्जनों लोगों ने हिस्सा लिया .कार्यक्रम की सफलता के लियें आयोजक पूर्व अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य एवं पूर्व रोडवेज़ निदेशक एडवोकेट असगर अली नकवी और पदाधिकारियों ने आश्वस्त किया के निराश और हताश होने की जरूरत नहीं है बैठक के प्रस्तावों को कोंग्रेस हाईकमान और राष्ट्रपति प्रधानमन्त्री को भेजे जायेंगे साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी चर्चा कर बजट में आवंटित दो करोड़ रूपये का सही इस्तेमाल करने और चुनाव की घोषणा के पूर्व मुसलमानों की समस्याओं के समाधान के प्रयास किये जायेंगे उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हम शुक्रगुजार है उनका हमेशा मुस्लिम कल्याण और समस्या समाधान के प्रति सकारात्मक रुख रहा है ...इसके लियें वोह धन्यवाद के पात्र है ..बैठक में एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने कहा के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को राजस्थान अल्पसंख्यक मामलात फ्रंट की तरफ से जब राजस्थान के मामले में मदरसा बोर्ड ..वक्फ बोर्ड ..अल्पसंख्यक आयोग ..उर्दू एकेडमी ..पन्द्राह सूत्रीय क्रियान्विति ..अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम ..अल्पसंख्यक मामलात विभाग की करतूतों को गिनाते हुए मुसलमानों के हक में कार्यवाही करने के सुझाव दिए तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे गम्भीरता से लेते हुए तुरंत सभी सुझावों की क्रियान्विति के लियें अल्पसंख्यक  मामलात विभाग को पाबन्द किया और इस विभाग ने तुरंत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशों को सभी विभागों को भिज दिए लेकिन अफ़सोस मुख्यमंत्री द्वारा बनाये गए इदारों के चेयरमैनों  ने मुख्यमंत्री के निर्देशों की भी पालना  नहीं की हो सभी आस्तीन के सांप बनकर मुसलमानों के इदारों को नुकसान पहुंचा कर मुख्यमंत्री की लोकप्रियता को पलीता लगा रहे है ..........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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