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02 जुलाई 2013

मदरसा बोर्ड के नाम पर राजस्थान में आवेदकों से तीन सो रूपये प्रति आवेदक की लूट ...बच्चे छ माह में पैदा किये तो महिलाओं की खेर नहीं वाह भाई वाह अजीब शर्त अजीब जजिया कर है यह मुसलमानों के लियें राजस्थान सरकार में

यह मेरा राजस्थान है मेरी जान यहाँ कोंग्रेस की सियासी चालो और लूट  मुसलमान शिकार है फिर भी यहाँ के मुस्लिम कोंग्रेसी त्नख्य्ये नेता कोंग्रेस के तलवे चाट रहे है ..........मिडिया का यह हाल है के बुनियादी समस्याओं क उठाने के लियें कोई रिपोर्टर तय्यार नहीं है और जो मुस्लिम पत्रकार है वोह कहीं ना कहीं मुस्लिम तन्ख्य्ये गुलामों के इर्द गिर्द होने से टालमटोल करते है ..अभी राजस्थान में नमाज़ पढ़ते निहत्थे लोगों को गोपालगढ़ में मारा गया ............मुस्लिम नेतओं के लियें कोई बात नहीं ...वक्फ के कब्रिस्तानों पर कब्जे किये गए कोई बात नहीं ..मस्जिदे बेचीं गयी कोई बात नहीं ..मुस्लिम छात्रवृत्तियां अटकाई जा रही है कोई बात नहीं .....अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम नहीं बना कोई बात नहीं .....मेवात बोर्ड का गठन नहीं कोई बात नहीं ..उर्दू योजना बद्ध तरीके से खत्म की जा रही है कोई बात नहीं ....मदरसा बोर्ड के नाम पर नियुक्तियों में घोटाला हुआ कोई बात नहीं .....दो साल तक नियुक्तियां नहीं निकली कोई बात नहीं .लेकिन दोस्तों हद तब हुई जब राजस्थान मदरसा बोर्ड ने आम मुसलमान बेरोजगारों को अपनी कमाई का जरिया बना लिया और लूट के नाम पर तीन सो रूपये प्रति  आवेदक जजिया कर थोप दिया .............दोस्तों राजस्थान मदरसा बोर्ड दो वर्षो से घोषित बजट की नियुक्तिया बजट लेप्स करवाने के कारन खा गया ...इस बार चुनावी साल होने से मजबूरी में साढे पांच हजार मदरसा सहयोगी और कम्प्यूटर पेराटीचर्स की नियुक्तिया निकाली है लेकिन दोस्तों गरीब दलित ..पिछड़े मुसलमानों से प्रति आवेदन पत्र तीन सो रूपये शुल्क वसूल कर मदरसा बोर्ड और राजस्थान सरकार अपनी जेबे भर रही है ...राजस्थान लोक सेवा आयोग हो चाहे कोई दूसरी संस्था हो कभी भी इस तरह की लूट फीस वसूली के नाम पर नही करती है अधिकतम सो रूपये का आवेदन शुल्क स्थाई नियुक्तियों के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा लिया जाता है उसमे भी बेवा ...तलाकशुदा ..पिछड़े ..दलितों के लियें विशेष छुट होती है लेकिन मदरसा बोर्ड ने हद कर दी वोह राजस्थान के मुसलमानों के लियें कसाई और लुटेरा बन गया है मदरसा बोर्ड का घर बनने के लियें लगभग दो करोड़ रूपये का लक्ष्य इन आवेदकों से कमाने का रखा गया है एक आवेदक से तीन सो रूपये लगभग साठ हजार आवेदक दोड़ में है तो जनाब दो करोड़ रूपये एशो आराम और भ्रष्टाचार फेलाने के लियें नोक्र्शाहों द्वारा आम मुसलमानों से लूट कर कमाए जा रहे है .......दूसरी बढ़ी बात यह है के नियुक्ति की एक खास शर्त है के नियुक्ति  के बाद छ माह तक कोई भी महिला को प्रसूति अवकाश नहीं मिलेगा ..यानि अगर कोई महिला उन तारीखों में नियुक्ति चाहती है तो अपना हमल गिरा दे ..या फिर गर्भवती ही ना हो वाह भाई वाह मुस्लिम महिलाओं के साथ खूब अत्याचार है ......एक तरफ तो मेटरनिटी एक्ट में प्रसूता अवकाश में रोड़ा अटकाने वालों को जेल भेजने का प्रावधान है और सभी कानूनों से बेखोफ मुस्लिम महिलाओं को गेर कानूनी तरीके से बंदिशों में बाँधा जा रहा है कहाँ है अल्पसंख्यक आयोग कहा है महिला आयोग पता नहीं ...दोस्तों इस मामले में मेने राजस्थान अल्पसंख्यक आयोग ..अल्पसंख्यक मामलात विभाग मंत्री नसीम अख्तर इन्साफ ...मुख्यमंत्री कार्यालय ...सहित सभी कोंग्रेस भाजपा के नेताओं से बात की लेकिन सभी मुस्लिम कोंग्रेस भाजपा के नेता दूम दबाकर भाग लिए अख़बार वालों को बताया टी वी वालों को बताया खासकर सभी मुस्लिम अख़बार और टी वी वालों को कहा लेकिन जनाब उन्हें मुसलमानों के समस्या उठाने की कहाँ फुर्सत उन्हें तो विज्ञापन या फिर ऐसे मुस्लिम लुटेरों से रसुकात चाहिए ..राजस्थान मदरसा बोर्ड के करता धर्ताओं से शिकायत की लेकिन बेकार सदस्यों के जमीर को ललकारा लेकिन बेकार अब बताइए इस राजस्थान में मुसलमान लुटने ..पिटने ,,ठगने से बचने के लियें कहा और किसके पास जाए जनाब इसीलियें कहते है यह राजस्थान है मेरी जान यहाँ मुस्लमानो को जितना लूट सको इनका जितना शोषण कर सको कर लो कोई बोलने वाला नहीं है क्योंकि न तो इनका कोई नेता है और ना ही यह लोग संगठित है केवल वोटर थे वोटर है और वोटर ही रहेंगे जनाब ...................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
मदरसा बोर्ड के नाम पर राजस्थान में आवेदकों से तीन सो रूपये प्रति आवेदक की लूट ...बच्चे छ माह में पैदा किये तो महिलाओं की खेर नहीं वाह भाई वाह अजीब शर्त अजीब जजिया कर है यह मुसलमानों के लियें राजस्थान सरकार में

कुरान का सन्देश

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