जो धर्म को राष्ट्र से बढा समझता है जो राष्ट्रवाद से धर्मवाद और
सम्प्रदायवाद को बढ़ा समझता है वोह जिन्ना हो ..चाहे नाथूराम गोडसे हो
..चाहे भिंदरवाला हो ..चाहे नरेंदर मोदी हो ..चाहे अफज़ल गुरु हो ..जो भी
चाहे में हूँ चाहे आप हो वोह राष्ट्रभक्त नहीं गद्दार और आतंकवादी से कम
नहीं होते और देश को इन लोगों से कितना बढ़ा खतरा है इतिहास गवाह है जनाब
धर्म को मानो धर्म को जियो लेकिन राष्ट्रीयता को सर्वोच्चता दो तभी देश बाख
पायेगा वरना एक मुस्लिमवादी विचारधारा का प्रधानमन्त्री बना और मुस्लिम
देश पाकिस्तान हमला करे तो वोह उसका प्रतिकार इसलियें नहीं करेगा क्यूंकि
वोह मुस्लिम्वादी है और हमलावर भी मुस्लिम्वादी है ...अगर एक हिंदूवादी
प्रधानमन्त्री बना और हिन्दू राष्ट्र नेपाल अगर देश पर हमला करेगा तो वोह
खामोश रहेगा क्यूंकि हमलावर हिंदूवादी है इसलियें दोस्तों राष्ट्रवादी का
पाठ पढो राष्ट्रवादिता का पाठ पढाओ पर जो नेता देश और राष्ट्र
..राष्ट्रवादिता से बढ़ा धर्म को मानते है ऐसे लोगों को नकार दो जवाब दो कह
दो धर्म वोह है जो राष्ट्रीयता सिखाता है मन्दिर ..मस्जिद के नाम पर लड़ाना
..चंदे करना ..व्यापार करना ..वोट बटोरने की बात करना राष्ट्रीयता नहीं
गद्दारी की श्रेणी में आता है और ऐसे लोग देश के राष्ट्र के आस्तीन के सांप
कहलाते है बोलो सच है या गलत .....
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 जुलाई 2013
सरकार ने ही करवाए थे संसद और मुंबई पर आतंकवादी हमले!
इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर मामले में सीबीआई और आईबी में जारी झगड़े के
बीच गृह मंत्रालय के एक पूर्व अधिकारी ने बेहद चौंकाने वाला दावा किया है
कि साल 2001 में संसद भवन और साल 2008 में मुंबई पर हुए आतंकवादी हमलों की
साजिश खुद सरकार ने रची थी। इशरत जहां फर्जी एनकाउंटर केस में अदालत को दिए
एक शपथ पत्र में गृह मंत्रालय में तत्कालीन अंडर सेक्रेट्री आर वी एस मणि
ने कहा है कि आईपीएस अधिकारी सतीश वर्मा ने कहा था कि ये दोनों आतंकवादी
हमले आतंकवाद के खिलाफ बनने वाले कानून को मजबूती देने के लिए रचे गए थे।
वर्मा कुछ दिन पहले तक सीबीआई-एसआईटी की जांच टीम के सदस्य थे।
वैज्ञानिकों ने बताया रेगुलर सेक्स को युवा दिखने का जरिया
चिर यौवन की चाहत और हमेशा जवान दिखने की ख्वाहिश किसे नहीं
होती। बहुत से लोग इसके लिए हर साल लाखों रुपये क्रीम-पाउडर और फेशियल से
लेकर अपनी सर्जरी तक करा डालते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे कोई
खास फर्क नहीं पड़ने वाला। ब्रिटेन के डा.डेविड वीक्स ने चिर यौवन के
राज पर रिसर्च की। रिसर्च के मुताबिक अगर रोजाना सेक्स किया जाए तो
महिला व पुरुष दोनों ही पांच से सात साल छोटे दिखेंगे। सहवास की वजह से
शरीर से वह हार्मोन निकल जाते हैं जो शरीर को उम्रदराज बनाते हैं।
58 वर्ष के डा.डेविड ने दस साल तक इस रिसर्च में विभिन्न आयुवर्ग
के हजारों पुरुष व महिलाओं पर अध्ययन किया। इनमें 40 ये 50 वर्ष के लोग
ज्यादा जवान दिखे। उनका कहना था कि वह हफ्ते में तीन बार शारीरिक संबंध
बनाते हैं। डा.डेविड का कहना है कि संबंधों से मिला आनंद युवावस्था को
बचाए रखने में एक बड़ा कारक है। मई में ब्रिटिश साइकोलॉजिकल सोसायटी में
लेक्चर के दौरान डा.डेविड ने इस रिसर्च के बारे में तफसील से बयान
किया।
उन्होनें बताया कि शारीरिक संबंध बनाने के दौरान भावनाओं का आवेग
बताता है कि संबंध बनाने वालों की सेहत अच्छी है या खराब। वह युवा हैं या
बुजुर्ग हो चले हैं। 1997 में दिल की बीमारियों पर हुई एक रिसर्च में
पाया गया कि उन लोगों में मृत्यु की संभावना पचास फीसद कम पाई गई, जिनका
शारीरिक संबंधों के दौरान भावनाओं का आवेग उच्चतम स्तर पर रहता है। वह
हफ्ते में दो या उससे ज्यादा बार शारीरिक संबंध बनाते हैं। वहीं उन लोगों
में मृत्यु की संभावना तुलनात्मक रूप से ज्यादा पाई गई, जो ऐसा नहीं कर
पाते हैं या नहीं करते हैं।
अर्थशास्त्री नहीं अनर्थशास्त्री चला रहे हैं देशः मोदी
पुणे. भाजपा राष्ट्रीय प्रचार समिति के प्रमुख और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। मोदी ने पुणे में आयोजित जनसभा में में कहा कि देश को अर्थशास्त्री नहीं अनर्थशास्त्री चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुणे की धरती से यह आवाज उठनी चाहिए सुराज्य मेरा अधिकार है। विदेशी ताकतों को हराने का सामर्थ्य इस पुण्य भूमि से प्राप्त होता रहा है। कांग्रेस ने देशवासियों के सपनों को नोंच दिया है, देश को लूटने का काम किया, हमारे साथ कई देश आज़ाद हुए और सब इस समय तरक्की कर रहे है और हम पीछे हो रहे हैं। गरीबी हटाने के नारे का क्या हुआ? मोदी ने कहा कि देश कांग्रेस के एक्ट से तंग आ चुका है अब देश को एक्शन चाहिए।
मोदी ने कहा, जब देश आज़ाद हुआ तब रुपये की कीमत एक डॉलर के बराबर थी।
अब एक डॉलर की कीमत देश के प्रधानमंत्री की उम्र के बराबर हो गई है। हम से
छोटे देशों के पैसे की ताकत कम नहीं हो रही है लेकिन भारत का रुपया अपनी
ताकत खो रहा है। रुपया ताकत इसलिए खो रहा है कि दिल्ली में बैठे हुए लोग
खाने और लुटाने में लगे हुए हैं।
इससे पहले उन्होंने फर्गुसन कॉलेज में कहा कि केंद्र सरकार के अभियान 'भारत निर्माण' पर 'शक' जताने वाले मोदी ने अब केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना फूड सिक्योरिटी बिल पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के ड्रीम प्रोजेक्ट खाद्य सुरक्षा बिल पर निशाना साधते हुए कहा, 'केंद्र सरकार को लगता है सर्टिफिकेट आ गया तो सब आ गया। फूड सिक्योरिटी बिल आ गया तो जैसे थाली में खाना आ गया। जबकि ऐसा नहीं है।'
बीजेपी की तरफ से पीएम पद के प्रबल उम्मीदवार माने जा रहे मोदी ने स्किल डेवलपमेंट पर जोर देने की बात की है। मोदी ने कहा कि दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दूसरी बार शपथ लेते हुए स्किल डेवलपमेंट को प्राथमिकता बताया था।
युवाओं को पार्टी से जोड़ने की अपनी मुहिम के तहत पुणे पहुंचे मोदी ने
फर्ग्युसन कॉलेज के छात्र-छात्राओं को संबोधित किया। वे कुछ समय पहले
राजधानी के श्रीराम कालेज में गए थे। मोदी ने अपने भाषण में कहा, 'आज देश
में निराशा का माहौल है। लेकिन युवा देश के लिए काम कर सकते हैं। देश में
युवाशक्ति के इस्तेमाल की जरूरत है। युवा कुछ कहना चाहता है। कुछ करना
चाहता है। ऐसे में देश को इस निराशा के माहौल से निकालना होगा। उन्होंने
कहा कि नौजवान जागरूक हैं तो भविष्य सुनहरा है। ये देश नौजवानों का है। हम
देश के सबसे युवा देश हैं। इस देश का भविष्य उज्ज्वल है। हमारी परंपरा
और शिक्षा महान है। अगर हम अपनी पद्धति अपनाते तो जरुर एक बड़ी शक्ति के रूप
में आगे आएंगे।'
साढे पांच हजार छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए मोदी ने साफ किया
कि वह इस मंच से राजनीतिक बयान नहीं देना चाहते हैं लेकिन हमें यह सोचना
होगा कि हमने अपने पूर्वजों के सपनों को पूरा किया है। उन्होंने चीन की
प्रगति का उदाहरण देते हुए कहा कि चीन और भारत की आबादी में कोई ज्यादा
अंतर नहीं है। करीब 10 साल पहले दुनिया की टॉप 500 यूनिवर्सिटी में हमारे
दो विश्वविद्यालय शामिल थे जबकि चीन का एक भी विश्वविद्यालय इस लिस्ट
में नहीं था। आज हालत यह है कि चीन के कुल 32 विश्वविद्यालय इस लिस्ट में
हैं जबकि हम दो से एक तक सिमट गए हैं।' चीन ने सबसे पहले अपनी
प्राथमिकताओं को तय किया और उसके बाद अपना विकास शुरू किया।
मोदी ने कहा, 'हमारे देश में कितने लोगों ने रिसर्च किया है, उसकी कोई
भी जानकारी किसी के पास नहीं है। हमारे देश के सभी रिसर्च को एकत्रित करना
चाहिए। आदवासियों के कल्याण के लिए बहुत पैसा खर्च किया गया लेकिन कोई
फायदा क्यों नहीं होता। 120 करोड़ के देश में एक भी खिलाड़ी मेडल नहीं जीत
पाता है तो बहुत निराशा होती है। हमने अब तक अपनी युवा पीढ़ी को कोई अवसर
नहीं दिया। युवाओं को आगे ले जाने के लिए सोच चाहिए।'
मोदी ने कहा, 'हमें रिसर्च पर जोर देना पड़ेगा। जो देश रिसर्च को
प्राथमिकता नहीं देता है वह देश कभी भी आगे नहीं जा सकता है। उस देश के
विकास में ठहराव आ जाता है। आज शिक्षा मनी मेकिंग मशीन बन गई है। लोगों को
'Power' (सत्ता) की चिंता है हम 'Empowerment' (सशक्तिकरण) चाहते हैं।'
मोदी ने कहा, 'दुनिया हमारी शक्ति को मान गई है। आज कोई भी पड़ोसी भारत
का देश का दोस्त नहीं है। शिक्षा के क्षेत्र में भारत आगे रहा है। आजादी
के बाद हम कोई ऐसी चीज़ नहीं कर सके हैं जिसपर गर्व किया जा सके। हमें अपने
देश की प्रतिभाओं का समुचित उपयोग करना होगा। हम अपनी शिक्षा को ताकत के
साथ खड़ा कर सकते है। हमारी शिक्षा का महत्व है। समस्या का समाधान दूर नहीं
है, बस थोड़ी सी इच्छा शक्ति की जरुरत है।'
मोदी ने कहा कि सावरकर और सीवी रमन के कॉलेज की मिट्टी को माथे से
लगाने की तमन्ना उन्हें पहले से थी। सावरकर के कमरे में उन्होंने देश के
लिए कुछ करने की ताकत महसूस की।
इसके अलावा मोदी आज पुणे के बी.जे. मेडिकल मैदान में आयोजित जनसभा को
भी संबोधित करेंगे । सभा दोपहर बाद 3 बजे से शुरू होगी। मोदी की यह जनसभा
कई मायने में महत्वपूर्ण है। इस सभा को 'निश्चय सभा' का नाम दिया गया है।
इस कार्यक्रम में भाजपा के महाराष्ट्र प्रभारी राजीव प्रताप रूडी, भाजपा के
वरिष्ठ नेता एवं सांसद गोपीनाथ मुंडे, प्रदेशध्यक्ष देवेंद्र फडणवीस,
विनोद तावडे, पंकजा मुंडे और पूनम महाजन उपस्थित रहेंगे।
आज की इस सभा से मोदी महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव और
आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बिगुल फूंकने का काम करेंगे । बीजेपी के
स्थानीय नेताओं का कहना है कि मोदी तिलक की इस धरती से 'सुराज्य ' का नारा
बुलंद करेंगे । तिलक ने आज़ादी के संघर्ष के दौरान 'स्वराज'का नारा देश की
जनता को दिया था ।
चीन ने फिर चिढ़ाया, भारत की सीमा में दो हेलिकॉप्टर जबरन घुसे
लेह. चीन ने एक बार फिर से भारत को मुंह चिढ़ाते हुए 11 जुलाई
को भारतीय सीमा में प्रवेश किया था। चीन के दो हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में
आए थे, उन्होंने कुछ देर भारतीय सीमा में उड़ान भरी और फिर यहां से वापस
चले गए। दोनों हेलिकॉप्टर चीन की सेना पीएलए के थे। इस बार भी चीन ने
घुसपैठ के लिए लद्दाख के चूमर सेक्टर को चुना था। कुछ दिनों पहले ही चीन की
सेना ने भारतीय सीमा में लगे सर्विलांस कैमरे तोड़ दिए थे और अपने साथ ले
गई थी।
सूत्रों के मुताबिक पीएलए के यह हेलिकॉप्टर सुबह करीब आठ बजे के समय
में भारतीय सीमा में आए थे। हालांकि भारतीय सेना इस मामले को फिर से हल्के
में ले रही है। सेना का कहना है कि पीएलए के दो हेलिकॉप्टर भारतीय
वायुक्षेत्र के पास उड़ रहे थे और इन्होंने भारतीय सीमा का उल्लंघन नहीं
किया। माना जा रहा है कि पीएलए के ये दोनों हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में टोह
लेने पहुंचे थे। सीमा उल्लंघन की इस घटना से कुछ ही दिन पहले भारतीय रक्षा
मंत्री एके एंटनी चीन का दौरा करके लौटे थे। उनके चीनी दौरे पर दोनों
पक्षों में सीमा रेखा पर शांति स्थापित करने पर चर्चा हुई थी। हालांकि
एंटनी के दौरे पर एक चीनी जनरल ने भारत को धमकी भी दी थी।
चूमर क्षेत्र में चीनी सेना अक्सर घुसपैठ करती रहती है। बीते 17 जून
को भी इसी इलाके में चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसकर सेना का
निगरानी करने वाला कैमरा तोड़ दिया था। इस कैमरे से पीएलए के सैनिकों की
गतिविधियों पर नजर रखी जाती थी। चूमर क्षेत्र लेह से करीब तीन सौ किमी की
दूरी पर है। इसी इलाके में अप्रैल में चीनी सैनिकों ने भारतीय सेना के
बंकरों को तोड़ दिया था और सीमा रेखा पर लगे कैमरों की वायरिंग भी काट दी
थीचीन ने फिर चिढ़ाया, भारत की सीमा में दो हेलिकॉप्टर जबरन घुसे
agency
| Jul 14, 2013, 19:52PM IST
लेह. चीन ने एक बार फिर से भारत को मुंह चिढ़ाते हुए 11 जुलाई
को भारतीय सीमा में प्रवेश किया था। चीन के दो हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में
आए थे, उन्होंने कुछ देर भारतीय सीमा में उड़ान भरी और फिर यहां से वापस
चले गए। दोनों हेलिकॉप्टर चीन की सेना पीएलए के थे। इस बार भी चीन ने
घुसपैठ के लिए लद्दाख के चूमर सेक्टर को चुना था। कुछ दिनों पहले ही चीन की
सेना ने भारतीय सीमा में लगे सर्विलांस कैमरे तोड़ दिए थे और अपने साथ ले
गई थी। (लेफ्टिनेंट जनरल ने लीक किया चीन से मुकाबले का टॉप सीक्रेट प्लान?)
सूत्रों के मुताबिक पीएलए के यह हेलिकॉप्टर सुबह करीब आठ बजे के समय
में भारतीय सीमा में आए थे। हालांकि भारतीय सेना इस मामले को फिर से हल्के
में ले रही है। सेना का कहना है कि पीएलए के दो हेलिकॉप्टर भारतीय
वायुक्षेत्र के पास उड़ रहे थे और इन्होंने भारतीय सीमा का उल्लंघन नहीं
किया। माना जा रहा है कि पीएलए के ये दोनों हेलिकॉप्टर भारतीय सीमा में टोह
लेने पहुंचे थे। सीमा उल्लंघन की इस घटना से कुछ ही दिन पहले भारतीय रक्षा
मंत्री एके एंटनी चीन का दौरा करके लौटे थे। उनके चीनी दौरे पर दोनों
पक्षों में सीमा रेखा पर शांति स्थापित करने पर चर्चा हुई थी। हालांकि
एंटनी के दौरे पर एक चीनी जनरल ने भारत को धमकी भी दी थी।
चूमर क्षेत्र में चीनी सेना अक्सर घुसपैठ करती रहती है। बीते 17 जून
को भी इसी इलाके में चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसकर सेना का
निगरानी करने वाला कैमरा तोड़ दिया था। इस कैमरे से पीएलए के सैनिकों की
गतिविधियों पर नजर रखी जाती थी। चूमर क्षेत्र लेह से करीब तीन सौ किमी की
दूरी पर है। इसी इलाके में अप्रैल में चीनी सैनिकों ने भारतीय सेना के
बंकरों को तोड़ दिया था और सीमा रेखा पर लगे कैमरों की वायरिंग भी काट दी
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