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31 जुलाई 2013

रमजान के जुलूस पर पत्थरबाजी के बाद हुआ बवाल, देखें तस्वीरें

लखनऊ। हर साल की तरह इस बार भी काफी कोशिशों के बावजूद लखनऊ में रमजान के जुलूस के दौरान हिंसा नहीं रोकी जा सकी। बुधवार को निकले जूलूस पर पत्‍थरबाजी से शिया-सुन्‍नी समुदाय आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते दोनों तरफ से उपद्रवियों ने पथराव और आगजनी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस को मामला शांत करने के लिए गोलियां भी चलानी पड़ीं। इस पथराव में दर्जनों गाड़ियों के शीशे फूट गए, वहीं कई दुकान और मकान भी आग से क्षतिग्रस्‍त हो गए।
 
संवदेनशील इलाका होने के कारण प्रशासन ने मौके पर पुलिस और पीएसी तैनात कर दी। शाम तक शहर के चौक, नक्‍खसा आदि इलाके तनाव की चपेट में आ गए थे। हालात काबू करने के लिए पुलिस और प्रशासन की मशक्कत जारी है। वैसे तो जुलूस के दौरान हिंसा भड़कने का अंदेशा जिला प्रशासन को पहले से था। इसलिए जुलूस के रूट को ध्‍यान में रखते हुए शहर में कई जगहों पर ट्रैफि‍क डायवर्जन भी किया गया था। 
 
बुधवार को करीब 11 बजे एक जुलूस नक्‍खास से बिल्‍लौजपुरा की तरफ आया। प्रत्‍यक्षदर्शियों के अनुसार यहां एक मकान, जिसकी छत पर पुलिसवाले तैनात थे, उसी मकान की खिड़की से जुलूस पर पत्‍थर फेंके गए। देखते ही देखते मामला गर्म हो गया और इसके बाद जुलूस की गुस्‍साई भीड़ ने जमकर पत्‍थरबाजी शुरू कर दी और उस मकान में आग लगा दी। इस बवाल में आसपास खड़ी गाड़ियां भी क्षतिग्रस्‍त हो गईं, वहीं दोनों तरफ से हुई पत्‍थरबाजी में एक दर्जन से ज्‍यादा लोगों के सिर फूटे और चोटें आईं। 
 
उधर, बवाल की सूचना पाते ही मौके पर पहुंचे भारी पुलिस बल ने स्थिति पर नियंत्रण करने की कोशिश शुरू की। इस दौरान पुलिस को गोली भी चलानी पड़ी। किसी तरह मामला शांत हुआ और जुलूस वापस नक्‍खास की तरफ गया लेकिन यहां पर भी चौराहे पर एक बार फि‍र जुलूस पर पत्‍थरबाजी शुरू हो गई। काफी मशक्‍कत के बाद पुलिस के बल प्रयोग से मामला शांत हुआ। एसएसपी जे रविन्‍द्र गौड़ के अनुसार अराजक तत्‍वों ने शांति भंग करने की कोशिश की थी। नक्‍खास व आसपास के इलाके को पूरी तरह से फोर्स के सुपुर्द कर दिया गया है, स्थिति अभी भी संवेदनशील बनी हुई है।

मासूमों को खंभे से बांधकर पीटते रहे लोग, पुलिस पहुंची तो बदल गई कहानी


मासूमों को खंभे से बांधकर पीटते रहे लोग, पुलिस पहुंची तो बदल गई कहानी
सीकर। दो मासूम बच्चों की कई लोगों ने मिलकर न केवल पिटाई की बल्कि खंभे से बांध दिया। करीब आधा घंटे तक दोनों बच्चे बिलखते रहे। लोगों ने उन पर लोहे का कबाड़ चोरी का आरोप लगाया और किसी आदतन चोरी की तरह व्यवहार करते रहे।

यहां तक कि गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को भी मौके पर बुलाया। पुलिस ने दोनों को मुक्त कराया और बांधने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह करीब दस बजे दो बच्चे  फागलवा पेट्रोल पंप के पास मालियों की गली में कैलाश सैनी के कारखाने में घुस गए।

आरोप है कि इन्होंने कुछ लोहे के टुकड़े चोरी कर लिए थे। लोगों ने इन्हें पकड़कर पिटाई की और टेलीफोन के खंभे से बांध दिया। कारखाने के मालिक ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने मां बाप को बुलाकर दोनों बच्चों को सौंप दिया।

खाना मांगने के बहाने घर में घुसते हैं और खूबसूरत लड़की को उठा ले जाते हैं आरएसएस के लोग'



भोपाल. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया की जुबान एक बार फिर फिसल गई। कांग्रेस के आदिवासी विभाग की बैठक में उन्होंने कहा कि आरएसएस के लोग जिस गांव में जाते हैं, वहां की खूबसूरत लड़की को भगा ले जाते हैं। भोजन के बहाने घर में घुसने वाले इन लोगों की नजर हमारे घर की लड़कियों पर होती है। उन्होंने कहा कि इन बाहरी लोगों को वे गांव में न घुसने दें। इसमें यदि जेल भी जाना पड़े तो चिंता न करें। 
भूरिया ने सोमवार को कहा कि गांव में कुछ बाहरी लोगों ने हानिकारक केमिकल मिश्रित शराब पिलाने की साजिश रच रखी है। ये लोग चाहते हैं कि आदिवासी किसी काम के न रह जाएं। भूरिया ने कहा पहले पटेल गांव का मुखिया हुआ करता था अब भाजपा के गुंडे मुखिया बन गए हैं। ये गुंडे भी आदिवासी होस्टलों के आसपास चक्कर लगाते रहते हैं।
 
सोमवार को दिए गए भूरिया के इस बयान के बाद मंगलवार को सागर में संघ से जुड़े लोगों और कांग्रेसियों में जबरदस्‍त झड़प हुई। सागर में संघ कार्यालय पर पथराव भी हुआ, जिसके बाद पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं और इसमें दो लोग घायल हुए

कुरान का सन्देश

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