आपका-अख्तर खान

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01 सितंबर 2013

शुक्रिया शुक्रिया सभी का शुक्रिया .

दोस्तों कोटा में राजस्थान मुस्लिम वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी की एक रोजा सेमीनार कोटा में आयोजित की गयी आयोजन की ज़िम्मेदारी मेरे सर थी कोटा का सियासी मिजाज़ मुसलमानों को एक मंच पर लाने का असफल प्रयास रहा है इसके पहले भी कई मुस्लिम समाज की बैठकें हंगामे की भेंट चढ़ती रही है ....किसी ने  कहा के अख्तर साहब आपने मेंडक तोलने का काम हाथ में ले लिया है ...सब के अपने विचार थे लेकिन अपने भाइयों और दोस्तों का साथ मेरे साथ था जो में आज इस कठिन काम को बखूबी रचनात्मक  निर्विवाद तरीके से कर सका ...............में और मेरे साथियों की टीम का में शुक्रगुजार हूँ वेसे तो यह एक छोटा सा शुक्रिया का शब्द उनकी महनत और समर्पण के आगे बोना सा है लेकिन फिर भी शुक्रिया मेरे भाइयों मेरे दोस्तों ..में शुक्र गुज़ार हूँ राजस्थान मुस्लिम वेलफेयर एंड एजुकेशनल सोसाइटी के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट असगर अली का में ..शुक्रगुजार हु राजस्थान वक्फ बोर्ड के सदस्य भाई जुबेर अल्वरी का ..में शुक्रगुजार हु राजस्थान वक्फ विकास परिषद के सदस्य भाई वफाती खान का ..में शुक्रगुजार हूँ राजस्थान मदरसा बोर्ड के सदस्य डोक्टर इकराम का ..में शुक्रगुजार हूँ राजस्थान प्रदेश कोंग्रेस समिति में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के संयोजक और फातेहान वेलफेयर सोसाइटी के रहीम खान का ...कोटडी व्यापार संघ के अध्यक्ष आबिद कागज़ी का ...में शुक्रगुज़ार हूँ भाजपा प्रदेश अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अमीन पठान का कोटा देहात अध्यक्ष रफीक पठान का ...में शुक्रगुजार हूँ  प्रदेश कोंग्रेस समिति सदस्य नईमुद्दीन गुड्डू का ..में शुक्रगुज़ार हूँ एडवोकेट जमील अहमद का ..में शुक्रगुजार हूँ शहर क़ाज़ी अनवार अहमद का ..में शुक्रगुजार हूँ राजस्थान कोमी तहरीक और अल्पसंख्यक मामलात फ्रंट के प्रदेश संयोजक एजाज़ खान अज्जू भाई का में शुक्रगुजार हूँ अल्पसंख्यक मामलात विभाग के अधिकारी करीम खान ...वहीद अंसारी का ...में शुक्रगुजार हूँ बूंदी वक्फ के जिला चेयरमेन नुरुद्दीन साहब का नवेद केसर एडवोकेट और अल्लामा चमन कादरी के साहब जादे गुड्डू कादरी साहब का ...में शुक्रगुज़ार हु राजस्थान प्रदेश कोंग्रेस समिति के सचीव डॉक्टर जफर का ..यूथ कोंग्रेस के प्रदेश सचिव इसरार मोहम्मद का ..में शुक्रगुजार हूँ झालावाड से आये फरीद चोधरी .शरीफ भाई और साथियों का ..में शुक्रगुज़ार हूँ बारा कोंग्रेस के जिला अध्यक्ष निजामुद्दीन साहब का ...अज़ीम पठान साहब का ..अंजुमन के सदर अशफाक भाईजान का ..हाजी जमील साहब का ..लियाक़त साहब का जाकिर मंसूरी साहब का ..में शुक्रगुज़ार हूँ छिपबदोद के सरपंच महफूज़ भाई का ..अमानुल्ला साहब  का टोंक से आये राजथान प्रदेश अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ कोंग्रेस के प्रदेश संयोजक एडवोकेट सलीमुद्दीन नकवी और साथियों का ..में शुक्रगुजार हूँ अन्ता  के छुट्टू भाई का ..सांगोद के उस्मान मिर्ज़ा असलम अंसारी का ..में शुक्रगुज़ार हूँ कथुन के पूर्व नगर पालिका चेयरमेन नसरू भाई ...आबिद बुनकर का ..में शुक्रगुजार हूँ स्टेशन माचिस फेक्ट्री कब्रिस्तान समिति के मोम्दा भाई ....वहीद खान ....अंजुमन स्टेशन के पूर्व सदर कोमरेड अब्दुल गफ्फार का ..में शुक्रगुजार हूँ नान्ता ईद गाह के मुतववाली एडवोकेट वाहिद खान ..सलाम खान ...साबिर खान ...नाजिमुद्दीन साहब का .में शुक्रगुजार हूँ नयापुरा मस्जिद के सदर अज़ीज़ शेर साहब का ...कल्लू अंसारी साहब का अशफाक बाबा का ..सूफी संत बालक बाबा का ...में शुक्रगुज़ार हूँ पूर्व पार्षद उमर सी आई डी का ..में शुक्रगुज़ार हूँ ज्न्ग्लिशाह बाबा के गद्दी नशीं अज़ीज़ जावा रशीद जावा का ..जंगली शाह बाबा परिसर के सदर शाहिद मुल्तानी ..नीम खान का ...में शुक्रगुजार हूँ कोटा जिला वक्फ कमिटी के सचीव प्रोफ़ेसर मुमताज़ आलम इदरिस बरकाती का ..कन्सुआ मदरसे के अध्यक्ष बाबु खान का ...सलमान  पंचायत के अब्दुल सलाम जर्रा का ...में शुक्रगुजार हूँ रंगरेज़ समाज के अरब अली अफगान ..नन्नू भाई का ...में शुक्रगुजार हूँ जमात इस्लामी के गुलशेर भाई का में शुक्रगुजार हूँ बी एस ऍन एल कर्मचारी संघ के मुनाफ पठान का ..में शुक्रगुज़ार हूँ सेवानिवृत्त आर एफ सी मेनेजर और आकाशवाणी वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष नोशे खान का ...में शुक्रगुजार हूँ अनार वाले बाबा समिति के फरमान पठान डोक्टर ऍन डी पठान का ..में शुक्रगुजार हूँ पार्षद शरीफ पठान का में शुक्रगुजार हूँ अतिक्रमण समिति के चेयरमेन और पार्षद रिहाना खान ..मजीद भाई का ..में शुक्रगुजार हूँ जेड आर यु सी सी के सदस्य हाफ़िज़ रशीद कादरी प्रफेसर डोक्टर याकूब खान का इटावा के गुल्लू भाई नोतादा के नसरू भाई का ..में शुक्रगुजार हूँ रूहानी संस्थान के डोक्टर एजाज़ का ..में शुक्रगुजार हूँ  सुल्तानपुर के उप प्रधान रैईस खान ..कोंग्रेस देहात के प्रवक्ता ब्लोक अध्यक्ष मंजूर तंवर का ..में शुक्रगुजार हूँ सरपंच दिलदार अली का पत्रकार असलम शेर ...अलीम पेपरवाला ..डॉक्टर आरिफ ..नूर पठान ..अतीक खान .. क्य्य्युम अली सिद्दीकी साहब आतिफ भाई ..आसिफ  भाई कोहिनूर पब्लिसिटी ..ई टी वि के भंवर चारण ..शाकिर अली ..एस टी ऍन के रजत खन्ना भास्कर पत्रिका नवज्योति से जुड़े और दुसरे सभी पत्रकारों का ....ख़ास तोर पर मेरे भाई एडवोकेट आबिद अब्बासी ..नईमुद्दीन ..बाबा रजाक ..मोहम्मद अली  .. रोनक खान ..सलीम शेरी ..मोहम्मद अली ..रईस खान ..आरिफ नागरा ...अल्फ्लाह वेलफेयर सोसाइटी के रफीक बेलियम ..की ऐ इस्लाम खान लियाक़त अंसारी सहारा पब्लिक ...सर्वोदय के गफ्फार मिर्ज़ा चिल्ड्रन स्कूल के एस ऐ खान साहब ...नोजवान कमेटी के समीउल्ला अंसारी ....राजपा के अनीस राइन ./..जावेद भाई तारीक अनवर ..मुफ़्ती शमीम अशरफ ...सलीम भारती ...मुज़फ्फर राइन ...मोईन खान .. बहन प्रवीन अल्पसंख्यक कर्मचारी संघ के अमीन भाई का .और सभी मित्रों भाइयो ..बहनों मित्रो दर्दमन्दो का जिन्होंने इस सेमीनार को बिना किसी विवाद के अपना वक्त देकर अपने विचारों से हमे नवाज़ कर कामयाब बनाया शुक्रिया शुक्रिया सभी का शुक्रिया .....एडवोकेट अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दोस्तों मुझे आपकी सलाह और हुक्म की जरूरत है

दोस्तों मुझे आपकी सलाह और हुक्म की जरूरत है ..मेरे अपने कुछ दोस्त ..मेरे अपने कुछ मित्र पिछले कुछ दिनों से मुझे सलाह देते है के आप तीखा और सीधा लिखते हो इसे आप बंद करो ..दुश्मनी में कोई फायदा नहीं दुसरे भी तो खामोश है आप क्यूँ और किसलिए लोगों को अपना दुश्मन बनाते हो ...कुछ मित्र कहते है के आप भी हमारी तरह से सियासी खेमे में आ जाए नेता जी जो कहे वोह करे वफादार उनके हो जाए देखो फिर तुम कहा किस बुलंदी पर पहुंचते हो आप अपनी लेखनी ब्रेन का सही इस्तेमाल करना नहीं जानते समाज वमाज सिद्धातों में कुछ नहीं रखा है तरक्की करो पहले ही बहुत पिछड़ गए हो हम तुम्हे सियासी बुलंदियों पर पहुंचना चाहते है बहुत नुकसान सच बोलकर सच लिखकर उठा चुके हो अब खुद को बदल लो ..दोस्तों मेरे मित्रों की यह राय आई है मेरी समझ में नहीं आता मेरा क्या नुकसान हुआ दो रोटी खुदा ने दे रखी है ..रात को सुकून से सोता हूँ ..किसी का कर्जा नहीं ...खुद का अपना रोज़गार है ..आप जेसे मित्रों का प्यार है और मुझे क्या चाहिए एक सुकून है आज़ादी का सच लिखने का सच बोलने का अपनी बात अपनों की बात बेबाकी से कहने और लिखने का सुकून है के हम आज़ाद है किसी के गुलाम नहीं किसी सियासी पार्टी या फिर किसी नेता का पट्टा गले में डालकर उसकी डोर उस नेता के हाथ में नहीं दे रखी के हर काम उस नेता से पूंछ कर करना पढ़े ...अब बताओ मेरी मित्रों में अपने इन शुभचिंतक सलाहकारों की बात मान कर खुद को बदलू या नहीं ....एक सवाल आपके नाम जिसके जवाब से में अपना निर्णय ले सकूंगा ..........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

क्या हमारे देश की सियासत इस पिछड़े समाज को और प्रताड़ित करने के स्थान पर बराबरी का दर्जा देकर गेर सियासी तरीके से आगे ला सकता है अगर हाँ तो वोह दिन दूर नहीं जब सच में मेरा भारत महान होगा विश्व का राज मेरा हिन्दुस्तान होगा .............

दोस्तों राजस्थान मुस्लिम एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी की जानिब से कोटा में आयोजित एक रोजा सेमीनार मुस्लिम मसाइल और चुनोतियाँ विषय पर आयोजित सेमीनार अपनों की बात अपनों के साथ में कई चिंतन मंथन के बाद कुछ विचार उभर कर आये ...एक तो महसूस हुआ के मुसलमान का सालों से खुद को थोथी घोषणाओं और झुन्ठो वायदों के नाम पर ठगा सा महसूस करता है ..दूसरी तरफ लगा के भाजपा का मुसलमान हो चाहे कोंग्रेस काम मुसलमान हो वोह देश का विकास ..राष्ट्रिय एकता अखंडता और साम्प्रदायिक सोहार्द चाहता है लेकिन उसे तकलीफ है के फसादात में पिटते भी वोह है ..मरते भी वोह है ..लुटते भी वोह है ..सम्पत्तियां भी उनकी जलाई जाती है और मुआवजा के नाम पर तमाशा होता है जबकि उनकी गिरफ्तारियां एक तरफा होती है दुसरे पक्ष के अपराधियों को पुलिस पकड़ने में भी हिचकिचाती है ...मुस्लिमों को पता है के वोह पिछड़ रहा है उसके साथ सियासी ठगी हुई है इसलियें वोह नोकरी और सियासत में भागीदारी चाहता है ..यह भी मुद्दा सामने आया के मुस्लिम समाज मीडिया पर सोतेला व्यवहार का आरोप लगाता है समाज का मानना है के मुस्लिम समाज के बढ़े बढ़े कार्यक्रमों की रिपोर्टिंग भी केवल रस्मन ही होती है और पूरी बात खास बात उपस्थित लोगों के ख्याल विचार और उनके नाम पद वगेरा मिडिया में नज़र अंदाज़ कर दिए जाते है ...यह भी आवाज़ उठी के बेंक उन्हें लोन नहीं देते सरकारी अधिकारी उन्हें योजनाओं के लाभ के नाम पर चक्कर कटाते है और उनकी सुनवाई खिन नहीं होती ...यह भी आवाज़ उठी के सियासत के रंग ने सियासत से जुड़े मुसलमानों का खून पानी कर दिया है सियासत का पटटा उनके गले में पढने के बाद वोह सियासत के गुलाम और सरकार के पत्ते वाले कुत्ते हो जाते हा के जब सर्कार कहती है वोह भोंकते है जब सरकार चाहती है वोह काटते है और इन्हीं लोगों से समाज का नुकसान हो रहा है ..मुस्लिम समाज जानता है के सहूलियतों के नाम पर उन्हें घोषणा के सिवा कुछ नहीं मिला है जबकि उनके धार्मिक कार्यक्रमों में सियासत क दखल अंदाजी और चमचागिरी ने मजहब का रूप ही बिगाड़ दिया है ..मुस्लिम समाज के दिमाग में है के सरकार और सियासी पार्टियाँ उन्हें फिरकों ..पार्टियों ..सियासत और भाई साहब भाई साहब के खेमों में बाँट कर राज कर रही है ..केवल मुस्लिम समाज को वोटर बनाकर रख दिया है पार्टियां मुस्लिमों का वोट लेते वक्त तो धर्मनिरपेक्ष हो जाती है और मुस्लिम को टिकिट देते वक्त या फिर टिकिट देने के बाद साम्प्रदायिक होकर या तो उसे टिकिट नहीं देती या फिर हरा देती है ...मुसलमानों का मिजाज़ इस सेमीनार में दिखा के वोह सियासी भाई साहबों के चमचों से बहुत नाराज़ है और उनसे कोम को कुछ उम्मीद नहीं है वोह कहते है के इसे लोग कोम से दूर होकर खुद की तरक्की कर रहे है और कोम को गिरवी रख रहे है ...यह भी आवाज़ उठी के मुसलमान की आवाज़ उठाने वाले की आवाज़ दाब दी जाती है उसे सियासत में अलग थलग कर दिया जाता है उस के खिलाफ अत्याचार और षड्यंत्रों का खेल शुरू किया जाता है ..मुस्लिम इस बात से भी नाराज़ है के उन्हें बढ़ी बढ़ी बातें बढ़े बढ़े वायदे कर के इकट्ठा किया जाता है और सियासी बात कर उनके साथ धोखा किया जाता है मुस्लिमों के मसाइलों पर बात कोई नहीं करता ..मुस्लिम समाज इस बात से भी त्रस्त है के उनका नेत्रत्व नहीं है उनकी आवाज़ उठाने वाला सरकार ...ब्युरोकेट्स ...लोकसभा ..राज्यसभा में कोई नहीं है जो है वोह सरकारी चमचे और कोम की गद्दारी से मिले इनाम के तमगे की वजह से उस मुकाम पर पहुंचते है समाज का मानना है के गोपालगढ़ हुआ कुछ लोगों ने अपराधियों को बचाने के नाम पर पद प्राप्त कर लिए चुनाव होंगे नाराज़ मुसलमानों को पटाने के नाम पर कुछ लोग वोट मांग लेंगे और भी कई मुद्दे है जो इस सेमीनार में उभरे लेकिन अभी भी मुस्लिम डरा हुआ गुस्से में लगा है वोह कोंग्रेस हो चाहे भाजपा हो अब वोह दोनों को एक समझता है कहता है के कोंग्रेस मोदी का डर दिखाकर मुस्लिमों का वोट लेना चाहती है तो यह भी कहता है के भाजपा मुसलमानों का ईमान बिगाड़ने में लगी है क्या सच है क्या गलत यह तो चिंतन मंथन का विषय है लेकिन मुसलमान यह भी कहता है के उसके पूर्वजों की क़ुरबानी का इतिहास छुपा दिया गया है या फिर गलत लिखा  दिया गया है ..नेताओं की ठगी से मुसलमान त्रस्त है मुस्लिम की समस्या पर राजनीति मुस्लिम कल्याण पर राजनीति सिर्फ राजनीति ही राजनीति और भोतिक रूप से मुसलमान को धोखे के सिवा कुछ नहीं मिल रहा है मुसलमान का  मानना है के जो लोग जो सियासत मुसलमानों को अलग थलग कर वोट की राजनीति कर रहे है मुसलमानों को सियासी तोर पर ...शेक्षणिक तोर पर ..रोज़गार के मामले में पीछे रखने का षड्यंत्र कर रहे है वोह सभी लोग देश के दुश्मन है क्योंकि देश के पिछड़ने का करना ही यह है के देश की सियासत ने बीस करोड़ लोगों को अलग थलग कर दिया है अगर इन बीस करोड़ लोगों को बराबर का दर्जा देकर ..प्यार मोहब्बत देकर ..सियासी भागीदारी ..सरकारी भागीदारी देकर इनके अपने पेरों पर खड़ा किया जाए तो यह बीस करोड़ लोग देश को विश्व का शासक विश्व का सबसे खुशहाल सबसे मजबूत राष्ट्र बना देंगे फिर न चीन की हिम्मत आँखे दिखाने की होगी और ना ही पाकिस्तान की हिम्मत हमारी सरहदों पर फोजियों को घुसा कर हमारे फोजियों के सर कलम करके ले जाने की होगी ...क्या ऐसा हो सकता है क्या हमारे देश की सियासत इस पिछड़े समाज को और प्रताड़ित करने के स्थान पर बराबरी का दर्जा देकर गेर सियासी तरीके से आगे ला सकता है अगर हाँ तो वोह दिन दूर नहीं जब सच में मेरा भारत महान होगा विश्व का राज मेरा हिन्दुस्तान होगा .............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कुरान का सन्देश

शाबाश अल्फाह टीम ..शाबाश रफीक बेलियम .....

शाबाश अल्फाह टीम ..शाबाश रफीक बेलियम ............जी हाँ दोस्तों अपने साथियों को एकत्रित का उनमे बिना किसी लाभ लालच और सियासी नफे नुकसान के सबके भले के बारे में सोचने वाली अल्फ्लाह वेलफेयर सोसाइटी की टीम के सभी सदस्य एक जुट होकर जब चिकित्सा ..ब्लड डोनेशन ...राहत कार्य ...निर्माण कार्य और लोगों के खिदमतगार के रूप में कम करते नज़र आते है तो लगता है के इस कलियुग में भी फ़रिश्ते बनकर लोग बिना किसी लालच के खिदमतगार बने है और राष्ट्र के निर्माण में सहयोग कर रहे है और ऐसे में ऐसी सेवा भावी टीम के कमांडर भाई रफीक बेलियम जो अल्फ्लाह वेलफेयर सोसाइटी  के  अध्यक्ष रहकर यह सब कमाल कर रहे है वोह बधाई के पात्र शाबाशी के पात्र हो जाते है हर साल की रह इस बार भी भाई रफीक बेलियम ने अल्फ्लाह की टीम और अपने सहयोगियों के साथ आई एल टाउन शिप में जब पढो और पढाओ के नारे के साथ बच्चों और कम्पीटीशन के दोर से गुज़र रहे बेरोजगारों की होसला अफजाई के लियें आई ऐ एस ....आर ऐ एस सहित कई नोकरियों  में चयनित लोगों ..प्रथम आने वाले इंजिनियर ..डॉक्टरों ...दसवीं ...बाहरवीं ..कोलेज स्तर की शिक्षा में मेरिटोरियस बच्चों   हाफ़िज़ कुरान ...खिलाड़ी वगेरा को पुरस्कार देकर सम्मानित करते है तो कोटा के प्रतिभावान बच्चों का सीना गर्व से चोडा हो जाता है ...भाई रफ़ीक बेलियम कहते है के लडकियों को पढाओ यही राष्ट्र की धरोहर है उनका कहना है के मुस्लिम के घर जब लकड़ी पैदा होती है तो उसे खुद की रहमत कहा जाता है और जब बढ़ी होती है तो घर की इज्ज़त कहा जाता है बहु बन का जाती है तो भी घर की इज्ज़त कहा जाता है और जब माँ बनती है तो उसके पेरों के नीचे जन्नत होती है उन्होंने कहा के इस्लाम में ओरत का मर्तबा बुलंद है वोह रहमत भी है इज्ज़त भी है मार्गदर्शक भी है तो जन्नत उसी के पेरों के नीचे है ..उन्होंने कुरान  के हुक्म सुरे इकरा पढो पढो के नारे को बुलंद कर पढने और पढाने के शोक को बढाने का जोर देते हुए हिन्दुस्तान को मजबूत करने का आह्वान किया ..भाई रफीक बेलियम के इस जज्बे को सलाम और इस कार्यक्रम के लियें भाई रफ़ीक और उनके अल्फ्लाह टीम सहयोगियों को मुबारकबाद बधाई सेल्यूट .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोटा में आयोजित एक दिवसीय मुस्लिम मसाइल और चुनोतियाँ विषय पर आयोजित सेमीनार में कोटा सम्भाग के सभी मुस्लिम प्रतिनिधियों ने एक स्वर में आरक्षण परिपत्र संशोधित कर केवल हिन्दुओं के लियें शब्द हटा कर सभी भारतियों के लियें करने

कोटा में आयोजित एक दिवसीय मुस्लिम मसाइल और चुनोतियाँ विषय पर आयोजित सेमीनार में कोटा सम्भाग के सभी मुस्लिम प्रतिनिधियों ने एक स्वर में आरक्षण परिपत्र संशोधित कर केवल हिन्दुओं के लियें शब्द हटा कर सभी भारतियों के लियें करने .....संगठन और सियासत में पन्द्राह प्रतिशत की भागीदारी देने ....नोक्रियों में पन्द्राह प्रतिशत आरक्षण की मांग सहित कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रस्ताव पारित किये गए .......राजस्थान मुस्लिम माइनोरिटी एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट असगर अली की उपस्थिति में सभी उपस्थित सदस्यों के सामने कोटा सम्भाग के प्रभारी एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने उक्त प्रस्ताव बैठक में रखे जिन्हें सभी उपस्थित प्रतिनिधियों ने ध्वनिमत से पारित किये ,,,,बैठक में पारित प्रस्ताव में काका केलकर आयोग की रिपोर्ट के तहत दस्तकारी के आधार पर आरक्षण दिए जाने की सिफारिश लागू करते वक़त केवल हिन्दुओं के लियें शब्द जोड़ने से इस आरक्षण से मुस्लिमों को अलग रख कर पिछड़ा देने की आलोचना करते हुए कहा गया के काका केलकर ने मांस के व्यापार करने वाले ..चमड़े का व्यापार करने वाले ...कपड़ा बुनने वाले ..कपड़ा धोने वाले ..कपड़ा रंगने वालों सहित सभी दस्तकारों को आरक्षण देने की सिफारिश की थी लेकिन मुस्लिमों को इस परिपत्र के माध्यम से वर्ष उन्नीस सो बावन में अलग कर दिया गया जिससे मांस के व्यवसायी खटीक समाज को तो आरक्षण मिला लेकिन मुस्लिम मांस व्यापारी कसाई इससे वंचित रहे इसी तरह से कपड़े बुनने वाले कोली समाज को तो आरक्षण दिया गया लेकिन इसी व्यवसाय को करने वाले मुस्लिम अंसारी जुलाहे इससे वंचित रही ..यही हाल मदारी ..धोबी ..रंगरेज़ के साथ हुआ ऐसे और भी कई दस्तर है के केवल धर्म के आधार पर उन्हें आरक्षण से वंचित कर दिया गया है सभी मुस्लिम भाइयों ने वर्ष उन्नीस सो बावन के इस भेदभाव वाले परिपत्र को सभी भारतीयों के लिए लागू करते हुए संशोधित करने का प्रस्ताव रखा ताकि देश के सभी समाज ..सभी धर्म ..सभी जाती के लोगों को इसका लाभ मिल सके ..बैठक में यह भी प्रस्ताव पारित हुआ के जो बेंक सरकार के परिपत्र की पालना में मुस्लिम समाज के लोगों का जीरो बेलेंस पर खाता नहीं खोल रहे है और टार्गेट फिफ्टीन के तहत उन्हें लोन सभी ओप्चरिक्ताये पूरी करने पर भी नहीं दे रहे है ऐसे सभी बेंको की मान्यता और रिजर्व बेंक से प्राप्त लाइसेंस खत्म करने बाबत सरकार को सुझाव भेजने का पारित हुआ ...एक अन्य प्रस्ताव में मल्टी सेक्टरल डवलपमेंट माइनोरिटी डवलपमेंट योजना का लाभ वार्ड ..पंचायत ...कस्बे ..शहर विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों में जनसंख्या के अनुआत के आधार पर विकास करने वहां सुविधाएं मुहय्या करनाने का सुझाव रखा जिसे भी पारित किया गया इसी तरह से अदीब माहिर मोल्लिम उर्दू विषय के कोर्स को विधिक होने से राजस्थान में उर्दू विषय पढ़ने के लियें मान्यता देने का प्रस्ताव पारित हुआ जबकि प्राइमरी ..मिडिल ..सेकेंडरी ..हाई स्कूल ...कोलेज स्तर पर उर्दू विषय खोलने और पढाने की विशेष योजना तय्यार करने उर्दू विश्वविध्यालय खोलने का प्रस्ताव भी पारित हुआ ..इसी तरह से वक्फ सर्वेक्षण की नई अधिसूचना जो वर्षो से अटकी पढ़ी है उसे जारी करने ...वक्फ सम्पत्तियों के कब्जे चिन्हित कर पुलिस इमदाद और जिला प्रशासन की उपस्थिति में शीघ्र खाली करवाने ...वक्फ सम्पत्तियों का किराया वर्ष दो हजार छ के किराया कानून के तहत चुकता करने ..हज मामले में हवाई खर्च पर श्वेत पत्र जारी करने की भी मांग की गयी क्योंकि प्राइवेट उमराह चालीस हजार में आना जाना रहना खाना पीना सब हो जाता है तो केवल सत्तावन हजार हवाई यात्रा का हज किराया एक हास्यास्पद सा लगता है ....इसी तरह से हज यात्रा के दोरान पासपोर्ट की जटिलता को खत्म करने और मुकदमे होने पर भी हज यात्रा पर जाने के इच्छुक व्यक्ति को विशेष पासपोर्ट केवल हज यात्रा के लिए पूर्ववत बनाकर देने का प्रस्ताव भी पारित हुआ ताकि आम मुसलमान छोटे से मुकदमे के लियें हज पर जाने से वंचित ना रह सके ...मुस्लिम छात्र छात्राओं की ऋण और छात्रव्रत्ति सुविधा के पात्र लोगों के लियें न्यूनतम आय कमसे कम पांच लाख रूपये प्रति वर्ष करने ...अध्ययनरत बच्चों के बेक होने पर जिसमे बच्चा केवल एक विषय में फेल होता है लेकिन अगली क्लास की फीस जमा कर वोह अगली क्लास की पढाई भी करता है लेकिन ऐसे मुस्लिम बच्चों को छात्रवृत्ति और ऋण देने में आना कानी की जाती है इसे भी संशोधित करने का प्रस्ताव पारित हुआ .......मदरसा पेरातिचर्स की न्यूनतम मजदूरी तीन सो रूपये प्रति दिन के हिसाब से कमसेकम नो हजार रूपये महीने का मान्दय करने ....प्रत्येक मदरसे में एक मुदर्रिस धर्म का ज्ञाता धर्म की तालीम देने के लियें समकक्ष मान्दय पर नियुक्ति देने और मदरसा पेराटीचर्स ..कम्प्यूटर पेरातिचर्स में स्कूली विश्विद्यालय स्तर पर उर्दू होने और अरबी भाषा यानी कुरान का ग्यानी होने की अनिवार्यता पूरी होने पर ही उसे नियुक्ति दी जाए पूर्व की सभी फर्जी गेर कानूनी नियुक्तिया निरस्त की जाए का प्रस्ताव भी पारित हुआ .बैठक में वार्ड ..पंचायत ...जिला परिषद ...विधानसभा और लोकसभा एवम संगठन स्तर पर पन्द्राह प्रतिशत की सियासी भागीदारी देने और राजनितिक प्रसाद पर्यन्त नियुक्तियों में मुस्लिम इदारों के अलावा पन्द्राह प्रतिशत नियुक्तिया देने का प्रस्ताव पारित हुआ इसी तरह से साम्प्रदायी उन्माद भडकाने वाली सियासी पार्टी और धार्मिक संगठनों को चिन्हित कर उन्हें प्रतिबंधित घोषित कर इसके पदाधिकारियों को जेल भेजने ...साम्प्रदायिक उन्माद की स्थिति में पुलिस और प्रशासन द्वारा पक्षपात पूर्ण रवय्या अपनाने या फिर एक तरफा कार्यवाही करने ..लापरवाही करने के मामले में तुरंत चोबीस घंटे में ऐसे अधिकारीयों के खिलाफ दंडात्मक और अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रावधान हो प्रावधान हो ऐसे क्षेत्रों में शान्ति समितियों को प्रभावशाली बनाने की भी मांग का प्रस्ताव पारित किया गया .कोटा के केथुन ..बरन के मांगरोल इलाके में दस्तकार भवन बनाने की भी मांग का प्रस्ताव पार्टी हुआ बैठक में पारित प्रस्ताव में जो सरकारे मुस्लिम स्वीक्रत बजट का उपयोग नहीं करती और बिना उपयोग के या फिर बहाने बाज़ी अड़ंगेबाजी लगाकर मुस्लिम कल्याण के बजट को बिना उपयोग के वापस लोटा देते है ऐसी सरकारों और सरकार में बेठे अधिकारी निर्वाचित नेताओं के खिलाफ भी कार्यवाही का प्रावधान होने का प्रस्ताव पारित किया गया ..बैठक में अल्पसंख्यक विभाग में सभी पद नई नियुक्तिया कर भरने और जवाबदारी तय करने साथ ही मुस्लिम योजनाओं और कल्याणकारी व्यवस्था में जो भी अधिकारी ..निर्वाचित प्रतिनिधि सरकार अगर जान बुझकर परेशानी पैदा करे तो ऐसे में कठोर कार्यवाही का प्रावधान करने ..मुस्लिम के मुस्लिम होने की वजह से उसे प्रताड़ित करने पर दोषी व्यक्ति को दण्डित करने का प्रावधान भी लागू करने का प्रस्ताव पारित किया गया ..बैठक में यह प्रस्ताव पारित हुआ के मुस्लिम दस हजार या इससे भी अधिक सेनिकों की भर्ती कर देश की सीमाओं की रक्षा के लिए इन मुस्लिम फोजी और मुस्लिम अधिकारीयों को चीन और पाकिस्तान के बोर्डर पर देश की हिफाज़त के लियें नियुक्त किया जाए ताकि वोह मुल्क की बहतर हिफाज़त कर सके ...बैठक में यह भी प्रस्ताव पर्रित हुआ के जो लोग झूंठे मुकदमों में बंद कर बाद में बरी हो रहे है उन्हें पुनर्वासित योजना के तहत क्षतिपूर्ति राशि दी जाए रोज़गार दिया जाए ...बैठक में प्रस्ताव पारित हुआ के रंगनाथ मिश्र ..सच्चर आयोग की रिपोर्ट शतप्रतिशत तुरंत लागु की जाए और पन्द्राह प्रतिशत सरकारी सेवाओं में बजट का पन्द्राह प्रतिशत मुस्लिम कम्युनिटी पर खर्च किया जाए जबकि पन्द्राह सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा के वक्त इसका टार्गेट पूरा नहीं करने और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कठोर दंड के प्रावधान बनाये जाए ताकि आम मुसलमान तरक्की करेगा तो देश तरक्की करेगा ..बैठक की शुरुआत हाफ़िज़ रशीद कादरी ने तिलावते कुरान से की जबकि बैठक का संचालन एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने किया ...बैठक की अध्यक्षता सोसाइटी के राजस्थान चेयरमेन एडवोकेट असगर अली ने की जबकि मुख्य अतिथि बार जिला कोंग्रेस के अध्यक्ष निजामुद्दीन खान थे विशिष्ठ अतिथियों में कोटा नगर निगम अतिक्रमण समिति की चेयरमेन पार्षद रिहाना खान .....राजस्थान कोमी तहरीक और अल्पसंख्यक मामलात फ्रंट के अध्यक्ष एजाज़ खान अज्जू भाई .. जमील अहमद एडवोकेट ...बूंदी जिला वक्फ कमेटी के सदर पूर्व नगर पालिका चेयरमेन नुरुद्दीन ..एडवोकेट नवेद केसर ..युवा कोंग्रेसी गुड्डू कादरी ....राजस्थान वक्फ विकास परिषद के सदस्य वफाती खान ..राजस्थान मदरसा बोर्ड के सदस्य डोक्टर इकराम ...झालावाड के फरीद चोधरी ..शरीफ खान ..डोक्टर जी एम सईद ...बरन के अजीम पठान ..वक्फ सदर जाकिर मंसूरी ..अंजुमन बारां के आफाक भाईजान ..हाजी जमील साहब ..लियाक़त भवर छिपाबड़ोद सरपंच महफूज़ भाई ..अल्पसंख्यक मामलात की प्रवीन ...टोंक से आये प्रदेश कोंग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के संयोजक सलीमुद्दीन थे जबकि कार्यक्रम की सरपरस्ती राजस्थान वक्फ बोर्ड के सदस्य जुबेर अल्वरी कोटा शहर काजी अनवार अहमद ने की .कार्यक्रम में कोटा बूंदी झालावाड ..बारा ..टोंक जिले के पंच सरपंच ..प्रधान कोंग्रेस भाजपा के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला और प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों सहित मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे ..खुसूसी तोर पर सुल्तानपुर पंचायत समिति के उप प्रधान ...समाज सेवक रजाक बाबा ...वफाती खान ..आबिद कागज़ी ..फतेहन वेलफेयर सोसाइटी के ...अब्दुल रहीम खान सुल्तानपुर ब्लोक कोंग्रेस अध्यक्ष मंजूर तंवर ...इटावा ब्लोक अध्यक्ष दिलदार अली सहित पांच सो से भी अधिक प्र्तिनिनिधियों ने बैठक में हिस्सा लिया ..................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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