आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

20 सितंबर 2013

बेटी की जान बचाने के लिए बेबस मां ने बेच दिया मंगलसूत्र


Email Print Comment
 
बेटी की जान बचाने के लिए बेबस मां ने बेच दिया मंगलसूत्र
कोटा।  आज भी बेटियों के जन्म पर मां को कोसा जा रहा है। झालावाड़ जिले के जूनापानी गांव में तीन दिन की एक बेटी के गंभीर घायल होने पर उसकी बेबस मां की जब किसी ने कोई मदद नहीं की, तो उसने अपना सबकुछ दांव पर लगाकर उसका इलाज करवाया। अब खाने तक के लाले पड़ रहे हैं। पैसे नहीं बचे तो मां ने ममता की खातिर सुहाग की निशानी मंगलसूत्र तक बेच दिया।
जूनापानी गांव की मीराबाई ने ढाई माह पहले बेटी कोमल को जन्म दिया। यह उसकी दूसरी बेटी थी। बेटी के जन्म पर गांववाले उसे अपशगुन बताते रहे, लेकिन माता-पिता उनकी बातों को कोई तरजीह नहीं देकर बेटी की परवरिश करते रहे। दो दिन बाद ही गांव में भारी वर्षा हुई, जिससे उनके मकान का किवाड़ टूट गया। टूटा किवाड़ कोमल के सिर पर लगा, जिससे मासूम गंभीर घायल हो गई। यह घटना ग्रामीणों को पता चली तो किसी ने कोई मदद नहीं की।
मजदूर पिता रमेश ने उसके इलाज में सारा पैसा खर्च कर दिया। झालावाड़ और कोटा तक के बड़े प्राइवेट अस्पतालों में दिखाया। तंगहाली आ गई, लेकिन बेटी की हालत में कोई सुधार नहीं आया। पिता ने भी रिश्तेदारों-परिचितों और ननिहाल पक्ष से भी कर्जा लेकर मासूम बेटी का इलाज करवाया। चूडिय़ां-नथ सभी जेवर बेच डाले। मां ने आखिरकार ममता की खातिर सुहाग की निशानी मंगलसूत्र तक बेच दिया।
कोमल के सिर पर 25 टांके आए हैं। इलाज करवाते हुए पूरे परिवार पर भारी कर्जा हो गया है। अब उन्हें आर्थिक मदद की दरकार है। कोमल एमबीएस अस्पताल के मेल न्यूरो सर्जिकल वार्ड में बेड नंबर 4 पर भर्ती है। मंगलवार को एमबीएस की कैंटीन ने उन्हें खाना मुहैया करवा दिया। बुधवार को सुबह तो खाना खाया, लेकिन रात को रिंकूबाई अपनी मां नैनीबाई के साथ भूखी ही सोई।

पहले महिला को निर्वस्त्र कर पीटा और फिर शरीर पर गिराई शराब



तालेड़ा (बूंदी)।  एक महिला को मारपीट करने के बाद निर्वस्त्र कर उसके ऊपर शराब डालने का मामला सामने आया है। मंगलवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच करने के डाबी थानाप्रभारी को आदेश दिए हैं। यह घटना 11 सितंबर की देररात की है, लेकिन मामला मंगलवार को सामने आया है। 
 
डाबी के पटियाल धोलाभाटा गांव में रहने वाली पीडि़ता (40) के अनुसार उसके पति का देवकरण व गिरधारी गुर्जर से 9 सितंबर को गांव के पास ही झगड़ा हो गया था। झगड़े में पति व ससुर घायल हो गए थे। दोनों को कोटा अस्पताल में भर्ती कराया गया। 11 सितंबर की रात परिजन घर में सो रहे थे। करीब 11 बजे देवकरण व गिरधारी गुर्जर के रिश्तेदारों ने पीडि़ता के घर पर हमला बोल दिया। हमलावर गोपाल गुर्जर, प्रहलाद, भोतान, भागचंद, रामलाल, सुवालाल व जग्गा गुर्जर ने घर में घुस कर पीडि़ता पर लकड़ी-हथियार से हमला किया। उन्होंने पीडि़ता को निर्वस्त्र कर उसके ऊपर अपने साथ लाई शराब उड़ेल दी और पीडि़ता को भी जान से मारने की धमकी देकर चले गए। इसकी शिकायत पीडि़ता ने पुलिस से की, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर उसने कोर्ट की शरण ली।
 
उधर, डाबी पुलिस ने घटना की जानकारी से ही इंकार कर दिया है। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर मामले की निष्पक्ष जांच करने को कहा है। पीडि़ता ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता शर्मा, डीजीपी हरीश मीणा से भी की है। 
 
मेरी जानकारी में यह मामला नहीं है। संबंधित थाने से इसकी जानकारी लेकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। -महमूद आलम तारिक, एसपी बूंदी 
 
महिला को निर्वस्त्र कर उस पर शराब उड़ेलने की ना तो किसी ने शिकायत की है और ना ही ऐसा मामला किसी ने दर्ज करवाया है। दोनों पक्षों की ओर से तीन-चार दिन पहले मारपीट व जानलेवा हमले का मामला दर्ज कराया था। पुलिस दोनों ओर से मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है। -चंदाराम विश्नोई, थानाप्रभारी डाबी

रोटी की गारंटी के लिए लगे शिविरों में जमकर हंगामा, इंस्पेक्टर को चांटा मारा


रोटी की गारंटी के लिए लगे शिविरों में जमकर हंगामा, इंस्पेक्टर को चांटा मारा
कोटा।  सरकार ने चुनावों से ठीक पहले खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू कर दिया। लेकिन, इसके लिए गुरुवार से सभी वार्डों में शुरू हुए तीन दिवसीय शिविरों का पहला दिन ही हंगामा भरा रहा। लोग उमड़ पड़े। किसे फार्म भरना है और किसे नहीं, जानकारी किसी को नहीं थी। अधिकांश वार्डों में लोग परेशान रहे। कहीं कर्मचारी नहीं पहुंचे तो कहीं टेंट-पानी की व्यवस्था नहीं हुई। औद्योगिक क्षेत्र के शिविर में तो फार्म के बदले 10-10 रुपए वसूले गए। वहीं विज्ञाननगर वार्ड 27 में सांख्यिकी इंस्पेक्टर के साथ मारपीट तक हो गई और मामला थाने तक जा पहुंचा।
ब्लैक में बिके फॉर्म
शिविरों में दो घंटे में ही फार्म खत्म हो गए। ऐसे में कुछ लोगों ने इकट्ठे फार्म ले लिए और फिर 10-10 रुपए में बेचे। इंदिरा गांधी नगर के शिविर में मंजू देवी, रामकन्या देवी, धापू, सुल्तान, ने बताया कि उन्होंने 10 रुपए में फार्म खरीदा है। छावनी के वार्ड 37 व 38 में जेरोक्स के दुकानदारों ने फार्म ले लिए और फिर उनकी फोटोकॉपी मनमाने दाम पर बेचना शुरू कर दिया। लेकिन, जब निगम कर्मचारियों ने फोटोस्टेट फॉर्म लेना बंद कर दिया तो लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।
इंस्पेक्टर को थप्पड़ मारा
विज्ञाननगर वार्ड 27 में तैनात सांख्यिकी इंस्पेक्टर विवेक नांदिया ने बताया कि शिविर में आसिफ मिर्जा नामक भाजपा कार्यकर्ता काफी देर से परेशान कर रहा था। उसे जब जाने के लिए कहा तो उसने मुझे थप्पड़ मारा। मैंने विज्ञाननगर थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

रामदेव को लंदन एयरपोर्ट पर हिरासत में लेकर घंटों पूछताछ



नई दिल्‍ली. योग गुरु बाबा रामदेव को लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर हिरासत में घंटों पूछताछ की गई है। मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को लंदन के स्‍थानीय समयानुसार दोपहर करीब एक बजे रामदेव हीथ्रो एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उन्‍हें हिरासत में लेकर उनके सामान की जांच शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि आव्रजन विभाग के अधिकारियों ने योग गुरु से करीब चार घंटे तक पूछताछ के बाद क्‍लीन चिट दे दी लेकिन इसके बाद ब्रिटिश कस्‍टम विभाग के अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया और पूछताछ शुरू कर दी।
बताया जा रहा है कि ब्रिटिश अधिकारियों को आध्‍यात्मिक गुरु के पास संस्‍कृत भाषा की पुस्‍तकों के संग्रह को लेकर 'संदेह' पैदा हुआ। अधिकारियों ने इस पुस्‍तकों में लिखी बातों की जानकारी के लिए अनुवादक बुलाए, इस वजह से रामदेव को घंटों हिरासत में रखना पड़ा। ब्रिटिश अधिकारियों  ने उन आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में भी पूछताछ की जिन्‍हें रामदेव अपने साथ लेकर गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक रामदेव लंदन और लिसेस्‍टर में कई क्रार्यक्रमों में हिस्‍सा लेने के लिए लंदन गए हैं। रामदेव को स्‍वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्‍य वक्‍ता हिस्‍सा भी लेना है। इस कार्यक्रम का आयोजन रामदेव के पतंजलि योगपीठ की तरफ से आयोजित किया गया है। रामदेव को ब्रिटेन के बाद अमेरिका भी जाना है।

भाई का खुलासा: बचपन में बहुत मारते थे मोदी, 12 साल से नहीं हुई मुलाकात



चंडीगढ़. ‘बचपन में मैंने नरेंद्र मोदी से बहुत मार खाई है। उनसे दो साल छोटा हूं, लेकिन साथ पढ़े हैं। नरेंद्र ने 1970 में परिवार छोड़ दिया था, पिछले 12 साल में एक बार ही उनसे मुलाकात हो पाई है। वह परिवार से ज्यादा लोगों को तवज्जो देते हैं।’ यह कहना है प्रह्लाद मोदी का, जो भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के छोटे भाई हैं। डिपो होल्डर्स की कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने चंडीगढ़ आए प्रह्लाद ने बताया कि पूरा परिवार ही जमीन से जुड़ा हुआ है। मोदी हमेशा ही प्रेरित करते रहे हैं। वह शिक्षा देते रहे हैं। हम पांच भाई हैं, एक बहन भी है। नरेंद्र तीसरे नंबर पर हैं। सबसे बड़े भाई सरकारी मुलाजिम थे, रिटायरमेंट के बाद वृद्धाश्रम चला रहे हैं। दूसरे भाई का अपना कारोबार है। सबसे छोटा भाई अभी भी सरकारी नौकरी में है। बहनोई बैंक से रिटायर हुए हैं। सिर्फ नरेंद्र मोदी ही राजनीति में हैं।
दोस्त को ढूंढ़कर हज के लिए भेजा था मोदी ने 
 
गोधराकांड पर सवाल पर उन्होंने कहा- नरेंद्र मोदी में धार्मिक कट्टरता नहीं है। गांव में कुछ दूरी पर ही मुस्लिम परिवार रहते थे। नरेंद्र के कई मुस्लिम दोस्त हैं। संघ के संगठन मंत्री होते हुए भी मुस्लिम समुदाय की काफी मदद की थी। एक बार गुजरात में पुल बहा तो मुस्लिम समुदाय का कैंप लगा तब नरेंद्र उनके लिए पानी गर्म करते थे। उनका एक बचपन का दोस्त था जो हज करना चाहता था, लेकिन पैसे नहीं थे। नरेंद्र गुजरात के सीएम बने तो उन्होंने उस मित्र को ढूंढ़ा और उसे हज के लिए भेजा।
राशन डिपो चलाते हैं मोदी के भाई  
 
अहमदाबाद में राशन डिपो चलाने वाले प्रह्लाद ने बताया कि अब राशन के कारोबार में आमदनी नहीं रही, इसीलिए देशभर के सभी डिपो होल्डर्स शुक्रवार को धरना-प्रदर्शन करेंगे। देशभर में 6 लाख से अधिक डिपो होल्डर हैं। मांग यह है कि हमें सरकारी मुलाजिम की तरह वेतन दिया जाए। दिन-पर-दिन कमीशन घटता जा रहा है। यही वजह है कि कुछ डिपो होल्डर्स पैसा कमाने के लिए गलत तरीके अपनाते हैं। सरकार पर इसी के चलते दबाव बनाया जा रहा है। पहले भी इसी बात को लेकर प्रदर्शन कर चुके हैं।

कुरान का सन्देश

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...