आपका-अख्तर खान

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25 सितंबर 2013

दोस्तों आपकी मुलाक़ात इस मुस्कुराते चेहरे के मालिक रईसी ठाठ बाठ से रहने वाले भाई रईस खान से कराते है ..

दोस्तों आपकी मुलाक़ात इस मुस्कुराते चेहरे के मालिक रईसी ठाठ बाठ से रहने वाले भाई रईस खान से कराते है .....आप कोटा जिले की सुल्तानपुर पंचायत समिति के उप प्रधान है और इनके कार्यक्षेत्र में सर्वोत्तम और अति लोकप्रिय है ..हंसमुख स्वभाव म्रदु भाषी यारों के यार के नाम से जाने वाले रईस खान के इलाके के किसी भी ग्रामीण को जब यह दुःख तकलीफ में देखते है तो उसकी तकलीफों को दूर करने के लिए वोह हर सम्भव प्रयास करने में जुट जाते है यही कारण है के इनके इलाके की लोग इनके एक इशारे पर जान देने और जान लेने को तय्यार मिलते है ..अभी हाल ही में कुछ गरीबों को परेशान करने वाले गुंडा गेंग से जब इन्होने मुकाबला किया तो दो मोटर साइकल हिस्ट्रीशीटर बदमाशो ने उन पर रिवोल्वर से गोली चलाकर जान लेवा हमला किया ..खुद का शुक्र और लोगों की दुआएं थी जो इस जानलेवा हमले में रईस खान बाल बाल बच गए लेकिन इन्होने अपनी जान की परवाह किये बगेर बदमाशो को सलाखों के पीछे करवाया और आज भी निर्भीकता से यह गाँव के लोगों की खिदमत में जुटे है ....अपने गाँव के लोगों के लिए मंत्री हो चाहे प्रशासन हो चाहे नोकरशाह लोग हों उनसे पहले प्रार्थना करना ..फिर इनित्ज़ार करना और फिर भी ग्रामीण लोगों के लिए जब यह लोग काम करते नहीं नज़र आते तो ऐसे लोगों के गिरेहबान पर हाथ डाल कर गाँव के हितों के लिए संघर्ष करना इनका इतिहास रहा है ...चम्बल गडेपान फेक्ट्री ने जब इनके  सीमलिया सरपंच कार्यकाल में इलाके में प्रदूषण फेलाकर ज़हर घोलना शुरू किया तो अकेले रईस खान एक तरफ और सरकार के साथ उद्ध्योग्पति एक तरफ सरकार ने समझाने की कोशिश की उद्ध्योग्पति ने खरीदने की कोशिश की लेकिन रईस खान का कहना है के में तो खुद नाम का रईस हूँ ....में आम आदमी हूँ इसलिए आम आदमी के लिए आखरी दम तक लडूंगा ..रईस खान ने आखिर इस इलाके में घुल रहे फेक्ट्री के जहर को रुकवाने के लिए सरकार और उद्द्योग को कल्याणकारी कार्यवाही करने पर मजबूर कर दिया ...इतना ही नहीं रईस खान के इलाके से जब फेक्ट्री के लोग अवेध रूप से मिटटी का खनन करने लगे तो इन्होएन गडेपान फेक्ट्री के महाप्रबंधक भल्ला के खिलाफ फोजदारी मुकदमा दर्ज कराया इस मामले में भी इन्हें खरीदने की भरपूर पेशकश की गयी लेकिन इन्होने कोई सोदेबाज़ी नहीं की मजबूरीवश फेक्ट्री के महाप्रबंधक को अग्रिम जमानत कराना पढ़ी और उसके विदेश जाने पर रोक लगा दी गयी ...राईस खान की एक ख़ास बात यह है के यह जिस इलाके से चुनाव लड़ते है वहां इनके समाज के वोट नहीं होते बस इनका काम इनका प्यार इनका समर्पण इस तरह इलाके के मतदाताओं पर हावी होता है के इनकी जीत एक तरफा होती है ...अभी सुल्तानपुर पंचायत समिति में आरक्षित प्रधान की सीट थी जहां कोंग्रेस ने एक प्रधान के प्रत्याक्षी को टिकिट दिया लेकिन अल्पमत में होने से वोह दो वोट से हार गए ..उप प्रधान में रईस खान को टिकिट मिला लेकिन इनके प्यार इनके काम से खुश होकर भाजपा समर्थित लोगों ने भी इन्हें वोट देकर चार वोट  से जीता दिया और अब यह इलाके के विकास और समस्याओं के निराकरण मामले में समर्पण पुरुष के रूप में अपनी पहचान बना चुके है ....रईस खान पूर्व में राजस्थान रोडवेज़ में कार्यरत थे जिन्होंने अपने सेवाकाल में रहते हुए समाज सेवा कार्यों में खुद को सम्पर्पित रखा और फिर जनता की बेहद मांग पर सिमलिया से सरपंच का चुनाव लड़ा जहां से एक तरफा जीत के बाद उन्होंने नोकरी से इस्तीफा दे दिया अब वोह पूर्ण रूप से राजनीति कर रहे है ..इनके इलाके में चाहे मन्दिर का काम हो चाहे श्मशान के सोंद्र्य्करण का काम हो जब यह लड़ झगड़ कर सरकार और दूसरी संस्थाओं से इन कार्यों के लिए मदद लेकर कार्य करवाते है तो इलाके के मतदाता इन्हें मसीहा मानने लगते है सेकड़ो ग्रामीण लोग ऐसे है जिनके इलाज खर्च और व्यवस्था करने के बाद उनकी जान बच सकी है और वोह आज भी इन्हें भगवान की तरह पूजते है ....अपने समाज के वोट नहीं होने के बाद भी अपने आचरण से अपने समर्पण से इस रईस खान ने लोगों के दिलों पर मोहब्बत की मोहर लगा दी है और सभी तरफ रईस खान जिंदाबाद रईस खान जिंदाबाद के नारे नज़र आते है ...इनकी इसी मोहब्बत इसी कशिश से ग्रामीण इलाके के लोग इनके एक इशारे पर खींचे चले आते है और इसीलिए नेताओं को जब भी भीड़ की ज़रुरत होती है तो नेता लोग बसे देकर कहते है हमे कुछ नहीं सुन्ना बस भीड़ ही भीड़ चाहिए और नेताओं की रेलियाँ सफल करने के लिए इनके इलाके से बेशुमार भीड़ जाती है जो सिर्फ इनके प्यार के कारण ही सम्भव हो पाता है ..रईस खान का प्रबंधन अपने परिवार के लिए भी बहतर साबित हुआ है इनके दो पुत्र मेनेजमेंट का कोर्स कर बहतरीन कंपनियों में कार्य कर रहे है जबकि बेटी पढाओ के सपने को पूरा करते हुए बिटिया को बायोटेक में रिसर्च करवाकर उच्च शिक्षा देकर भारत सरकार के लिए उनकी काबलियत को उपयोगी बना दिया है ....रईस खान आज की सियासत के खिलाफ है वोह कहते है अपने इलाके से जुडो अपने वोटर से जुडो खुद बा खुद आप जीत जाओगे ज़ात पात ..नफरत की सियासत अस्थाई होती है अगर सियासत करना है तो लोगों दिलों पर राज करो और इसीलिए रईस खान कहते है के में खुश हूँ के लोगों का प्यार मेरी कमाई है ..यही मेरी दोलत है और इसी दोलत के बलबूते पर में सही में रईस हो गया हूँ ...ऐसी शख्सियत को सलाम ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मोदी ने कहा देश भर में है भाजपा की आंधी, पर जीतने के लिए बनना होगा पंप



भोपाल.  भाजपा नेता नरेंद्र मोदी ने इस बार महात्मा गांधी के नाम से कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने बुधवार को पार्टी की भोपाल रैली में आए कार्यकर्ताओं को महात्मा गांधी की आखिरी इच्छा पूरी करने की शपथ दिलाई। फिर सवाल किया- ‘पता भी है गांधीजी की आखिरी इच्छा क्या थी?’ खुद जवाब भी दिया- ‘गांधीजी चाहते थे हिंदुस्तान से कांग्रेस को खत्म कर दिया जाए। कांग्रेस मुक्त भारत। अब यह जिम्मेदारी भाजपा को निभानी है।’
मौका था भाजपा के ‘कार्यकर्ता महाकुंभ’ का। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ‘जनआशीर्वाद यात्रा’ के समापन पर यह आयोजन किया गया था। शिवराज ने भीड़ लोगों की भी जुटाई और नेताओं की भी। लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह समेत भाजपा के सभी बड़े नेता मंच पर थे। पार्टी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित होने के बाद पहली बार मोदी और आडवाणी साथ-साथ सार्वजनिक मंच पर आए।
उन्होंने एक-दूसरे की तारीफ की।  पहले वक्ता आडवाणी थे तो आखिरी मोदी। मोदी ने शिवराज सिंह चौहान के काम की भी सराहना की। बोले, ‘शिवराज सिंह ने मध्यप्रदेश में दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद को जमीन पर उतार दिया। गरीबों और शोषितों के हित में योजनाएं बनाई भी और उसे अमल में लेकर आए।’ अब गुरुवार को मोदी तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में होंगे। वहां उनके लिए लालकिले के प्रतिरूप वाला मंच बनाया गया है।

अजमेर दरगाह ब्लास्ट के आरोपी ने कहा-शिंदे ने डाला था भागवत को फंसाने का दबाव



जयपुर. अजमेर दरगाह बम ब्लास्ट के आरोपी भावेश पटेल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री सुशील शिंदे सहित चार कांग्रेस नेताओं ने इस मामले में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत व इंद्रेश कुमार को फंसाने के लिए दबाव डाला था।
 
इस संबंध में उसने एनआईए की विशेष कोर्ट को चिट्ठी लिखी है। इसमें कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह और कोयला मंत्री प्रकाश जायसवाल पर भी दबाव डालने का आरोप लगाया है। पटेल ने पत्र में कहा है कि जब उसे एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए जाने का आभास हुआ तो वह अपने गुरु के संभल (उप्र) स्थित आश्रम में चला गया था। गुरु ने दिग्विजय सिंह से मिलवाया था। इसके बाद शिंदे, जायसवाल और आरपीएन सिंह से मुलाकात हुई। इन लोगों ने एनआईए अधिकारियों से मिलवाया और कहा कि जैसा हम कहें वैसा बयान दोगे तो तुम्हे बचा लेंगे। उन्होंने कहा था कि तुम्हें कोर्ट में बयान देना होगा कि अजमेर ब्लास्ट की साजिश में भागवत और संघ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार शामिल थे। लेकिन मैंने कोर्ट में यह बयान नहीं दिया। इसके बाद एनआईए अफसरों ने प्रताडि़त करना शुरू कर दिया।
 
गौरतलब है कि भावेश अलवर जेल में बंद था। वहां उसने एनआईए अफसरों के खिलाफ अनशन शुरू कर दिया था। तबीयत बिगडऩे पर उसे यहां एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसने यहीं से यह चिट्ठी अदालत को भेजी।

कुरान का सन्देश

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