तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
28 सितंबर 2013
महकता हूँ - बहकता हूँ .
महकता हूँ -
बहकता हूँ .
में ग़मों की
खारिशों में .
भीगता हूँ -
छीजता हूँ .
तरबतर हूँ -
बारिशों में .
नित नयी -
एक वेदना है
ठीक होते -
घाव भी हैं .
तेज़ गति है -
जिन्दगी में .
कठिन कुछ -
पड़ाव भी हैं .
महकता हूँ -
बहकता हूँ .
में ग़मों की
खारिशों में .
भीगता हूँ -
छीजता हूँ .
तरबतर हूँ -
बारिशों में .
नित नयी -
एक वेदना है
ठीक होते -
घाव भी हैं .
तेज़ गति है -
जिन्दगी में .
कठिन कुछ -
पड़ाव भी हैं .
बहकता हूँ .
में ग़मों की
खारिशों में .
भीगता हूँ -
छीजता हूँ .
तरबतर हूँ -
बारिशों में .
नित नयी -
एक वेदना है
ठीक होते -
घाव भी हैं .
तेज़ गति है -
जिन्दगी में .
कठिन कुछ -
पड़ाव भी हैं .
सुप्रीम कोर्ट के इन ऐतिहासिक फैसलों से आया बड़ा बदलाव
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए मतदाताओं को 'राइट टू रिजेक्ट' देने का आदेश दिया। हाल में सुप्रीम कोर्ट ने दागियों के चुनाव लड़ने से रोकने के संबंध में भी अहम फैसला सुनाया था। हालांकि, सरकार ने इस फैसले को पलटने के लिए अध्यादेश
जारी कर राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेज दिया है। इसके अलावा
शुक्रवार को ही सुप्रीम कोर्ट ने स्पॉट और सट्टेबाजी जैसे आरोपों से घिरे
एन श्रीनिवासन को बीसीसीआई चीफ पद ग्रहण करने से रोक दिया।
कोर्ट ने हैरानी जताई की कि दामाद के खिलाफ स्पॉट फिक्सिंग और
सट्टेबाजी के मामले में आरोप पत्र के बाद भी श्रीनिवासन बोर्ड के अध्यक्ष
पर कैसे बैठे हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट अक्सर ऐसे फैसले देता रहा है, जो
विधायिका या कार्यपालिका को लेने चाहिए थे। इन फैसलों से जहां, सरकार को
आईना दिखाया गया, वहीं आम जनता को काफी राहत मिली। 'आधार' कार्ड की
अनिवार्यता खत्म करने, एसिड की खुलेआम बिक्री पर रोक जैसे कदम सुप्रीम
कोर्ट के फैसले के बाद ही सुनिश्चित हो सके। वैसे यह लिस्ट काफी लंबी है।
आगे जानते हैं सुप्रीम कोर्ट के कुछ ऐसे ही अहम फैसले के बारे में।
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