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02 अक्तूबर 2013

श्रीनगर के रिहायशी इलाके में घुसे आतंकी, सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड से हमला

श्रीनगर। श्रीनगर के अहमदनगर इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों में मुठभेड़ हो गई है। सुरक्षाबलों द्वारा चलाये जा रहे तलाशी अभियान के दौरान उनपर हमला कर दिया गया. आतंकी इसी रिहायशी इलाके के एक घर में छिपे हुए हैं. उनके द्वारा सुरक्षाबलों पर हथगोले भी फेंके जा रहे हैं. 
 
आज शाम पुलिस को इस इलाके में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी जिसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया और पूरे इलाके को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया था. इस दौरान पुलिस टीम जब एक घर की तलाशी के लिए पहुंची तो अचानक उनपर हमला कर दिया गया.
 
सूत्रों के मुताबिक इस घर में दो से चार आतंकियों के छिपे होने की संभावना है. पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स, सीआरपीएफ के जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ बुधवार रात लगभग 10 बजे शुरू हुई. अहमदनगर श्रीनगर का बाहरी इलाका है और यहां रोशनी की कमी के कारण सुरक्षाकर्मी जैसे ही आगे बढ़ रहे हैं उनपर गोलीबारी और हथगोले से हमला किया जा रहा है. आतंकियों द्वारा ग्रेनेड का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक हमलावर लश्कर के आतंकी हो सकते हैं. हमले में अब तक आठ सुरक्षाकर्मियों के घायल होने की सूचना है.
 
इससे पहले अमेरिका में 29 सितंबर को हुई मनमोहन सिंह-नवाज शरीफ मुलाकात से ठीक एक हफ्ते पहले कुपवाड़ा के पास 'सालाबाटा' नाम के गांव पर पाकिस्‍तानी सैनिकों के कब्‍जे की 'फर्स्‍ट पोस्‍ट' की खबर को सेना ने खारिज कर दिया। सेना के मुताबिक, यह पाक समर्थित घुसपैठ थी, जिसे नाकाम कर दिया गया। लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि न तो किसी गांव पर पाकिस्तानी सेना का कब्जा है और न किसी चौकी पर।
 
हालांकि, उन्‍होंने यह माना कि कश्‍मीर के मेंढर सेक्‍टर में पिछले नौ दिनों से फायरिंग चल रही है। लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा कि भारतीय सेना के जवान पूरे इलाके की घेराबंदी कर चुके हैं। हालात पूरी तरह काबू में हैं। आतंकियों की तलाश के लिए ऑपरेशन चल रहा है। उन्होंने माना कि क्षेत्र में पिछले कई दिनों से फायरिंग चल रही है। 
बुधवार को 30-40 आतंकी भारतीय सीमा में घुसपैठ कराने की फिराक में थे, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उनकी कोशिश नाकाम कर दी।     
 
गौरतलब है कि 'फर्स्‍ट पोस्‍ट' ने खबर दी थी कि मनमोहन-शरीफ मुलाकात से ठीक एक हफ्ते पहले 23 सितंबर को पाकिस्‍तानी सैनिकों ने एलओसी पर 'सालाबाटा' नाम के गांव पर कब्‍जा कर लिया था। 2001-2002 के बाद यह पहला मौका था, जब पाकिस्‍तानी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ कर कोई इलाका कब्‍जा कर लिया हो। 'फर्स्‍ट पोस्‍ट' ने सैन्‍य सूत्रों के हवाले से दावा किया था कि  न्‍यूयॉर्क में जब मनमोहन-शरीफ मुलाकात को लेकर गहमागहमी चल रही थी, तब भारतीय सैनिक 'सालाबाटा' गांव में पाकिस्‍तानी सैनिकों से लड़ रहे थे।

माइक्रोसॉफ्ट में चेयरमैन की कुर्सी से बिल गेट्स को हटाने के लिए खुला मोर्चा



न्यूयॉर्क। दुनिया के टॉप ब्रांड में शुमार माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स को कंपनी के चेयरमैन पद से हटाने के लिए लगता है मोर्चा खुल चुका है। कंपनी के टॉप 20 इन्वेस्टर्स में से 3 इन्वेस्टर चाह रहे हैं कि बिल गेट्स कंपनी के चेयरमैन पद से हट जाएं। बता दें कि कंपनी के सीईओ स्टीव बामर पर कंपनी की परफार्मेंस सुधारने का काफी दबाव है। हालांकि, यह पहला मौका है जब माइक्रोसॉफ्ट के शेयर होल्डर्स बिल गेट्स पर निशाना साध रहे हैं। कंपनी में बिल गेट्स के 4.5 प्रतिशत शेयर हैं जो व्यक्तिगत रूप से बहुत बड़ी हिस्सेदारी है। 
 
हालांकि, मंगलवार को कंपनी के विशेष सूत्रों के अनुसार यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि माइक्रोसॉफ्ट बोर्ड इन तीन इन्वेस्टर्स की अनुशंसा का ध्यान रख रहे हों। इस पूरी चर्चा को निजी रखने के लिए इन तीनों की पहचान को भी गुप्त रखा गया है। सूत्रों के मुताबिक इन तीनों इन्वेस्टर्स के कुल मिलाकर 5 प्रतिशत शेयर हैं।
 
शटडाउन झेल रहे अमेरिका की इस बड़ी कंपनी के 49 प्रतिशत शेयर्स पहले (वर्ष 1986 तक) बिल गेट्स के पास ही थे। इसके बाद उन्होंने अपने महादान अभियान के चलते अपने अधिकांश शेयर दान कर दिए थे। गेट्स के नेतृत्‍व में कंपनी ने काफी तरक्‍की की और यह काम करने के लिहाज से युवाओं की ड्रीम कंपनी बन गई

quran kaa sandesh

दोस्तों कहते है जेसा नाम ऐसी ही जीवन शेली और रहन सहन व्यवहार होता चला जाता है ...जी हाँ दोस्तों संगीत की थिरकन की तरह लोगों के दुःख हरने का काम बहन संगीता माहेश्वरी पिछले कई सालों से समाज सेविका के रूप में कर रही है .

दोस्तों कहते है जेसा नाम ऐसी ही जीवन शेली और रहन सहन व्यवहार होता चला जाता है ...जी हाँ दोस्तों संगीत की थिरकन की तरह लोगों के दुःख हरने का काम बहन संगीता माहेश्वरी पिछले कई सालों से समाज सेविका के रूप में कर रही है ......संगीता बहन वेसे तो भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय है और इनकी कार्यशेली सेवा भाव को देखते हुए इन्हें संगठन में कोटा देहात महिला भाजपा की अध्यक्ष बनाया गया है ..यह बहतरीन प्रवक्ता और प्रचारक भी है ...बहन संगीता पिछले कई दिनों से समाज सेवी संस्था से जुडी रहने के कारण कोटा सम्भाग की महिलाओं को एकत्रित कर उन्हें स्वावलम्बी बनाने के लिए स्वरोजगार योजना के तहत विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिलवा रही है ...जबकि महिलाओं में साक्षरता कार्यक्रम चला कर उन्हें पढने और पढाने का शोक पैदा कर रही है ...बहन संगीता के पति इंजिनियर है परिवार है वोह अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के साथ साथ सामाजिक दायित्व निभाने के लिए डटी हुई है ..बहन संगीता पीड़ित महिलाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मददगार बनती है ..घरेलू हिंसा हो ....योन उत्पीडन हो ...महिलाओं की कोई भी समाजिक पारिवारिक पीड़ा हो बहन संगीता के पास अगर वोह पहुंच गयी तो वोह दलगत राजनीति ..धर्म जाती भेदभाव से अलग हट कर सिर्फ महिला की पीड़ा देखती है और अंतिम वक्त तक जब तक उसे न्याय नहीं दिलवाती पीछे नहीं हट्टी है ...बहन संगीता ने अपने सेवाकाल में हजारों महिलाओं को रोज़गार दिलवाया है जबकि सेकड़ों महिलाओं को इन्साफ दिलवाया है ....अपनी इस कार्यशेली में कई भर इन्हें पार्टी की निति के खिलाफ भी काम करना पढ़ा लेकिन इनके लिए महिला की पीड़ा दूर करना पहला मकसद रहता है और इसीलिए पार्टी के नेता बाद में इनकी पीठ थपथपाने से भी नहीं चुके है .....पीड़ित महिलाओं के इन्साफ के लिए सरकारी अधिकारीयों कर्मचारियों पुलिस अधिकारीयों से मुकाबला करना इनकी आदत है ..और महिलाओं के ज़ुलम के मामले में संघर्ष इनका नारा है बुलंदी के साथ यह इस नारे को बोलती भी है और साकार भी करती है ....बहन संगीता एक म्रदुल स्वभावि ..कुशल नेत्रत्व की धनि ...मिलनसार ..नेक ईमानदार ...पढ़ी लिखी महिला है और इसीलिए भाजपा की नीतियों को वोह दुसरे राजनितिक  दलों से बहतर बताकर भाजपा के शासन में देश का भविष्य और महिलाओं की इज्ज़त ..महिलाओं की अस्मत ..महिलाओं का मान सम्मान सुरक्षित मानती है और वोह भाजपा की सर्कार चाहती है ..महिलाओं की इज्ज़त और अस्मत मामले में बहन संगीता जरा भी पक्षपात नहीं करती है वोह  दामिनी के आरोपियों से भी नफरत करती है तो महिपाल मदेरणा ...बाबूलाल नगर जेसे मंत्रियों को भी सजा दिलवाने के लिए संघर्षरत रहती है वोह महिलाओं की इज्ज़त के सोदागर संत बापू आसाराम से भी घरना करती है और ऐसे लोगों के खिलाफ सिर्फ और सिर्फ फांसी की मांग करती है ............बहन संगीता एक तरफ तो भाजपा राजनितिक दल में सत्ता में वापसी के लिए संघर्ष कर रही है और दूसरी तरफ निर्भीकता और निष्पक्षता से समाज सेविका बनकर महिलाओं को इन्साफ दिलाने की मुहीम में शामिल है ..बहन संगीता पर्यावरण प्रेमी है और वन बचाओ का नारा देती है तो ..बेटी बचाओ बेटी पढाओ के लिए संघर्ष करती है ..वोह कहती है नारा देना एक आम सियासी बात है लेकिन नारे को सार्थक करना समाज सेविका का काम है जो वोह हर हाल में अपनी सहयोगी टीम के साथ करती रही है ..बहन संगीता कोटा की कई दर्जन समाज सेवी संस्थाओं ...क्लबों और कार्यक्रमों से जुडी हुई है ..बहन संगीता अपनी कार्यकर्ताओं के साथ दीपावली की खुशिया भी बनती है तो होली के रंग भी बिखेरती है तो दूसरी तरफ बैसाखी ....क्रिसमस और ईद के त्योहारों में भी अपनी साथिनों के साथ शामिल नज़र आती है ..वोह कहती है केसी जाती ..केसा धर्म केवल मानव धर्म ...मानवाधिकारों की रक्षा ही उनका कर्तव्य है लेकिन संगीता बहन यह सियासी बात कहने से भी नहीं चुकती की देश की सुरक्षा देश का विकास राष्ट्रीय एकता और महिलाओं की अस्मिता इज्ज़त की सुरक्षा केवल भाजपा सरकार ही दे सकती है और इसीलिए वोह भाजपा की सरकार वापसी के लिए हर सम्भव संघर्ष में जुटी है ...बहन संगीता की निष्पक्ष और बेबाक राय के लिए उन्हें मुबारकबाद बधाई ................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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