राजस्थान की राजधानी पिंक सिटी जयपुर स्थित इंडियाना होटल में आयोजित मुस्लिम एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी के तत्वाधान में आयोजित एक दिवसीय सेमिनार मुस्लिम मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में वक्ताओं में कोंग्रेस की पिछली गलत नीतियों को कोसते हुए कोंग्रेस को खरी खरी सुनाते हुए कहा के मुस्लिमो की कोंग्रेस में उपेक्षा निति नियमो की वजह से मुसलमान कोंग्रेस से दूर हो रहा है और वोट के प्रति उसका उत्साह कम हुआ है .......कुछेक वक्ताओं ने कोंग्रेसी की चापलूसी करते हुए कहा के मुसलमान कोंग्रेस के ही मतदाता है उन्हें दूसरी पार्टियों में नहीं जाना चाहिए ..कुछेक ने मोदी के नाम का हब्बा भी खड़ा करते हुए दर कर कोंग्रेस को वोट देने की बात कही जबकि कुछेक ने तो हद पर करते हुए नोक्रियों से लेकर मुस्लिम कल्याण की फर्जी और झूंठी फहरिस्त बना डाली एक वक्ता ने तो यहाँ तक कह डाला के अगर हम कोंग्रेस को वोट नहीं देंगे तो भाजपा और मोदी के आजाने से यह हमारे पर्सनल लो के अधिकार और वोट का अधिकार भी छीन लेंगे ...सभी लोगों ने चापलूसों की इन बातों का मजाक उडाया मुस्लिमों को कोंग्रेस के यहाँ गिरवी रखने वालों को कोसा .........लेकिन वक्ताओं ने जब कोंग्रेस के मुसलमानों के साथ की ब्योरेवार हकीक़त खोली उदहारण दिए और आंकड़े पेश किये तो जो लोग कोंग्रेस की गुलामी का पटटी बाँध कर आये थे वोह लाजवाब हो गए और बगलें झांकते नज़र आने लगे .....वक्ताओं ने कोटा में शंतिधारिवाल द्वारा मुस्लिम इदारों में करोड़ों रूपये के काम करवाने का उदाहरण भी दिया ......वक्ताओं ने कोंग्रेस की नीतियों रितियॊ और मुस्लमानो के साथ कदम कदम पर की जा रही वायदा खिलाफियों को गिनाते हुए कहा के मुसलमान अगर वोट देता है तो मुआवजा भी मांगता है ...व्क्तॉन ने कहा के मुसलमान वोट देने के लिए घर से जरूर निकले और अंतरात्मा की आवाज़ पर जिसे चाहे उसे वोट दे लेकिन वोट देने के लिए घर से बाहर न निकले मुसलमान वोट के सोदागारो वोट के अफर्नाक्र्ताओं के भुलावे में न आये वोह जागरूक हो खुद आंकड़े देखे किसने अछ्छा किया किसने बुरा किया वोह सब जानता है लकिन फिर भी वोट देना मुसलमानों का संवेधानिक अधिकार है और उनका कर्तव्य भी है इसलिए वोट के दिन घर से बाहर निकले पर सभी लोग अपने दिल की आवाज़ को मानकर सुनकर जिसे चाहे वोट दे अगर कोई पसंद न हो तो कोई नहीं पर वोट डाले लेकिन घर से वोट डालने के लिए खुद भी निकले अपने परिवार अपने साथियों मोहल्लेवालों को जरूर निकाले अपनी उपेक्षा का गुस्सा वोट का बहिष्कार नहीं बल्के उपेक्षा करने वालों के खिलाफ वोट देकर उन्हें सबक सिखाकर दे लेकिन यह तभी सम्भव है जब आप घर से बाहर निकलेंगे वोट डालेंगे ..सेमिनार की अध्यक्षता एड्वोकेट असगर अली ने की जबकि कोटा से एडवोकेट अख्तर खान अकेला ..मंजूर तंवर ..रईस खान ..अब्दुल रजाक बाबा ..बूंदी से नुरुद्दीन एडवोकेट ..टोंक से सलीमुद्दीन नकवी ...बीकानेर .जोधपुर ..जेसलमेर बाड़मेर ..भरतपुर सहित सभी जिलो के प्रतिनिधि मोजूद थे ..कुल मिलाकर सेमिनार में सभी वोटरों से वोट डालने की अपील करते हुए एक nara दिया गया के जो मुस्लिम हित की बात करेगा वही राजस्थान और भारत पर राज करेगा जो देश की बात करेगा जो इन्साफ की बात करेगा और रोटी देगा जो रोज़ी देगा जो भाईचारा सद्भावना राष्ट्रिय एकता की बात करेगा उस पर अमल करेगा वही देश पर राज करेगा ............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 अक्तूबर 2013
दक्षिण में 129 से 35 तक सिमट जाएगी कांग्रेस, यूपी-बिहार जैसी होगी हालत!
नई दिल्ली. इक्का-दुक्का मौके छोड़ दिए जाएं तो अमूमन दक्षिण
भारत कांग्रेस का गढ़ रहा है। यहां तक कि 1977 और 1989 में जब पूरे देश में
कांग्रेस विरोधी हवा थी तब भी वहां पार्टी पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। यही
वजह थी कि 1977 के लोकसभा चुनाव में रायबरेली में राजनारायण के हाथों हारने
के बाद इंदिरा गांधी कर्नाटक के चिकमंगलूर से जीत कर संसद पहुंची थीं।
पार्टी का लगभग ऐसा ही वर्चस्व उत्तर प्रदेश और बिहार में भी था।
1984 में तो उसके कब्जे में यूपी की 85 में से 83 और बिहार की 54 में
से 48 सीटें थीं पर इसके बाद मंदिर-मंडल में उलझ कर कांग्रेस इन राज्यों
में लगभग खत्म हो गई। क्या उसकी यही स्थिति दक्षिण भारत में भी होने वाली
है? जानने के लिए भास्कर ने हाल ही में हुए कई चुनाव सर्वेक्षणों का
विश्लेषण किया। जो बता रहे हैं कि कांग्रेस 2014 में दक्षिण भारत की कुल
129 में से अधिकतम 35 सीटें ही जीत पाएगी। इनमें आंध्र प्रदेश की 42,
तमिलनाडु की 39, कर्नाटक की 28 और केरल की 20 सीटें शामिल हैं। इन सभी
सीटों में से सिर्फ 35 पर ही कांग्रेस का दावा मजबूत है, जबकि 94 सीटों पर
मुकाबला सबके लिए खुला है।
सोनिया ने चलाया तीर तो रावण के मुहं से निकला धुआं और प्रियंका हंस पड़ीं
नई दिल्ली. श्रीराम द्वारा बार-बार रावण के सिर काटने पर भी हर बार नया सिर आकर जुडऩे से आहत विभीषण ने श्रीराम को बताया कि रावण की नाभि में अमृत है। वहां बाण लगने से ही इसका अंत होगा। यह जानकर श्रीराम ने रावण की नाभि पर निशाना साधा व बाण छोड़ दिया। बाण लगते ही रामलीलाओं में लगे रावण रूपी पुतले धू धूकर जल उठे। चारों ओर जय श्रीराम के उद्घोष के साथ ही पुष्पवर्षा शुरू हो गई। लाल किले पर रावण दहन के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थे।
रावण दहन के बाद रामलीलाओं में हुए कवि सम्मेलनों में कवियों ने अपने व्यंग्य बाणों से श्रोताओं की जमकर वाहवाही लूटी। रामलीला में आकर्षण का केंद्र देर शाम आयोजन स्थल पर लगाए गए रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतले भी रहे। जिन्हें आसमान में छाए बादलों को ध्यान में रखते हुए दहन से करीब चार घंटे पहले मैदान में खड़े करने का कार्य शुरू हुआ, जो पुतला दहन से करीब घंटे भर पहले अपने विकराल रूप में शोभित हो गए। अशोक विहार में आदर्श रामलीला कमेटी ने रावण दहन के बाद कविता सम्मेलन का आयोजन किया, जहां कवियों ने राजनीति में आए परिवर्तनों पर नेताओं की जमकर खिंचाई की। राजनीतिक बुराई की रावण से तुलना की। साथ ही हास्य रस में उतर काव्य पाठ से श्रोताओं की जमकर वाहवाही लूटी।
मोदी ने की तलवार की पूजा, 8 साल बाद महानवमी और दशहरा एक साथ
नई दिल्ली/अहमदाबाद. देशभर में दशहरा और महानवमी की धूम है।
इस मौके पर भाजपा के पीएम उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र
मोदी ने अहमदाबाद में शस्त्रों की पूजा अर्चना की। मोदी ने अपने
सिक्योरिटी गार्डों के हथियारों की पूजा-अर्चना की। उन्होंने रविवार को
सीएम हाउस में तलवार का पूजन कर वहां मौजूद सभी लोगों को बधाई भी दी। बता
दें कि दशहरा पर शस्त्रपूजन किया जाता है। मोदी ने इससे पहले अष्टमी पर
माता की पूजा-अर्चना की थी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था-अष्टमी के दिन मां
की पूजा की...मां को मेरे सारे उपवास समर्पित करते हुए साइक्लोन से
प्रभावित राज्यों में जान-माल की रक्षा की प्रार्थना की।
आठ साल बाद हुआ संयोग
रविवार को दशहरा और महानवमी एक साथ पड़े। आठ साल बाद ऐसा हुआ। इतना ही
नहीं, 1995 के बाद पहली बार दीपावली से पहले कुछ अनूठे संयोग भी बन रहे
हैं। ये संयोग न केवल खरीदारी के लिए बल्कि शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए
भी अच्छे हैं। तिथियों और नक्षत्रों के संयोग के कारण रविवार को महानवमी
और दशहरा पर्व एकसाथ मनाया जा रहा है। ज्योतिषाचार्य पंडित दामोदर प्रसाद
शर्मा के अनुसार, रविवार सुबह 6:22 से श्रवण नक्षत्र शुरू हो गया, जो कि
सोमवार सुबह 5:02 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा रवि योग भी रहेगा। यह संयोग
श्रेष्ठ होता है।
दिल्ली की पार्टी और डिस्को में बिक रहे 'नए सेक्स टॉय', कीमत 1000 से 10,000 तक
नई दिल्ली। दिल्ली में पहली बार अपनी तरह के एक अलग गिरोह का भांडाफोड़ किया गया है। यह गिरोह दिल्ली में होने वाली पार्टी और डिस्को में सेक्स टॉय सप्लाई करने का काम करता है। बताया जा रहा है कि इन सेक्स टॉय को यह गिरोह थाईलैंड और चाइना से तस्करी करके भारत लाता है। पार्टियों में इन सेक्स टॉय की सप्लाई दिल्ली के पालिका बाजार में स्थित एक दुकान से होती है। पुलिस ने एक सूचना के आधार पर दुकान पर छापा मारकर दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया है और उसकी दुकान से 14 सेक्स टॉय बरामद किए हैं।
छापा मारने वाले दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर मुकेश वालिया ने बताया है कि उन्हें एक सूचना मिली, जिसके आधार पर पुलिस टीम ने पालिका बाजार में उसकी दुकान पर छापा मारा। पुलिस ने छापा मारकर आरोपी दुकानदार गुरबीर सिंह को गिरफ्तार किया। गुरबीर सिंह ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया है कि वह इन सेक्स टॉय को अवैध तरीके से तस्करी करके भारत लाता है।
पुलिस ने इस मामले में आरोपी गुरबीर सिंह के तिलक नगर स्थित घर पर भी छापा मारा है, लेकिन उन्हें वहां से कुछ बरामद नहीं हुआ है। इंस्पेक्टर मुकेश वालिया ने भास्कर.कॉम को बातचीत के दौरान बताया कि इस मामले में कई और लोग शामिल है, जिनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है। अभी मामले की जांच जारी है इसलिए ज्यादा कुछ कहा नहीं जा सकता है।
रतनगढ़ मंदिर के पास भगदड़ : जान बचाने नदी में कूदे लोग, 113 की मौत, 200 से अधिक घायल
वैज्ञानिकों की सटीक सूचना और दुनिया के सबसे बड़े बचाव कार्य के बूते हजारों जानें बचा ली गईं। चक्रवाती तूफान पाइलिन गुजर गया। लेकिन, मंदिर में होने वाले हादसों से हम अब तक नहीं चेत पाए हैं। नीचे पढ़िए रविवार को मध्यप्रदेश के रतनगढ़ में मंदिर के पास हुए हादसे पर पूरी रिपोर्ट ...
दतिया (ग्वालियर) रतनगढ़ माता मंदिर से। दतिया के प्रसिद्ध रतनगढ़ माता मंदिर के पास रविवार को भयानक हादसा हुआ। मंदिर के पास सिंध नदी के पुल टूटने की अफवाह और फिर पुलिस लाठीचार्ज से भगदड़ मच गई। इसकी चपेट में आने से दो सौ से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। देर रात तक 113 शव निकाले जा चुके थे। हालांकि सरकार 89 लोगों के मरने की पुष्टि कर रही है। दतिया सीएमएचओ डॉ आरएस गुप्ता के अनुसार अभी तक 109 लोगों का पीएम हो चुका है, जबकि चार लावारिश शवों का पीएम होना बाकी है। कुछ लोगों की मौत दम घुटने से हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कई लोग जान बचाने के लिए नदी में कूद गए। दतिया पहुंचे मप्र के मुख्य सचिव एंटोनी जेसी डिसा और पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे ने संवाददाताओं से कहा के अब तक 89 लाशें मिलने की पुष्टि हुई है। मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के हवाले से कहा घटना की न्यायिक जांच होगी। मुख्यमंत्री सोमवार को घटनास्थल का दौरा करेंगे।
रविवार को शारदीय नवरात्र की नवमी पर परंपरानुसार दतिया, भिंड के आसपास के क्षेत्रों सहित उप्र से ग्रामीण भारी संया में माता मंदिर पर जवारे चढ़ाने व उन्हें सिंध नदी में विसर्जित करने के लिए पहुंचे थे। सुबह 8.30 बजे सिंध पुल पर जाम लग गया। प्रत्यक्षदर्शी ग्राम अगौरा निवासी देव सिंह पुत्र खुशीराम पाल व ग्राम राव सुकैटा निवासी मानसिंह पुत्र भग्गू दांगी ने बताया कि अचानक आए पुलिस कर्मियों ने लोगों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया।
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