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16 अक्तूबर 2013

पीएमटी फर्जीवाड़ा : बेटे को फर्जी तरीके से डॉक्टर बनाने के लिए बेच दी जमीन


इंदौर. फर्जी तरीके से पीएमटी पास करने वाले चार छात्रों और उनके पिता को एसटीएफ ने बुधवार को जिला कोर्ट में पेश किया। सभी को 29 अक्टूबर तक के लिए जेल भेज दिया गया। एसटीएफ ने मंगलवार को भोपाल, इंदौर से इन्हें गिरफ्तार किया था।
इनमें से 2 छात्र इंदौर के हैं। बुधवार को तीन और नकलची छात्रों व उनके पालक को गिरफ्तार कर लिया गया।
फोटो में इंदौर के मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे शेखर के पिता मान सिंह पटेल को कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाते हुए। वे वन विभाग में एसडीओ हैं। पिता को हौसला बंधाने बेटी भी कोर्ट पहुंच गई।

स्पर्म मिलने के बाद मंत्री ने कहा- जब भी मिला उसकी इच्छा से किया सबकुछ



जयपुर। महिला से दुष्कर्म के आरोप में फंसे पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर को पूछताछ के लिए बुलाने के लिए सीबीआई नोटिस देने की तैयारी कर रही है। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, गुरुवार तक नागर को नोटिस भेज दिया जाएगा। नागर से सीबीआई इसी सप्ताह पूछताछ कर सकती है।
नागर की डीएनए रिपोर्ट को लेकर जांच अधिकारी ने बुधवार को सीबीआई के आला अधिकारियों से चर्चा की। इसके बाद नागर को पूछताछ के लिए बुलाने का नोटिस तैयार किया। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो सीबीआई नागर से शुक्रवार को पूछताछ कर सकती है।
सीबीआई प्रवक्ता का कहना है कि नागर को पूछताछ के लिए बुलाने के लिए जल्द ही नोटिस दिया जाएगा और इसी सप्ताह पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। नागर ने कहा-मैंने उन लोगों के नाम और मोबाइल नंबर दिए हैं जो साजिश कर रहे हैं।

कुरान का सन्देश

कितना दुश्वार है ख़ुद को कोई चेहरा देना.

वो तड़प जाए इशारा कोई ऐसा देना
उस को ख़त लिखना तो मेरा भी हवाला देना.

अपनी तस्वीर बनाओगे तो होगा एहसास
कितना दुश्वार है ख़ुद को कोई चेहरा देना.

इस क़यामत की जब उस शख़्स को आँखें दी हैं
ऐ ख़ुदा ख़्वाब भी देना तो सुनहरा देना.

अपनी तारीफ़ तो महबूब की कमज़ोरी है
अब के मिलना तो उसे एक क़सीदा देना.

है यही रस्म बड़े शहरों में वक़्त-ए-रुख़्सत
हाथ काफ़ी है हवा में यहाँ लहरा देना.

इन को क्या क़िले के अंदर की फ़ज़ाओं का पता
ये निगह-बान हैं इन को तो है पहरा देना.

पत्ते पत्ते पे नई रुत के ये लिख दें 'अज़हर'
धूप में जलते हुए जिस्मों को साया देना.

अमेरिका में मंदी: महिलाएं ब्रेस्‍ट मिल्‍क, बाल बेचने को मजबूर

अमेरिका में मंदी: महिलाएं ब्रेस्‍ट मिल्‍क, बाल बेचने को मजबूर
वाशिंगटन. 'मंदी' और 'शटडाउन' के चलते अमेरिकी अर्थव्‍यवस्‍था दिन-प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है। दुनिया के इस सबसे शक्तिशाली देश में बेरोजगारी की समस्‍या इतनी विकराल होती जा रही है कि महिलाओं को पैसे की तंगी दूर करने के लिए अपने बाल और 'ब्रेस्‍ट मिल्‍क' तक बेचना पड़ रहा है। इनमें से ज्‍यादातर महिलाएं मिडिल क्‍लास से हैं, जिन्‍हें अपनों को बच्‍चों को पालना मुश्किल हो रहा है। वे उन्‍हें वैसी सुविधाएं नहीं दे पा रही हैं, जैसी कि पांच साल पहले मंदी के दौर से पहले दिया करती थीं।
 
अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, मिडिल क्‍लास की ये महिलाएं चलती-फिरती एटीएम बन गई हैं। इनमें से कई को तो मजबूरी में अपने जिस्‍म का सौदा भी करना पड़ रहा है। महिलाओं को 'ब्रेस्‍ट मिल्‍क' के लिए प्रति ओंस 5 डॉलर मिल रहे हैं। इसके अलावा लंबे घने बालों की बोली 1500 डॉलर तक लगाई जा रही है। 
 
अमेरिका में हर चार में से एक बच्‍चा गरीब 
 
अमेरिका में हर चार में से एक बच्चा गरीबी में जीवन बिताने को मजबूर है। अमेरिका के न्यू हैंपशायर प्रांत स्थित कार्से संस्थान में समाजशास्त्र की प्रोफेसर जेसिका कार्सन तथा शोधकर्ता एंड्रयू शेफर ने वर्ष 2012 में किये गए एक शोध में पाया है कि इस प्रांत में गरीबी अपने चरम पर थी। पूरे देश में एक करोड़ 60 लाख बच्चे गरीबी का अभिशाप झेलने को मजबूर हैं, जिनमें से 60 लाख छह वर्ष की आयु या उससे कम उम्र के हैं।
 
रिपोर्ट के अनुसार प्राप्त आंकडों से ज्ञात हुआ कि न्यू हैंपशायर में पिछले दस वर्षों में गरीबी सबसे निचले स्तर पर थी। वर्ष 2011 के 12 प्रतिशत के मुकाबले 2012 में रिकार्ड 15.6 प्रतिशत हो गयी जबकि वर्ष 2007 से 2012 तक के आंकडुों पर नजर डाली जाए तो यह इजाफा 75 प्रतिशत से अधिक था। वर्ष 2007 में अमेरिका में आई महामंदी से पहले एक करोड़ 31 लाख बच्चे निर्धन हो गए थे। अमेरिका कुछ इलाकों में सुशासन की मजबूत नीतियों से बाल गरीबी निचले स्तर पर है। यह शोध कार्य वर्ष 2007, 2011 तथा 2012 में अमेरिकी सामुदायिक सर्वेक्षण पर आधारित है। 

बकरीद पर शहीद के घर पसरा मातम, जानिए क्‍या थे फिरोज खान के आखिरी शब्‍द

नई दिल्ली. पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एलओसी से सटे इलाकों में वह लगातार सीज़फायर तोड़ रहा है। कृष्‍णा घाटी और भीमबेर गली सेक्टर में आज भी सीमापार से गोलीबारी जारी है। मंगलवार रात जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के बालाकोट सब सेक्टर में एक भारतीय चौकी पर पाकिस्तानियों ने गोलियां बरसाईं। इस दौरान एक भारतीय जवान लांस नायक मोहम्मद फिरोज खान की शहादत हो गई। खान बीते 15 साल से मद्रास रेजिमेंट से जुड़े हुए थे। हैदराबाद स्थित शहीद के घर बकरीद के दिन भी मातम पसरा हुआ है।
 
बकरीद की पूर्व संध्या पर देश के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले मोहम्मद फिरोज खान का देश के प्रति समर्णण इस बात से समझा जा सकता है कि सेना ने उन्हें अपने परिवार के साथ यह त्योहार मनाने के लिए छुट्टी मंजूर कर दी थी। लेकिन लांस नायक खान ने छुट्टी पर जाने से मना कर दिया था। बालाकोट सब सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी में जख्मी हुए एक अन्य जवान के मुताबिक, 'फिरोज ने कहा था कि ईदें तो आती रहेंगी...लेकिन इनको सबक सिखाना है जो रोज फायरिंग करते रहते हैं...घुसपैठ के लिए।'
 
सेना के वरिष्ठ अफसर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हूडा ने जवान की शहादत पर शोक जाहिर करते हुए कहा, 'यह दिन का दूसरा और एक हफ्ते से भी कम समय में आठवां सीजफायर उल्लंघन था।'
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