कृपालु महाराज जगदगुरु कृपालु परिषद के संस्थापक संरक्षक थे। उन्होंने हिंदू धर्म की शिक्षा और योग के लिए भारत में चार और अमेरिका में एक केंद्र की स्थापना की़ थी। वाराणसी की काशी विद्धत परिषद ने कृपालु महाराज को 34 साल की उम्र में मकर संक्रांति के मौके पर 14 जनवरी 1957 को जगदगुरु की उपाधि प्रदान की थी।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 नवंबर 2013
जख्मी होने के बाद विवादित 'जगतगुरु' कृपालु महाराज की मौत?
कृपालु महाराज जगदगुरु कृपालु परिषद के संस्थापक संरक्षक थे। उन्होंने हिंदू धर्म की शिक्षा और योग के लिए भारत में चार और अमेरिका में एक केंद्र की स्थापना की़ थी। वाराणसी की काशी विद्धत परिषद ने कृपालु महाराज को 34 साल की उम्र में मकर संक्रांति के मौके पर 14 जनवरी 1957 को जगदगुरु की उपाधि प्रदान की थी।
जानिए, लड़की चुनने से शिकार बनाने तक किन कोर्ड वर्ड्स का इस्तेमाल करता था नारायण साईं
नई दिल्ली. बलात्कार के आरोपी नारायण साईं की तलाश में पुलिस देशभर में छापेमारी कर रही है। भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद भी उसका अभी तक पता नहीं चल सका है। वहीं, नारायण साईं के खिलाफ एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे भी हो रहे हैं। नारायण साईं की पूर्व सहयोगी गंगा ने पुलिस को बताया कि नारायण साईं के आश्रम में लडकियों की सप्लाई के दौरान कोड वर्ड इस्तेमाल किए जाते थे। उसके मुताबिक, साईं के लिए नई लडकी तैयार है के लिए 'तिलक लगा लिया है', नई लडकी चुनने के लिए 'भोग तैयार हो गया है'। लड़की को आश्रम में लाने के बाद उसे नारायण साईं के लिए तैयार किया जाता था। उसके लिए कोड वर्ड इस्तेमाल किया जाता था 'तिलक मिट ना पाए'। इसके अलावा लड़की के लिए जो संदेश भिजवाए जाते थे उनमें 'मुंह मत धोना' जैसे कोड वर्ड का इस्तेमाल होता था।
नारायण साईं पर यह भी आरोप है कि उसकी सेविकाएं आश्रम में आने वाली लड़कियों को सेक्सवर्धक दवाएं देती थीं।
इस बीच, नारायण सांई की करीबी साधिका गंगा के फ्लैट से पुलिस को सांई के दस्तखत वाले छह कोरे चैक मिले हैं। ये एक राष्ट्रीयकृत बैंक के हैं। एक सिमकार्ड भी बरामद हुआ है। मंगलवार को अहमदाबाद में गंगा उर्फ धर्मिष्ठा के फ्लैट पर छापा मारने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान गंगा व उसका पति प्रमोद मिश्रा भी पुलिस के साथ था। उधर, दुष्कर्म मामले में सांई की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई बुधवार को जारी रहेगी। पुलिस ने याचिका का विरोध करते हुए छह गवाहों के बयान अदालत में पेश किए हैं। उसने इन गवाहों को ए-बी-सी-डी के नाम से दर्शाया है। मंगलवार को सरकारी वकील की दलीलें पूरी होने पर सांई के वकील ने अपना पक्ष रखना शुरू किया। बुधवार को बचाव पक्ष की दलीलें होंगी।
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