नई दिल्ली. अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल में चल रही चंदे पर तकरार के
बीच सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। अन्ना हजारे के ब्लॉगर रहे राजू
परुलेकर ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल ने अपने गुरु अन्ना का
स्टिंग करा रखा है और वह एक सीडी के दम पर उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं।
परुलेकर का दावा है कि सीडी में अन्ना चंदे का पैसा मांगते दिख रहे हैं।
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी (आप) ने परुलेकर के आरोपों को बीमार दिमाग की उपज
बताया है।
केजरीवाल का कहना है कि अन्ना के नाम पर जो सिम कार्ड बेचे
गए थे उनसे मात्र 9 लाख रुपए का फंड इकट्ठा किया गया था। दूसरी ओर भारतीय
आम आदमी परिवार यानी 'बाप' पार्टी के सदस्य रूमल सिंह का कहना है कि सिम
कार्ड के जरिए 100 करोड़ रुपए एकत्रित किए गए थे। इस संबंध में 'बाप' ने 24
अक्टूबर को दिल्ली में एक केस दर्ज कराया था। मुकदमे में अरविंद
केजरीवाल और किरण बेदी को नामजद कराया गया है। दूसरी ओर इस संबंध में केस
दर्ज होने पर हैरानी जताई है।
क्या है सिम कार्ड का पूरा मामला
2011 में जन आंदोलन के वक्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के नाम पर
'अन्ना कार्ड' जारी किया गया था। इस कार्ड की कीमत थी 25 रुपये रखी गई थी।
जो भी इस कार्ड खरीदता था, उसे कार्ड को स्क्रैच करना होता था और स्क्रैच
करने के बाद जो नंबर आता था, उसे 09223334545 पर भेजना होता था। इसके बाद
ग्राहक को अन्ना आंदोलन से जुड़ी जानकारियां मिलने लगती थीं। केजरीवाल का
कहना है कि अब यह कार्ड बंद हो चुके हैं और जो भी हिसाब था वह अन्ना हजारे
को दे दिया गया है।