आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

20 नवंबर 2013

माफ़ी के साथ एक बार फिर इस इल्तिजा को सभी स्वीकार करेंगे

मेरे अंकल आंटी ...भाई बहनो ...नाना नानी ..दद्दी दददू ..ताया ..ताई ..चाचा ...चाची ...मामा ..मामी सभी को सलाम ...नमस्ते ...आदाब ..सतसिरिअकाल ....मेरी एक मासूम इल्तिजा ...प्लीज़ एक दिसबर का ध्यान रखे ..एक दिसम्बर को हमारे राजस्थान का भविषय सुधरने और संवारने के ज़िम्मेदारों का चुनाव है ...इन चुनावों में आप बिना किसी लालच के ..बिना किसी दबाव ..बिना किसी खौफ के ...बिना किसी दलगत राजनीति प्रभाव के ...राजस्थान के विकास ..राजस्थान की  सुख समृद्धि के हितों को देखते हुए .....पार्टीबाजी और मज़हबी सियासत से ऊपर उठकर घर से निकल कर वोट ज़रूर ज़रूर डालेंगे ...चुनेंगे उन्हें जो राजस्थान के विकास के साथ होंगे ..चुनेंगे उन्हें जो हमारे  अपने ....हमारे अपनों के बीच रहने वाले होंगे ....आपके चुनाव बूथ पर आप जायेंगे राजस्थान का भविषय संवारने के लिए वोट की मशीन का बटन दबाएंगे ...सभी नाकारा प्रत्याक्षी हो तो नाटो का बटन दबाकर अपनी नाराज़गी प्रत्याक्षियों के नालायक़ होने का अहसास दिलाएंगे ..प्लीज़ इस बार वोटिंग सो फीसदी का चमत्कार बताइये यह गिनती के वोट लाकर पुरे पांच साल अनचाहे लोगों को झेलने से बहतर है घर से निकले अपने राजस्थान के लोकतंत्र को वोटतंत्र मज़बूत बनाकर एक नया कमाल दिखाए ..........माफ़ी के साथ एक बार फिर इस इल्तिजा को सभी स्वीकार करेंगे ..आपकी अपनी बिटिया सदफ अख्तर .................कक्षा चार ...सोफिया स्कूल ...कोटा राजस्थान

विज्ञापन में विदेश की सड़कें और खेत दिखा कर शिवराज ने किया विकास का दावा!



इलेक्शन डेस्क। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस जनता को लुभाने के हर संभव प्रयास कर रही हैं। इसी कड़ी में प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने भी एक कदम उठाया और शिवराज सरकार की उपलब्धियों को दर्शाने वाले विज्ञापन प्रसारित किए। इन विज्ञापनों में लहलहाते खेत, चमचमाती सड़कें और प्रदेश के विकास में शिवराज सरकार की भूमिका का बखान किया गया। लेकिन कांग्रेस ने इन विज्ञापनों की असलियत सबके सामने ला दी। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने अपने फेसबुक पेज Congress MP War Room Media  पर तस्वीरों के माध्यम से दिखाया कि शिवराज को जिन तस्वीरों में प्रदेश के विकास की बात कहते हुए दिखाया गया है, दरअसल वे प्रदेश की तो क्या, हमारे देश की ही नहीं हैं।

आसाराम के लिए बेटा लाता था लड़कियां, बेटी देती थी पहरा, संतुष्‍ट करने के लिए दी जाती थी ट्रेनिंग



जोधपुर. नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीडऩ के मामले में करीब ढाई माह से जोधपुर जेल में बंद आसाराम को फिर जमानत नहीं मिली। जोधपुर के जिला एवं सेशन कोर्ट ने मंगलवार को इससे संबंधित अर्जी खारिज कर दी। जज मनोज कुमार व्यास ने कहा कि आसाराम का पिछला आवेदन खारिज किए जाने से अब तक हालत जस के तस हैं। इसलिए जमानत नहीं दी जा सकती है। पुलिस ने आसाराम के खिलाफ छह नवंबर को चार्जशीट दाखिल कर दी थी।
यौन उत्‍पीड़न मामले की जांच करते जोधपुर पुलिस ने आसाराम की जि़ंदगी के बाकी पन्ने भी खंगाल डाले। 1021 पन्नों की चार्जशीट में गवाहों के बयान और साक्ष्यों के रूप में मौजूद इन बातों का इस केस के फैसले पर कितना असर पड़ेगा यह कहना मुश्किल है, लेकिन जांच में सामने आई बातों से आसाराम की विलासितापूर्ण जिंदगी के राज जरूर खुलते हैं।
नाबालिग छात्रा के यौन शोषण के आरोप में फंसा आसाराम कई लड़कियों का यौन शोषण कर चुका है। उसके आश्रम सेक्स रैकेट के ठिकाने थे, जहां हर रोज आसाराम को लड़कियों की सप्लाई होती थी और समर्पण की आड़ में लड़कियों से दुष्कर्म किया जाता था। बेटा नारायण साईं भी कम नहीं था, वह भी पिता के लिए लड़कियां लाता था और बेटी कुटिया के बाहर निगरानी रखती थीं। लड़कियों के शोषण के लिए आसाराम व नारायण ने बाकायदा तीन-चार लड़कियों का रैकेट बना रखा था जो मासूम लड़कियों को दुष्कर्म के लिए तैयार करती थीं। ये सभी आरोप जोधपुर पुलिस की उस चार्जशीट में शामिल गवाहों के बयानों में लगाए हुए हैं।
पुलिस ने आसाराम के सेवादार रहे ऐसे लोगों के बयान चार्जशीट में शामिल कर यह साबित करने का प्रयास किया है कि वह आदतन यौन शोषण करने वाला रहा है और उसने टैक्स चोरी, जमीनों पर कब्जे और ब्याज के धंधे से करोड़ों रुपए की काली कमाई की है। उसके आश्रमों में धर्म का ज्ञान कम और सेक्स रैकेट चलाने का काम ज्यादा होता था। प्रवचन तो उसका मुखौटा था, असल में वह दुष्कर्मी रहा है। आसाराम के एक पूर्व सेवक के अनुसार आसाराम को संतुष्ट करने के लिए लड़कियों को ट्रेनिंग दी जाती थी।

मुंबई का अगला सचिन,15 साल के पृथ्वी ने खेली 546 रनों की रिकॉर्ड पारी



मुंबई. सचिन तेंडुलकर के संन्यास लेने के सात दिनों के अंदर ही मुंबई के एक होनहार खिलाड़ी ने सचिन की याद ताजा कर दी है। रिजवी स्प्रिंगफील्ड स्कूल के 15 वर्षीय छात्र पृथ्वी शॉ ने आजाद मैदान पर खेले गए हैरिस शील्ड मुकाबले में 546 रनों की पारी खेल डाली। आपको बता दें कि हैरिस शील्ड ट्रॉफी के लिए खेले गए मैच में ही सचिन तेंडुलकर और विनोद कांबली ने तिहरे शतक जड़े थे।  
 
इस पारी के साथ ही पृथ्वी ने मुंबई के क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय जोड़ते हुए स्कूली क्रिकेट में सबसे बड़े निजी स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इससे पहले स्कूली क्रिकेट में सबसे बड़े निजी स्कोर का रिकॉर्ड मुंबई के अरमान जाफर के नाम था। अरमान ने जाइल्स शील्ड में 498 रनों की पारी खेल यह रिकॉर्ड बनाया था। पृथ्वी रिजवी स्प्रिंगफील्ड स्कूल के कप्तान होने के साथ ही मुंबई के अंडर-16 टीम के कप्तान भी हैं।

क़ुरान का सन्देश

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...