आपका-अख्तर खान

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21 नवंबर 2013

..तो ना समझो आओ समझ जाओ हम इस सोच के साथ के सभी को यहाँ रहना है यह देश मेरा तेरा नहीं हमारा है अपना है इस देश को नया हिंदुस्तान आधुनिक भारत मेरा भारत महान बनाये

दोस्तों यह हिंदुस्तान है यहाँ कुछ ना समझ ओबेदुल्लाह आज़मी ....बुखारी ...शाहबुद्दीन ....ओवेसी ...प्रवीण तोगड़िया ..... नरेंदर मोदी ....ना जाने ऐसे कितने लोग रहते है ..जिन्हे पता है के यह लोग कुछ भी कोशिशे कर ले ...यहाँ से हिन्दू छोड़ कर नहीं जायेंगे ना ही हिन्दू किसी आतंकवाद से डरेंगे ना आतंकवाद के आगे झुकेंगे ....इन्हे यह भी पता है के यहाँ मुसलमान हमेशा रहेगे ...कुछ भी हो जाए वोह देश छोड़ कर नहीं जायेंगे वोह देश के गौरव के लिए अपना सर कटायेंगे ...यह लोग नफरत की सियासत  करेंगे तो लोग मुहब्बत के फूल उगा कर साम्प्रदायिक सद्भाव् कि खुशबु से इस देश को महका कर इनकी नफरत की बदबू को बेअसर कर देंगे ..कई दशक कई सदिया ऐसे ना समझों ने सियासत हथियाने के लिए खुद को बुलंदियों पर पहुंचाने के लिए नफरत की ही राजनीति की है ..........बस हिंदुओं को डराना धमकाना ..बुरा कहना ....बस मुस्लिमों को आतंकवादी कहना ..डराना धमकाना ..सम्पत्तियां जलाना ...लड़ना झगड़ना इनका शोक रहा है लेकिन मुझे गर्व है के मेरे इस हिंदुस्तान ने मेरे इस भारत महान ने हर क़दम पर इन नफरत फैलाने वालों को मुंह तोड़ जवाब दिया है अब यह बात तो बच्चा भी समझता है के नफरत फैलाई जा सकती है लेकिन पूरा भारत मुस्लिम मुक्त या हिन्दू मुक्त नहीं हो सकता ऐसे में इन बेवक़ूफ़ों को खुद भी समझ लेना चाहिए के वोह हिन्दू नहीं वोह मुस्लिम नहीं वोह सिर्फ भारतीय है और भारत माँ का सम्मान भारत का विकास भारत कि एकता उनकी ज़िम्मेदारी है फिर वोह क्यूँ अपने विचार अपनी जुबां क़ाबू में नहीं रखते क्यूँ हमले ..क्यूँ स हरारतें करते है .देश कि सुख शान्ति कोई बिखेरना माँ के साथ बलात्कार से कम नहीं और जो शख्स यह अपराध करता है वोह माफ़ी के लायक़ क़तई नहीं ...अरे दिवानो ..अरे सियासी नाबालिगो ..अरे कुर्सी और सुख सुविधायों के लालचियों ज़रा समझो हमारा देश एक विशवास है ...मुहब्बत है ..दृढ़ संकल्प है ..आत्मविश्वास है ...हिमालय है ..पवित्र गंगा है ..यहाँ मसुनियत है ..यहाँ प्यार है ....हमदर्दी है ..फिर तुम क्यूँ  लाठियों से पानी को अलग करने कि कोशिश करते हो ...क्यूँ छलनी में पानी भरने का प्रयास करते हो ....क्यूँ पानी से पानी पर नफरत कि खानी लिखने की कोशिश में अपना और समर्थकों का अवकत बर्बाद करते हो ..तो ना समझो आओ समझ जाओ हम इस सोच के साथ के सभी को यहाँ रहना है यह देश मेरा तेरा नहीं हमारा है अपना है इस देश को नया हिंदुस्तान आधुनिक भारत मेरा भारत महान बनाये ...................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दंगे के 'सम्मानित' आरोपी विधायकों को मोदी के मंच से उतारा


आगरा/बरेली. बीजेपी के प्रधानमंत्री पद (यूपीए 2: आखिरी 3 सालों ने डुबोई लुटिया) के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने आगरा में बीजेपी की विजय शंखनाद रैली को संबोधित किया। मोदी ने आगरा की समस्याओं को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों पर हमला करते हुए कहा, 'देश-दुनिया में पर्यटन बड़े उद्योग के रूप में उभरा है। लेकिन आगरा के हिस्से में क्या आएगा? आगरा में एयरपोर्ट क्यों नहीं बन रहा है? आगरा के साथ अन्याय और उपेक्षा की जा रही है। आगरा को लेकर राज्य सरकार केंद्र पर और केंद्र राज्य पर जिम्मेदारी डालते रहते हैं। आगरा में यमुना बहती है। लेकिन यहां लोगों को पीने का साफ पानी तक नहीं मिलता है।' 

 
मोदी ने गुजरात में पीने के पानी के लिए बिछाई गई पाइप लाइन की तारीफ करते हुए कहा कि यह इतनी चौड़ी है कि अखिलेश यादव परिवार समेत अपनी कार में बैठकर पाइप में सैर कर सकते हैं। मोदी पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा, 'जो लोग गुजरात के विकास मॉडल को लेकर विवाद करते हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि आप यहां के लोगों की जरुरतों के हिसाब से कल्याणकारी योजनाएं क्यों नहीं बनाते?'
 
मोदी ने कांग्रेस, सपा और बसपा पर हमला करते हुए कहा, 'सपा और बसपा ने वोटबैंक की राजनीति कांग्रेस की देखादेखी शुरू की। वोट बैंक की राजनीति में प्रतिस्पर्द्धा चल रही है। कभी सपा, बसपा तो कभी कांग्रेस। सिर्फ भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद की राजनीति कर रही है। सिर्फ भाजपा वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर विकास की राजनीति करती है।'  
 
मोदी के आगरा पहुंचने से पहले ही बीजेपी ने इस रैली में मुजफ्फरनगर में दंगा भड़काने के आरोपी दो विधायकों-संगीत सोम और सुरेश राणा को सम्मानित कर दिया। लेकिन दोनों नेताओं को मोदी के मंच पर आने से पहले ही वहां से उतार दिया गया। दोनों विवादित विधायकों को बीजेपी के विधायक और वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र, लखनऊ के सांसद लालजी टंडन और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी के हाथों सम्मानित कराया गया।हालांकि, यह कार्यक्रम मोदी के मंच पर पहुंचने से पहले कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने इन दोनों विधायकों को मोदी) के हाथों 'सम्मानित' करने की योजना को ऐन वक्त पर बदल दिया था। बताया जा रहा है कि बीजेपी ने ऐसा मोदी को किसी विवाद से बचाने के लिए किया है।

शाजिया इल्‍मी, कुमार विश्‍वास समेत AAP के कई नेता स्टिंग में फंसे

नई दिल्‍ली। भ्रष्‍टाचार को मुख्‍य मुद्दा बनाकर दिल्‍ली विधानसभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) को बड़ा झटका लगा है। अरविंद केजरीवाल की 'आप' का एक स्टिंग सामने आया है, जिसमें पार्टी के 6 उम्‍मीदवार फंसते दिख रहे हैं। 'आप' के नेताओं का यह स्टिंग 'मीडिया सरकार डॉट कॉम' ने किया है, जिसमें ‘आप’ के उम्‍मीदवारों पर पार्टी के लिए अवैध तरीके से फंड जुटाने का आरोप लगा है।
स्टिंग में जो प्रत्‍याशी आरोपों से घिरे हैं, उनमें आरके पुरम विस सीट से 'आप' की प्रत्‍याशी शाजिया इल्‍मी और कुमार विश्‍वास के भी नाम हैं। पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता संजय सिंह और योगेंद्र यादव मामले की जांच कर रहे हैं। योगेंद्र यादव ने स्टिंग ऑपरेशन करने वाली वेबसाइट से पूरी रिकॉर्डिंग मांगी है। उनका कहना है कि पार्टी गुरुवार शाम तक इस संबंध में कोई फैसला लेगी।

स्टिंग में शाजिया एक धरना प्रदर्शन में शामिल होने के लिए 25 लाख रुपए का बेनामी चंदा लेने की बात करती दिखती हैं। शाजिया पर आरोप है कि उन्होंने पार्टी की रसीद के स्‍थान पर कच्ची रसीदों पर चंदा देने की बात कही, जबकि कुमार विश्वास पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने शो के लिए पैसे लिए और पेमेंट चेक की जगह कैश ली। वीडियो फुटेज में शाजिया कह रही हैं कि पार्टी चंदा कैश में भी लेती है।

'आप' के नेताओं का स्टिंग सामने आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने पार्टी की एक आपात बैठक बुलाई। स्टिंग में दिखाए गए प्रत्‍याशियों को पार्टी ने समन भी भेजा।

तहलका सेक्‍स स्‍कैंडल: तरुण तेजपाल पर शिकंजा कस रही गोवा पुलिस, प्रसार भारती से भी बाहर


नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज पर यौन उत्‍पीड़न के आरोपों के बाद अब ‘तहलका’ पत्रिका के संपादक (हालांकि, अब उन्‍होंने पद छोड़ दिया है) तरुण तेजपाल द्वारा साथी महिला पत्रकार के यौन उत्पीड़न का मामला तूल पकड़ गया है। गोवा सरकार ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। गोवा पुलिस ने तहलका की मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी से पूरे मामले की जानकारी मांगी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, तरुण तेजपाल को जल्‍द गिरफ्तार किया जा सकता है। यौन शोषण मामले में नाम सामने आने के बाद उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी ने तरुण तेजपाल का प्रसार भारती के सदस्‍य के तौर पर नामांकन रद कर दिया है।

 
दूसरी ओर गोवा पुलिस ने शहर के उस होटल से 'तहलका' के कार्यक्रम 'Think Fest' के सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं। पुलिस इस मामले में स्‍वत: संज्ञान लेते हुए शिकायत दर्ज कर सकती है। हालांकि पुलिस का कहना है कि उसे पीडिता की तरफ से औपचारिक शिकायत नहीं मिली है।तेजपाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग हो रही है। 

 
तेजपाल द्वारा यौन शोषण किए जाने की बात कबूल किए जाने का मामला सार्वजनिक होने के बाद गुरुवार को बीजेपी ने भी 'तहलका' पर जोरदार हमला बोला। पार्टी प्रवक्‍ता मीनाक्षी लेखी ने इस मामले को गंभीरता से लिए जाने की अपील करते हुए कहा है कि यह कार्यस्‍थल पर महिला के यौन उत्‍पीड़न का मामला है। उन्‍होंने आरोप लगाया कि इस मामले में आरोपी को 'पेड हॉलीडे' पर भेजकर बचाने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी नेता स्‍मृति ईरानी ने कहा, 'मुझे इस बात से हैरानी हुई है कि केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने इस घटना की कड़े शब्‍दों में निंदा क्‍यों नहीं की।' बीजेपी नेता मुख्‍तार अब्‍बास नकवी ने शायरना अंदाज में टिप्‍पणी की, 'जमाना बड़े गौर से सुन रहा था, तुम्‍ही फंस गए दास्‍तां कहते कहते।'

 
सामाजिक कार्यकर्ता और पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने भी इस मसले पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्‍होंने ट्वीट किया है, 'संपादक ने लिखा है कि यह गलत फैसले का नतीजा है। ये गलत फैसला था या बच निकलने का भरोसा?' बेदी ने तेजपाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्‍होंने कहा है कि पत्रिका की मैनेजिंग एडिटर को तेजपाल के खिलाफ मामला दर्ज कराना चाहिए। अगर वो ऐसा नहीं करती हैं तो पुलिस को इस मामले में स्‍वत: संज्ञान लेकर जांच करनी चाहिए। बेदी ने कहा, 'पीडित लड़की के मेल और आरोपी के कबूलनामे से साफ है कि एक यह गुनाह है। क्‍या ऐसे गुनाह को दबाया जा सकता है? यह मामला इस स्‍टेज में पहुंच गया है कि केस दर्ज हो।'

राष्‍ट्रीय महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया है। आयोग का कहना है कि यदि पीडित औपचारिक शिकायत दर्ज कराती है तो कार्रवाई की जाएगी। आयोग की सदस्‍य निर्मला सावंत ने कहा, 'हमें पीडिता की तरफ से लेटर की जरूरत है, हम उसे पूरा सहयोग करेंगे। उसकी पहचान गुप्‍त रखी जाएगी।' निर्मला ने कहा है, 'ये कैसी बात हुई कि कोई अपराध करता है और फिर उसके लिए खुद ही सजा भी तय कर लेता है। यह सही नहीं है, इसके लिए हमारे पास न्यायपालिका है।' वहीं, वरिष्‍ठ पत्रकार सिद्धार्थ वरदराजन ने कहा है कि तेजपाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वरिष्‍ठ पत्रकार कमर वाहिद नकवी ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा है, 'तरुण तेजपाल पर लगे यौन शोषण के आरोपों पर क़ानूनी प्रक्रिया को दरकिनार कैसे किया जा सकता है? क़ानूनी प्रक्रिया से मामले का निपटारा हो, यही सही रास्ता है।

क़ुरान का सन्देश

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