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04 दिसंबर 2013

दोस्तों एक केडबरी ग्लूकोस कम्पनी का बिस्किट पर्क प्ल्स का विज्ञापन आपके सामने हिअ इस बेहूदा विज्ञापन को आप रोज़ नियमित टी वी पर देखते हो आपके बच्चे भी इसे देखते है

दोस्तों एक  केडबरी ग्लूकोस कम्पनी का बिस्किट पर्क प्ल्स का विज्ञापन आपके सामने हिअ इस बेहूदा विज्ञापन को आप रोज़ नियमित टी वी पर देखते हो आपके बच्चे भी इसे देखते है ...विज्ञापन में एक पिता अपनी बेटी के साथ मॉर्निंग वाक् पर घूमने जाता है और जब थक कर वोह बेटी के साथ बैठता है तो बेटी उसे चक्कर देते हुए पर्क चॉकलेट खिलाती है और फिर उससे एक चक्कर और काट कर आने के लिए कहती है ..पिता के जाने के बाद बेटी सीटी बजाकर अपने ब्वाय फ्रेंड को बुलाती है ..यह विज्ञापन कित्न बेहूदा और आज की पीडी को बिगाड़ने का संदेश देने वाला है सभी जानते है मेने इस मामे में प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति और ब्रॉडकास्ट मिनिस्ट्री तक में शिकायत की है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई और शिकायत सम्भवत कचरे की टोकरी में दाल दी गयी है ..दोस्तों यह बेहूदा विज्ञापन हमारे देश की बच्चियों को बिगाड़ रहा है उसमे बेशर्मी बेहयाई पैदा कर रहा है यह विज्ञापन हमारी संस्कृति का दुश्मन है लेकिन अफ़सोस हमारी संस्कृति की रक्षा की बात करने वाले यह संगठन चाहे आर एस एस हो .चाहे विश्व हिन्दू परिषद हो ..चाहे मुस्लिम संगठन हो ...चाहे बजरंग दल हो ..चाहे मनसे हो ..चाहे शिवसेना हो ..चाहे कश्मीरी हो सभी न जाने कहा चले गए है इस वक़त मुझे बाल ठाकरे शिवसेना सुप्रीमो याद आते है क्योंकि एक बार ऐसे ही एक विज्ञापन के लिए मेने उन्हें पत्र लिखा था तब उन्होंने एक दहाड़ लगा कर उस विज्ञापन को बंद करवा दिया था ...देखते है देश की अस्मत ..संस्कृति का अपमान करते हुए कई सालों से जारी इस विज्ञापन को रोकने के लिए अब यह संगठन क्या पहल करते है मेने तो जो लिखापढ़ी कर सकता था की लेकिन सरकार मनमोहन ..इनकी मंत्री अम्बिका सोनी सब इन कम्पनियों कि गुलाम है ......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

दोस्तों एक कड़वा सच जो में चुनाव के तीन महीने पहले से लिख रहा हूँ ..सच साबित हुआ है

दोस्तों एक कड़वा सच जो में चुनाव के तीन महीने पहले से लिख रहा हूँ ..सच साबित हुआ है .अभी पूर्व सर्वेक्षण है लेकिन कमोबेश यही परिणाम रहेगे यह सच्चाई है और हमे तो पहले से ही यह सच्चाई पता थी क्योंकि राहुल गांधी के नेतृत्व को मामू बनाकर अपमानित करने के लिए एक कोंग्रेस लॉबी योजनाबद्ध तरीक़े से काम कर रही है ......मेने लिखा था के कोंग्रेस के सभी लोग राहुल की ताजपोशी को रोकने के लिए जानबूझकर मोदी फैक्ट्र को राहुल पर हावी कर रहे है ..हालात यह थे के राहुल गांधी को भाषण लिख कर देने वाले लोग उनका मज़ाक़ उड़ाने के लिए भाषण लिख कर दे रहे थे और दिखावे के तोर पर उनके सामने जी हुज़ूरी कर उसे बहतर बताकर उन्हें गुमराह करते रहे सभी चुनाव में टिकिट बटवारे से लेकर चुनाव प्रबंधन सहित काफी अव्यवस्थाएं जानबूझकर रखी गयी ...इन सभी राज्यों में खासकर दिल्ली और राजस्थान में जानबूझकर अल्पसंख्यकों की उपेक्षा की गयी और मेने अपने साथियों और संस्था के अध्यक्ष एडवोकेट असगर अली के साथ पुरे राजस्थान में घूम कर अल्पसंख्यकों की नाराज़गी दूर करने का एक फार्मूला राहुल गांधी ..सोनिया गांधी ..अशोक गेहलोत को दिया था ...मेने और खुद हाफ़िज़  अब्दुल रशीद क़ादरी ने भी सीटों पर टिकिट बटवारे को लेकर फार्मूला दिया ...लेकिन अफ़सोस उन्होंने तो जेसे कोंग्रेस को हराने की क़सम ही खाली थी टिकिट वितरण के बाद तो अलसपंख्यकों कि नाराज़गी सातवे आसमान पर थी और इन राजयों के मुसलमानो ने योजनाबद्ध तरीक़े से कोंग्रेस विहीन शासन लाने की ठान ली थी सभी जगह मुसलमान खुलकर विपक्ष में थे कोंग्रेस को हरा रहे थे कुल मिलाकर इन राज्यों में पांच से दस फीसदी मुस्लिम मतदाताओं ने कोंग्रेस के खिलाफ काम और मतदान क्या है इसका कारण कोंग्रेस के नेता ही रहे है और इसीलिए आज कोंग्रेस इन राज्यों में ज़मीन पर है हम कहते है अभी भी समझो न समझोगे तो मिट जाओगे कोंग्रेस वालों तुम्हारा निशा भी ना होगा दास्तानो तक में हमे हमारा हक़ हमारा प्रतिनिधित्व दो वरना हम तुम्हारी गुलामी से आज़ाद होंगे यही अब मुस्लिमों का नारा है ...अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

"पर्सन ऑफ द ईयर" की रेस में मोदी चौथे स्थान पर खिसके



"पर्सन ऑफ द ईयर" की रेस में मोदी चौथे स्थान पर खिसके
Ahmedabad, Thu Dec 05 2013, 12:00 AM
"पर्सन ऑफ द ईयर" की रेस में मोदी चौथे स्थान पर खिसके

अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री व भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी अमरीका की प्रतिष्ठित पत्रिका "टाइम के "पर्सन ऑफ द ईयर-2013" के दावेदारों में चौथे स्थान पर फिसल गए हैं।

42 लोगों की इस सूची में एकमात्र भारतीय के रूप में शामिल मोदी इस सर्वेक्षण के आरंभ में तीसरे स्थान पर थे। इसके बाद वे कुछ दिन दूसरे स्थान पर रहे और अब अंत में चौथे स्थान पर रहे। पहले उन्हें अमरीकी अदाकारा व रिकॉर्डिग आर्टिस्ट मिले साइसर से कड़ी टक्कर मिली।

मिस्त्र के रक्षा मंत्री व शीर्ष आर्मी जनरल अब्देल फतह अल सिसी अभी अव्वल नंबर हैं। सिसी ने गत जुलाई में मिस्त्र के लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी के विवादित रूप से हटाने की भूमिका का नेतृत्व किया था। तुर्की के प्रधानमंत्री रेसेप तईप एरडोगेन दूसरे नंबर हैं। तानाशाही रूख अपनाने वाले 59 वर्षीय एरडोगेन के खिलाफ पिछले कुछ महीनों में काफी विरोध किया गया था।

सिसी का मत 21.3 फीसदी है वहीं एरडोगन को 19.3, साइरस को 16.9 फीसदी वोट मिले हैं वहीं मोदी को 16.2 प्रतिशत मत मिले हैं। टाइम की ओर से छह दिसम्बर को पाठकों के मतदान की घोषणा होगी, वहीं टाइम 11 दिसम्बर को विजेता की घोषणा करेंगे।

टाइम की इस सूची में दो बार पर्सन ऑफ द ईयर का सम्मान पा चुके अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ-साथ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद, अमरीकी कंप्यूटर विश्लेषक एडवर्ड स्नोडेन, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे, पाकिस्तानी युवा कार्यकर्ता मलाला युसफजई, जर्मनी की चांसलर एजेंला मोर्केल, ऑस्कर विजेता बॉलीवुड की अदाकारा एजेंला जोली शामिल हैं। इस सूची में इजरायली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतान्याहू, इरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी, चीनी राष्ट्रपति जी जिनपिंग, ब्रिटेन के प्रिंस जॉर्ज, ट्वीटर, याहू, अमेजॉन के सीईओ, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुखिया क्रिस्टीन लगार्डे शामिल हैं।

एक्जिट पोल : राजस्थान, एमपी, छग में भाजपा की जय-जय!



एक्जिट पोल : राजस्थान, एमपी, छग में भाजपा की जय-जय!
Jaipur, Thu Dec 05 2013, 12:00 AM

जयपुर। दिल्ली में वोटिंग पूरी होते ही देश भर में परिणामों के अनुमान की बाढ़ आ गई। पांचों राज्यों में किसकी सरकार बनेगी इसके कयास चर्चाओं में ही साफ हो गए। सभी समाचार चैनलों और खबरची संस्थानों ने अपने-अपने एक्जिट पोल जारी कर दिए। इनमें मध्यप्रदेश और छत्तीसढ़ में जहां भाजपा अपनी सरकार को बचाने में कामयाब दिखी तो राजस्थान में कांग्रेस सरकार का तख्ता पलटते हुए भाजपा ने अपनी सरकार बना ली।

कांग्रेस के लिए राहत भरी सूचना केवल मिजोरम से आई, जहां कांग्रेस अपनी सरकार बचाने में कामयाब लग रही है। वहीं राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने दोनों प्रमुख राजनीति दलों की गणित बिगाड़ दी। यहां किसी दल को एक्जिट पोल में स्पष्ट बहुमत नहीं मिला।

इंडिया टीवी

राजस्थान: भाजपा-130, कांग्रेस-48, अन्य-21
छत्तीसगढ़: भाजपा 44, कांग्रेस 41, अन्य 5
मध्यप्रदेश: भाजपा 143, कांग्रेस 71, अन्य 16
दिल्ली: भाजपा 32, कांग्रेस 18, आप 18, अन्य 2
मिजोरम: कांग्रेस 19, एमएनएफ 14, अन्य 7

आज तक

राजस्थान: भाजपा 110, कांग्रेस 62, अन्य 28
छत्तीसगढ़: भाजपा 53, कांग्रेस 33, अन्य 4
मध्यप्रदेश: भाजपा 138, कांगे्रस 80, अन्य 12
दिल्ली: भाजपा 41, कांग्रेस 20, आप 6, अन्य 3

एबीपी न्यूज

मध्यप्रदेश: भाजपा 138, कांग्रेस 80, अन्य 6, बसपा 6
दिल्ली: भाजपा 37, कांग्रेस 16, कांग्रेस 15, अन्य 2

एनडीटीवी इंडिया

राजस्थान : कांग्रेस 55, भाजपा 125
दिल्ली : भाजपा 34, कांग्रेस 17, आाप 17
मध्यप्रदेश : भाजपा 141, कांगे्रस 77
छत्तीसगढ़ : भाजपा 52, कांग्रेस 35

आईबीएन लाइव

राजस्थान : कांग्रेस 49-57, भाजपा 126-136
मध्य प्रदेश : भाजपा 136-146, कांग्रेस 67-77
छत्तीसगढ़ : कांग्रेस 32-40, भाजपा 45-55
दिल्ली :

सबकी निगाहें मतगणना पर

अब सबकी निगाहें 8 और 9 दिसम्बर को होने वाली मतगणना पर टिक गई हैं। इसके बाद साफ हो जाएगा कि किस राज्य में किस दल की सरकार बनेगी, क्योंकि जनता ने तो अपनी पसंद के उम्मीदवार और दल का भाग्य ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है।

छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और दिल्ली की मतगणना जहां 8 दिसम्बर को होगी, वहीं मिजोरम में मतों की गणना 9 दिसम्बर को होगी। हालांकि पूरे देश में इस बार कई तरह के मुद्दे और फेक्टर हावी रहे।

कांग्रेस ने जहां केन्द्र की योजनाओं और विकास को लेकर जनता को लुभाने का काम किया। वहीं भाजपा ने अपने पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के दम पर कमल को खिलाने के लिए जोर लगाया।

छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश में भाजपा की मौजूदा सरकारों ने अपने विकास के कार्यो को गिनाया तो राजस्थान दिल्ली में कांग्रेस ने वापसी के लिए अपना जोर लगाया। मिजोरम में भी कांग्रेस की सरकार है लेकिन वहां का माहौल देश को ज्यादा प्रभावित नहीं कर सका।

मोदी के दम पर उतरी भाजपा

पांच राज्यों में चुनाव के शंखनाद से कुछ समय पूर्व ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा ने अपनी कमान सौंपी। अब तक एक राज्य गुजरात तक ही सीमित रहे मोदी का जलवा कुछ ही महीनों में ऎसा चला कि वे पार्टी के एकमात्र सशक्त चेहरे बन गए। पार्टी में लालकृष्ण आडवानी, सुषमा स्वराज, मुरलीमनोहर जोशी, राजनाथ सिंह, यशवंत सिंहा, जसवंत सिंह, अरूण जेटली, नितिन गडकरी जैसे वरिष्ठ नेताओं के होने के बावजूद पार्टी और कार्यकर्ताओं के बीच मोदी की लहर चली।

मोदी ने भी इस अवसर को जमकर भुनाया और चारों राज्यों (मिजोरम को छोड़कर) में इतनी सभाएं कीं कि वहां का माहौल ही बदल दिया। टीवी, मीडिया से लेकर लोगों की जुबां पर मोदी के नाम की चर्चा गूंजने लगी। सत्ता के सेमीफाइनल के रूप में देखे जा रहे इस चुनाव में यदि भाजपा के पक्ष में कुछ बड़ा परिणाम आया तो इसका सीधा क्रेडिट मोदी के खाते में जाएगा।

कांग्रेस का जोर मोदी को चुनौती देने पर निकला

कांग्रेस की बात करें तो पांच राज्यों के चुनावों में उन्होंने मोदी के सवालों के जवाब, नए सवाल खड़े करने और उनकी आलोचना करने में ज्यादा पसीना बहाया। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो कांग्रेस के पास मोदी को काउंटर करने के लिए कोई चेहरा ही नहीं था। दिग्विजय सिंह, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, भीम अफजल जैसे पार्टी के नेता केवल बयानबाजी तक सीमित रहे। वहीं छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और राजस्थान के साथ दिल्ली और मिजोरम में भी कांग्रेस के बड़े नेताओं ने वो दम नहीं दिखाया जो मोदी अकेले लेकर चल रहे थे।

भ्रष्टाचार और महंगाई रहा बड़ा मुद्दा

पांचों राज्यों में इस बार मतदान का प्रतिशत काफी अच्छा रहा। मतदाताओं ने अपनी सरकार को चुनने के लिए पूरे उत्साह के साथ मतदान किया। चुनाव के पहले और बाद में आई मतदाताओं की प्रतिक्रियाओं में भ्रष्टाचार और महंगाई का रोष साफ तौर पर निकल कर आया। भले ही चुनाव राज्यों में हुए लेकिन केन्द्र में घटी घटनाओं का असर साफतौर पर वोटर्स में दिखा। अपने अधिकारों और कर्तव्य के प्रति जागरूकता का प्रतिशत बढ़ने का भी सीधा असर लोगों में दिखा।

पीठ पर जलने का हुआ अहसास लेकिन पता लगी सच्चाई तो गिर पड़ी सड़क पर


भोपाल. राजधानी में पदस्थ ट्रैफिक एएसआई राज बहादुर सिंह बघेल की इंजीनियर बेटी प्रियंका को सीहोर में दिनदहाड़े अज्ञात युवकों ने गोली मार दी। वारदात बुधवार सुबह करीब 10 बजे एसपी के बंगले के नजदीक हुई।
 
प्रियंका की हालत गंभीर है। भोपाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस हमले के पीछे के कारणों की पड़ताल कर रही है। उसे पीड़िता के होश में आने का इंतजार है। उसके बयान के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। शाहजहांनाबाद में पुलिस लाइन में रहने वाली 25 वर्षीय प्रियंका सीहोर के जनपद ऑफिस में सब इंजीनियर है। 
 
वह रोजाना भोपाल से सीहोर अप-डाउन करती है। वारदात के वक्त वह अपनी साथी सब इंजीनियर पायल ठाकुर और डाटा एंट्री ऑपरेटर प्रीती रावत के साथ सीहोर स्टेशन से ऑफिस जा रही थी। प्रियंका की साथी पायल ने बताया कि वे तीनों रेलवे स्टेशन से मंडी स्थित सीईओ जनपद पंचायत के दफ्तर पैदल जा रही थीं। इसी दौरान एसपी सीहोर रमन सिंह सिकरवार के बंगले के पास अचानक उन्हें पटाखे की तेज आवाज आई।

विज्ञापन नवाज ने दी युद्ध की धमकी, मनमोहन बोले- मेरे जीते जी नहीं जीत सकता पाकिस्‍तान


इस्‍लामाबाद. जम्‍मू-कश्‍मीर में भाजपा के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी की रैली के बाद भारत में चल रही धारा 370 पर बहस के बीच पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि अगर कश्‍मीर मुद्दा जल्‍द से जल्‍द नहीं सुलझाया गया तो भारत-पाक के बीच चौथा युद्ध हो सकता है। नवाज शरीफ के इस बयान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कड़ी प्रतिक्रया दी है। उन्‍होंने शरीफ की धमकी पर कहा कि पाकिस्‍तान उनके जीते जी भारत से कभी जीत नहीं सकेगा। 
 
इससे पहले पाकिस्‍तान के अखबार 'डॉन' ने शरीफ को कोट करते हुए लिखा- कश्‍मीर एक ऐसा मुद्दा है, जिसे लेकर दोनों परमाणु संपन्‍न मुल्‍कों के बीच कभी भी चौथ युद्ध छिड़ सकता है, इसलिए हमें इस मुद्दे को युद्ध की नौबत आने से पहले सुलझा लेना चाहिए। मेरा यह सपना है कि कश्‍मीर मुद्दा मेरे जीते जी हल हो जाए।
 
'डॉन' के मुताबिक, शरीफ ने यह बात हाल में गुलाम कमीर के बजट सत्र को संबोधित करते हुए कही। उन्‍होंने भारत पर कश्‍मीर को लेकर गंभीरता न दिखाने का भी आरोप लगाया। शरीफ ने कहा कि भारत सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर को बार-बार अपना अभिन्न अंग बताना इस प्रमुख मुद्दे को हल करने को लेकर उसके रुख में गंभीरता की कमी जाहिर करता है।

क़ुरान का सन्देश

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