नई दिल्ली. यौन शोषण के आरोपों में घिरे
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस अशोक कुमार गांगुली सुप्रीम कोर्ट की जांच
समिति की ओर से पेश रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर उखड़ गए (रिपोर्ट के
बारे में अगली स्लाइड में पढ़िए)। कोलकाता में मीडिया की ओर से इस मुद्दे
पर सवाल किए जाने पर 66 साल के जस्टिस गांगुली ने कहा, 'मुझे परेशान मत
कीजिए। मैं पहले ही बहुत कुछ सह चुका हूं।'
दूसरी ओर, इसी मामले को लेकर पूछे गए सवाल पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व
मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री फारुख अब्दुल्ला ने विवादित बयान दिया है।
फारुख अब्दुल्ला से जब जस्टिस गांगुली मामले में
प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा, 'अब तो ये हालत हो गई है कि आजकल
लड़की से बात करने में भी डर लगने लगा है। बल्कि हम तो समझते हैं कि हम में
से अब किसी को लड़की सेक्रेटरी ही नहीं रखनी है। खुदा-ना-खास्ता हमारे
खिलाफ शिकायत न हो जाए और हम ही जेल न पहुंच जाएं। हालत ऐसी हो गई है। मैं
मानता हूं कि हिंदुस्तान में रेप बढ़ गए हैं। ऐसी बात नहीं है कि ऐसा नहीं
है, मगर कहीं तो कोई रुकावट होनी चाहिए।'
जब एक पत्रकार ने फारुख अब्दुल्ला से पूछा कि क्या आप लड़कियों को
इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो उन्होंने तुरंत ही अपने सुर बदल दिए और
कहा, 'नहीं, मैं लड़कियों को जिम्मेदार नहीं ठहरा रहा हूं। मैं इसके लिए
समाज को जिम्मेदार ठहरा रहा हूं। समाज ऐसी स्थिति में पहुंच गया है कि अब
एक तरफ से दूसरी तरफ को दबाव बढ़ने लगा है। अफसोस इस बात का है कि पहले तो
रेप होना ही नहीं चाहिए। लेकिन हिंदुस्तान में ऐसी घटनाएं बढ़ गई हैं,
क्योंकि औरतों की संख्या में कमी आई है, घर में अगर लड़का पैदा होता है तो
हम खुश होते हैं। वहीं लड़की के होने पर रोने लगते हैं, जबकि लड़कियों का
भी समाज में होना बहुत जरूरी है।'
बयान पर बवाल होने पर फारुख अब्दुल्ला ने माफी मांग ली है। उन्होंने
सवाल पूछ रहे पत्रकारों से यह भी कहा, 'आप लोग सबका बेड़ा गर्क करोगे। अरे
मैं तो कई तरह की हल्कीफुल्की बात करता हूं। यह मेरे लिए नई बात नहीं है।'
इससे पहले फारुख के बेटे और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर
अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई थी कि उनके पापा इस बयान के लिए माफी मांगेंगे।
इस बीच, केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने जस्टिस एके गांगुली को निशाने पर लेते हुए कहा है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अपना पल्ला झाड़ते हुए नहीं दिखना चाहिए।