आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

07 दिसंबर 2013

ऐ मुझे चाहने वाले ऐ मुझे प्यार करने वाले तू ही बता

ऐ मुझे चाहने वाले
ऐ मुझे प्यार करने वाले
तू ही बता
मुझे तुम बहलाते क्यूँ हो
क्यूँ रुलाते हो मुझे
क्यूँ तडपाते हो मुझे
कभी ख़ुशी कभी गम
देते क्यूँ हो ..
कब समझोगे तुम
मेरे दिल
मेरे प्यार
मेरे इक़रार की बातें
कब सोचोगे तुम
मेरी सांसों
मेरी आहों
मेरी सिसकिया
मेरी रातों कि करवटों की कराहटों को
मेरे बिस्तर की सिलवटों
मेरे इंतिज़ार
मेरी बेक़रारी को
हाँ में कहता हूँ
मुझे तुमसे मोहब्बत है
मुझे तुमसे मोहब्बत है
फिर तुम्ही बताओं
में अकेला क्यूँ हूँ
में अकेला क्यूँ हूँ
कभी हँसता हूँ
कभी मुस्कुराता हूँ
कभी रोता हूँ
कभी  बिलखता हूँ
कभी तुममे खोजाता हूँ
कभी बच्चे की तरह ज़िद कर रूठ जाता हूँ
कभी अपनी इस ज़िद पर पछताता हूँ
कभी ज़िद पूरी होने पर खुश हो जाता हूँ
हां मुझे तुम ही बताओं
क्यों कि
तुम्ही कहते हो
के तुम मुझे अच्छी तरह से समझे हो
में ऐसा दीवाना
ऐसा पागल
ऐसा अकेला क्यूँ हूँ ...........अख्तर

जानिए, कैसे गिने जाते हैं वोट और इस बार क्‍यों खुल कर जीत का जश्‍न नहीं मना सकेंगे उम्‍मीदवार


जानिए, कैसे गिने जाते हैं वोट और इस बार क्‍यों खुल कर जीत का जश्‍न नहीं मना सकेंगे उम्‍मीदवार नई दिल्ली. कुछ घंटे बाद देश के चार राज्यों-राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी। मिजोरम में मतों की गिनती सोमवार को होगी। इस बार चुनाव जीतने के बाद भी कोई प्रत्याशी खुलकर खुशी नहीं मना सकेगा। मिठाई बांटने, पटाखे फोड़ने और रैली निकालने पर होने वाला खर्च संबंधित प्रत्याशी के चुनाव खर्च में जुड़ेगा। चुनाव आयोग आठ दिसंबर की रात 12 बजे तक प्रत्याशियों के ऐसे प्रत्येक खर्च पर नजर रखेगा। चुनाव आयोग ने यह गाइडलाइन शुक्रवार को जारी की है। आयोग ने सभी जिलों के पर्यवेक्षकों, माइक्रो आब्जर्वरों और वीडियो टीमों को अलर्ट जारी कर प्रत्याशियों द्वारा जीतने के बाद किए जाने वाले खर्चों पर सख्त निगाहें रखने को कहा है। इतना ही नहीं, प्रत्याशी द्वारा जीत की खुशी में मोबाइल से एसएमएस करने, टीवी चैनल या फिर रेडियो के माध्यम से दिए जाने वाले बधाई संदेश को भी चुनाव खर्च में जोडऩे का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने इस बार प्रत्याशियों के चुनाव खर्च की लिमिट 16 लाख रुपए तय कर रखी है।

क़ुरान का संदेश

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