दोस्तों जो लोग अपनी कॉम अपने समाज के सगे नहीं वोह कोंग्रेस या फिर किसी सियासी दल के सगे केसे हो सकते है .......जी जनाब में बात कर रहा हूँ राजस्थान की ..जहां आज मुस्लिम कोंग्रेसी अपनी हालत पर आंसू बहा रहे है ..मुस्लिमों के नाम पर संसद ..राजयसभा ..विधानसभा और दूसरे पदों पर वेठ कर इतराने वाले पुरे समाज पूरी कॉम का सोदा करने वालों के दिन लद गए है और पुरे राजस्थान में गुलाम मुसलमानों को राजस्थान के मतदाता मुसलमानों ने चुनाव में हराकर हमेशा के लिए आज़ाद कर दिया है ...भाजपा के दो लोग युनुस खान और हबीबुरर्हमान जो लगातार मुस्लिम समाज की आवाज़ उठाते रहे है उन्हें भाजपा में होने के बाद भी राजस्थान के मुसलमानों ने सर आँखों पर बिठाया जबकी मुसलमानो के ठेकेदार बनकर उनकी सौदेबाज़ी करने वाले उनका गला घोटने वाले उनका हक़ मारने वाले कोंग्रेसी मुसलमानो को इन्ही मतदाताओं ने धूल चटाई है .......विधानसभा में बेठ कर पुरे पांच सालों में जी मुस्लिम कोंग्रेसी विधायकों ने मुसलमानो के कल्याण ..हित संरक्षण के लिए एक सवाल नहीं उठाया ..मुस्लिम मंत्रियो ने मुसलमान कल्याण के लिए एक योजना नहीं बनाई एक सुनवाई नहीं की .अलसपंख्यक आयोग ने एक भी मुसलमान की शिकायत पर किसी भी कलेकटर एस पी या फिर अधिकारी को सस्पेंड करवाकर दंडित नहीं करवाया .सरकार को उनके कल्याण की प्रभावी योजना बनाकर नहीं दी ...मदरसों में घोटाले पर चेयरमेन या जो भी दोषी था उसे जेल नहीं भिजवाया ..खुदा की इबादतगाह मस्जिद को कोंग्रेस सांसद नवीन जिंदल को बेचने वाले वक़फ़ के चेयरमेन लियाक़त अली को जेल नहीं भिजवाया गया उलटे पुरे कुनबे को अशोक गेहलोतपालते रहे ....सलीम कागज़ी जिहे मुसलमानो को सलाम का जवाब देने पर भी ऐतराज़ है ऐसे नामाक़ूल को हज कमेटी जेसी मुक़द्दस जगह पर मुसल्लत क्या गया ...अश्क अली टाक जो राजस्थान के मुसलमानो की तबाही पर सिर्फ ठहाके लगाते है ..मुस्कुराते है उनकी समस्याओं के ज़िम्मेदार होने पर भी बैठकों में जाकर कोई जवाबदारी नहीं करते है और अपने कर्त्तव्यों से पीछा छुड़ा कर सरकार के कुकर्मों की वाहवाही करते है ..ऐसे लोग जिन्होंने ....कुल मिलाकर जिन्होंने मुसलमानो को नुक़सान पहुंचाया जो मुसलमान को बर्बाद करने की कहानी में शामील रहे अशोक गेहलोत ने उन्हें सर पर बिठाया तो जनाब राजस्थान का मुसलमान इतना बेवक़ूफ़ भी नहीं लो सोलाह मुसलमानो में से आज कोंग्रेस का एक भी मुसलमान नहीं जीता ...जनाब अमीन कागज़ी ...माहिर आज़ाद सहित कई सीटों पर मुस्लिमों का गेर मुस्लिम भाजपाइयों से मुक़ाबला था लेकिन मुस्लिमों ने इन कथित मुस्लिम कोंग्रेसियों को सीधे तोर पर नकारते हुए सबक़ सिखाया और इन्हे वोट नहीं देकर दूसरे भाजपाइयों को जिताया .यह लोग कहने के तो मुसलमान है मुसलमान होने की वजह से कोंग्रेस के कोटे से मुस्लिम का फायदा उठाकर पद लेते है और गद्दारी भी पूरी कॉम से करते हुए कोंग्रेसियों की गलत मुस्लिम समाज को तबाह और बर्बाद करने वाली नीतियों की हां में हां मिलाकर शह देते है ..आप मेरी बात मत मानिये मुस्लिम विधायक रहे मुस्लिमों से जाकर तो पूँछिये मसुलिम कल्याण और हक़ के लिए उन्होंने विधानसभा में कितने सवाल उठाये कितने सुझाव दिए ...आप मदरसा बोर्ड के चेयरमेन से तो पूँछिये मुस्लिमों के हक़ को मरकर रिश्वत लेकर कितने गेर मुस्लिमों को पैराटीचर्स ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से मनाया ..आप वक़फ़ बोर्ड के चेयरमेन से तो पूँछिये कितने अतिक्रमणकारियों से क़ब्रिस्तानों के रूपये लिए क़ब्रो के कितने रुपयों से कोंग्रेसियों को गोश्त मांदे खिलाकर रोज़ा इफ्तार करवाया ...खुद अश्क अली टाक से पूँछिये जो सिर्फ और सिर्फ मुसलमान होने की वजह से मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व करने के लिए राजयसभा में बनाये गए है लेकिन उन्होंने आजतक राजयसभा में मुस्लिम हित में या फिर मुस्लिम कल्याण के लिए कितने सवाल उठाये कितने सुझाव् दिए ....किसी के पास जवाब नहीं है ..कोटा में एक कार्यक्रम मुस्लिम कल्याण शिकवे शिकायत का था में कोटा में मुस्लिमों के साथ किये कोंग्रेस शासन के ज़ुल्म की कहने ब्योरेवार ब्यान कर रहा था लेकिन जनाब माहिर आज़ाद ..दुर्रु मिया और दूसरे लोगों ने माइक बंद करवाने की कोशिश की मुस्लिमों के हक़ की बातकरने पर गला घोटने की कोशिश की लेकिन मुस्लिम भाइयों के जज़बे के आगे इन गुलाम दलालों की नहीं चली और नतीजा हमीदाबानो पूर्व मंत्री अज़ीज़ अहमद ने सच स्वीकारा और कोंग्रेस उसी वक़त छोड़ दी तो जनाब जो लोग अपने समाज के सगे नहीं जो लोग उनके सगे नहीं जो आखरी वक़त में उन्हें कंधो पर लेकर आखरी सफर पर ले जायेंगे वोह लोग कोंग्रेस या फिर भाजपा या फिर किसी भी पार्टी के सगे केसे हो सकते है इसलिए भाइयों जो लोग भाजपा से जीत कर आये है वोह भी भाजपा की नीतियों के साथ साथ अपने समाज के कल्याण के बार में भी सोचे और पार्टी और समाज में से एक चुने पार्टी में अगर उनके समाज के खिलाफ कोई गलत निति बनती है तो उसका विरोध करे देश को एक करने देश के पिछड़े और मुस्लिमो को आगे लाने की बात करे ..भाजपा को मौक़ा मिला है वोह अपना चेहरा बदले मुसलमानो को उनका हक़ दे ..समानता का अधिकार दे ..सियासी भागीदारी दे ..कल्याणकारी योजनाये बनाये जो क़र्ज़ मुसलमानो का भाजपा पर चढ़ा है उसे वोह सियासी समझ और मुसलमानो को सियासी भागीदारी के अलावा कोंग्रेस के शासन में जो इन्साफ नहीं मिला वोह देकर चुकता करे ..मुसलमान वोटर किसी पार्टी का ज़र खरीद गुलाम नही जो उनके सामज के हित और समाज के कल्याण कि सोचेगा मुस्लिम उसके साथ खड़ा मिलेगा ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
11 दिसंबर 2013
वसुंधरा अकेले ही कल लेंगी शपथ
जयपुर। भाजपा विधायक दल के नेता वसुंधरा राजे शुक्रवार को अकेले शपथ लेंगी। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी सीएम ही शपथ ले रहे हैं। ऎसे में यहां भी इसी तर्ज पर चलने का निर्णय किया गया है। शपथ ग्रहण समारोह विधानसभा के मुख्य द्वार पर होगा।
जनपथ पर जनता इस शपथ ग्रहण समारोह को देख सकेगी। सूत्रों के मुताबिक पहले चर्चा थी कि 4-5 विधायक राजे के साथ शपथ लेंगे, लेकिन हाईकमान ने यह निर्णय किया है कि तीनों राज्यों में फिलहाल विधायक दल के नेता ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। मंत्रिमण्डल गठन जनवरी में होने की संभावना है।
विस गठन की अधिसूचना
चुनाव आयोग के प्रधान सचिव शंगारा राम ने बुधवार को राज्य में 14 वीं विधानसभा के गठन की अधिसूचना जारी की। इसके साथ विधानसभा चुनाव कार्य संपन्न हो गया और आचार संहिता हट गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अशोक जैन ने बताया, अधिसूचना प्रकाशन 11 दिसंबर, 2013 के राजस्थान राज-पत्र के विशेषांक में कर दिया गया है।
अभी तो यह ही तय हुआ है कि तीनों राज्यों में विधायक दल का नेता ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगा। कोई विधायक को मंत्री पद की शपथ नहीं दिलाई जा रही है। कप्तान सिंह, प्रदेश प्रभारी, भाजपा
राहुल गांधी के खिलाफ कुमार विश्वास को लोकसभा चुनाव लड़ाएगी AAP, अन्ना से मिलेंगे केजरीवाल
नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी 'आप'
ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली शानदार जीत की खुशी में बुधवार को
जंतर-मंतर पर धन्यवाद रैली का आयोजन किया। इस दौरान आप के नेता कुमार
विश्वास ने कांग्रेस, भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने मंच से दिल्ली
की पूर्व सीएम शीला दीक्षित पर तंज कसा तो भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण
जेटली को दिल्ली में कहीं से भी चुनाव लड़ने की चुनौती दे डाली। वहीं,
पार्टी के नेता मनीष सिसौदिया ने कहा कि कुमार विश्वास को वह राहुल गांधी
के खिलाफ मई में होने वाले लोकसभा चुनाव में लड़ाएंगे।
विजय रैली के दौरान अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में पार्टी बनाने से इनकार कर दिया। उन्होंने
भाजपा पर सरकार न बनाने का आरोप लगाते हुए कहा- सौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज
को चली। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा आज से पहले जोड़-तोड़ करती रही है तो आज
क्या हो गया। केजरीवाल ने सभी ईमानदार कारोबारियों को आप में शामिल होने
का न्योता दिया।
दूसरी ओर जन लोकपाल की मांग को लेकर अन्ना हजारे रालेगण सिद्घि में अकेले अनशन कर रहे हैं। अन्ना हजारे के अनशन में पहले अरविंद केजरीवाल
के पहुंचने की खबर आ रही थी, लेकिन अन्ना समर्थकों ने इसका विरोध किया,
लेकिन बुधवार को केजरीवाल ने गुरुवार को अन्ना से मिलने की बात कही।
अन्ना का अनशन बुधवार को दूसरे दिन में पहुंच गया। हालांकि, आप नेता गोपाय
राय ने अन्ना से अनशन छोड़ने की अपील की है।
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