आपका-अख्तर खान

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15 दिसंबर 2013

नरेंदर मोदी बल्लभ भाई पटेल से नफरत नहीं इन्हे प्यार करते है अपना आदर्श मानते है इसीलिए मोदी अब मुझे पसंद आने लगे है ........

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दोस्तों एक कड़वा सच ...मेरे लिए नरेंदर मोदी नाम की शख्सियत सिर्फ एक नफरत ..एक हिंसक प्राणी से ज़यादा कुछ नहीं थी .....यह चाय बेचते थे ..इनकी पत्नी कहा है इनका निजी विवाद है उससे मुझे लेना देना नहीं लेकिन गुजरात में जो कुछ हुआ उसके लिए मोदी को ज़िम्मेदार ठहराया गया ...मुक़दमे चले इनके खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिला दिल्ली में केंद्र में कोंग्रेस की सरकार थी कोंग्रेस के अहमद पटेल गुजरात में थे लेकिन मोदी के खिलाफ कोई अदालत कोई सी बी आई कार्यवाही नहीं कर सकी .....नरेंदर मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर बने रहकर बिना मुख्यमंत्री के लाभ का पद छोड़े देश का प्रधानमंत्री बनने की ज़िद कर बेठे और लालकृष् अडवाणी को पटखनी देकर वोह भाजपा हाईकमान पर हावी भी हुए कामयाब भी हुए ...एक अफवाह के मोदी साम्प्रदायिक है ..हिंसक है ...फ़र्ज़ी एनकाउंटर करने वाले है .....राष्ट्रविरोधी है देश का संविधान तोडना चाहते है देश तोड़ना चाहते है हिन्दू और मुस्लिम दो राष्ट्र बनाना चाहते है फैलायी गयी लेकिन सब झूंठी साबित हुई उनके भाषणों में पुरे देश की बात शामिल रही ..वर्ग भेद ..नफरत उनके भाषणों में नहीं थी ...उनके द्वारा टोपी नहीं पहनने पर विवाद खड़ा करने वालों ने जब उन्हें टोपी पहने और दाडी रखे हुए देखा तो गलत फहमी दूर होने लगी ...खेर यह सियासी बाते है ..लेकिन नरेंदर मोदी का चिंता देश में आतंकवाद के खिलाफ विज़न ..लोह पुरुष वल्लभ भाई के प्रति प्यार और समर्पण से पता चलता है ..दोस्तों बल्लभ भाई पटेल इरादों के मज़बूत  थे उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या होने के बाद लोह पुरुष बनकर हिदू आतंकवाद के खिलाफ जेहाद छेड़ी नाथूराम गोडसे सज़ा दिलवाई इतना ही नहीं आर एस एस को हिन्दु आतंकवादी संगठन बताकर इसे बेन कर दिया और आर एस एस से जुड़े नेताओं को जेल में डाल दिया देश आज़ाद था लेकिन आर एस एस के नेता जेल में क़ैद थे ..आर एस एस प्रतिबंधित थी ..यह बहादुरी का  काम हमारे लोह पुरुष बल्लब भाई पटेल के अलावा कोई और नहीं कर सकता था ..लोह्पुरुष बल्लभ भाई पटेल ने आर एस एस के नेताओं को जेल से छोड़ने की गुहार पर सशर्त पाबंदी लगाई उनसे माफ़ी मंगवाई लिखित में विधान बनवाकर वचन लिया के वोह राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त नहीं रहेंगे और तब आर एस एस के नेताओं को जेल से छोड़ा गया ..यह एक इतिहास है के आर एस एस को लोह पुरुष ने बेन क्या और फिर सशर्त विधान बनवाकर छुड़वाया ...दोस्तों नरेंद्र मोदी खुद आर एस एस के सिपाही है वोह अगर चाहते तो बल्लभ भाई पटेल से नफरत करते उन्हें आर एस एस का दुश्मन और हिन्दू आतंकवादी का दुश्मन कहकर उन पर वार करते .....लेकिन उन्होंने राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ कार्यवाही करने और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी  के हत्यारों को सज़ा दिलवाने वाले बल्लभ भाई पटेल को अपना आदर्श बनाया उनकी मूर्ती बनाने के लिए संकल्प लिया ..यह कोई मामूली बात नहीं है के जिस विचारधारा से हम जुड़े है उसके खिलाफ कार्यवाही करने वाले को हम अपनाये ....बस मोदी की यही अदा हमे भा गयी और हमे नरेंद्र मोदी अच्छे लगने लगे है ...क्योंकि हम देखते है के गांधी के हत्यारों के समर्थक उनका खुलेआम महिमामंडन करते है लेकिन कोंग्रेस या कि भी सरकार कोई क़ानूनी कार्यवाही नहीं करती कोई ऐसे संगठनों पर पाबंदी नहीं लगाती ..इधर नरेंद्र मोदी जब लोह पुरुष बल्लभ भाई पटेल को अपना आदर्श मानते है तो यह तो तय है के वोह भी हिन्दू आतंकवाद या फिर किसी भी आतंकवाद के खिलाफ है और मौक़ा पढ़ने पर देश हित में आर एस एस हो चाहे कोई भी हिन्दू मुस्लिम संगठन हो उसे बेन कर उसके नेताओं को जेल में डालने से पीछे नहीं हटेंगे जो साहस शायद इंदिरा के बाद कोंग्रेस के किसी भी नेता में नहीं रहा है ..इसीलिए मोदी अब हमे भी अच्छे लगने लगे है ......बल्लभ भाई  पटेल का जज़बा उनमे ज़िंदा रहे और वोह लोह्पुरुष की तरह ही देश को अपना देश और देशवासियों को अपना समझे राष्ट्रपिता महात्मागांधी के हत्यारों और समर्थकों के साथ वेसा ही व्यवहार रखे जैसा बल्लभ भाई पटेल ने रखा था और बल्लभ भाई पटेल से हुए समझोते के बाद जो आर एस एस का विधान था उससे भटकने पर वोह उसके खिलाफ भी कार्यवाही करे ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

ज़िंदगी के सफर को

ज़िंदगी के सफर को
लफ्ज़ों में पिरोया है
अपने हर अलफ़ाज़ को
दर्द में क्या है सराबोर
तड़पन ..सिसकियों में डुबोया है
प्लीज़
आज वाह वाह न करना
क्योंकि
यह कमबख्त दिल
फिर से
उसी
ज़ालिम की याद में रोया है ..............अख्तर

दोस्तों कोटा सम्भाग के पत्रकारों का खबरों के प्रति समर्पण और खबरें हज़म करने की एक कहानी आपके सामने है

दोस्तों कोटा सम्भाग के पत्रकारों का खबरों के प्रति समर्पण और खबरें हज़म करने की एक कहानी आपके सामने है .यह जो दैनिक भास्कर कोटा में तेरह दिसम्बर को प्रथम पेज पर छपी खबर है इस घोटाले को अखबारों में छपवाने और टीवी पर खबर चलवाने के लिए एक फरियादी सलाम शेरवानी ने ज़मीन आसमान एक कर दिया और दो सालों से लगातार इस प्रयास में रहा के यह घोटाला लोगों के सामने आये और दोषी लोगों को सज़ा मिले ......जी हाँ दोस्तों मेने   कोटा आकाशवाणी निवासी सलाम शेरवानी द्वारा सुचना के अधिकार के तहत सभी दस्तावेज एकत्रित कर देने पर पूरी खबर बनाकर सभी दस्तावेज संलग्न कर दिए जो सलाम अंसारी कोटा झालावाड़ के सभी अख़बारों ..सम्पादकों ..रिपोर्टरों ..और टी वी रिपोर्टरों को देकर आये ..किसी ने कोई खबर नहीं दी हां अलबत्ता घोटालेबाज़ों तक खबर ज़रूर पहुंचा दी गयी ..घोटालेबाज़ों के सौदेबाज़ और बाहुबली सलाम शेरवानी के पीछे पढ़ गए ....खेर भ्रष्टाचार के खिलाफ हम कहाँ हार मानने वाले थे ..मे अख्तर खान अकेला और एडवोकेट आबिद हुसेन अब्बासी ने सलाम शेरवानी की तरफ से भार्स्ताचार निरोधक विभाग में मुक़दमा दर्ज करवाने का प्रयास किया लेकिन भ्रष्टाचार विभाग में तो महाभ्रष्टताचार था वहाँ मुक़दमा  दर्ज नहीं क्या गया ..मजबूरी में हमने अदालत का सहारा लिया दंड प्रक्रिया संहिता के प्रावधान के तहत इस्तिगासा तय्यार क्या और ऐंटी करेप्शन कोर्ट में पेश क्या ..कई क़ानून बताने और लम्बी बहस के बाद जज साहब ने इस इस्तागासे को एफ आई आर दर्ज कर कार्यवाही के निर्देशों के साथ ऐंटी करप्शन विभाग को भेज दिया ...यह कोर्ट की खबर थी लेकिन कोटा के किसी भी अख़बार ने नक़ल के साथ खबर भेजने पर भी इस मामले की खबर नहीं छापी केवल राजस्थान पत्रिका ने छोटी सी खबर बनायी थी इलेक्ट्रॉनिक मिडिया के हर चेनल के संवाददाता को खबर बताई लेकिन सब के मुंह पर ताला लगा था ...इधर इस्तिगासा ऐंटी करप्शन विभाग को गए हुए महीना गुज़र जाने पर भी कोई मुक़दमा दर्ज नहीं फरियादी सलाम शेरवानी के चक्कर काटते काटते जूते घिस गए ...खेर अदालत से गुहार की स्टेटस रिपोर्ट के नाम पर ऐंटी करप्शन में सबसे बढ़ा करप्शन सामने आया ...अदालत ने जो परिवाद मुक़दमा दर्ज करने के लिए दिया था उसे क़ानून के खिलाफ पूर्व जांच में जनाब एडिशनल एस पी नरेंद्र कासट साहब ने सभी को लें दें कर बरी कर दिया और एक एफ आई आर खुद को परिवादी बनाकर केवल एक अभियुक्त के नाम दर्ज कर अदालत भेज दी जबकी सभी सफेदपोश अपराधियों को बचाया जा चुका था .........ताज्जुब इस पर है के एडिशनल एस पी नरेंदर कासट फरियादी पर उनके अधीनस्थ उप अधीक्षक को इसकी जांच दी गयी ..तब भी अख़बारों और इलेक्ट्रॉनिक मिडिया को खबर दी लेकिन खबर गायब ..इधर ऐंटी करप्शन विभाग के अधिकारी ने जब लेट लतीफी की और मामले को दबाने का प्रयास क्या ..तो हमने फरियादी सलाम शेरवानी के ज़रिये राजस्थान हाईकोर्ट जयपुर में मामले में कार्यवाही बाबत याचिका लगाई ...वहाँ भी कोटा एटी करप्शन विभाग और मेडिकल विभाग द्वारा स्टेटस रिपोर्ट नहीं दी गयी ...आखिर हाईकोर्ट से अवमानना कार्यवाही का निवेदन क्या हाईकोर्ट ने डी जी ऐंटी करप्शन और अधीक्षक अस्पताल झालावाड़ सही कई लोगों के खिलाफ अवमानना कार्यवाही के नोटिस दिए बस फिर क्या था सभी लोगों को खुद के जेल में जाने के डर से सक्रीय होना पढ़ा और फिर मजबूरी में भ्रस्टाचारियों के खिलाफ कार्यवाही शुरू हुई ..फ़र्ज़ी नियुक्तिया बर्खास्त हुई ..मज़ेदार बात यह है के कोटा और झालावाड़ के अख़बार वाले पुलिस वाले ..टी वी रपोर्टर जिस खबर को दबाने के लिए भरपेट मज़े ले चुके थे उनके मंसूबों पर पानी फिर गया और खबर जयपुर से प्रकाशित होने लगी ....तो जनाब भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने में दिककते तो बहुत है पुलिस ..ऐंटि करप्शन ..प्रशासन ...अख़बार की चोकड़ी पुरे भ्रष्टाचार को दबाने के प्राथमिक प्रयास करती है लेकिन अगर हिम्मत नहीं हारो और लड़ते रहो लड़ते रहो तो यही अख़बार मजबूर होकर खबरें भी छापते है और यही अधिकारी मजबूर होकर मुक़दमे भी दर्ज करते है और दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही भी होती है ..........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

मोदी को याद आया मक्‍का, बेनी बोले- फ्रॉड है RUN FOR UNITY



वडोदरा/नई दिल्ली. बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्‍मीदवार और गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर चेन्‍नई से लेकर मणिपुर और गुजरात से लेकर कोलकाता तक देश भर के तमाम शहरों में रविवार को 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया गया। मोदी ने वड़ोदरा के नवलखी ग्राउंड में हरी झंडी दिखाकर दौड़ की औपचारिक शुरुआत की। कांग्रेस ने मोदी की इस पहल की आलोचना की है। केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने 'रन फॉर यूनिटी' को एक 'फ्रॉड' करार देते हुए कहा कि यह सबकुछ वोट के लिए किया जा रहा है।
 
मोदी ने रविवार को ही उत्‍तराखंड की राजधानी देहरादून में शंखनाद रैली को संबोधित किया। मोदी ने अपने भाषण में राज्‍य और केंद्र की कांग्रेस नीत सरकारों पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस आपदा के समय भी राजनीति करने से बाज नहीं आती है। मोदी ने अपने भाषण में पर्यटन का जिक्र करते हुए कहा कि इस दुनिया में सबसे अधिक यात्री किसी जगह पर जाते हैं तो वह मक्‍का है।  
 
मोदी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कि दिल्ली और देहरादून दोनों जगहों की सरकारें लोगों से कटी हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस चाहती है कि लोग गरीब रहें ताकि उनकी सरकारें चलती रहे।’ मोदी ने कहा कि आज उत्तराखंड के लोग पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं। एनडीए के कार्यकाल में उत्तराखंड को अलग राज्य का दर्जा मिला था और इस नए राज्य के विकास के लिए तत्कालीन एनडीए सरकार ने पैकेज की घोषणा की थी।
 
उत्तराखंड में आई आपदा का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि वह आपदा को आज तक नहीं भूल पाए हैं। मोदी ने मौजूदा राजनीति पर अफसोस जाहिर की। उन्होंने कहा कि आज कोई किसी का दर्द नहीं बांटता, राजनीति बहुत निष्ठुर हो गई है।
 
बाबा रामदेव का बचाव करते हुए मोदी ने कहा कि रामदेव को फंसाने में जितनी ताकत कांग्रेस सरकार ने लगाई उसकी आधी ताकत भी आपदा से निपटने में नहीं लगाई। 

क़ुरान का सन्देश

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