आपका-अख्तर खान

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24 दिसंबर 2013

एक मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया के पास इतने अकेले के पास विभाग ,,,,,,,,,

एक मुख्यमंत्री वसुंधरा सिंधिया के पास इतने अकेले के पास विभाग ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
कार्मिक विभाग, प्रशासनिक सुधार एवं समन्व्य विभाग, सामान्‍य प्रशासन विभाग, सम्पदा विभाग, गृह एवं न्याय विभाग, राजस्थान राज्य अन्वेषण ब्यूरो, गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा विभाग, कारागृह विभाग, वित्त विभाग, उद्योग विभाग, राजस्व विभाग, उपनिवेशन विभाग, देवस्थान विभाग, वक्फ विभाग, सैनिक कल्याण विभाग, वन विभाग, आबकारी विभाग, कराधान विभाग, नगरीय विकास विभाग, श्रम विभाग, नियोजन विभाग, मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग, कारखाना एवं बॉयलर्स निरीक्षण विभाग, कला, साहित्य , संस्‍कृति एवं पुरातत्व‍ विभाग, विधिक एवं विधिक कार्य विभाग एवं विधि परामर्शी कार्यालय, आयोजना विभाग, आयोजना (जनशक्ति) विभाग, सूचना प्रोद्योगिकी एवं संचार विभाग, निर्वाचन विभाग, मंत्रिमण्‍डल सचिवालय, सांख्यिकी विभाग, राजकीय उपक्रम विभाग, भाषा विभाग, जन अभियोग निराकरण विभाग, पर्यटन विभाग, पर्यावरण विभाग, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, युवा मामले एवं खेल विभाग, परिवहन विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, नीति निर्धारण प्रकोष्ठ – मुख्यमंत्री सचिवालय, राजस्थान स्टेट मोटर गैराज विभाग, नागरिक उड्डयन विभाग, अप्रवासी भारतीय विभाग, अल्पसंख्यक मामलात विभाग  बारह मंत्रियों के पास केवल इतने से विभाग ,,,,,,,,,,,,,वाह क्या सियासत है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
श्री गुलाब चन्‍द कटारिया
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, आपदा प्रबन्धन एवं सहायता विभाग
2119 मुख्‍य भवन
2
श्री नन्‍द लाल मीणा
जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग
6010 मंत्रालय भवन
3
श्री राजेन्‍द्र सिंह राठौड
चिकित्सा एवं स्वास्‍थ्‍य विभाग, आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्‍थ्‍य सेवाएं (ईएसआई) विभाग, संसदीय मामलात विभाग
6216 मंत्रालय भवन
4
श्री कालीचरण सर्राफ
शिक्षा विभाग (प्राथमिक,माध्‍यमिक एवं उच्च शिक्षा सहित) एवं संस्‍कृत शिक्षा विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग
6116 मंत्रालय भवन
5
श्री कैलाश मेघवाल
खान विभाग
6003 मंत्रालय भवन
6
श्री सांवर लाल जाट
जल संसाधन विभाग, इन्दिरा गांधी नहर परियोजना विभाग, जन स्वास्‍थ्‍य अभियांत्रिकी विभाग, भू-जल विभाग, कृषि सिंचित क्षेत्रीय विकास एवं जल उपयोगिता विभाग
6122 मंत्रालय भवन
7
श्री प्रभुलाल सैनी
कृषि विभाग (कृषि विपणन सहित), पशुपालन विभाग, मत्‍स्‍य विभाग, डेयरी विभाग
6322 मंत्रालय भवन
8
श्री गजेन्‍द्र सिंह खींवसर
ऊर्जा विभाग
6316 मंत्रालय भवन
9
श्री यूनुस खॉन
सार्वजनिक निर्माण विभाग
6016 मंत्रालय भवन
राज्य मंत्रीगण
क्रमांक
नाम
विभाग
सचिवालय कमरा न. एवं भवन
निवास
कार्यालय फोन न.
निवास फोन न.
विधानसभा दूरभाष न. एवं पी.बी.ऐक्स.न. (0141-2744301)
1
श्री अरूण चतुर्वेदी
सामाजिक न्यारय एवं अधिकारिता विभाग
6206 मंत्रालय भवन
2
श्री अजय सिंह
सहकारिता विभाग
6210 मंत्रालय भवन
3
श्री हेम सिंह भडाना
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, उपभोक्ता मामले विभाग

,,,,राजस्थान में भारी बहुमतों से आपने चुनाव जीत्त कर विश्व के गिनीज़ रिकॉर्ड में कुशल नेतृत्व का रिकॉर्ड बनाया है ,,,,,,

आदरणीय वसुंधरा साहिबा ,,,,,,,,राजस्थान में भारी बहुमतों से आपने चुनाव जीत्त कर विश्व के गिनीज़ रिकॉर्ड में कुशल नेतृत्व का रिकॉर्ड बनाया है ,,,,,,,,,,,प्रधानमंत्री के दावेदार मुख्यमंत्री की कुर्सी से चिपके नरेंदर मोदी को भी पीछे छोड़ा है तो शिवराज सिंह साहिब भी पिछड़ गए है ,सभी जानते है कोंग्रेस के बेहिसाब कल्याणकारी योजनाओ और विकासकार्यों के बाद भी जनता से उनके लगातार दुर्व्यवहार और हिटलरशाही के कारन जनता ने उन्हें नकार दिया है ,,, सच तो यह है के जनता ने आपको नहीं जिताया है ,,,जनता ने गुस्से में कोंग्रेस को पटखनी देने सबक़ सिखाने के लिए नेगेटिव वोटिंग की है और आपको रिकॉर्ड तोड़ ऐतिहासिक जीत मिली है ,,,,,,,,,,,,,,,राजस्थान के मुसलमानो ने पहली बार नरेंदर मोदी के हव्वे के बाद भी खुलकर कोंग्रेस के खिलाफ और कई स्थानों पर कमोबेश भाजपा के हक़ में वोट डाला है ,हर बस्ती हर भाग संख्या जहां मुस्लिम बाहुल्य मतदाता है वहाँ कोंग्रेस के खिलाफ भाजपा को वोट मिला है ,, इतना ही नहीं खुद मुस्लिम कोंग्रेस प्रत्याक्षी जहां जहां खड़े थे वहाँ वहा भी मुस्लिम मतदाताओं ने कोंग्रेस से नफरत भाव के कारण कांग्रेस के मुल्ज़िम प्रत्याक्षी को भी हरा दिया है ,,,,,,,यह एक इतीहास है ,लेकिन यह जीत मिल तो गयी इसको बचाये रखना बहुत ज़रूरी है ,,,,,कोंग्रेस से छिटक कर कोंग्रेस का परम्परागत वोट मुस्लिम और दलित आपके साथ आया तो है लेकिन उनके लिए आपको भी कुछ करके दिखाना होगा वर्ना क्या पांच साल बाद फिर बदलाव ,,,,,,अगर इस जीत को क़ायम रखते हुए और अधिक ऐतिहासिक जीत बनाना है तो अपने वोटर्स के साथ साथ दलित ,,मुस्लिम मतदाताओं के लिए अल्पसंख्यक मामलात विभाग ,,,,अन्य पिछड़ा वर्ग ,,,अनुसूचित जाती जन जाती क्षेत्र सहित सभी वर्गों के लोगों के लिए पूर्व में किये गए भ्रष्टाचार अत्याचार उपेक्षा को समाप्त कर दिखावा नहीं ,,,अखबारी घोषणा और टीवी के विज्ञापन नहीं कुछ धरातल पर करके दिखाना होगा ,,,उनके रोज़गार ,उनके अत्याचार के खिलाफ न्याय के निर्णय लेना होंगे और खुद मुख्यमंत्री कार्यालय में भाजपा और सी एम ओ के समन्वयक की तरह ,,दलित ,, अल्पसंख्यक मामलात के विशेषाधिकारी सलाहकार निजी तोर पर नियुक्त करना होगे ताकि राजस्थान का सच आप तक पहुंच सके और आपका खुद का निर्णय राजस्थान कि जनता के पास पहुंचे और जनता को इंसाफ मिल सके वरना एक महीना तो निकल गया है चार साल ग्यारह महीने निकलने में वक़त नहीं लगता है फिर चिड़िया चुग जायेगी खेत तो कुछ होने वाला नहीं ,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

एक सच्ची मगर अच्छी कहानी ,,,,,हमारे देश में कोंग्रेस नाम की एक पार्टी जिसे गांधी ने आज़ादी के बाद खत्म करने का सुझाव दिया था खत्म नहीं की गयी ,


एक सच्ची मगर अच्छी कहानी ,,,,,हमारे देश में कोंग्रेस नाम की एक पार्टी  जिसे गांधी ने आज़ादी के बाद खत्म करने का सुझाव दिया था खत्म नहीं की गयी ,,खेर कोंग्रेस सत्ता पार्टी बनी ,,,,,इस शासन में गोडसे जन्मा उसने गांधी की हत्या की फिर लोह्पुरुष सरदार पटेल इसी शासन का हिस्सा थे उन्होंने उसे जेल डाला समर्थक आर एस एस की नाक में नकेल डाली और लिखित में माफ़ी नाम लिखवाकर ,,देश प्रति वफादारी का वचन लेकर ही उन्हें जेल से रिहा क्या गया ,,,,,,,कोंग्रेस फिर सरकार में रही ,,,,आपात काल में इंदिरा जी हारी जेल गयी कोंग्रेस खत्म ,,,,,,,,,,लेकिन फिर कोंग्रेस पहले आई के नाम से पुनर्जीवित हुई फिर वापस भारतीय राष्ट्रीय कोंग्रेस बन गयी ,,,,फिर इंदिरा  की  हत्या हुई ,,फिर राजीव की हत्या हुई ,,कोंग्रेस उनके खून से सींची गयी ,,,, उस वक़त कोंग्रेस ने सोनिया गांधी को दूध में से मक्खी की तरह से निकाल फेंका , राहुल गांधी कहा थे किसी को खबर नहीं थी ,, पीचिदंबरम ,,नर्सिम्मा राव ,,खुद मनमोहन सिंह ने सोनिया को सताया कोंग्रेस को खत्म करने के लिए जनविरोधी योजनाये लाये ,नर्सिम्मा राव ने तो कोंग्रेस को खत्म ही कर दिया लेकिन सोनिया फिर आयी उन्होंने कोंग्रेस के डूबता जहाज़ को सम्भाला और जहां जहाज़ में छेद था वहाँ बढ़ा कपड़ा लगाकर कोंग्रेस के जहाज़ में पानी भरने और उसे डूबने से बचा लिया ,,,,,, लेकिन दोस्तों अब कांग्रेस के ही लोग कोंग्रेस के जहाज़ को डुबोने की कोशिश कर रहे है ,,,खुद मनमोहन सिंह कोंग्रेस के जहाज़ में वोह कपड़ा तलाश रहे है जो कोंग्रेस के जहाज़ को डूबने से बचाने के लिए सोनिया ने छेद  बंद कर लगाया था  ,,,, लेकिन मनमोहन ने अल्पसंख्यकों का गरीबों का दलितों का वोह सहारा खत्म कर दिया है ,,,,,,,,,,,,कोंग्रेस गरीबों के खिलाफ पार्टी है ,,,मुसलमानो के खिलाफ पार्टी है ,,दलितों के खिलाफपार्टी है यह बात आम आदमी जान चूका है बस नहीं जान पाये तो खुद सोनिया गांधी और राहुल गांधी नहीं जान पाये ,,अब मनमोहन सिंह कोंग्रेस को बर्बाद करने और नर्सिम्मा राव के अधूरे काम कोंग्रेस को बर्बाद करने को पूरा करने की कामयाब कोशिशों में है अब शायद वोह एक आखरी कपड़ा वोह निकाल रहे है जिससे कोंग्रेस का जहाज़ पूरा का पूरा भारत की राजनीति के महासमुन्दर में डूबने वाला है ,,,,,कोिबचा सकता हो तो बचा लो हमने तो सही बात बनता दी भाई क्योंकि कप्तान सोनिया सो रही है उप कप्तान राहुल गांधी रो रहे है और दूसरे कर्मचारी दिग्विजय सिंह ,,,अहमद पटेल ,,गुलाम नबी ,पी चिदंबरम कांग्रेस के जहाज़ के पुराने छेदों से कपड़े निकल निकल कर उन्हें बढ़ा आकर जहाज़ डुबोने कि कोशिशों में जुटे है ,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

रातोंरात एक गांव में बने 400 करोड़पति



 
रातोंरात एक गांव में बने 400 करोड़पति
अहमदाबाद। गुजरात में छोटा सा गांव खोरज। आबादी 1200 है, पर 400 लोग करोड़पति हैं। 117 महिलाएं हैं। अहमदाबाद से 40 किमी दूर स्थित खोरज देश का सबसे अधिक करोड़पतियों वाला गांव बन गया है। गुजरात इंडस्ट्रियल डवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने जमीन के बदले मुआवजा बांटा है। पिछले कुछ दिनों में लोगों को 850 करोड़ रु. के चैक मिले हैं। महिलाओं के नाम भी जमीनें थीं। उन्हें 6 करोड़ तक का मुआवजा मिला।

देश का सबसे ज्यादा करोड़पतियों वाला गांव बना खोरज
पिता, बेटी व मां को करोड़ों
कल्याणी जाधव को 1.85 करोड़ रुपए मिले हैं। जबकि उनकी मां लीला को 2.43 करोड़ और पिता रामसिंह को 3.5 करोड़ रु.। कल्याणी अपना कारोबार करना चाहती हैं। वे अपना ग्रीन हाउस तैयार करना चाहती हैं। साथ में एग्रीकल्चर प्रोसेसिंग का काम भी शुरू करना चाहती हैं।
सोच-समझ कर खर्च करूंगी
दो बेटों को अकेले पाल-पोसकर बड़ा करने वाली ज्योत्सना चावड़ा को 1.21 करोड़ रुपए मिले हैं। ज्योत्सना कहती हैं कि 'मेरा बेटा एसयूवी खरीदने की जिद कर रहा है, लेकिन मैं पैसा सोच-समझकर खर्च करूंगी।

सामुदायिक भवन और सड़क बनवाऊंगा-सजल मोदी, लाभार्थी

मोदी का फॉर्मूला: कांग्रेस के खाते में गईं 206 सीटों पर फोकस करेगी भाजपा



 
मोदी का फॉर्मूला: कांग्रेस के खाते में गईं 206 सीटों पर फोकस करेगी भाजपा
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने प्रचार अभियान की रूपरेखा मंगलवार को तय कर दी। पार्टी पिछले चुनाव में कांग्रेस के खाते में गई 206 सीटों पर खास फोकस करेगी। इन सीटों में ज्यादातर पर भाजपा दूसरे नंबर पर रही थी। पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने यह फॉर्मूला दिया है। 
 
पार्टी इस बार मोदी के नाम से ही अभियान चलाएगी। इसे ‘मोदी फॉर पीएम’ नाम दिया गया है। पार्टी कार्यकर्ता ‘वन वोट-वन नोट’ अभियान भी चलाएंगे। जनता से 10 से लेकर एक हजार रुपए तक चंदा मांगेंगे। इस अभियान की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए नई दिल्ली में मंगलवार को भाजपा की अहम बैठक हुई। 
 
बैठक में संसदीय बोर्ड के सदस्य और पार्टी शासित पांच राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल थे। इसके बाद भाजपा महासचिव अनंत कुमार ने कहा कि यह अभियान वैसा ही होगा जैसा 1977 में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में चलाया गया था। तब केंद्र की कांग्रेस सरकार के खिलाफ संपूर्ण क्रांति का नारा देते हुए अभियान चला था। 
 
जीत के लिए मोदी का फॉर्मूला 
 
मोदी ने पार्टी के मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय पदाधिकारियों और प्रदेश अध्यक्षों को जीत के लिए फॉर्मूला बताया। कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 206 और भाजपा 116 सीटें मिली थीं। कांग्रेस जिन सीटों पर जीती थी, उनमें अधिकतर भाजपा नंबर-दो थी। ऐसी सीटों पर भाजपा-कांग्रेस में मतों का अंतर सिर्फ 89 लाख था। बीते पांच साल में ऐसे निर्वाचन क्षेत्रों में 12 लाख नए मतदाता जुड़े हैं। केंद्र में कांग्रेस के 10 साल के शासन के खिलाफ भाजपा ‘चार्जशीट’ लाएगी। पार्टी ने खुद के दम पर 272 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। देशभर की 400 लोकसभा सीटों पर पार्टी अपने उम्मीदवार चुनने से पहले सभाएं करेगी। 
 
‘आप’ से मुकाबले के लिए मोदी की रणनीति 
 
दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) ने जनता से ही चंदा मांगा था। इस तरह उसने आम वोटरों को अपने अभियान का हिस्सा बनाने की कोशिश की। भाजपा का ‘वन वोट-वन नोट’ अभियान भी इसी तर्ज पर चलाया जाएगा। इसे मोदी की बनाई रणनीति माना जा रहा है। इसके तहत भाजपा कार्यकर्ता 10 करोड़ परिवारों तक पहुंचेंगे। 
 
शिवसेना ने ली चुटकी 
 
मोदी ने रविवार को एक रैली में कहा था कि महाराष्ट्र में अब तक 26 मुख्यमंत्री हुए। लेकिन गुजरात के मुकाबले विकास कम हुआ। इस पर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने पार्टी मुखपत्र ‘सामना’ में कहा कि मोदी अब पूरे देश के नेता बन गए हैं। वे महाराष्ट्र की फिक्र करना छोड़ दें।

अनोखी घटना: हिजड़े और भिखारी से सताए जज ने रेलवे से मांगा पांच लाख हर्जाना


जालंधर. एक जज ने अपने परिवार के साथ स्लीपर कोच में सफर किया। सारे रास्ते मुसीबत। कभी अवैध वेंडर। कभी भिखारी। कभी हिजड़े। टीटीई से शिकायतें कीं। कुछ नहीं हुआ। अब उन्होंने मंडल रेल प्रबंधक दफ्तर कड़ी शिकायत भेजी है। टीटीई और आरपीएफ के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई को तो लिखा ही। पांच लाख रुपये का हर्जाना भी मांगा है।
राजस्थान के सिरोही जिले में तैनान सिविल जज सतीश कुमार व्यास ने लिखा है कि हनुमानगढ़ से जम्मूतवी आते-जाते हुए वह बेहद परेशान हुए। जम्मू जाते हुए अहमदाबाद-जम्मूतवी एक्सप्रेस में एस-6 में सीटें बुक थीं। लौटते हुए एस-8 में। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई कि शिकायत करने पर भी टीटीई और आरपीएफ ने अवैध वेंडरों और अन्य अवैध गतिविधियों पर एक्शन क्यों नहीं लिया। डीआरएम ने दो-दो कॉमर्शियल इंस्पेक्टर को जांच सौंपी है। अमूमन किसी शिकायत की जांच एक ही कॉमर्शियल इंस्पेक्टर करता है। रेलवे अफसर कहते हैं, पहली बार किसी यात्री ने परेशान होकर पांच लाख का हर्जाना मांगा है।

लाल बत्‍ती, सुरक्षा के बाद बंगले का ऑफर भी ठुकराया: वैगन आर से चलते हैं केजरीवाल

नई दिल्ली. दिल्ली के नामित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकारी बंगले का ऑफर ठुकरा दिया है। केजरीवाल ने इसे ठुकराकर एक मिसाल पेश की है। मंगलवार को दिल्ली के मुख्य सचिव सरकारी आवास का ऑफर लेकर केजरीवाल के घर पहुंचे लेकिन उन्‍होंने इसे लेने से इंकार कर दिया। 
 
सोमवार को केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस की ओर से जेड श्रेणी की सुरक्षा लेने से भी इनकार कर दिया था। मुख्यमंत्री के रूप में नामित होने के बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें उनके नए पदभार के अनुरूप जेड श्रेणी की सुरक्षा देने का इरादा जताया लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया। इस नई परिस्थिति के बाद केंद्र सरकार की ओर से उन्हें पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम की तरह सुरक्षा दी जाएगी। इसमें केजरीवाल के साथ सुरक्षा का तामझाम तो नहीं होगा लेकिन हर जगह ‘क्लीयर पैसेज’ हासिल होता रहेगा। 
 
गौरतलब है कि केजरीवाल ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि वह राजधानी के 'वीआईपी कल्चर' को खत्म कर देंगे। केजरीवाल ने इसकी शुरुआत खुद से ही की है। केजरीवाल ने पहले ही दिन से अन्य सीएम के मुकाबले नैतिक तौर पर बढ़त हासिल कर ली है। 
 
चुनावी दौर में राजनेताओं का काफिला लंबी-चौड़ी एसयूवी और सरकारी गाड़ियों से भरा हुआ होता है लेकिन केजरीवाल एक साधारण वैगन-आर कार से चलते हैं। केजरीवाल और उनके अन्य नेताओं ने लालबत्ती का इस्तेमाल न करने का भी फैसला किया है

मान गए 'बागी' AAP विधायक बिन्‍नी! बोले-शादी में जाने के लिए निकला था



नई दिल्ली. मंत्री न बनाए जाने से नाराज बताए जा रहे आम आदमी पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिन्‍नी को मना लिया गया है। पार्टी नेता कुमार विश्‍वास और संजय सिंह मंगलवार आधी रात बिन्‍नी से मिलने उनके घर गए। लक्ष्‍मीनगर से विधायक बिन्‍नी ने अब इससे इनकार किया है कि पार्टी से उनकी कोई नाराजगी है। उनका कहना है कि शादी में जाने के लिए पार्टी दफ्तर से जल्‍दबाजी में निकले थे। बिन्‍नी बुधवार को पार्टी के बारे में किसी खुलासा करने की बात से भी पलट गए हैं। कुमार और संजय करीब 3 घंटे तक बिन्नी के आवास पर मौजूद थे।
इससे पहले भास्कर से चर्चा में बिन्नी ने कहा था, 'मेरा अपमान किया गया। जल्द ही बड़ा फैसला करूंगा।' कुमार विश्वास से पहले बिन्नी को मनाने के लिए केजरीवाल भी उनके घर पहुंचे थे। इससे पहले केजरीवाल ने कौशांबी स्थित अपने घर पर उन छह विधायकों को बुलाकर बात की जिन्हें कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। शाम को विधायक सौरभ भारद्वाज ने केजरीवाल के घर से निकलकर खुलासा किया कि कैबिनेट में मनीष सिसौदिया, सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज, गिरीश सोनी, सत्येंद्र जैन और राखी बिड़ला को मौका दिया जा रहा है। साथ कहा कि विभागों को लेकर भी चर्चा हुई है। 
शाम करीब छह बजे लक्ष्मी नगर विधायक विनोद कुमार बिन्नी नाम कटने की खबर के बाद केजरीवाल से मिलने पहुंचे। 10 मिनट बाद ही वे केजरीवाल के घर से निकल गए। गुस्सा साफ दिख रहा था। मीडिया ने जानना चाहा तो बोले- 'अभी बताऊंगा तो बड़ा विवाद हो जाएगा। कल बताऊंगा' रात करीब साढ़े आठ बजे मनीष सिसौदिया ने बाहर आकर जानकारी दी कि केजरीवाल ने मंत्रिमंडल के सदस्यों के नामों उप राज्यपाल को भेजी है। हालांकि उन्होंने बिन्नी की नाराजगी से अनभिज्ञता जताई। जब उनसे पूछा गया कि बिन्नी का नाम कैबिनेट में क्यों नहीं रखा गया तो सिसौदिया ने कहा- फैसला अरविंद केजरीवाल का है।

क़ुरान का सन्देश

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