दोस्तों रबीउलअव्वल का आगमन है मुल्ला मोलवी इस मौक़े पर सड़कों पर जुलुस ,,सभाएं कर नेताओं से माला पहनने और नेताओं को माला पहनाने की कोशिशों में जुट गए है चंदे की डायरियां निकल गयी है ,मुस्लिम भामाशाहों की लिस्टें बनना शुरू हो गयी है ,,सभी जानते है इस्लाम का पैगाम इंसानियत के नाम ,इंसानियत का पैगाम आम इंसान के नाम ,,न जाती ,,न धर्म ,,,न छोटा ना बढ़ा,,,, न समाज ना क़बीला ,,, सभी के लिए हुज़ूर स अ व् के अख़लाक़ और आदाब जीने के सलीक़े की सीख का पैगाम देना ही इस दिन का मक़सद है ,दोस्तों मेरे मोमिन भाइयों और मोमीन भाइयों के हमदर्दों आप सभी जाने है हुज़र स अ व् को दिखावा ,,जुलूसबाज़ी ,,मुज़ाहरा पसंद नहीं था बस इस्लाम और नेक नियति की तब्लीग हमारा मक़सद होना चाहिए ,, लाखो करोड़ों रूपये हम लोग इस दिन चंदा करते है कुछ मौलानाओं के पेट पालने का ज़रिया बनता है तो कुछ इनाम और इख़राजात में खर्च होते है ,,,,घोड़े ,हाथी ,,, पालकी ,,बग्घियां होती है हज़ारों लोग सड़को पर सजावट गेट बनते है सभी सियासी नेता दिखावे के तोर पर स्वागत करते नज़र आते है ,,लेकिन हमारा लाखो रुपया केवल शक्ति प्रदर्शन ,,मुज़ाहिरा के तोर पर बिना किसी मक़सद के खत्म हो जाता है ,,इस दिन बार रबीउलअव्वल को याद करते वक़त अगर हम ,हमारे शहर में गरीबों के निकाह मुफ्त करवाये ,,,,,,गरीबों को कपड़े दें ,,,,,,प्रतीभवान छात्र छात्राएं जो गरीब है उन्हें आगे पढ़ाने का खर्च उठाये ,,,,,बीमार लोग जिनकी जान खतरे में है लेकिन इलाज के पैसे नहीं है अगर हम उनका इलाज करवाये ,,,बुज़ुर्गों और बच्चों की देख रेख करें ,,रुपया एकत्रित करे लेकिन इस रूपये को इस दिन मुज़ाहरा ,,,दिखावा और सियासी बिसात बिछाने के लिए हुज़ूर स अ व् की खुसूसी तालीम के तहत ज़रूरी खर्च करे और एक निधि एक कोष बनाकर हर साल अपने अपने ज़िलों में इस तरह की नेकनीयती वाले इंसानी खिदमात के काम करे तो शायद बारारबीउल अव्वल को हम लोग सही तरह से मना रहे है मुमकिन होगा और लगेगा के हम मुसलमान है हम हुज़ूर स अ व् द्वारा दी गई शिक्षा को आगे बढ़ा रहे है लेकिन गुमराही ,,,मुज़ाहरा ,,सियासी रोटियां सेककर ,,फ़िज़ूल खर्ची कर हम शायद इंसानियत के खिलाफ ,,शरीयत के खिलाफ ,,इस्लाम के खिलाफ ,,हुज़ूर स अ व् और खुदा के खिलाफ गुनाह कर रहे है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,शायद हो सकता है कुछ चंदाखोर और सियासी कठपुतलियों का मुझे इस लेखन के बाद फ़तवेबाज़ी का शिकार होना पढ़े लेकिन क़ुरान शरीफ ,,हदीस ,,शरीयत ,,इस्लामिक क़ानून आपने भी पढ़ा है मेने भी पढ़ा है सच तो यही है बाक़ी जो कुछ हो रहा है वोह झूंठ फरेब ही कहा जाएगा ,,सो प्लीज़ मुझे इंतिज़ार है के इस दिन ,,,,,,रबीउल अव्वल के पाक और मखसूस दिन हम फ़िज़ूलखर्ची रोकें और खिदमात के काम करे ,,इमदाद के काम करे और रोशन कर दे हमारे इस इंसानियत के पैगाम को जो आम इंसान के लिए है इंसानियत के लिए है ,,पीडितो और शोषितों कि मदद के लिए है ,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
31 दिसंबर 2013
केजरीवाल पर हो चुका है 'हमला', दस गुना महंगा पड़ रहा सुरक्षा नहीं लेने का उनका फैसला!
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भले सुरक्षा लेने से इनकार कर चुके हैं, लेकिन पूर्व आईपीएस अधिकारियों का कहना है कि सीएम के द्वारा नियमित प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर दिल्ली पुलिस को उनकी सुरक्षा के लिए अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात करना पड़ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस एक मुख्यमंत्री की सुरक्षा में जहां 10 पुलिसकर्मियों को तैनात करती है। वहीं नए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा में 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
दिल्ली पुलिस के पूर्व अधिकारियों के मुताबिक पिछले हफ्ते 'आप' मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कौशांबी मेट्रो स्टेशन से रामलीला मैदान तक के सफर के लिए 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को उनकी सुरक्षा के लिए तैनात किया गया था। पूर्व अधिकारियों का कहना है कि अगर मुख्यमंत्री सुरक्षा ले लेते है तो उनके चारों ओर 8 से 10 पुलिकर्मियों को तैनात किया जाएगा जो उनकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के शपथ-ग्रहण समारोह के लिए रामलीला मैदान में तीन दिन पहले से ही 1700 पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया था। अगर यही कार्यक्रम उपराज्यपाल के निवास स्थल में होता तो वहां सुरक्षा के लिए केवल 100 पुलिसकर्मियों की तैनाती काफी होती। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि ऐसे में सबसे अधिक आम जनता प्रभावित होती है।
वहीं दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगर केजरीवाल ‘प्लान ए’ के तहत सुरक्षा लेंगे, तो उन्हें प्रत्यक्ष सुरक्षा दी जाएगी लेकिन अगर ऐसा नहीं करते तो उनकी सुरक्षा के लिए प्लान बी भी तैयार है। इसके तहत उन्हें अप्रत्यक्ष तौर पर सुरक्षा दी जाएगी। इतना ही नहीं, दिल्ली पुलिस उनके परिवार को भी सुरक्षा प्रदान करेगी। प्लान बी के तहत केजरीवाल से मिलने वालों की प्रोफाइलिंग होगी। उनके स्टाफ के आसपास भी सुरक्षा का नेटवर्क रहेगा।
केजरीवाल की सुरक्षा को लेकर खतरा बना हुआ है। कुछ समय पहले दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उनके ऊपर काली स्याही फेंकी गई थी। पिछले सप्ताह ही उनके द्वारा आयोजित जनता दरबार में एक युवक ने कलाई की नस काट ली थी। यही नहीं, कई नेताओं और मंत्रियों पर उचित सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद जूते या चप्पलें फेंकी जा चुकी हैं। शरद पवार को तो एक युवक ने थप्पड़ ही जड़ दिया था।
पत्नी की वर्जिनिटी पर सवाल उठाने वाले पति को मिली 20 कोड़े मारने की सजा
सऊदी कोर्ट ने एक पति को 20 कोड़े मारने की सजा सुनाई, क्योंकि उसने
अपनी पत्नी पर शादी के दौरान वर्जिन न होने का आरोप लगाया था। सऊदी न्यूज
वेबसाइट के मुताबिक, यमन के व्यक्ति को उसकी पत्नी को सार्वजनिक रूप से
उसके बाप, भाई और पड़ोसियों के सामने बेइज्जत करने का दोषी माना गया है। इस
मानहानि के लिए महिला ने कोर्ट में गुहार लगाई और अपने खोए हुए सम्मान को
वापस पा लिया।
सऊदी शहर मक्का के कोर्ट में जज ने दोषी पति को सार्वजनिक तौर पर 20
कोड़े मारने की सजा सुना दी। पति ने अदालत में बयान दिया था कि उसकी पत्नी
पहले शादी कर चुकी थी। फिर तलाक के बाद उससे शादी हुई। पति ने बताया कि
शादी के दौरान अनुबंध होता है कि पत्नी वर्जिन होगी।
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