प्योंगयांग. उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के फूफा को
मौत की सजा दिए जाने के मामले में एक चीनी अखबार ने हैरान करने वाला खुलासा
किया है। अखबार 'वेन वई पो' ने दावा किया है कि तानाशाह किम जोंग उन के
फूफा जेंग सोंग थाएक को फांसी नहीं दी गई थी बल्कि उन्हें 120 भूखे शिकारी
कुत्तों के पिंजड़े में डाल कर क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गईं। इतना
ही नहीं, जिस वक्त उन्हें पिंजड़े में डाला गया, उस वक्त किम जोंग उन
समेत 300 शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। इन सभी के सामने 67 वर्षीय थाएक को
शिकारी कुत्ते खा गए।
थाएक को भ्रष्टाचार, दुराचार और देशद्रोह के जुर्म में बीते 12 दिसंबर
को शिकारी कुत्तों के सामने फेंका गया था। चीनी अखबार के मुताबिक, थाएक
को उनके पांच साथियों के साथ नंगा करके पिंजड़े में डाल दिया गया था।
कुत्तों को तीन दिनों तक भूखा रखा गया था। अखबार ने दावा किया है कि
कुत्तों को पांच लोगों को खाने में सिर्फ एक घंटे का समय लगा। इस सजा को
उत्तर कोरिया में 'क्वॉन जुई' यानी कुत्तों द्वारा दी गई मौत की सजा कहा
जाता है।
थाएक को उत्तर कोरिया के दूसरे नंबर का सबसे ताकतवर नेता माना जाता
था। आपको बता दें किम जोंग उन ने अपने फूफा को सजा का जिक्र नए साल पर दिए
राष्ट्र के नाम संदेश में भी किया था।